00:00मानने सदश्गन हमेशा सदन में प्रियास किया है कि सदन चले और विशेश रूप से प्रश्णिकाल मेरा हमेशा प्रियास रेता है
00:26कि प्रश्णिकाल मानने सदश्चों का समय होता है और उस पर व्यापक चर्चा हो नीची है और चर्चा में सरकार की जवाब दे भी क्या होती है
00:38लेकिन पिछले मैं कुछ दिनों से देख रहा हूँ कि सदन को नियोगुचित तरीके से मादा करी जाती है
00:49मानने सदश्चों को कोई मुद्दों पर चर्चा करनी है
00:59कोई विशे पर चर्चा करनी है तो आप आएं मैं हर मुशे पर मुद्दे पर सरकार से बात करकर और चर्चा का रास्ता निकाला जा सकता है
01:11लेकिन हम केवल आते ही सदन के अंदर या सदन के बार करतिया नारे बाजी करें यह उचित नहीं है
01:21आपको लगता है आप आईये मैं सरकार के प्रिदियों बुलाता हूं आपको बुलाता हूं मुद्दों पर चर्चा करें विशे पर चर्चा करें लेकिन यह तरीगा ठीक नहीं है
01:36क्रछिए हैं दुझिया का सबसे बड़ा लोगत नतम है हमारे पीछे 20- 20 लाग लोग बड़ी आपको देखते हैं
01:48लोग देखते हैं हमारे मुद्धों पर हमारे विश्यों पर हमारे आकांशाan चमारे चिंता पर सदन पर चर्चा होगी
01:55आप तक्तिया लेकर नारे वाजी करते हैं यह उचित नहीं है आप सदन नहीं चलाना चाहतें सदन में चर्चा नहीं करना चाहतें नियुकर लोग तंत के लिए उचित नहीं है आप आकर मिलें मैं हर विशे पर चर्चा के लिए आप
02:15लेकिन प्रश्ट निकाल के अंदर कोई विशे के अंदर केवल मानिस सदश्ट जिनका प्रश्ट है उनको भी बोलने का उसर दिया जाता है यह अच्छी हमें प्रियास करना चीए किसी विशे पर गतिरोध हो तो हम अच्छी परंप्राय परपाटी रहे हैं
02:36सदान के सरकार और प्रतिपश बेट कर चर्चा करती है मैं फिर आपसे के रहा हूं आप आईए हर चर्चा गतिरोध को समाप्त करेंगे
02:49सरकार के प्रतीद भी होंगे आपके प्रतीद भी होंगे अगर कुछ मुद्दों पर समाधार निकलता है तो उचित नहीं है नहीं तो आपको अपनी असमती दर्ज कराने का लोगतंच में अधिकार है लेकिन असमती किस तरीके से दर्ज होनी चीए असमती किस तरीके से होना �
03:19सदन में चर्चा निकरना चाहते हैं कि एप बोलना चाहते हैं कि एप भुलना चाहते हैं आप भी बोलना चाहते हैं
03:26Q1. Sankyaav 81. Sra. Subbar Narayan जी
03:32तर शेल्वा राज जी अगान्य कि एप डी राज जी
03:37मान ये किर्थिवादन जी
03:40Sir, the statement is laid on the table
03:43आप जाते तो सदन की कारवाई आज दो बजे तक के लिए इस्तिगीत की जाती है