00:00आप देख रहे ना जो हो रहा है हमारा मांग इतना ही था एक सौगज का माता मगवती का मंदर को तोड़ गाले गॉंग्रेस का सरकार और माता रण को काड़ के पेख दिये बस्ती का आस स्टा को काड़ के पेख दिये
00:18आज मैं इतना शांती दर्ने पे बैटती हूँ तो शांती दर्ने पे बैटती तो मुझे भी ये लोग मार मार का निकाल रहे हैं से बादिश में बैटती हूँ दोपर से बस इतनी बिंदी की हमारी माता रानी का मंदर को तोड़िया मत ये प्रइवेट के बूमी में भी नहीं
00:48कुचल कुचल कर दिया है, मंदिर को माता नानी के मूर्ति को उठा के फैक दिये, अब आप बताओ, क्या इतनी बड़ी मांग दी इनकी,
00:5780 गज, 100 गज, जादा से जादा, क्या नहीं दिया जा सकता बसी कोई है,
01:03सो साल पुरानी के मंदिर को निया दिया नहीं जा सकता क्या
01:06इतने बड़ी अभी देखे मुझे उठाके लेके जा रहे
01:09मंदिर बना दिजिए
01:13मुर्द को इदर लाइए
01:15कितने बार उठाएंगे मुझे यह लोग ऐसा
01:17कितने बार उठाएंगे
01:33कितने बार उठाएंगे
02:03मुझे चार आपикा ये मुझे इतने बना लेका इतने बार उठाएंगे