02:51श्रावन मास का चतुर मास में से पहला महा है भगवान श्रिव ने दक्ष के यग्यक को भंग करने के बाद जब बाकी देवताओं की प्रसंदता के लिए दक्ष को उनह जीवन दान दिया था
03:09साथ में दक्ष से प्रसंद होकर उनको ये वर्दान भी दिया था कि पूरे श्रावन मास में मैं कंखल हरद्वार में दक्षश्वर महादेव के रूप में वास करूँगा
03:21और जो विक्तियार यहां जलाभिशेक करेगा श्रावन मास में मैं उसके मन की इच्छाओं को मनो कामनाओं को पूर्ण करूँगा।
03:51तब जाके बाद में भगवान का माता से विवा हुआ था।
04:21बिल्व को साक्षात माता पार्वती का सुरूप माना गया है।
04:25बिल्व की पत्तियां भगवान शिव को अरपन करने से एक हजार आठ नाम के साथ में भगवान से मुक्ष की प्राप्ति कर लेता है सारे मनो कामनाओं को पूर्ण करने के पश्चात।
04:35तो तत्वम ना जानामी की द्रिशोसी महिश्वरा या द्रिशोसी मादेउता द्रिशाई नमो नमाद।
04:41देखी हमारी मानिता है सावन का महिना है भगवान शंकर को समर्पित है और पूरे सावन के महिने में आपने देखा आज के दिन भगवान शंकर को जलवशे किया जाता है और आज का दिन आप कहीं भी जाएंगे पूरे हिंदुस्तान में सभी आपको भगवान शंकर को रि�
05:11That we can do this with the
05:41That is why Bhagawan Shankar will be a good person, because it is not a good person.
05:45It is not a good person.
05:47Whatever you ask, you will give them.
05:50That is why Bhagawan Shankar will be a good person.