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  • 2 days ago
For over 25 years, Uttarakhand has witnessed shocking levels of corruption, misgovernance, and political betrayal. In this hard-hitting documentary, we expose the real story behind the state's crumbling institutions, environmental disasters, paper leak scandals, and mass migration crisis.

📉 What went wrong in a state known for natural beauty and spiritual legacy?

▶️ Covered Topics in this Documentary:

CAMPA fund misuse and massive forest scams

UKSSSC & UKPSC paper leak controversies

Ghost villages and the migration crisis

Collapse of the education and healthcare systems

Environmental destruction and disaster mismanagement

Political instability, fake promises, and systemic corruption


Chapters:
00:00 - Introduction
00:44 - Uttarakhand Crisis
02:00 - Uttarakhand Forest Department Scam
04:51 - Uttarakhand Education Mismanagement & Scam
11:40 - Uttarakhand Dirty Politics
13:49 - Migration in Villages
17:57 - Ending

👉 This video is a wake-up call for every citizen who cares about Uttarakhand's future.

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#UttarakhandCorruption #UKPSC #UKSSSC #ForestScam #Migration #UttarakhandNews #Vistaram #CorruptionInIndia #UttarakhandTruth

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🎙️ Mic: https://amzn.to/45wcLal

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Transcript
00:00Namaskar, Dostom!
00:02Himalaya ki godh me basa Uttarakhandra raja,
00:05joh apni manmohak prakrtik sundharta,
00:07gheari adhyaatmik viraasat
00:09aur samaridh saanskritik peremparao ke liye
00:12pure desh bhermei prashidh hai,
00:149 November 2000 ko Uttarpradese se alag okar
00:17eek nye raja ke rup mei shthaapit hua.
00:20Ye raja umeedohon aur samabhavnao ka nyea pradik bana.
00:24Logo nene is eek aise bhuishya ki or kadam maana
00:27johan vikas, samrithi aur sushasan ki nye ibarat dikhi jayegi.
00:32Lekin áaj jubis raja ko banei 25 saal pure ho chukhe hai,
00:36eek bada sawal hamarai sámane khada hai.
00:39Kya Uttarakhand waakai us dhisaa me bade paaya
00:41jiski logoon nene kalpna ki thi?
00:44Tukhas satchai ye hai
00:45ki Uttarakhand áaj bhi vikas ki dold mei pichda hua hai.
00:50Brhashthachar,
00:51Sikchha vyaustah mei lagataar hootei gho'thali,
00:54Rajnitik aasthirta,
00:55Kupravandhan,
00:57Kathin bhagolik pparishtitiyan,
00:59Ghehrati arthik asamantayen,
01:01Bverti samajik samajik samajayen
01:02aur gambheer pariyavraniyas sankat
01:05Yeh sabhi milkar raja ki praagati ko
01:08badhit kar raha hai.
01:09Eek ur dhe bhumi ke nám se
01:11pachana jane waala yeh raja,
01:13Aadhyahatmik aur pariyatran ki dhrishti se
01:15Apar sambhavnayen raktta hai.
01:16To dousari ur,
01:18Yehaan ki yoznayen akstar pailo mei
01:20simat kar raha jati hai.
01:22World Bank aur sarkarkari aankanok ke anusar
01:24Bhalei utrakhand ki
01:26Pritivyakti ayar rastriya ausat se adhik ho
01:28Lekin raja ke gramen chhetron mei
01:31Garibhi aur arthik visamta
01:33Abh bhi eek gambheer chintah ka
01:35Visay beni hoi hai.
01:36Visayish roope se multi-dimensional
01:38Garibhi dhr 10% se adhik hai
01:40Jodh garzata hai
01:41Kiswaasthya,
01:42Sikcha aur G1 star jaisi
01:44Moon root avashak town ki uklab dhuta
01:46Abh bhi simit hai.
01:48Rastachar utrakhand ke vikas ka
01:50Sabh se bada dushman hai.
01:52Sarkarkari fund ka durviyog,
01:54Dheke dharon aur adhikariyong ki
01:55Mili bhagat
01:56Aur jabaab dhehi ki kimi nye
01:58Jantah ka bharoosat tor diya hai.
02:00Jib vunong ke sarnakshan ke liye
02:02Aanye wala fund,
02:03Smartphone,
02:04Fridge
02:04Aur office ke sajawet
02:06Par khar chho
02:06To sawaal uqtta hai
02:08Ki kya waqai vikas ho raha hai?
02:102025 ki CAG ki report
02:12Ne
02:13Uttrakhand ban vivag mein
02:14Ghehrayai brhashtachar
02:15Se pardah hatta ya
02:16CAG nye paaya
02:17Ki 2019-22 ke dhoran
02:20Tampa fund mein se 13.86 karo'de ka istamal
02:23iPhone,
02:24Laptop,
02:25Fridge,
02:25Cooler,
02:26Karelle ki mermet,
02:28Sajawet,
02:28Port fees,
02:29Adhikariyong ki yatrhaon
02:31Aur tiger safari
02:32Pariyoznao mein kiya gya.
02:34Report mein ye bhi sámnye aya
02:36Ki vivag nye
02:37Miya waqi poudar open
02:38Pariyozna ke tahit
02:3910 ke poudo ko
02:41100 rupay mein khariida
02:42Yani,
02:4310 kunaat
02:44Jadah qiimat
02:44Par.
02:45Kul 18,000 se adhik
02:47Poudo pard
02:4818,000 se adhik
02:49Kharch kiya gya
02:49Jin mei se
02:50Kahi paudhe
02:51Kabhi lagayayi hi naye
02:52Gye.
02:53Paudhar open
02:54Pariyoznao mein
02:55Paudhoon ki
02:55Jeevit rhenne ki
02:56Dard
02:56Keeval
02:5733%
02:58Paayi gai
02:58Jokhi maanak
03:00Dard
03:0062-65%
03:02Se kafi
03:03Kaafi
03:03Kaayi
03:04Pariyoznao mein
03:05Manjuri
03:05Milneke
03:058
03:06Saal
03:06Baat
03:06Jaakar
03:07Suru
03:07Ki gai
03:07Jis se
03:08Sarkarik
03:08Hajanen
03:09Pard
03:09Ahtirikt
03:1011.5
03:114
03:11Kroo'd
03:12Kaayi gai
03:14Kek ki
03:14Report mein ye
03:14Bhi sámnye
03:15Aya
03:15Khi
03:16Vibhaag
03:16Ne
03:16Bina
03:17Anumatik
03:17Ke
03:17188
03:186
03:192
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03:191
03:20Bhumi
03:20Ka
03:20Uphiyoq
03:20Kar
03:20Liyya
03:21Joh
03:21Kanuni
03:22Ulengan
03:22Khi
03:23Report
03:24Sámnye
03:24Ane
03:24Ke
03:24Baat
03:25Supreme
03:25Court
03:26Ne
03:26Raja
03:26Sarkarik
03:27Se
03:27Jabaab
03:27Talab
03:28Kya
03:28Or
03:28Maamle
03:29Ko
03:29Gambhir
03:29Maana
03:30Sosial
03:31Media
03:31Peraiz
03:31Gho
03:31Kho
03:31Tala
03:31Kho
03:32Lohgou
03:32Ne
03:32Haryali
03:33Khe
03:33Naam
03:33Pala
03:33Loot
03:34Kara
03:34Diyah
03:34Khoi
03:35Akela
03:36Udharan
03:36Nahin
03:36Bhrushta
03:37Chaar
03:37Ka
03:37Janvar
03:382015
03:39Me
03:39Paudi
03:40Ghadwal
03:40Khe
03:40Kher
03:41Kher
03:41Khaal
03:41Chhetr
03:41Me
03:41Ake
03:42Raja
03:42Mantri
03:43Khe
03:43Bete
03:43Piyu
03:43Zakar
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04:11seal किया कार्वेट टाइगर रिजर्व में मार्ट 2024 में सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि पूर्व वनमंत्री और एक डिएफो की मिली भगत से पार्थ के भीतर अवायद निर्मान और पेड़ों की कटाई हुई
04:23कोर्ट ने इसे जनहित और परियावरन का घोर उलंगन बताया और सीवियाई जाच का आदेज दिया
04:29और मई 2025 में कार्वेट के ही गुलजारपुर छेतर में हाई कोर्ट को तब दखल देना पड़ा जब पता चला कि लगबग 300 पेड काटकर निर्मान किया गया
04:39जबकि दस्तावेजों में वनी करण के लिए पैसा लिया गया था
04:43जब जंगलों की जमीन पर रिजॉल्ट उगने लगे और पेड काटना सत्ता का अधिकार बन जाए तो सवाल उठाना जरूरी हो जाता है
04:50किसी भी समाज की सबसे मजबूत रीड होती है सिक्षा लेकिन उत्तरा खंड में ये प्रणाली भ्रस्थाचार और गोटालों की सिकार बनती जा रही है
04:59परजी डिग्री, नकले सिक्षक, छातरवर्ती गोटाले विस्स विध्यालेओं में संचालन संबंदी अनियमित ताएं जो इस प्रदेश के बच्चों के भविश्य को अंधेरी की उर्ध केल रही है
05:09राज्य के 12,065 प्रात्मिक विध्यालेओं में से 1149 में अब तक एक भी सिक्षक नहीं है
05:17जबकि करीब 304 स्कूलों में केवल एक ही सिक्षक पड़ा रहा है
05:22दूसरी ओर T.I.E.T. 2020 26 बैच के 650 वेल ट्रेंड सिक्षक जिनोंने 60,000 अभ्यारत्यों की परिक्षा में 86% का टॉप पार की पहाड़ी इलाकों में कड़ी ट्रेनिंग पूरी की
05:36लेकिन 22 मार्ट 2024 से धन्ने पर बैठे हैं क्योंकि उनकी भड़त्या नहीं हो रही
05:41कुछ अधिकारियों ने कहा कि तीन महीने में न्यूक्ति होगी या तीन साल लग सकते हैं लेकिन कोई धोच जानकारी नहीं दी गई
05:48कुछ ने बिना वेतन काम करने के भी पेसकस की ताकि सिक्षा से जुडाओ बना रहे
05:54और इस बीच एक नया डियाइटी बैच प्रसिक्षण में है एक और नया बैच चुना जा चुका है लेकिन न्यूक्ति अब भी अधूरी है
06:03पहाड खाली हो रहे हैं गाउं से लोग पलायन कर रहे हैं और सरकार पास बैटे सिक्षकों का हीउप योग नहीं कर रही
06:10ये विडंबना नहीं सरकार की विफलता है जब प्राथमेक शिक्षा निदेशक अजयन ओडियाल से सवाल किया गया तो जवाब आया कि बैच का परिणाम देरी से आया और तक तक सारी डिक्तियां भड़ चुकी थी और अब अगली भड़ती में इनका नमबर आएगा
06:24उत्तराखंड में सरकारी कॉलेजों और विभागों की भड़तियां लंबे समय से युवाओं की उमीदों का सबसे बड़ा सपना रही है लेकिन बीदे कुछ सालों में यही भड़तियां ब्रष्टा चार का सबसे बड़ा अड़ा बन गई
06:37सबसे बड़ा मामला सामने आया UK SSC भड़ते गोटाले में जिसमें 2021-22 की graduate level परिक्षा का पेपर लीख हुआ
06:47STF जांच में खुलासा हुआ कि रत्स सॉलूशन नाम की private agency ने परिक्षा के प्रश्ण पत्र 15 लाक में बिचे इस लीख के जरिये दरजनों उमीदवारों को अवैयद रूप से पास करवाया गया
07:00इस गोटाले में 2022 तक 47 से जादा लोगों की गिरपतारी हो चुकी है जिनमें पेपर छापने वाले बेचने वाले और अधिकारी सामिल हैं
07:09इतना ही नहीं जब भड़ती का जिम्मा UKPSC को सौपा गया वहां भी वही खेल दोर आया गया
07:15STF ने 5 आरूपियों को गिरपतार किया जिनमें एक आयोग का अनुभाग अधिकारी भी सामिल था
07:21जिन्होंने पेपर को लगवग 8 से 10 लाग रूपे में बेचने की बाद कबूल की
07:26इसके बाद SIT ने 60 आरूपियों पर 4 सीट दाखिल की जिसमें 44 उम्मीदवार सामिल थे जो अनुझस सादनों से चैनित हुए थे
07:36देखा जाए तो सरकार ने STF जाँच और 4 सीट दाखिल करने का दिखावा जरूर किया
07:42लेकिन असली मास्टर माइंड अभी तक नजरवन नहीं हुए जब भरस्ताचार बड़े दप्तरों तक पहुँच जाता है तो बस निचले स्तर की गिरफतारी करके कथित नयाय का परदर्शन किया जाता है
07:52यहां सवाल यह है कि कितना समय लगेगा जब असली जिम्मेदानों का नाम सामने आएगा और कितने और बच्चों का करियर भष्ट तंतर की कीमत चुकाएगा
08:02मार्च दोहजार पचीस में उत्राखंट तकनीकी विश्विध्धाले में सौफ्टर डवलप करने के नाम पर करोडों का गुटाला सामने आया
08:10ERP और University Management System जिसे सौल्ट में UMS कहा गया
08:15इस सिस्टम का मकसद था चातरों के दाखिले, परिक्षा और बाकी प्रक्रियाओं को ऑनलाइन और आसान बनाना
08:22दावा किया गया कि इस से विश्विध्धाले की कारेप्रणाली पारदर्सी और तकनीकी होगी
08:27लेकिन इस सिस्टम को लागो करने में कई गंभीर गड़वडियां हुई
08:31इस ERP सौफ्ट्वेर के लिए लखनाओ की एक निजी कंपनी को करीब 2 करूर रुपए का भुक्तान कर दिया गया
08:37इसमें हैरानी की बात ये थी कि ये भुक्तान बिना किसी टेंडर प्रक्रियाक्या किया गया
08:42और जब इस सिस्टम का इस्तमाल सुरू हुआ तो कई तकनीकी दिक्कतें सामने आई
08:46जैसे पोर्टल बार-बार बंद हो जाता था
08:49शात्रों का डेटा सही से अपलूड नहीं हो पा रहा था
08:52कोई क्वालिटी कंट्रोल या निगरानी की ब्योस्था नहीं थी
08:55इन सिकायतों को देखते वे मार्ट दोहजार पचीस में
08:58तकनीकी सिक्षा सचिव डॉक्टर रंजीज सिना ने इसकी आपचारिक जात सुरू की
09:03इसी बीच चार मार्ट दोहजार पचीस को उसी कमपनी का एक प्रतिनी दी
09:07सचिवाले में डॉक्टर सिना से मिलने पहुचा
09:10उसने इस मामले को खत्म करने के बदले सचिव को रिस्वत देने की कोशिस की
09:14सचिव ने तुरंत इस कोशिस को नकारा और उसे कारेले से बाहर निकाल दिया
09:19इसके बाद उन्होंने विस्व विध्याले के कुल सचिव को पत्र लिखा और पूछा
09:24if something we had to do not, then the company would directly put that dette.
09:28Then we would have to get real money here ...
09:35and then Europe's company for its five thousand 5そうだ dot 2026.
09:44The future eventually we had to start betting this category.
09:48Here is the question of the 2 crore deal without a tender price. When it was blacklist, the company would be the third party audit of the ERP and the third party audit of the ERP.
10:04The university had a 6 campus for assistant professor, but only 11 months ago.
10:11इन नियुक्तियों से कई तक्णिकी सिक्षकों को एक उम्मीद जरूर मिली और दूर दराज कैमपसों में सिक्षण गतिविदियां कुछ हद तक सक्रिया हुई
10:20लेकिन ये भी उतना ही सच है कि इतनी सीमित अवदी की नियुक्तियां ना छात्रों को इस्थरता दे सकती है ना सिक्षकों को सुरक्षा
10:28एक प्रोफेसर जो आज किसी छात्र की नीव रख रहा है अगर एक साल बात खुद अस्थिर हो तो वो नीव भी कब तक ठिकेगी
10:36उत्राखर्ण तकनीकी सिक्षा मंत्री सुवोध उन्याल समय पर योग्य फैकल्टी की आवसक्ता पर जोड़ देते हैं और मुख्य मंत्री पुसकर सिंग धामे भी गुणवत्ता और समय वज़ता की बात करते हैं लेकिन सवाल वहीं खड़े हैं
10:49क्या अस्थाईन यूप्यों से तकनीकी सिक्षा को दीर कालिन जिसा मिल सकती है क्या पहाड़ी छेत्रों में उच्च सिक्षा के नाम पर सिर्फ भवन और पूर्टल बनाना काफी है अब सोचिए जब एक सिक्षा खुद अपने भविश्य को लेकर अस्थिर हो तो वो च्�
11:19और आत्म रिश्वास पर भी पड़ता है इसलिए जब कोई फूसता है क्या छात्रों के करियर से खिलवाड़ अब सामान्य हो गया है तो सीधा उत्तर है हाँ जब संस्थाएं सिक्षक नहीं टेंपररी वरकर समझने लगें तो सिक्षा एक मिसन नहीं सिर्फ एक प्रक्रिय
11:49और जनता इंतजार करती रही उत्तराखंड में संद 2000 से अब तक 10 से ज़्यादा मुख्यमंत्री बदले जा चुके हैं 2021 में ही सिर्फ एक साल में तीन बार मुख्यमंत्री बदले गए त्रवेंदर सिंग रावत तीरत सिंग रावत और फुसकर सिंग धामी इसका असर यह ह�
12:192025 को चमोली जिले के रत गाउं में 60 मीटर लंबा ब्रिज जिसके लागत 2.8 करोड थी निर्माण के अंतिम चरण में धह गया जब ब्रिज तूटा तो पी डवलूडी के इंजिनियरों को निलंबित कर दिया गया लेकिन सवाल बना रहा निगरानी पहले क्यों नहीं हुई
12:49और जल्दबाजी का नतीजा था हरिद्वार नगन निगम ने ऐसे जमीनों की खरीदारी की जो कूड़े के धेर के पास थी और उसकी कीमत बजार दर से तीन गुना जाजा थी जो की 15 करोड की जमीन 54 करोड में खरी दी गई इस मामले में 2 IES 1 PCS और 10 अफसरों को निलंबित
13:19कि 25% ग्रामिन इलाकों में बिजली और पानी नियमित नहीं है हर चुनाओं में सड़क सिक्षा और स्वास्त के बादे होते हैं लेकिन जमीनी हालार जियों के तियों हैं उत्राखंड में 60% से अधिक सरकारी प्रोजेक्ट समय से पीछे हैं या बजट से जादा खर्च हो च
13:49जो दुनिया को दे भूमी लगती है लेकिन जो यहां बसते हैं उन्हें विकास की तेज हवा बहुत धीमी लगी सीमाएं सामरिक सुरक्षा जरूर हैं लेकिन कुछ गाओं में रोजमर्रा की जिन्दगी रुप सी गई हैं भारा सरकार ने वाइबरेंट विलेच प्रोग्र
14:19गाओं को राष्ट्य ग्रिट से जोनने की योजना पर 131 करोड़ स्विधाओं और टेंडर के प्रक्रिया पूरी हो चुकी है भले ही 51 और 52 गाओं इस योजना में आ गये हों लेकिन सैकड़ों अब भी बिजली, सडक, स्वास्थ और स्कूल जैसी स्विधाओं से वंजित ह
14:49उपरी उत्राखंड से पलायन कर गए खास कर चीन और नेपाल की सीमाओं से लगे जिलों से इसके मुख्य कारण हैं गाओं की उपेक्षा, सुविधाओं की कमी, सिक्षा की खराब गुर्मत्ता और नौकरियों की अनियमित्ता हैं
15:04सीमावर्ती इलाकों में बुनियादी ढाचे की परियोजनाएं अधूरी हैं, बियारों की तहत बनाई जा रही सडकों में घट्या निर्मान की सिकायतें उठ चुकी हैं, लेकिन जाज धीमी रहती हैं
15:15गाउं की जरुरतें और चिंताएं, सरकारी और सेन्य यूजना निर्मान में प्रिथिपिम्बित नहीं होती, विकास एक उपर से नीचे मॉडल पर थोप दिया जाता है
15:24पुत्राखंड की सीमाएं रणनेतिक सक्ति निर्धारित करती हैं, लेकिन जब विकास को पीछे छोड़ दिया जाए तो देश की सुरक्षा भी कमजोर होती है
15:33जहां सुरक्षा और विकास साथ साथ चलते हैं, वहां सीमावरती गाउं का जीवन फिर से खिल उड़ता है
15:54स्वास्ते केंद्र और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं पूरी तरह बंद हो चुकी हैं, गाउं नहीं ये अब सिर्फ भूली भाली इसमिर्थियां रह गई हैं, जहां कभी जीवन था, वहां आज घोष्ट विलेज की तासीर है
16:07साल 2001 से 2011 के बीच लगभग 5 लाख लोग पहाड़ी इलाकों से पलायन कर गए, फिर 2011 से 2017 में और 734 गाओं पूरी तरह खाली हो गए
16:20राज्य सरकार की माइग्रेशन कमिशन 2017 के रिपोर्ट बताती है कि 70% लोग रोजगार के लिए पलायन करते हैं, 15% सिक्षा और 8% स्वास्थे सुविधाओं की कमी से प्रभावित है
16:33जब बिना नौकरी, बिना स्कूल और बिना उमीद के जीवन रह जाए तो लोग चले जाते हैं और गाओं विरान बन जाते हैं
16:42स्वास्थे सुविधाओं की भारी कमी, स्कूली सिक्षा तक सीमित पहुँच और तेजी से हो रहा सांस्कृतिक छरण, ये सब मिलकर राज्य की सामाजिक संवस्ना को कमजूर कर रहे हैं
16:53उत्राखंड के 60% प्रात्मिक स्वास्थे केंद्रों में या तो डॉक्टर नहीं है या जरूरी उपकरणों की भारी कमी है
17:00पौडी गड़वाल के गर्वती महिला की मौत इसलिए हो गई क्योंकि उसे समय पर अस्पताल नहीं पहुचाया जा सका
17:06जब समाज के तीन इस्तंब स्वास्त्य, सिक्षा और संस्कृति दगमगाने लगते हैं तो जन्ता अपने मूल अधिकारों से कटने लगती है
17:16उत्राखंड की पहचान उसकी पहाडियों, नदियों और जंगलों से है लेकिन आज यही प्रकृति संकट में है
17:24बेतर्तीब विकास, अवायत खनन और जंगलों की अंधाधुन कटाई ने इस समवेदन सील हिमालई छेत्र को आपदाओं की मुहाने पर खड़ा कर दिया
17:33जून 2013 में उत्राखंड की तबाही में 5700 से अधिक लोग मारे गए
17:39यहां तक कुछ रिपोर्ट्स में कुल संक्याद 6054 तक बताई गई है
17:43भारी बारिस, गलेशय तूटना और असंगटित निर्मान कारियों जैसे सड़क, होटल, जल विद्धित परियोजनाएं
17:52इन सब ने मिलकर प्रकृति कापदा को और भेंकर बना दिया
17:56जब जंगल कटते हैं, नदियां सूक थी हैं और पहाड खोदे जाते हैं
18:02तो सबसे पहले इसकी कीमत चुकाते हैं इस्थानिय लोग
18:05प्रकृति चेतावनी दे रही है
18:07सवाल ये है कि क्या हम सुन रहे हैं
18:09देश के कई राजियों ने दिखाया है कि जमीन से जुड़ी योजनाओं और सामोहिक प्रियासों से कैसे बदलाव लाया जा सकता है
18:17अब वक्त है कि उत्राखंड भी अपनी ताकत, प्रकृति, परंपरा और लोग के साथ मिलकर अपने भविश्य की दिसात तै करे

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