सोमवार से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। इस सत्र को लेकर केंद्र सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। जिसमें पक्ष और विपक्ष के नेता मौजूद रहे। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में विपक्षी दल के नेताओं ने अपनी बात रखी। जबकि सरकार ने मानसून सत्र को सुचारू रूप से चलाने की बात कही। इस बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इसकी जानकारी दी। जबकि विपक्ष के सांसदों ने अपने मुद्दों के बारे में बताया।
00:00इस सत्र को लेकर केंद्र सरकार द्वारा सर्वदलिय बैठक भी बुलाई गई जिसमें पक्ष और विपक्ष दोनों ही तरफ के नेता मौझूद रहे।
00:30सारे पॉलिटिकल लीडर्स ने अपने अपने पार्टीज के पोजिशन बताया और उनके मुद्दे जो इस सत्र में लाने का है उनको भी सामनी में रखा है।
01:00अपर उसमें कोर्डिनेशन अच्छी तरह से रखना होगा।
01:04हम पॉलिटिकल पार्टीज अलग अलग विचारदारा का हो सकता है।
01:08मगर पार्लेमेन का सदन अच्छी तरह से चले ये सब का जिम्मेदारी है।
01:16ऑपोजिशन का भी जिम्मेदारी है और सरकार का भी जिम्मेदारी है।
01:20जबके विपक्ष के नेताओं ने कहा कि वो पहलगाम हमले के आरोपी आतंकियों के ना पकड़े जाने।
01:27और सीजफायर पर ट्रम्प के बयान जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में।
01:33In this session, our, पहलगाम, our, the conflict on our borders, especially with countries coming together to form a two-front axis and also the right of every citizen to vote and the concerns regarding the special intensive revision in Bihar.
01:56On all these issues, as the head of the government, it is incumbent and the moral responsibility of the Prime Minister to speak to the nation through the corridors of Parliament and I hope that the Prime Minister will fulfill his moral and ethical duty.
02:26अभी लेटिन गवर्नर साहब ने कहा को intelligence failure था, तो ये एक बहुत डंबीर मामला है और इसमें चल्चा होनी चाहिए।
02:38दूसरे ऑपरेशन सिंदूर जब चल ला था उस दौरान अमेरिका के रास्टपत्रें ये कहा कि हमने ये बंद करवा दिया है और इमेजे इन कंपली, टोटल, तो कभी हमारी पॉलिसी ये नहीं रही कि दोर दोस्टों के बीच में तीसरा कोई हश्टक छेप हिंदूस्तान
03:08Till date, we could not find out the, those terrorists who killed, who removed our shindoor from the, our widows. What is that? You could not find it. That's a miserable failure of the government. And it's the duty of the opposition to raise this issue in the parliament. That's what it means.
03:38किस अगस्त तक चलेगे, जिसमें कुल 21 पैठकें भी होंगी, लेकिन इस बाहर के मौनसून सत्र में कई मुद्धे हैं, जिन्हें लेकर विपक्ष की ओर से दवाल किया जाना लगभग तैमाना जा रहा है.