Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • today
#SsshhhhPhirKoiHai
#IndianHorror
#HorrorAnthology
#SupernaturalThriller
#GhostStories
#HorrorTVSeries
#IndianTVNostalgia
#SsshhhhKoiHai
#SpookyTales
#HorrorNights
#GhostBustersIndia
#HorrorEpisodes
#90sKidsHorror
#StarPlusHorror
#CreepyVibes TagsHorror
Supernatural
Thriller
Anthology
Indian Television
Ghost Stories
Paranormal
Mystery
Fearful Tales
Haunted
Black Magic
Reincarnation
Demon Slayers
Nostalgia
Horror Fiction

Ssshhhh... Phir Koi Hai is a chilling Indian horror anthology series that captivated audiences from 2006 to 2009 on Star One. Each episode delivers a unique spine-chilling story, ranging from haunted houses and vengeful ghosts to demonic entities and cursed villages. With iconic characters like Aryamaan and thrilling multi-part sagas like 'Intezaar' and 'Trikaal,' the series blends suspense, supernatural horror, and gripping narratives. Perfect for fans of eerie tales, this nostalgic gem explores the unknown with unforgettable scares. Stream episodes on Disney+ Hotstar or relive the terror of classic Indian horror!"

Ssshhhh Phir Koi Hai
Indian horror series
Supernatural anthology
Ghost stories India
Horror TV show
Star One horror
Aryamaan ghost buster
Haunted house stories
Black magic tales
Reincarnation horror
Demon slayer series
Indian paranormal show
Horror thriller episodes
Nostalgic Indian TV
Disney Hotstar horror

Category

😹
Fun
Transcript
00:00मेर कोई है
00:07अपना सामान दो लेते जाओ
00:11इसे बहने दो
00:23इसे मत रोको
00:30कोई नहीं बचे का
00:35सब मारे जाएंगे
00:37कोई नहीं बचे का
00:39अपने जान बुच से गाड़ी क्यों खराब की
00:42मैंने
00:43मैंने नहीं खराब की
00:45लेकिन जो हुआ वो अच्छा ही हुआ
00:48अब मैं अपना काम यहां से खतम करके ही जाओगा
00:51राच और सिम्रन ने मुझे मुझे मुझे मुझे मुझे देखा है
00:56और साइरस उन्हें लगता है की खुन तुमने नहीं? खुन बुरी आत्मा नहीं किया है
01:00पुलीस इस बक्वास भाट को बिल्कुल नहीं मानेगे
01:02यहाँ कोई बुरी आत्मा नहीं है, हमें ही इन दोनों को खातम करना होगा।
01:08तु पागल होगे ओ, Osiris! रिक्रा, हम यहाँ रुगेंगे तो हम खुद मारे जाएंगे।
01:12मैं यहाँ से निकलना जाता हूँ पसुद।
01:14Sanjay दिक्रा, तुम्हें मेरी मडट करनी ही होगी, अगर मैं फसुँगा, तो तुम भी नहीं बच्चोगें।
01:25दिक्रा, हम उसी पाट का फाइड़ा उठाएंगे, और सारा इजाम उस पागल बुड़े फकिर भटाल रेंगे।
01:33और कम तुमों साफ साफ बच जाएगे।
01:35मेरा प्लान हंड्रेट परसन फूल पूल पूफ है।
01:39यहाँगे।
01:54नाइस बॉइ
02:04सिम्रण डिक्री
02:07पैड्मेनस
02:11राव
02:34प्लीज, प्लीज
02:37राट
02:46प्लीज मुझे बत्मारी, मुझे जाने देदिये, प्लीज, राट
02:49तो मैं जोड़ूँगा, तो मैं फस जाओँगा
02:53इल किल यह सिम्रण, इल किल यह
03:03राट, जुब यह
03:04प्लीज, इल किल विए
03:24साहब, मेगानिक नहीं मिला
03:26ठीके
03:33कि अ कि अक बाद कि अ डाज जो मैं पिए उसी के साथ मिला त़ खो dar
03:47सुमान को चोड़ा राज खोड़ा राज ब। जोड़ा चोड़ा रह शोड़ा ये ऐस प्रहां के प्लेट्ट हो डिला वह चैनल और में सावान लेक्या खाथ
03:55सांजे, सांजे भी से के साथ मिला हुआ है राज, लेट गो!
03:59सिम्रन, मैं सामान लेकिया था
04:00सामान को छोड़ो राज, लेट्स गो, चलो राज़ प्लीज सांज!
04:14सिम्रन, मुझे लगता है शायद हम गलत रास्ते पर
04:18मुझे अच्छे से आद है, हमारी कॉटेज से निकलते ही राइट में बाहर जाने का रास्ता था
04:23पर इतनी देर होगी, कॉटेज ही नहीं आई
04:26लगता है, हमें सुभा होने तक का इंतजार करना पड़ेगा
04:30नहीं राज, हम सुभा तक इंतशार तहीं कार सकते हैं
04:32कर सकते हैं, वह भी कैसे भी ढूटने का रहे हैं
04:34सिम्न, calm down
04:35मैं हूँ ना
04:36तुम्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं है
04:39परोसा है मुझवर
04:41सिम्न, मैंने तुम्हारी रक्षा केने का बचन लिया था
04:44मरते तम तक निबाहूँगा
04:48बचन?
04:50का प्राज
04:52का बचन लेते वक्त?
04:54पर वो तो पंड़े ने बोले थे ना?
04:58पर वो तो पंड़े जी ने बोले थे ना?
05:02पर पर तो महले लिये थे ना?
05:04राज
05:08एक पर पुछो ना?
05:12वो अरोसे वाली बात?
05:16परोसा है मुझवर
05:20पर
05:24अपनी चांच से भी साथ
05:28बाबा वो हम रास्ता बठक गए हैं और
05:34कुछ समझ नहीं आ रहा
05:36क्या आप हमें बाहर जाने का रास्ता बता सकते हैं
05:40प्लीज?
05:42तुम कितना भी भागो
05:44उस बुरी आत्मा से बच नहीं सकते
05:46बकवास है यह सम
05:48बाबा अकर यह आत्मा क्या है
05:52और वो हमसे क्या चाती है
05:54बहुत लंबी कहानी है
05:56चलो मेरे साथ
05:58चलो मेरे साथ
06:08आईए
06:10विराजी
06:12यह रानी कर्मा की आत्मा है
06:16जिसको उसके पती देव कांत ने
06:18मृत्यूदंड दिया था
06:20यह रानी कर्मा की आत्मा है
06:24जिसको उसके पती देव कांत ने
06:28मृत्यूदंड दिया था
06:32क्यों
06:36आखिरानी ने ऐसा क्या किया कि उसे मृत्यूदंड दिया गया
06:40प्रेम
06:42प्राय मर्द के साथ प्रेम
06:44यहां यह होटल बना हुआ है
06:48वहां राजा देव कांत की अरामगा हुआ करती थी
06:52जब भी राजा शिकार खेलने आया करते थे
06:56वह अपनी अरामगा में रहा करते थे
06:58और इस बार
07:00रानी करुना भी उनके साथ थी
07:04रानी करुना के पास
07:06सब कुछ था
07:08पर फिर भी उसका रिदे
07:10प्रेम से वंचित था
07:12राजा देव कांत के लिए
07:14वो सिर्फ उनकी पत्नी थी
07:16जिसका धरम
07:18उनके वारिस को जनम देना था
07:20वो दास दासियों की भीड में बिलकुल अकेदी थी
07:24उस मासूम बच्चे की तरह है
07:26जिसे अगेले पन से डर लगता था
07:28महारानी साहबा
07:30महाराजा ने संदेशा बिजवाया है
07:32कि वो आज रात को आपके कक्ष में नहीं आएंगे
07:48अकेला छोड़ दो हमें
08:09रुकमिनी
08:11जी
08:12महाराज नहीं आए
08:14महाराज आए थे पर तड़के ही वापस चले गए
08:19क्या हमारे लिए कोई संदेश थोड़ा उन्होंने
08:23नहीं महाराजी
08:26रुकमिनी
08:28अरे महाराजी उगे क्या करें आप
08:48राणी साहिबा
08:51राणी साहिबा
08:53क्या हुआ
08:54राणी साहिबा
08:56क्या हुआ
08:57राणिसाइबा, राणिसाइबा, क्या हुआ, क्या हुआ, राणिसाइबा?
09:07जाओ, किसी सपेरे को डूणके लाओ, राणिसाइबे को सापने काट्टिया है, जाओ!
09:27राणिसाइबा, क्या हुआ, राणिसाइबा, क्या हुआ, राणिसाइबा, क्या हुआ, राणिसाइबा, क्या हुआ, राणिसाइबा, क्या हुआ, राणिसाइबा, क्या हुआ, राणिसाइबा, क्या हुआ, राणिसाइबा, क्या हुआ, राणिसाइबा, क्या हुआ, राणिस
09:57कर दो कर दो
10:27का जड़कर भग्वान का लुठ लाक लाक शुकरे अब ठीक हो गही महारानी, महाराज ने संदेशा भिजवाया है की वह बहुत जल्द यहां पतार में पतार।
10:57कि उन्हें वाले हैं उन्हें वापस संदेशा बिजवा दो के हम बिलकुल ठीक हैं उन्हें शिकार छोड़कर राने की कोई जरुवत नहीं है
11:10जो आग्या महाराने ये लो तुम्हारा एनाम और जाओ यांसे
11:27महारानी क्या मैं आपसे थोड़ी देर बात कर सकता हूँ एक आंत में अपनी हद मे रहो सा पेरे तुम्हें तुम्हारा मेंताना मिल चुका है अब जाओ यहां से रुक मिनी तुम बाहर जाओ
11:50इसने हमारी जान बचाई है इसे इतना अधिकार तो मिलना ही चाहिए
11:57क्या कहना जाते हो
12:11कहना नहीं
12:16जानना चाहता हूँ
12:20इस सर्बडंग के बारे में मैं एक सपे रहू महारानी
12:27सर्ब के डंग को देख कर जान जाता हूँ
12:31कि आपने जान बूचकर उस सर्ब को छेडाता हूँ
12:37इतने बड़े राज्य की महारानी को ऐसा कौन सा दुख है
12:46जो वो आत्मा अत्या करने चली थी
12:51तो में आत्या के यह महारानी
12:57जब एक विवाहत इस्त्री प्राए मर्द के साथ प्रेम करती है
13:18तो वो आग के साथ खेल रही होती है
13:22जब उनका प्रेम जग जाहिर हुआ
13:25तो राजा देवकांत ने उन्हें वो सजा दी
13:28जिसने कुरूरता कि सभी हदे लांग दी
13:32इस सपेरे के दोनों हातों की नसें काट डालो
13:36और बह जाने दो उस रक्त को
13:38जिसकी कर्मी में इस तुष्ट सपेरे ने
13:41राज घराने की इज़त पर हाट डालने का दुस्सा हस किया है
13:45और तब से महरानी की ग्रोधित और अत्रिप्त आत्मा
13:54यहां भटक रही है
13:55और बैता हुआ खून उसे उस रात की याद दिला देता है
14:01जब उसके प्रेम की हद्या कर दी गई थी
14:04और वो जागरित हो जाती है
14:08और उसके बाद हर उस रिदे को जिसमें प्रेम नहीं होता
14:14अपना दुश्मन समझती है
14:16और उसे मौत की घाट उदार देती है
14:18तुम यह सब कैसे जानते हो
14:22मेरे बितर आज प्रोहित थे
14:25और मैं आज तक उनके कील हुए पापों का बोज उठ हो रहा हूँ
14:31बाबा लेकिन उस आत्मा के क्रोच से बचने के लिए कोई तो पाए होगा ना
14:37मुझे एक अनुस्ठान करना पड़ेगा
14:41जिसके लिए मुझे तुमारी दुरूर्त पड़ेगी
14:45भूल जाओ
14:46सिम्रंग मैं सोबतक यहां से निकलने का रासता खुड़ी डून लूगा चलो मेरे साथ
14:50तुम्हे क्या लगता है तुम यहां से बच कर चले जाओगे
14:52अगर बच कर चले भी गए
14:55तो जहां होने वारी सब मोतों के जिम्मेदार तुम होगे
14:59तुम दोनों अनमूल हो और मैं आज तक अनुस्थान के लिए तुम जैसे जोड़ी का इंतजार कर रहा था
15:16अनमूल?
15:19वो कैसे बाबा?
15:22वक्त आने पर सब पता चल जाएगा
15:24हम तयार है
15:29हमें क्या करना होगा?
15:33मुझे अनुस्थान के लिए वो जुरूरी सीजों को जुटाना है
15:37जब तक मैं नहीं हाता
15:39आप लोग यही रूखो
15:59अनुस्थान के लिए अनुस्थान के लिए नुस्थान के लिए यहां
16:07अनुस्थान के लिए
16:20कम आन, सेनर को सब कुछ पटा चल गया
16:24मैं जानता हूँ
16:27कहा है वो
16:28वो जा चुके है
16:30तुम ने उसे रोका क्यो नहीं
16:31मिस्स चौपरा
16:35आपका हजबन का कुछ पता चला
16:38नहीं
16:39अब अगर हम लोगों ने इस रात को यहां रुपने का फैसला करी लिया
16:43तो मैं सोच रहा हूँ के वाई वेस टाइम
16:47हमें फिर से एक बार ढूने की कोशिश करनी चाहिए
16:52क्यों संजे दिख रहा हूँ
16:53मैं ठीक कह रहा हूँ
16:55संजे दिख रहा
16:59मैं ठीक कह रहा हूँ
17:01कम आण
17:03लेट्स गू
17:05ओके
17:07सी उ
17:09कर देस कि आए
17:12कर दो
17:15कर में भी चाहिः
17:18कर दो
17:20कर दो
17:21कर दो
17:23कर दो
17:23कर दो
17:24फ़्पन जढ टुखें अजल रहँ हैं अगला जब फिर प्रूर प्रूर प्रूर लाइब लाइए जो वो गलाई उन चाला、 टारी बंवाषब हैं अजय कर ऴे लाणिय को राद भाद को प्रूर करा देड़ियों प्रूर के तंग हम छो प्रूर को जब हैं दोड़के लाद �
17:54सब्सक्राइब करते हैं, जब तक हम यहां पर हैं, एक लिए सेफ तो है, ऐसा करते हैं, सुभा हुदा ही हम यहां से चले जाएंगे, तब तक हम यही रहते हैं
18:24िए थनक तक हैं रियुक्ति पिरना हैं o cicis- से रखल है, उसनक देली हैं
18:41िएस!
18:54तरो
19:24तरुन, तुम ठेक दो
19:27राई
19:28समझाए
19:32राई
19:34राई
19:36राई
19:38राई
19:42राई
19:46राई
19:48राई
19:50राई
19:52राई
19:54राई
19:56राई
19:58राई
20:00राई
20:02राई
20:04राई
20:06सिंवरन
20:08राई
20:10बाभा का तूटका
20:12पूतोस तो बचा लेगा
20:14जवो मिस्स सार्यस से बच्छा पाएगा?
20:17सिम्ले, चलो, चलो.
20:19अनिमोन ओटल,
20:21उम्हें लोगके सवान अनिमोन ओटल में,
20:24मैं उनमें से एड़े स्टोम्नी कलूंगा?
20:44कि वी बच्छा पाएगा?
20:56कि वी भी नहीं इे कि वी उनमें ओड़े बग्ड़े जोगे झाला में दो जढ़े लिगागा,
20:58कि वी बच्छा पाएगागा?
21:03कि वी एड़े बच्छा पाएगा..
21:09पाएगागा ह।
21:12राज, मलहोत रहा
21:28अब तु मस्से बच कर कहा जाओगे
21:37मैं तुम्हारा पीशा तुम्हारे घर तो क्या
21:41जानम ठिक तुम्हार पीशा नहीं चुक़
21:54मिस्स चोप्रा?
21:56इसी बसुप्रा?
22:00अखिम मत्में..
22:01मिस्स चोप्रा?
22:03अखिम मत्में..
22:04अलाखेल बिसुप्रा?
22:06मिस्स चोप्रा?
22:11कई दो ?
22:23तुमहरी मात
22:25अ, हाँ, हाँ, हाँ
22:28I'll... I'll kill you
22:31I'll kill you
22:32प्लीज, आगे मटना, मिसि चुप्रा, प्लीज, आगे मटना, प्लीज, प्लीज..
23:02पो कुप कस अ, पो मोग मता पुरस हुआ हुआ हुआ है
23:16अज हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हर घर तर तो
23:28झाल
23:58तू सूल
24:28हम वापस वही आगए
24:39बाबा बाबा प्रीज अफे बचा लीचे
24:47वो साइरिस वो माया वो सब
24:49मैं सब जानता हूँ
24:51यह आत्मा का रचाया हुआ भ्रम है
24:55तुम लोगों कुट्राने के लिए
24:57मैंने कहा था यह बाहर खत्रा है
25:01बापा वो हमने गोलियों की आवाज सुनी तो हमें लगा कि
25:04साइरिस अभे ढूड़ता हुआ यहा ना पहुँचे बस इसलिए हम
25:07कोई बात नहीं मैं अनुस्ठान के लिए समगरी ले आया हूँ
25:14आप लोगों को मेरे साथ होटल चलना होगा पर वहां क्यों वहां तुमें तुम्हारे सब सवालों का जवाब मिल जाएगा
25:24इन्हें उन भूरी आत्माने मारा हैं लगता है वो यहीं कहीं है अब समय नष्ट करने का कोई लाव नहीं हमें अनुस्ठान सुडू करना चाहिए
25:53अन्हें करत्याय सुड़ करनी बहुद है
26:23तो वो तुम थे, हमारी गाड़ी तुम ने खराब करी थी
26:29बना मैं ऐसा क्यों करूँ गरूँ, मैं भी यही जानना चाहता हूँ
26:36सिमर्ण, याद है, हमें गाड़ी में कुछ ऐसे रंग बे रंगे मोती मिले थे
26:41आखिर आपने ये सब क्यों किया
26:53क्योंकि मुझे तुम दोनों प्रेमियों की जरूरत थी
27:05पर तुम लोग मुझसे भागना चाहते थे
27:12तुमारी गाड़ी खराब की
27:15जब तुम लोग कुंड से भागे
27:19तुम्हे वापस लाने के लिए मैंने काले यादू का प्रयोग किया
27:25इसका मतलब जंगल में हमने जो कुछ भी देखा
27:29माया, संजे, साइरस
27:32उस सब आत्मा का रचाय हुआ ब्रहम नहीं था
27:36वो मेरा ही रचाया हुआ भ्रहम था
27:41पर तुमने ऐसा क्यूं किया
27:43तुम ही हो वो अनमोल जोड़ी
27:45जो मुझे विनाशनी सित्थी प्राप्त करवा सकती है
27:50तुम्हें याद है ना
27:53रानी करुना की कहानी
27:55तो क्या वो भी आपकी कितारा जूठी थी
27:59नहीं
28:00उसमें एक बात जूठी थी
28:03रानी और सुपेरे को
28:07राजा देव कांत ने नहीं
28:10मेरे पिता राजप्रोहित
28:13कलेश्वर नाथ ने मौत के खाट उतारा था
28:17क्योंकि मेरे पिता भी
28:19विनाशनी सिद्धी प्राप्त करना चाहते थे
28:22और उसके लिए
28:25एक प्रेमी जोड़े की बली की जरूरत पड़ती है
28:28मेरे पिता ने गलत प्रेमी जोड़ा चुना
28:32रानी और सुपेरे का प्रेम तो सच्चा था
28:35लेकिन माहरानी के विवाहत होने के कारण
28:38वो पवित्तर नहीं था
28:40जिसकी सदा
28:42मेरे पिता जी को अपनी जान दे कर चुकानी पड़े
28:47पर अब कोई गलती नहीं होगी
28:55सिम्रादी यह सब पक्वास है
28:57तलो नहीं से चलो
29:00एक
29:01वाच
29:03सिम्रादा हमें कुछ नहीं होगा
29:09मैं तुम्हें कुछ नहीं होने दूगा
29:24तुम्हारा जी आंसु इस बात का सबूत है
29:26कि तुम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते हो
29:31रानी उन सब जोडों से नफरत करती थी
29:36जो अपने आपको कुवितर बंदन में बान तो लेते थे
29:40लेकिन एक दूसरे से प्रेम नहीं करते थे
29:43और वो ही उसकी नफरत का शिकार होते थे
29:46उसने तुम दोनों को नहीं मारा
29:49और अनजाने में मेरा काम आसान हो गया नहीं आप हमारी बली नहीं दे सकते
29:57क्योंकि राज मुझ से प्या नहीं करते
30:04ये तो सिर्फ इस रिष्टी के फर्स को निपा रही है
30:10मूर्ग
30:11तेरा पती तुमें बहुत प्यार करता है
30:14कल जब रानी ने उसको मारने की कोशच की
30:16तो तुम ने उसके प्रानों की रक्षा की
30:18जिसके लिए उसके रिदे में
30:23तुमारे लिए प्यारगांग को फूट पड़ा
30:26हमने बहुत समय नश्ट कर लिया
30:53का का कामार कुछ ड़िए अश्रा Watch
31:07झाल सब्सके लिए
31:17झाल सब्सके यजस तुमार का मारे उसके र PAUL
31:22एं राम धन की
31:42ज रुट जो
31:44मैं कहता हूँ रुप जाओ
32:07तुम लोग मेरा कुछ नहीं बिगार सकती
32:10मुझे पता था कि इन लोगों को बचाने के लिए तुम लोग आओगे
32:16विनाशनी शक्ती प्राप्त करने के बाद
32:19मैं सबसे पहले तुम लोगों का विनाश करूँगा
32:23कुछ नहीं कर सकते तुम लोग
32:40यह तुम लोगों कर दो दो लोगों कर दो मुझे लोगों कर दो दो दो दो है
33:02उन्हें खून बहुत पसंद है
33:05अगर आप चाहते हैं के वो आपसे दूर रहें
33:10तो इसका बहना बंद करो
33:12अब समय आ गया है
33:36नहीं अब समय नहीं आया है
33:40अच्छा कौन रोकेगा मुझे
33:43रानी करूना
34:06रान आ अष्टाओ क्या सकतotted है
34:25युवे रा-उन finden याणक है
34:34झाल झाल
35:04मैं तुम दोनों को मुक्ति दे दूँगा हमारी मुक्ति तेरे मृत्यू से जुड़ी है नहीं जोड़े की रक्षा पे पुन्य से हमें मुक्ति मिल जाएगी नहीं अब हमें तेरी को याभशक्ता नहीं पेरी तरफ मता हूं
35:34झाल झाल झाल
36:04सिम्रन, राज, आज तुम दोनों के प्रेव ने हमें मुक्त कर दिया
36:09सिम्रन, राज, आज तुम दोनों के प्रेव ने हमें मुक्त कर दिया
36:25करुणा के विवाहित होने के कारण हमारा रिष्टा पवित्र नहीं था और इसी पाप के फल स्वरूप हम प्रेत योनी में बटक रहे थे और हम उन सभी जोडियों की हत्या कर देते जिनके रिदय में एक दुसरे के लिए प्रेम नहीं था पर आज तुम दोनों से मिलने के
36:55हमें अपनी गलतियों का एसास हुआ हमने तुम दोनों के प्राण बचाने का संकल्प किया मगर इस दुस्त तांत्रिक ने हमें ये करने से बार बार रोका आज तुम्हारे प्राणों की रक्षा करने के पुन्ने से हमारी मुक्ती संभव हुई है भगवान तुम्हारी जो�
37:25सिम्नुन मैंने तुमारे साथ फेरे लेते वक्त साथ वाचन लिये थे
37:45पर वो तो पंदत ने बोले थे ना पिर वही बात है ओकी आम रिली सॉरी काहो क्या क्या क्या ना चाहते हूं आज में काथ वाचन लिना चाहता हूं मैं तुम्हें बहुत बहुत खुश रखूंगा साथ जन्मों तक
38:15कर दो

Recommended