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भारतीय सेना कैसे खुद को बना रही आधुनिक? इस रिपोर्ट में देखिए

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00:00जवान हिंद के रहो अडिग डटे, निशान शत्रुकान जब तक हटे, नमस्कार, जैहिंद, बंदे मातरम, मैं हूँ श्वेता सिल
00:09भारत की जटिल सरहदों से हम एक बार फिर आपके लिए भारत की पराक्रम शौरिका किसा लेकर आए
00:17जिस तरीके से इन जटिल सरहदों की रक्षा हमारे सैनिक करते हैं, भारत की सेना करती हैं
00:24वो हम सब देखते रहते हैं लेकिन जो नए समय का युद्ध है, जिसे न्यू एज वॉरफेर कहा जाता है
00:30उसमें किस तरीके से ढ़ले उन चुनोतियों का सामना किस तरीके से किया आज पूरा खिस साथ को सुनाएंगे
00:53इस सरहक पर हिंद के वीरों ने आजादी के बाद के पहले युद्ध में दुश्मन को धूल चटाया था
01:00इसी सरहत पर आज भी हिंद के वीरों के पराक्रम से तिरंगा शान से लहराता है
01:10हर सेनी की एक मनोकामना होती है कि हम दुश्मन को मून तोड़ जवाब दे सके और वो मुका हमें मिला और हमने वो कर दिखाया
01:30जम्मो कश्मीर में ये लाइन ओफ कंट्रोल गवाही दे रहा है भार्दी असेनकों के शोर्यका
01:39कहानी कहता है शूरवीरों के संकल्प का
01:42किस्सा कहता है उनकी पहादूरी का
01:47हमारे जमान 24 गंटे 24 और 7 तयार रहते हैं दुश्मन देश को मुक्तोड जवाब देने के लिए
01:57और हमने वही कारवाई की जिससे दुष्मिन देश का पराप पर हमने फायर का जवाब फायर से दिया और दुष्मिन देश का मरॉल डॉन कर दिया और हमारी फोज का मरॉल अपर रहा
02:07कभी भी दुश्मिन देश आगर हमारे दुपर आँख उठा के देखेगा था हम पर आप पर जवाब देंगे भारत के युद्धा प्रण से डिगते नहीं, तायत्व से हटते नहीं, देश के लिए सर्वस्व करते हैं नियोच्छावर
02:37ओपरेशन सिंदूर एक ऐसा ओपरेशन था, जहां भारत ने आतंक के अंत के लिए सरहत पार आतंक की ठेकानों पर आक्रमण किया, उन्हें द्वस्त किया, ये जानते हुए कि दुश्मन तिल मिला कर पलटवार करेगा, और जब उस ने किया, तो हम तयार थे
03:37सुनाएंगे. अब सिंदूर के बाद पहली बाद उस क्षेतर का पूरा ब्योरा, जहां तोप के गोलों से लेकर आतंक के ड्रोन्स के हमले को भारतिय सैनकों ने नाकाम किया, हम आपको वरतमान का मुकाबला भी दिखाएंगे, भविश्य की तैयारी के बारे में भी बताए
04:07हैं, उन्हें आटमेटेड तरीके से ये डिटेक्ट कर सकता है, ड्रोन जैसे जो छोटे लक्ष होते हैं, उन्हें पूरी तरीके से नेस्तनाबूद कर सकता है, चाहे वो कितनी ही संख्या में इसके नजदीक आए, तो यानि आप समझ लीजिए कि भारत की जो सरहदें हमारे
04:37भूमी तक सीमित नहीं है, और नहीं थल सेना की भूमे का इंतारों तक सीमित है, खत्रा अब आस्मानों की उचाईयों से भी आता है, और इसलिए लडाई का दाइरा बहुत विस्तरित हो चुका है, भारत के पास कई वायू सुरक्षा उपकरण हैं, जो अलग-अलग प्रन
05:07यह L-70 Air Defense Gun है, इसने ओपरेशन सिंदूर के दोरान अपना लोहा सावित किया है, कुछ समय पहले भारत ने इसको सोदेशी रूप से तैयार किया है, ओपरेशन सिंदूर के दोरान इस इलाके से गुजनने वाले ड्रॉन्स को एफेक्टिवली इंगेज किया है, तता बरवा
05:37इसका जबरदस्त आधुनी की करण हुआ है, इसका उत्पादन अब भारत में होता है, यह अब एक semi-automated system है, जिसमें लक्ष को automatic तरीके से हासिल किया जाता है, इसमें लक्ष को track करने की क्षमता है, इसमें digital display है, यह रेडार से भी लैस है, सबसे बढ़कर यह युद्ध स
06:07बनाती है, पहला इसकी mobility यानि ये एक जगे से दूसरी जगे आसानी से ले जाया जा सकता है, दूसरा इसकी ruggedness यानि ये टिकाओ और मजबूत है, तीसरा इसका quick setup time यानि इसे बहुत तेजी से इस्तमाल के लिए तैयार किया जा सकता है, ये drones के विरुद्ध रोल के लिए त
06:37इसका इस्तमाल ओप सिंदूर के समय किया हमने?
06:41यस मैम
06:41और क्या मतलब डे नाइट सब समय ये पूरी तरीके से जो भारत ने कुछ समय से पहले अपग्रेडिंग किया, इसी कारण से इसको डे नाइट दोनों समय तार्गट के एंगेज करने में बादत मिला
06:56तो एक तरह से ये हमारा स्वदेशी हथियार है
06:58स्वदेश हथियार
06:59हाला कि हम आपको साथ ही ये भी बता दे कि भारत ने सरहत पर प्रलेयंकारी एर डिफेंस सिस्टम्स लगा रख्ये हैं
07:09जो दिन हो या रात हो दुश्मन की हर हरकत नाकाम करने के लिए तप पर है
07:15ये एक वर्टिकल टेक ओफ और लांडिंग ड्रोन है जिसकी शमता इस तरह की जो एक्स्ट्रीम परिस्थितियां होती है
07:23टेरेन हो टेंपरिचर हो उसमें बहुत अधिक बढ़ जाती है और भारत की सेना को बहुत अधिक शक्ति देती है
07:31दरसल पिछले कुछ सालों में बहुत ही खामूशी से भारत ने अपने स्वदेशी करण के कारिकरम को बहुत तेजी दी है और आज की तारीख में इस तरह के सविलेंज ड्रोन हैं वो बहुत ही अधिक भारती असेना के हाथों को मजबूत करते हैं
07:49नश्ट करने से पहले टोह लेना ज्यादा जरूरी है और ये भूमिका भारत के सर्वेलांस ड्रोन्स निभाते हैं भारती असेना ने बीते कुछ वर्षों में इस पर खास सोर दिया
08:03नकिवाल अलग अलग भूमिकाओं के लिए ड्रोन्स को विक्सित करना बलकि ड्रोन्स पर ट्रेनिग
08:08ड्रोन्स अटाक के लिए भी होते हैं और तोही भूमिका में भी होते हैं ये एक सर्वेलांस ड्रोन है
08:18यह एक हमारा सर्विलिंस डोन है जिसकी डे और नाइट कैपबिलिटी है यह आत्मिनरवर भारत मेकिन इंडिया के तहद बनाये गया है और इस डोन ने हमें आप सिंदूर में काफी हद तक महरत हल्प की है ताकि हम अपने टागेट्स और अपने दुश्मनों को निस्तनभू
08:48भारत के डोन्स ने दुश्मन के क्षेत्र में विद्वन्स भी किया और दुश्मन के इरादों को भाप कर अपने क्षेत्र की रक्षा भी किया
08:57दुश्मन के शड्यंत्र का सामना भारतिय सेना पहली बार नहीं कर रही है
09:10ये पाकिस्तान के घुस पैठे उनी सो से तालीस आड़ीस के युद्ध में घुस आये थे
09:15लेकिन उन सब से वापस इन क्षेत्रों को इन पहाडियों को छुडाने का काम
09:20भारतिय सेना ने उस समय कर दिखाया था जब देश बिलकुल आजाद हुआ था और ये भारत का पहला युद्ध था
09:28और इसी लिए जब भी कोई नई चुनोती आती है उससे पार पाना हमारी सेना अच्छी तरीके से समझती है
09:35उसमें अच्छे तरे के से सक्षम है, वो उपकरण भी है, वो हतियार भी है और वो जजबा भी है
09:411947 में भारत की स्वतंदरता के साथ ही भातिय सेना ने पहले युद्ध का सामना किया था
09:53जब कबाईलियों के मुखरते के पीछे पाकिस्तानी सेना ने कशमीर हासल करने की जुर्रत की थी
09:59ये पहार आज भी उस विश्वास धाब की कहानी कहते हैं और भारत के वीरों के शौरी की कहानी भी बया करते हैं
10:10टीटवाल का सामरिक महत्व ऐसा था कि पाकिस्तान बार बार वहाँ दाखिल होने की कोशिश करता रहा
10:16लेकिन हिंदुस्तान के सैनिकों के आगे बार बार घुटने टेकने पर मजबूर हुआ
10:22बैटल आफ टीटवाल में उसके मनसूबे कमपनी हवलदार मेजर पीरू सिंग शेखावत के शौरिय से टकरा कर चकना चूर हुए
10:30और जब रीच मार कली के जरिये उसने फिर टीटवाल हासिल करने का प्रयास किया तो लांस नाय करम सिंग के पराकरम से हार गया
10:42इस जगे के लिए लड़ी गई लड़ाई वो एक लौती मुहिम है जिसमें दो सैनिकों को परमवीर चक्र से नवाजा गया था
10:53कमपनी हवलदार मेजर पीरू सिंग शेखावत और लांस नाय करम सिंग दोनों को वीरता का सर्वोच सम्मान मिला
11:03शायद इसके पीछे कारण ये भी है कि इस इलाके की कठनाई इतनी है कि यहां युद्ध की चुनोतियां कई गुना बढ़ जाती है
11:13दुनिया में कोई भी सेना होती है उसकी परंपरिक भूमिका होती है युद्ध लड़ना भारतिय सेना की परंपरिक भूमिका भी युद्ध लड़ना ही रहा लेकिन इसके साथ ही जब आतंक ने अपना सर उठाया तो भारतिय सेना की एहम भूमिकाओं में आया
11:30Anti-Terror Operations
11:32समय के साथ
11:34जिस तरीके से
11:36चुनोतियां बदलती है
11:38भारतिय सेना की
11:40जिम्मेदारियां बदलती है
11:42कुछ हथ तक Flug ट्रेणिंग बदलती है
11:44लेकिन किसी भी चुनोति
11:46किसी भी कसोटी पर
11:47खरा उतरती है भारतिय सेना
11:49आज यहाँ तैनाथ टुकडी की प्राथमिक भूमिका ये है कि किसी भी तरीके से कोई सरहत पार से घुसपैट न कर सकते
12:00लेकिन ओपरेशन सिंदूर के बाद जिस तरीके से एक नया खतरा पेश आया
12:05हिंद के सपूतों ने उस खतरे का भी बहु भी सामना किया
12:10अपरेशन सिंदूर पहल गाहम अटाइक का एक मूतोड जवाब था तो वैसे हम 24 इंटू 7 इंटू 365 डेस अलट रहते हैं
12:19और हम कोशिश करते हैं कि हम ओपरेशन की तियारी पे रहें तो ओपरेशन सिंदूर के दूरान जैसे ही एनिमी ने अपनी आटी फायर खोला हमने जो की बहुत एफेक्टिव नहीं थी
12:30हमने अपनी आटी फायर से उनको सप्रेश कर दिया और उसके बाद ने जैसी स्मॉल लाम साय खोला तो हमने दस गुना जयादा फायर पाऊर से उनको ओब पावर कर दिया हम ये आशवासन देते हैं कि हमारी सर्विलेंस गरिट हमारा स्विलेंस केमरा जो भी तक्नीकी नए
13:00भारत ने जब पाकिस्तान के भीतर आतंकी धिकानों को ध्वस्त किया तो साथ ही ये संदेश दिया कि हमारा मकसद केवल आतंक के धाचे को खत्म करना है
13:10ये कारेवाही नपी तुली, नॉन इसकलेटरी, अनुपातिक और जिम्यदारी पूर्ण है
13:21ये आतंकवाद की इंफ्रस्ट्रुक्चर को स्माप्त करने और भारत में बेजे जाने वाले संभावित आतंकवादियों को अक्षम बनाने पर केंदरित है
13:32लेकिन भारत को ये अच्छी तरह मालूम भी था कि दुश्मन पर भरुसा नहीं किया जा सकता
13:46हुआ भी है भारत ने आतंक पर वार किया तो पाकिस्तान ने हमारे सेन्य ठिकानों को निशाना बनाए
13:53संदूर के समय आपका एक्सपीरिंस क्या था किस तरीके से अट्यक को आठाक वा था और यह एक नया तरीका था लेकिन आप लोगोंने कैसे फाइट बाग किया
14:07जैसे कि मैं फारवड पोस्ट में पोस्ट कमड़ था और सभीक साब से जितना मेरे का एक्सपीरेंस था उस साब से मैंने अपने जवालों की सबसे पहले रक्षा की उनके बताया कि डर्ना नहीं है गोली का जबाब गोली से बाम का जबाब बाम से देना है ऐसे तरफ जब हमे
14:37फेर भी मैं पोस्ट कमाडर था मैंने अपनों जबानों के समझाया कौश्रा दिया उनको और कैसे बार करना है और उनके हमने मूर तोर जबाब दिया उनके फेर का
14:45किवल इतना ही नहीं पाकिस्तान ने तो भारत के नागरे के लाकों पर जोरदार गोला बारी शुरू कर दी
14:57इस पूरे जिले को अगर देखें तो यहां अनुमानित 147 घरों को नुकसान पहुचा
15:06भारत ने 2021 से इस क्षेत्र में सीज फायर लागू रखा था
15:11लेकिन दुश्मन ने आतंग परवार का बदला भारत के नागरेकों से लेने की कोशिश की
15:17बहुत ज़्यादा शेलिंग हुई थी उस दिन जिसकी वज़ा से यहां पे दो मकान फुली डिमेज हुए और कम सकम 23 मकान जो है पार्शली डिमेज हुए
15:29अचा बदला ऑलनआ यहां हिड हुए अगर यह पेड नहीं होता तो इस मकान को हिट हो जयता यहां ऑचा बज़ गया और इसी वज़े से यहां पे यह ज़ग द synnig से भॉगज हों अपे टू सबक्सान हुए निको यह ने हैं अग तो तीन तो इसी फैमिलीग है जैसे यह �
15:59पर रहने वाले आम नागरिक भी देश के सिपाही होते हैं क्योंकि इतने खत्रों के बावजूद वो अपनी जगे पर डटे रहते हैं और इन नागरिकों का भरूसा है भारत की सेना जो ढाल बनकर इनके साथ रहती है
16:22इंडियन आर्मी आर्मी के साथ है नोचाने को दी आप राटन दी तो हर एक चीज़ दिया पांच टीन की शीटें दी घर बनाने के लिए थाट पुरा तूटा पड़ाए जैसे रोड में पहारियों जैसे आगे क्या कर सकते हैं कुछ मदद करो हम एंडियन आर्मी के शुक्रि
16:52जिसकी वज़े से लोगों की जाने बची क्योंकि अगर वापसी में जवाब नहीं मिलता तो हो सकता है ज्यादा डेमेज हो जाता
17:01आतंक के विरुद्ध कटिबधता
17:06राश्ट्र रक्षा की प्रतिबधता
17:11कर्टब्वे की द्रड़ता
17:15भारतिय सेना की खीची इस रेखा को कोई दुश्मन पार नहीं कर सकता
17:21हर चुनोती को परस्त कर भविश्य का भरोसा है भारत की सेना

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