00:00खुस्वहा वोट बैंक बिहार में राजनेतिक दलों के लिए हॉटकेक की तरह है।
00:05दोनों ही गटवंधन कुस्वहा वोट बैंक को साधना चाहते हैं।
00:10इसके लिए जोराजमाईस भी जारी है।
00:13कुस्वहा राजनीती में हाल के कुछ वर्सों में ससक्त जाती के रूप में होकर उबरी है।
00:21देखे राश्टिय जनता दल हमेशा कुस्वहा समाज के परती है।
00:25तिर्वेनी संग जो पिछड़ा का एक बड़ा संगठन बनाया गया था।
00:33उसमें कुस्वहा जादव और अन पिछड़ी जातियों को मिला करके जो तिर्वेनी संगठन था।
00:40उसको राश्टिय अध्यक लालो परसाजी ने हमें साथ तरजी दिए।
00:44इस बार के लोकसभाचिनव में राश्टिय जनता दल की और से तीन कुस्वहा उमिद्वार, माले की और से एक और व्याइपी की और से एक।
00:54महागडवन्ना चालिस स्रीटों में पांच कुस्वहा उमिद्वार दिया।
00:58जबकि NDA की और से सिर्फ एक। इसी से समझ लिजिए कि हम वास्विक रूप से किसी के साथ राजनितिक कारणों से नहीं, उनके साथ अपना जुडाओ वास्विक रूप से रखते हैं।
01:15जीत कराए एक। माले से एक, राजत से दो जीत कराए। इसी बात है हमारे जो संसदिय दल के नेता है कुस्वहा समाज से अभैकु कुस्वहा जी है। इसी समझ लिजिए कि हम कितना इस समाज के परती सम्मान का भाव रखते हैं।
01:45सन 1995 से जब आप देखेंगे कुस्वहा समाज की भागीदारी, हिस्यदारी या उसका समर्पन तो वह NDA के तरफ ही है।
02:15सम्मानित श्री उपेंदर कुस्वहा जी इसी गटबंदन में है, आरले में। तो आपको ये धारा दिखाई नहीं देता।
02:31सम्मानित श्री इसी गटबंदन में।
02:33लोकसभा के चुनाव में हमारी NDA ने चार टिकट दिया।
02:35जिसमें एक आदर्री उपेंदर कुस्वहा जी लड़े।
02:37एक संतोस कुस्वहा जी पुर्निया से लड़े।
02:41एक सिवान से विजय लक्षमी जी लड़े।
02:43और मालमीकी नगर से सुनिल कुमार जी लड़े।
02:45जो चुनाव जीत करके लोकसभा पहुंचे है।
02:49हमारी बड़े विजय लक्षमी जी सिवान से और सुनिल कुस्वहा जी बालमीकी नगर से।
02:55दो सिट हम लोग चुनाव हार गये।
02:57अगर सपना देखते हैं, तो सपना जब टूटता है न तास के पत्ते की तरफ बिखर जाता है।
03:04हमारा समाज कहीं नहीं जाने वाला है।
03:0795 के जिंदा राज को जब हम लोग याद करते हैं, तो दर जाती है हमारी समाज।