00:00प्यार में बढ़ते क्राइम पर विवादत बयान देने वाले एडी जी कुंदन कृष्टन ने अब माफी मांग ली है
00:05किसानों को अपराधी बताते हुए कुंदन कृष्टन ने कहा था कि किसान गाई और अन्यदाता का किसी अपराध से कोई लेना देना नहीं है
00:12यह अब कह रहे हैं विवादत बयान पर विहार के एडीजी माफी मांग रहे हैं और वो यह कह रहे हैं कि मैं हमेशा से किसान और अन्यदाता का सम्मान करता रहा हूँ
00:22मेरे पूर्वज भी किसान थे अगर किसी को मेरे बयान से ठीज पहुची है तो उसके लिए मैं श्रमा प्रार्ती हूँ
00:28देखिए यही हैं एटीज जिन्होंने कुछ पहले एक बयान दिया था जिसको लेकर काफी चार्चाय हुए थी लेकिन अभी क्या कह रहे हैं यह सुनते हैं
00:37कुछ अनश को तो मरव्ण कर प्रस्तूर्थ किया गया और इससे एक विवाद खड़ा हुआ है
00:53मैं अपना विचार को आपके सामने साज्धा करना चाहता हूँ
00:58मेरे द्वारह जो वकतव दिया गया उसका तात पर यह नहीं था
01:03कि हमारे देश के किसान भाइ
01:05हमारे अंदाता का किसी तरह से अपराधिक घटनाओं से कोई लेना देना है
01:12बलकि वे हमेशा हमारे सम्मान के पात्र हैं और रहेंगे
01:20मेरे पुर्वज भी सभी किसान थे और मैं अपने गाउं और कृष्टक समाज से गढ़ा समंध रखता हूं
01:28और जुड़ा हूँ पर तेक अपराधि घटनाओं के पीछे सिर्फ अपराधि होते हैं और उनका कोई जाती या धर्म नहीं होता है
01:37मेरे मन में किसान के प्रती काफी आदर भाव है
01:45लेकिन फिर भी अगर मेरे वक्तव के द्वारा किसी को भी ठेंस पहुचा है
01:53तो उसके लिए मुझे खेद है और मैं इसके लिए चमा प्रार्टी हूँ
01:58लेकिन ऐसा क्या वक्तव्य दिया था एडिस आपने किसानों को लेकर जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ था वो भी सुनिये
02:10में जून में ज्यादा मर्डर होते आई है वरसों से
02:17एप्रिल में जून जब तब बरसात नहीं होती है यह सिलसिला जारी रहता है क्योंकि जादे तर किसान को कोई काम नहीं रहता है एक
02:26असी लाक में जरूर पांच लाक नव्यूवक होंगे यह वर्ग जो है वह वहुत वर्णबुल होता है और मुझे कोई संकोच नहीं कहने में कि समाज
02:37को कि अपने दाइद निभा नहीं रहा है नपरिवार के बड़े लोग निभा रहे हैं कि उनके बचे क्या करना नव्यूवक क्या करना पढ़ने गये हैं तो पढ़ाई कर हैं कि अपराथ के दुनिया में इंटर् करना है