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  • 2 days ago
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Ssshhhh... Phir Koi Hai is a chilling Indian horror anthology series that captivated audiences from 2006 to 2009 on Star One. Each episode delivers a unique spine-chilling story, ranging from haunted houses and vengeful ghosts to demonic entities and cursed villages. With iconic characters like Aryamaan and thrilling multi-part sagas like 'Intezaar' and 'Trikaal,' the series blends suspense, supernatural horror, and gripping narratives. Perfect for fans of eerie tales, this nostalgic gem explores the unknown with unforgettable scares. Stream episodes on Disney+ Hotstar or relive the terror of classic Indian horror!"

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Transcript
00:00अब तो ये हवेली ही आपका घर है पल्लवी
00:14हमारा नाम पल्लवी नहीं कल्यानी है
00:22पर हो तो वल्लब घर की राज कुबारी
00:24अब सिर्फ तू और मैं
00:30अब तुझे कोई नहीं बचाएगा खल्यानी
00:33अजिंग क्या भी नहीं
00:47अब अभी
00:48अब जाओ
00:54लिकर जो यहां से
00:59अब जाओ
01:01अब जाओ
01:03अब जाओ
01:07अब जाओ
01:11अब जाओ
01:13तो युँँँदार यहां आई
01:15दैजा, यहां आई किसा!
01:20दैजा, आ मैंने बाट सुने दैजा!
01:26दैजा, दैजा, फ्लीज, दैजा, फ्लीज खूले।
01:29प्लीज हमेरे या सेने काल did.
01:31प्लीज, दैजा!
01:33प्ली दैजा!
01:38दैजा!
01:45आपको कि अज़ादी के साथ आपकी अज़ादी हमेशा के लिए खत्म हो गए
02:10कैसे?
02:13क्योंके हम आपको कभी अकेला छोड़ेंगे नहीं हमेशा अपने साथ रखेंगे या फिर अपनी यादों से बांधे रखेंगे इसी नहीं सोच लिए यही आपका आखरी मुख़ें ऐसे हसीन कैद के लिए हम तयार हैं कुवर साहब आपने तो बसकल्या हम जानते हैं कि हमारे
02:43इसी के पीच के फासले हम और करीब लाए हैं ऐसी हो नहीं सिदा हो मतल्दा मत और आप भी
03:13आज के बाद हमारी इजाज़त के बगएर राज कुमारी कल्यानी इस हवेली के बाहर नहीं जाएगी
03:27हम नहीं चाहते के वो वल्लबगड के लोगों से मिलें और नहीं पल्लवी की आत्मा से
03:35दरासल यह हम उन्हीं की बहलाई के लिए कर रहे हैं
03:41क्योंकि हम नहीं चाहते कि ऐसी नाज़क हालत में कहीं वो अपनी मन मानी कर बैठे
03:48और हाँ अगर किसी से भी गुस्ताखी हुई किसी से भी
03:56तो याद रखिये हम से बुरा और कोई नहीं होगा
04:05आप लोग समझ रहे हैं
04:08जो
04:11बेटा कल्यानी को निगरानी में रखे हम बिल्कुल ठीक कर रहे हैं
04:22और ना पल्लिवी इसे छोड़े की नहीं
04:25भगवान आप तीनों को सलमत रखे
04:28आपको बहुरानी को अवल्लब कड़ के वारस को
04:34आपको अवल्लब कर रहे हैं
04:41कर दो कर दो
05:11कल्यानी का इस हालत में जहां रहना मौत को दावत देने जैसा है
05:33कल रात से पहले तुम्हें उसे किसी भी तरह महल से बाहर निकालना होगा
05:42तब तक हर पल तुम उसके साथ रहोगी
05:49ताकि हम तुम्हारे जरीए उसे सला दे सकें
05:58क्या करें यह इत्ती रात गया के लिए चला आजा
06:10पावडी होगी है क्या तुरगोपत्त गूतलीं को उम्मरीय अवल्ल अबगळमें बेट्जा
06:25पल्ले भी तुम धेली रुखो
06:55अबरी अजिंके के दोरा कल्यानी को अपनी कैद में कड्डिया है
06:59कल्यानी को कैद करने से क्या होगा
07:01उसके पेट में तो वललपकड का वारिस है
07:04मुझे दोनों की जानी चाहिए
07:07मा और पच्चे की
07:11अजिंके के हाथों मरवा दे उन्हें
07:13नहीं
07:14नहीं
07:16हम आजिंके से कुछ भी करवा सकते हैं
07:20मगर उनके हाथों को
07:23खुन से नहीं रंग सकते हैं
07:25पेवकूफ मतमन
07:26यही रास्ता है
07:29उसे पहली की तरह कुछ भी आतनी रहेगा
07:32वो सब तो ठीक है
07:36मगर वो दरो का जुचर सी
07:39वो तो पहली सी आजिंके के खलाफ है
07:42अगर उसे कुछ पता चल गया तो
07:45नहीं
07:47नहीं
07:48हम आजिंके को कुछ नहीं होने देंगी
07:50कुछ नहीं होने देंगे
07:52जारो का जुचर से ही
07:53ठीक है
07:56पहले मैं उसे निप्टा दी हूँ
08:12क्रूमनाम हेम कोई
08:28क्रूमनाम है कोई
08:30क்रूमनाम है कोई
08:31कि अजान है कोई
08:34रूक रूक रूक रूक
08:38कहा है हो गया
08:41क्या
08:45मंदिर आज शनीवार है
08:47शनीवार को मैं मंदिर ना जाओं
08:48हाट डूटी है ना
08:51अच्छा बाई अच्छा चल चल
08:53चल लेके चलता हूं चल उतर
09:04कीज़ा ना सकतfrage अग्यार
09:12विसरव इसे आजिवार मतुमा किया
09:19कोरी अच्छाल गया आड़े थे खेते हैं
09:25कåå
09:28क्सकी अच्छाल
09:30को ग्대द आषट आच्छा
09:31क्जRO
09:32झाल झाल
10:02तुम कितनी प्यारी हो बिटा
10:21मने तुछे कुछ बात करनी है तुम बेठना बिटा
10:30तुम दिमाग में बहुत दिनों से कुछ चल रहा है
10:48मने लागे है कि उन सवालों के जवाब तुम्हारे पास है
10:58प्तापता में उस खमेली में क्या है
11:08झाल झाल
11:38प्राइब प्राइब प्राइब प्राइब
12:08हमें शक है कि कहीं अचिंकिया पर पल्लवी का साया
12:14इसलिए हमें जल से जल बुजं का पता लगाना होगा
12:20वही तांत्रिप जिसमें पल्लवी को मारा था
12:23शायद वो फिर से आपको बुजं का पता मालूम है
12:27मता तो हम लगा लेंगे पर उसके लिए ये पिंजरे को तोड़ना होगा
12:35हमारी बात सुनिए
12:37झाल झाल झाल
13:07रुक जाओ बहुरानी
13:32आपका इस हवेली से बाहर जाना मना है
13:38तो अजिंक्या हमें यहां कैद करके रखना चाहते हैं
13:42क्यों?
13:43आपकी भलाई के लिए
13:44बाहर का महौल ठीक नहीं है
13:47यहां कौन सा महौल ठीक है?
13:49हम नहीं रुकेंगे
13:50हम जा रहे हैं
13:52चलिए
14:00नहीं हम नहीं जाएंगे अंदर
14:02छोड़ी अंदर
14:03गोदाबरी
14:04तुम्हारी हमत कैसे हुई हमारी घर की बहुरानी के साथ सोर सपर तस्ती करने की
14:12ताईजे
14:14ताईजे
14:16ताईजे इस अब क्या हो रहा है
14:20आओ बेटा
14:22हम आपको संझाते
14:24आप लोग जाए
14:26जाकर अपना काम कीजिए
14:28बेटा
14:36सबसे पहले तो हमें हमारे जूट के लिए में माफ करता हूँ
14:40यह सब कुछ हमने आजिंके की कहने पे किया
14:45आजिंके नहीं चाहते थे कि आपको पल्लवी की बारे में कुछ भी बताया चाहे
14:50हम चानते हैं
14:52आजिंके यहां के कुबर होने के साथ साथ
14:56हमारे बेटे जैसे हैं
14:58उनकी बाद हम कैसे टाल सकते थे
15:00यहां किसे टाल सकते थे
15:02फर दाईचा आपने हमें भी तो बेटे का आय है
15:05अप हम पर इतना सारा सुर्म होते कैसे देख सकती है
15:09पदाने क्या हो गया जिंके के
15:12अइसे में आपको कहीं जाना ठीक नहीं है
15:17दाईचा हमें यकीन है
15:19अजिनके पर पल्लवी का साया है
15:22वन्ना वो हमारे साथ ऐसा सलू कभी नहीं करते
15:27हो सकता है
15:32हो सकता नहीं है
15:33इसलिए तो हम भुजंग के पास जाना चाहते हैं
15:37भुजंग?
15:41हाँ, वो पल्लवी को फिर से मार के
15:44हमारी सारी मुश्किले दूर कर देंगे
15:46नहीं बेटा, ऐसा मुनासिप नहीं है, पल्लवी आपको भुजंग से मिलने नहीं देगी, पल्लवी हमारा कुछ नहीं बिगाड सकती,
16:06इस दावी इसके वज़े से, इसके वज़े से ही तो आज तक पल्लवी हमारे करीब भी नहीं आ पाई,
16:16बेटा, ज़रा ये तो पता ना कि, ये तावीज आपको दिया किसने,
16:26राज माता उजवला देवी की रूह ने,
16:30ये आप क्या कह रहे हैं, आज इंकी कि मा राज माता उजवला देवी की रूह,
16:36पहले हमें भी यकीन नहीं हुआ, पर जब से हमारे साथ इतना कुछ हुआ है,
16:46हम तो किसी चीज़ को जुटला ही नहीं सकते, इसलिए तो हम ये तावीज कभी नहीं उतारते,
16:53इस तावीज को कभी मत उतारिएगा, फिलहाल तो बिल्कुल मत उतारिएगा, कम से कम आने वाला भविश्चत सुरक्षित रहेगा,
17:08कौन है?
17:23कौन है
17:53मासा का होकुम जो जारे बचना नहीं चाहिए
18:05सो होकुम मासा
18:16खमागड़े हुकुम इतने सुबह सुबह यहां कोई नहीं मुसिबत
18:28आपके सिपाई को समझा दिया गया है कि उसे कैसे सुझाया जाए
18:37सब पहलियों में ही बाते करें इसके पहले कि तेरी जिंदगी एक पहली पुंड़ा वे
18:51तो यहां से अपना तबादला करा ले जुझछर
18:56जब इटा
18:58इस वल्लब गड़ पे भूत प्रेप का साया है
19:28जुझर सिंग का हिसाब तो पूरा हो जाएगा बस तो अजिंग्या को संभाल
19:40मुझे कुछ वक्त और तो
19:44देख चुकी मैं कि तू कल्यानी के गले में सिताबीज भी नहीं उतरवा पाई
19:51प्रांजला वो दुछ पे तो बिलकुल भरोसा नहीं करती है
19:55एक तरीका है
19:59कल्यानी के गले से ताफीस उतरवाने का
20:09मैं तो यहां से जा रहा हूँ तू भी निकल ले बेटा का सीटे
20:23बाद में भूद बनकर न मिल जाना
20:27हुजूर आप बल्लब गड़ से छुटकारा पाना चाहते हो
20:33हाँ जितने जल्दी हो सके उतनी
20:39हुजूर आप हमारे सीनियर होजी और आपका हुक्म सराँखों पे है
20:46मैंने कहा था ना कल्यानी को मार डाल अब तू मर पल्लवी के श्राप का अगला शिकार
21:14चुच्छर सिंग
21:24पाबला हो गया के
21:44कज दो एंग
21:52कज दितने
21:54कज देड押ि़ आव
21:58कैसितने
22:00कसी ते, कसी ते
22:30हमारे सारे जानवर मर रहे हैं, फसाल उजड रही है, पानी सूख रहे है, और अब अपनो मर्बा को उन्ती जा रहे है, सुनो भाईयो, आज रात अपन हवेली पे धाव बोलेंगा, और थोटी भाईयो, जोधरी पागल मत बन, हमें कोई और उपाय सोच ना होगा, थोड़ी �
23:00गान खोल कर सुन लो, आज के बाद, अगर किसी ने भी हवेली आने की जुर्रत की और पल्लवी का जिक्र तक किया, तो याद रखिये, हम से बुरा कोई नहीं होगा,
23:17अगर कल सुबह तक थाने छोटी बावरानी को सहर में कोनी बेज़ो, तो हम सब, तो,
23:34कोवर साब बस बहुत हो चुका, अब और नहीं, आप मामले की गंभीरता को नहीं समझ रहे, हम इन लोगो अब और नहीं रोक सकते, समझ रहे आप, तो फेर आने दो हवेली,
23:47एक-एक को देख लूँगा,
23:59करम जलो, ये गड़ी फूट की आखरी कील, कुमर अजिंक्या सिंग, तुमारा काल, मुझे इन लोगों की आखों में नजर आ रहा है, और इन लोगों का काल?
24:17तुमारी आखों में!
24:19तुमारी आखों में!
24:21तुमारी आखों में!
24:23तुमारी आखों में!
24:25तुमारी आखों में!
24:27तुमारी आखों में!
24:29तुमारी आखों में!
24:31तुमारी आखों में!
24:33तुमारी आखों में!
24:35तुमारी आखों में!
24:37तुमारी आखों में!
24:39तुमारी आखों में!
24:41तुमारी आखों में!
24:43तुमारी आखों में!
24:45तुमारी आखों में!
24:47आज रात सूरज जलने के बाद यह से हम निकल जाएगे स्टीशन की और जो भी हो इस ताविस को कभी मत उतारना
25:17तो तू राजमाता की आवास थी तू तूने आज तक कल्यानी को बचाए रखा है ना
25:32राजमाता ने तुझे ढाल बनाकर मेरे हरवार को साया किया हरवार को अब अब राजमाता की आवास भी नहीं रहेगी
25:46चल
25:48चल
25:49लग कहाएएब
25:50प्सक्रीक प्सक्रीक
26:20आप क्यो आईगा तो मेरे पास?
26:26आज रात कल्यानी खुद तेरे पास चल करेंगी भुचंक
26:29तुझे पस अपनी शक्ती से उसकी गले में पड़े हुए ताबीस को निकालना होगा
26:37और उसके बाद उसका सर तेरे पेड पर लटकाने की जिम्मेदा है
26:45मेरी
26:50आज कल्यारी कान तो का और तेरे नहाजनम
27:20राज माता के किये के सजा तुझे सरूर मिली जब जब उसने कल्यानी को बचाने के लिए तेरी मदद ली है
27:46तब तब उसने आजिंकी के चान को खत्रे में डाला है
27:52और मैं यह होने नहीं दूगी
27:54मैं आजिंकी के चान की रक्षा करूंगी
27:59राज माता राज मुट्स
28:00लाज माता राज माता रहाए
28:05तो के तेरे एक अवी इस जमाए
28:09उससर प्राज माता है
28:14इस बाहाए
28:24आप यहां कैसे जी मैं जी आपको यहां से निकालने आया हूँ जी
28:51मारो पता है प्रग्या ने इशारे में सब कुछ बता दिया कैसे आपको बगैर आपकी मर्जी के यहां रखा हुआ है इन लोगों ने
29:02आप हमें यहां से ले चलेंगे जी बिल्कुल ले चलेंगे जी कोई रोक नहीं सकता इस वर्दी से तो सभी डर हैं मैं भी खबराइए मत चलिए
29:16आपसी का मामला है इदनी आसानी से नहीं कल्यानी जाओ जुझर यह हमारा आपसी मामला है आपसी नहीं जी वापसी का मामला है
29:45इनकी आज आप रास्ते से हट जा तो बेतर रहेगा मुलाजमों को अपनी आउकात नहीं भूलनी चाहिए
29:54और खौरों को कानून का दाइरा भी नहीं भूलना चाहिए
29:56किसी को उसकी मर्जी के बिना कैद रखना गुना है सेक्शन लगा दूगा
30:06चलिया कल्या आणी जी
30:11चलिया जी
30:36चलिया जी
30:41रुक जाओ जुद्जर
30:55जाओ गया जिन्दा बच्छोगे तब
31:00पूर्ट अभी का करें आप
31:04रॉनाथ
31:05अड़ा रॉनाथ
31:06रॉनाथ
31:07कल रात से ही पूरी दुनिया मारे जान के पीछे पड़ गई है
31:17अब तो लगता है जी कि तबादला लिना ही पड़ेगा
31:21लेकिन आपको बचाने के बाद जी
31:25ठीक है जी
31:31तो जरा आज मैं भी देखूं
31:33कॉरों की बहादुरी सिर्फ उनकी जो रू पे चले है या परजा पे भी
31:39जिए जुचर का हाथ
31:49चलाव जी गोली
31:54ऑजीं क्या है
31:57इंट अपको किस हाल में पहुचा तिया
32:09मैं आपको किसी का खून नहीं करने तक ही
32:37कुमर साप
32:38कुमर साप
32:40अजिनक्या
32:43अजिनक्या
32:44अजिनक्या
32:45क्या होग है एले
32:46हमें माफ करते पोड़ा
32:48अजिनक्या उठी
32:50ये
32:51ये किसी के बहुब में है जी
32:54हम जानते है
32:55इन पर पल्लवी .
32:57तब दो चलो जी आँ से
32:59अर इन्हें छोड कर
33:00उसका तोड़प में निकाल लूँगा जी, आप फिलहाल चलो जी, आपके जान को खत्रा है, इस हवेली में सिर्फ मौत है जी, चलो जी आप
33:08बहुरानी जी, आप नहीं जाएंगी
33:30क्या हुआ जी, हम नहीं जा सकते, हजिंके को इस हालत में छोड़कर नहीं जा सकते
33:47यह जानते हुए भी कि इसमें आपकी और आपके और आपके अउलाद की जान को खत्रा हो सकता है
33:55हमें कुछ नहीं होगा जुचर जी
33:57होना होता तो अब तक हो गया होता
34:01लेकिन खल्यानी जी में बहुरानी बिल्कुल ठीक कह रहे हैं दरोगा जी
34:05अभी हम सिंदा है
34:10हमारे होते हुए इस हवेली पर किसी पर आच नहीं आ सकती
34:14मासा पर कुवर्सा पर पलवी का साया
34:17आप कुवर्सा को नकी कमरे में लेकर जाएए और बाहर से दर्वाजा बंद कर दीजिए
34:24ताकि ये किसी को नुकसान न पहुचा पाएं
34:28और कल्यानी जी
34:34बहुरानी हमारी सिंदेदारी है
34:37आपकी सहायता के लिए शुक्रिया
34:40आप चाह सकते हैं
34:44आप चाहिए चुचर जी
34:50आपकी जरूरत पड़ेगी तो
34:53हम बुला लेंगे
34:56आप भाएं
35:03आपकी जर्डेश
35:07सत्सक्रिया
35:10आपकी जरूरत
35:14आपकी जर्लात
35:17आतापकी जरूरत
35:21आतापकी जरूरत
35:24हमारी समझ में न आरा बहुरानी आप तो चाना चाहती थी
35:39कुछ है जो हमारे कदम रोक रहा है भहरवनाची
35:45हजिनके कि यह हालत उनका कुसूर नहीं और शायद हमारे यह रहने से ही
35:53इनकी जान बच सकती है प्रग्या कहां है जी मालूम नहीं मैं तो खुदी उसे शाम से ठून रहा हूँ
36:06अगर मुझे कल्यानी को अपने कापों में रखना है तो तुझे
36:22और राजमाता की अवास को दोनों को जाना पड़ेगा
36:31इसे मत मार क्योंकि यह हमारे लिए वो करेगी जो हम दोनों नहीं कर पाए
36:48सूरेज ठेल गया दीधी?
37:06प्रक्या दीधी?
37:08प्रक्या
37:13प्रक्या
37:17प्रक्या
37:20प्रग्या
37:26प्रग्या
37:32हम इने छोड़ कर शेहर नहीं जा सकते
37:38शेहर नहीं
37:40हम बुजक के पास जा रहे है
37:42क्या
37:44कुजुन का पता चल गया
37:46कुवर परसे अगर
37:48अगर पल्लवी के साय हमीशा के लिए
37:50हटाना है तब कुछ चलना
37:52होगा
37:54भरुज़ा कीजी
37:56आम पे दीदी
37:58
38:00
38:02
38:04
38:06
38:08
38:10
38:12
38:14
38:16
38:18
38:20
38:22
38:24
38:26
38:28
38:30
38:36
38:38
38:40
38:42
38:44
38:45
38:46आपको छोड़के हम किसी पे पे परोजा नहीं कर सकते
38:52चलिए
38:54आप हमें कहीं भी ले चलिए
38:56हम आपकी साथ हैंगे
39:26
39:28
39:30
39:32
39:34
39:36
39:38
39:40
39:42
39:44
40:00
40:02प्रक्या
40:05प्रक्या
40:06आपक्या
40:08आपक हम
40:10तू सुँज की मदद कर रही है जिसने हम चे हमारा परिवार चीह लिया अबरा परिवार उसका
40:19ना पेटी ना मरने देए ने
40:26गुमरा जीन क्या है आपने हमारी नमक खलाली देखी है आज तक
40:34अब बाप हमारी नमक खरामी देखो
40:37कल्यानी को हमने सरिया बना कर पल्लवी को पुचं के पास बेढ़ दिया है
40:44अब पुचं पल्लवी को मारना लेगा
40:51नहीं नहीं गुदू नहीं तो फिर चुन ले बुरिया वना तो नो मरें
41:07मिर्कोई है

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