00:00शात्रों को कॉलेज में पॉड़ने और सांस्कृतिक गतिवेदियों में शामिल होने का अवसर मिले
00:21इसके लिए शासन की और से कॉलेजों को हमेशा मदद मिलती रही है
00:26लेकिन आपको ये जानकर हैरत होगी कि जिले के सबसे बड़े कॉलेज में पिछले दस सालों से एक अनुखा ऑडिटोरियम बनाया जा रहा है
00:35जो आज तक पूरा नहीं हो पाया है
00:38देड करोन का तो लागत है पता नहीं उसका कितने बार ये मरमत हुआ है
00:42बनने के बाद मरमत तीन साल बाद होता है
00:46मरमत तो तीन बार हो गया इसका
00:48पॉल सेलिंग तो तीन बार लग गया
00:49तो उसमें कितना पैसा गया है उसका क्या जानकर है इननों कुछ बताते नहीं है
00:53और अभी तक छात्र को लाब नहीं मिला है ना इनको चाबी दिया गया है यह स्थिते यहां के ओडिटोरियों के
00:58छात्र बताते हैं कि DMF की राशी से इसका निर्मान कारिय साल 2016 से 2017 में शुरू हुआ
01:06आज खरीब 10 साल होने को हैं लेकिन निर्मान आज भी अधूरा पड़ा है निर्मान कार अधूरा होने के चलते कॉलेज प्रबंधन ने नगर पालक निगम से इसका हैंड ओवर भी नहीं लिया
01:20औरिटोरियम में दर्शकों के बैठने के लिए सीडियों की तरह स्टेप का निर्मान किया गया है लेकिन इसमें जरुरत पड़ने पर कुरसियां कहां कहां लगाई जाएंगी इसकी भी व्यवस्था नहीं की गई है
01:34DMF के कारियों में ब्रश्टचार के कारण जिले की ततकालीन कलेक्टर आईएस रानू साहू को जेल जाना पड़ा था
01:42PG कालेज में प्रोफेसर डॉक्टर एसके गोड़ा था
02:12कोविल कहते हैं कि इस औरिटोरियम का निर्मान 2017 में शुरू हुआ था
02:17इसके बाद निर्मानकार ये जारी है काफी पहले फॉल सेलिंग गिरी थी जिसके बाद इसकी फिर से मरमत की गई थी
02:25कुछ निर्मानकारी शेसें जिसके कारण फिलाली से कॉलेज को हैंडोवर नहीं किया गया है
02:32मुझे अब तक जो जानकारी है वो यही कि काम शेस होने के कारण कॉलेज ने इसे अधिगरहित नहीं किया है
03:02जो कि हाउसिंग बोड में कारे रत थे यह एक और ऑडिटोरियम है जो पिछले लगबग 10 साल से अधूरा है
03:08पीजी कॉलेज का ये परिसर है और ये जिले का सबसे बड़ा कॉलेज है और यहाँ पर ये ओडिटोरियम पिछले लगबग एक दशक से बन रहा है जिसकी लागत डेढ़ करोड रुपय है
03:17तो DMF फंड से इसका निर्मान किया जा रहा था और DMF फंड से कैसे बिना प्लानिंग के बिना किसी उपियोगिता कि किस तरह से जनता के पैसों को बरबात कर दिया जाता है या एक तरह से उसका जीता जाकता उधारन है
03:30कोलेज प्रबंधन से भी हमने बात किया था जिन्होंने बताया कि इसकी जो निर्मान एजिंसी है वो नगरपालिक निगम है और अब तक इसका हैंड ओवर नहीं हो सका है
03:37दिल्शास बात यह भी है कि जब छटीस गड़ में जब भाजपा की सरकार थी और डॉक्र रमन सिंग मुखे मंत्री थे तब उनके अंतिम कारेकाल के अंतिम दिनों में इस ओडिटोरियम का उद्गाटन भी एक कारेक्रम में करवा दिया गया था
03:48तब भी इसका निर्माना उद्वर था तब से लेकर अब तक इसकी भी फाल्स लिंग तीन बार गिर चुकी है अब भी यह ओडिटोरियम अधूरा है और कॉलेज प्रबंधन को इंतजार है कि कब इसका निर्मान कर पूरा किया जाएगा और इसे कॉलेज को हैंडोवर किया