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  • 2 days ago

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00:00कोतवाल महुदे, ये खबर आपको नहीं मेली पहले, क्योंकि गुरुवर को तो पहले से खबर मेली चुकी थी, कि विजय वाड़ा से एक बच्चा गाया भुआ, कभी-कभी समझ में नहीं आता कोतवाल आप है, या गुरुवर, ऐसा है लक्ष्मन महुदे कि विजय वाड़
00:30एक इंसान के चंपचे नहीं, बहुत सारी आपचारिक्ताय होती हैं, यह आपचारिक्ताय है, गुरुवर पर लागू नहीं होती हैं, क्योंकि समाचार दो उनके बस पहले पाचिता है, आप थोड़ा छूट जाते हैं पीछे, जी शमा चाहते, इतनी देर रात आपको कश्
01:00आप कर सकते हैं, यह ए मारा बच्चा कोईया नहीं है, बलकि उसका अपररन हुआ हैं, आप कुछ बता सक्ती हैं, क्या अपरन कब और किसने कि हैं, इस रात ली पर लवी आई थी, आजर यह दो
01:25मैंने कहा क� outlined, Christa
01:30कर दो कर दो कर दो मेरे बच्चे का अपरण करना चाहती हो तुम हम जी आम होने नहीं देंगे अमजी
02:00और यस अपराद का दंड दरूर मिलेगा तुमें थे बच्छा
02:05कि अ
02:18निची रखा जाकु मैंने कहा जाख नीचे रखो
02:24कि बत भी आप
02:30झाल झाल
03:00च्ड़ो ओैतना दुसास खाज।
03:16बच्चा दो मुझे के छातान।
03:21मेरे बच्चे गचु लो olan Wirby
03:25मैं तुम्हारे सामने हाँ जोड़ती, तुरे बच्चे को छोड़ता हूँ
03:29छोड़ता है?
03:30चलाए, मेरा बच्चा!
03:37पगवान के लिए अबारे बच्चे को डूण लाई है
03:40चाहे तो सारा दन संपत्ती
03:43जो चाहिए बोने लीजिन
03:45तुम्हारे बच्चे को डूण लेगी उसको
03:53अच्चा, उस दासी की कोई दुष्मनी आपशा है?
03:57पैसे का लाला चोगा और क्या?
03:59तो पैसे की मांग हुई है?
04:01तो सकते कोई गिरो हो इसके पीछे?
04:03नहीं, तक पैसे की तो कोई मांग नही हुई है
04:06और इसके पीछे कौन कौन है यह हमें नहीं पता
04:09मातर छे सान का नंदा है वो
04:12उसे बचा लीजी, बच्चा लेजे उसे
04:15अब कबराये मत, वो बच्चा
04:17हमें सोचना मिली है
04:19कि बच्चा विजे नगर में
04:22हम अपनी ओर से पुरा प्रयास करेंगे
04:27कि बच्चा शीगर आपको मिल जाए बच्चा वो बच्चे को लेकर वीजे नगर चली गई है
04:32पता नहीं किस हाल में होगा मेरा बच्चा आप इसे भी प्रकार से उसे ढूंड लाई है
04:38यह दुख्यारी माँ आपको कोटी-कोटी धनेवाद देगी
04:57यह परिचित स्त्री कौन है उस धरमशाला में एक स्त्री भी ठेरी लेकिन जिस दिन अत्या होई अचानक वो फ्त्री गायब होगे
05:27करता कि मन्शा पंडित रामा कृष्णा का भी पूरी नहीं होने देता
05:57कि तुम्हारा पच्छी कलना थंभावे कौन तुम
06:01कौन तुम
06:04कौन तुम
06:06कौन है
06:09कौन है क्या हुआ
06:23कौन है क्या हुआ
06:26कौन है
06:36कौन है
06:38कौन है
06:41आप लोगों के कारण एक बच्चे का अपारान हो जाता
07:03ये इस्तरी जो अभी अभी पंदित रामा कुल दो गहर से निकली है इसका प्यार थे इसका क्यार थे
07:17हरे मुर्कमनी इथना भी नहीं पता कि ये इस्तरी वह इस्तरी है जिस चे पंदित रामा कुछना का फालक है
07:27गुरु जी हमें इनाम देंगे हम से तनिक भी डड़ने की आविशकता नहीं है देवी जी हम बहुत ही पोचे हुए गुरु अचारे तसाचारे के शिश्य हैं धनी और मनी देवी जी हमें पता है कि वो पंडित राना कृष्णा आपको आपका पूरा अधिकार नहीं दे रहे
07:57देनी और मनी से कुछ भी छिपाने के वशकता नहीं है क्योंकि हमें तो पहले सही सब कुछ पता है हमें ये भी पता है कि आप से पंडित रामा कृष्णा ने बालक भी का रखा है किन्तु आपको पतनी काठिकार देने ते वन्कित कर दिया है आप बिल्कुछ चिंता मत की�
08:27आपके उते संचर्यव कि मुझे की आपकी गुरुजी की सहाइता कि कोई अवशकता नहीं है हमझे लग जाए आपकी बुझे को कोई ब्रान्ती हूई है अगर अई दुने को कोई ब्रांति हुए है गद्यवाब
08:40कै तो थे पूच्छा है तो बिल्कु भी मुद्ड़िये निश्चिंत रहिए क्यों कि अमधिध्य मारे महान थो पॉद्धिमान गुरूजी के सामने वह रख रहा है
09:10एक तुछ पड़ानी है
09:12इन मुर्खों का आमंत्रन्स विकार करने में कोई हानी नहीं है
09:16रात्री वैदीत करने के लिए यह अफसर अत्यान्त अनुकूल है
09:19सवेरा होते ही इनके गुरुबर के हाँ से निकल जाओंगी
09:23किरपा हमारे साथ चली देवी जी
09:27है ठीक है मैं आपके सथ चलूगा है
09:30हाई है जल्दी हाई हाइ रिकल गई हो इतना दुख हो रहा है हाँ एक निकल गई हमारे सामने एनाटा करने को यह आवश्णता नहीं हमसब जानते है
09:45पहले ये बच्चा, अब ये स्त्री, कफी खल रहे है रासलीला, अरे मती ब्रष्ट हो गए ये क्या तुम्हारी, वो स्त्री बच्चे का अपहरन करने आई थी, अपहरन, मेरे ताथ आंख मी छोली खेलने नहीं आई थी वो, अम्मा, साइदा, अम्मा को इतनी राती क्यों पर
10:15के साथ, उस्त्री, कौन स्त्री, तुम जानती हो उसे, मा, अम्मा इन दोनों का प्रेम प्रसंद चल रहा है, वो तो हम इनके बीच का रोडा बन गए, शल्मा की जे पंडित रामा कृष्णा, आपकी रासलीला में बाधा डालने के लिए, पहले बच्चा, फिर वो उस्त्र
10:45सब्सक्राइब के लिए, देखा, देखा, चिखामा, उस्त्री, कुछ नहीं कह रहे है, अब तो प्रमानित हो गया, यही, यही, इज आपका उस्त्री के साथ, कोपनिय संबन है, तुमसे तो बात करना ही व्यर्थ है, तुम सम्झों, अम्मा, तुमें पता है ना, वो उस्त
11:15जब कुछ उल्टाई क्यूं समझ रही है, वो अपहरण करता आई थी जब्राइब
11:19मुझे तुझ से यह अपेक्षा नहीं थी, इतनी बड़ी बात चुपाई
11:24मेरे पीट पीछे, मेरा पोता भी कर लिया, पोता, पोता?
11:30अम्मा ने उसे अपना पोता भी मान लिया, यहां तो हर कोई अपना रिष्टा जोड़ा है, हर किसी का कोई अपना है, केवल हमारा कोई अपना नहीं है, हमें पर आये है, हमें पर आये है
11:43कब, इस संकोच कब, कब
11:56नाम क्या है कुमारा, क्यमा, खाप-खाप, आपके पुत्र से हमारी फेट हुई, भाही, चंचल है
12:19यहां जो चेह पजाओ।
12:23तर दो कि रहाओ देंट इनका कि एए गड़ी मादी जी आप वाया राम एक किरुछा से कप से परीच्छा
12:37वा ओक का का कि का तसमें भात लेकर नीचाइए नहीं गड़ी देन ही
12:49जी गरेगी
12:50हाँ
12:51बड़ा ही अधुत काम किया है तुम दॉनों ने
12:56अधियोता
12:58हम दोनों पंडित रामा कृष्णा के निवास पर दिर्ष्टी बनाए हुए थे
13:02और तभी हमने इस महिला को पंडित रामा कृष्णा के घर से बाहर निकार के वे थे का
13:08हमने अपनी पुद्धी का इस्तेमाल करके इज अपनी निवास पर ले आए है है है है
13:15अब देखो हम पंडित रामा कृष्णा के कैसी दिर्गती करते हैं
13:27सारा नगर उस पर हासेगा और वो सबसे मूठ छिपाता परेगा
13:32हाहा
13:34अब देखो
13:40अब देखो
13:54अब देखो
13:56अब देखो
14:02अब देखो
14:04अब देखो
14:06अब देखो
14:08अब देखो
14:10अब
14:12अब
14:14अब
14:16अब
14:18अब
14:20अब
14:22हुआ
14:24को या लालतामाटर
14:26तुशे बोला ना समझ महीं नाती
14:28मैंड बात बिदाए
14:30अब
14:32अब जो जो टुँ रहो
14:34क्या हुआ
14:36कर ने संफाना भी अच्छा अच्छा अच्छा अच्छा अच्छा अच्छा नया एले यह लो
15:01अद्बूत एक बाद बताँ यह तुम्हारा मेंत्र है
15:06क्या ये ये मेरे हाथों से भी भोजन गरेंगा लिखा
15:13ये ये ये बहुत ही सुकत समाचार लाया हूँ बहुत जल्द तुम्हारे पिता मिल जाए
15:36कर बहुत है
16:06वेजयवाडा के जमीनदार कपोत्र है और उनकी दासी उसे भगा कर ले गई है
16:11नई आप लोगों को आउश्य कोई भ्रांती हुई है
16:15गुरुवर कोई भ्रांती नहीं हुई है ऐसा पता चला है कि यहां के धरमशाला में एक स्त्री रहती थी
16:20वही हत्या करके भाग गई है यह दोनों घटना यह आपस भी जुड़ी हुई है
16:25इसकी प्रभल संभावना है कि जिस्त्री ने धरमशाला में हत्या की वह कोई और नहीं बल्कि वह दासी ही थी
16:32संभवताय वहरत हमारी ही घर में है
16:45क्या आपके कर में ही सिए की इस दिए पर फैसे वे
16:57पताते हैं सब बताते हैं पहले उस इस तरी को तबोच örगो भरो उसको
17:03कः है कारई ग्री
17:15में भाग तहल यह जा पीछे की दुआ कर दिख आए झाल को रहरते हैं यह जट आज अर आज में किस को खाड़ क्या हुआ पंसे चला करकिया उश्र कोफवारा था नगें थे दून्दो पिछ तवार उसे गूद उसे गूंदो हमें मुर्क बनायकर भाग गई भाग गई वह �
17:45प्रयास करो आपके मित्र को भी पता चलना चाहिए कि आधी रात को क्या रात दीना अर्षे थे यह मैं क्या सुन रहा हूँ
17:55अरे तुम कैसी मुखता फुन बाते कर रहे हो खल रात त्री को एक स्त्री घर में गुज गई थी इसका आपरान करने के लिए मैंने उसके प्रयास को विफल कर दिया बस अविस्त्री की पड़ी है तुम यह क्या काना फुसी चल रहे है हां तुम भी मिले हुए उनकी साथ ने
18:25ब्राते कमदोलों की इतनी गानेष्ट मित्रता ये लक्षमन आर की कणाम लक्ष्मन को चांता है तो मिले पहजानते हूं हां दिखा मह यह लक्ष्मन को जानता है अब गुथी शुलजी गई बताओ
18:55क्या जानते हो?
18:56ये रामा, ये लेक्षमान.
18:59ये सब क्या हो रहा है हमारे पीट पीछे?
19:02अरे शादा, आपने कलपना की हुडान को थोड़ा नीचे करो, कुछ भी सोच रही हो तुम.
19:07और ये, ये, लाटमाटर, तुम हम दोनों को जानते हो?
19:11हाँ.
19:11माँ हमेशा आप दोनों के बारे में बाती करती है.
19:22आप तो मा के दिल में रहते हो.
19:28देखा, सब सिध हो गया, सच सामने आगया, अब या तो ये रहेंगे, या हम.
19:34निखले, आप इस घर से बाहर निखिए और लेके जाए अपने फुत्र को, रहें इसकी अम्मा के पास.
19:42आरे, पर मैंने थोड़ी कुछ किया, मेरा तो परिचे अभी अभी हुआ इसने, कुछ शंट पहले.
19:46अपने मित्र को बचानी की कोशिश मत करो.
19:48मेरी बचानी रा, मेरी पुरी बात तो सुन लो, मैं अभी इसके बादा पिता का पता लगा कर राया हूँ.
19:53हाँ, वह तुना कह रहा था, मैंने इसके बादा पिता को धून निकाला है.
19:57बस!
19:57हाँ, हाँ!
19:58अब हमें ना तो तुम पर विश्वात है और ना ही तुम्हारी इन कहानीों पर.
20:02खार्डा, सुनो तो, मेरी बाबी!
20:05के कहा गई, अम्हां!
20:09शार्दा, क्या कर रही हो?
20:10औरे, क्या कर रही हो?
20:11बात तो सुनो, पोटली, औरे मेरी बात टो सुनो, शार्दा, मा, समझाओ ना इसे.
20:19मुझे तुझसे एफेक्षा नही थी, तूने शार्दा का विश्वास तोड़ा है.
20:24शार्दा, मेरी बात समझने का प्रयास करो, समझने में कोई न कोई थूटी हो रही है.
20:28आरभ तो हमसे कोई तूटी नहीं हुई है
20:42हम सब समझ गये है आप हमसे परेशान हो गये है
20:53शार्द। शार्द। वाभी। शार्द। शुनो तो मेरी बात सुनो अम्मा शार्द।
20:59ब मैंने क्या किया यह।
21:03तो तुम्हारी आवाद नहीं कल रही थी अंदर जूट क्यू बोला।
21:06तेमाटर।
21:07हम।
21:17यह कुछती तो समझ में नहीं आरे ह।
21:23पुझाद पुझाद भी तुम्हें नहीं मिलेगा हमें ग्यात है बच्चा पंडी द्रामा के पास हैं
21:31मैं तो बस तुम्हें यहां सुचित करने आया हूँ कि वो लोग हमें बच्चा देने के लिए तैयार हो चुगे हैं
21:36अब तो इस बच्चे की रक्षा नहीं कर पाओगी चलो महारे पिताजी से मिलने का समय हो रहा है
21:43चलो जल्दी जल्दी चलेंगे नजाने मन क्यों विचलित हो रहा है कही कुछ अम अंगल तो नहीं होने वाला

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