नई दिल्ली: बिहार में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन को लेकर बीजेपी के सहयोगी दल TDP ने आपत्ति जताई है। चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP ने कहा है कि SIR को नागरिकता सत्यापन का आधार न बनाया जाए, इसे नागरिकता सत्यापन से अलग रखा जाए। इसके लिए TDP ने चुनाव आयोग को ज्ञापन भी दिया है और चुनाव के 6 महीने से पहले स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन कराए जाने की बात कही है। इससे विपक्ष को बीजेपी को घेरने का मौका मिल गया है।