00:28ुपिए यह समय समय उन्सार भी होंदे रहे ते नक्सान भी पहुंचाया जाना रहे है पर होगे ना मजूदा समान देवेच च्रासी देवेच नक्सान था बहुत बढ़ा की का श्री कालताक साथ चरी दर्वार साथ
00:49जेडियां वारतां साचखंड दी यहां श्री कालतार साम दी गुरू के सिखाने अपने पवित्तर दस्वान दे लाग ओ द्वारा तो नमे से तो तमीर का देगा वो जेडियां बेसे गल्लायां के तान श्री गुरू ग्रांसाय मारा जी
01:14जिनानों अपना मलोख्ता दा साथ गुरू जी जा पेंदर कहने हैं तांतन सहीं श्री स्री गुरू ग्रांसाय इक हुए दे चते बाकियां दे विच मैं सारे तार्मठ जिनने भी ग्रांदिया सतकार करतां