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सावन में भोले की भक्ति के नाम पर हो रही इस गुंडागर्दी के पीछे का सच जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
सावन का पवित्र महीना चल रहा है और चारों ओर 'बम बम भोले' के जयकारे गूंज रहे हैं। हर साल की तरह इस साल भी लाखों श्रद्धालु कांवड़ यात्रा पर निकले हैं, लेकिन इस बार भक्ति के साथ-साथ हिंसा और उपद्रव की खबरें भी सामने आ रही हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से ऐसी तस्वीरें आई हैं जहां कांवड़िये सड़कों पर तोड़-फोड़ और हुड़दंग मचाते दिख रहे हैं। कहीं दाल में प्याज होने के शक पर हंगामा, तो कहीं छोटी-छोटी बातों पर आम लोगों और दुकानदारों से मारपीट की जा रही है।
इसी गंभीर विषय की तह तक जाने के लिए Oneindia Hindi की टीम ने एक विशेष चर्चा की। इस वीडियो में हमने उन सभी पहलुओं पर बात की है कि आखिर इस हिंसा के पीछे की वजह क्या है, प्रशासन की चुप्पी का क्या मतलब है और कैसे आस्था के नाम पर होने वाली इस गुंडागर्दी को रोका जा सकता है। देखिए हमारी यह खास रिपोर्ट।


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00:00अगर आपके छोड़ा सा भी आप गलती हो जाए या ना भी हो तो इस तरह उपद्रोब करते हैं मानों यह यात्रा नहीं निकाल रहे हैं यह बहुत बड़ा जुलूस लेके चल रहे हैं
00:07जहां आपके अंदर सहन शक्ती नहीं है जहां चोटी-चोटी चीजों पर उग्र हो जा रहे हैं फुद बे डिस्टरब हो रहे हैं दुनिया को भे डिस्टरब कर रहे हैं तो मुझे नहीं लगता है कि यह धार्मिक गतिविदी के हिसाब से कावडियों का जो यह नूजन्स फ
00:37साल भी कावड यात्रा निकाली जा रही है यूपी और उत्राखंड की सरकारों ने इसके लिए परयाप्त इंतजामात किये हुए हैं लेकिन फिर भी हिंसा की खबरें लगातार आ रही हैं इसलिए अब की बार कावड यात्रा में जो हिंसा हो रही है उसको लेकर के सरकारों
01:07किसी को लेकर के चार्चा करने के लिए मैं अपने सहीयोगी हूँ प्रवीन और रिचा के साथ मौजूद हूँ या आखिरी इस हिंसा के पीछे वजय क्या है क्या कामडियों के लिए ये हिंसा फैशन बन गई है या फिर वाकई में उनका जो आक्रोस है अगर इसको देखा जा
01:37धर्म से जुणा हुआ है यानि तक बात इन कावड़ी उसने से ञता हो रहा है लों लट गलत हो
02:01हो रहा है उन्हें उसे तो उन्हें उसे झाकर रोकना चाहिए ना कि उसे इस हिंसा में खुद कूट चाना चाहिए चोटी चोटी
02:05पातों को लेके हिंसा की खबरे आ रही हैं, देश में अननेसेसरी जो यह डिस्टर्बेंस क्रियेट किया जा रहा है, देश में लोग सपोर्ट कर रहे हैं, गव्मेंट जैसे की रास्ता अगर तीन मार्ग हैं, तो एक मार्ग उनके लिए स्पेशल रिजर्व कर दिया जा रहा
02:35अंदर सहन शक्ती नहीं है, जहाँ छोटी-छोटी चीजों पर उग्र हो जा रहे हैं, खुद भी डिस्टर्ब हो रहे हैं, दुनिया को भी डिस्टर्ब कर रहे हैं, तो मुझे नहीं लगता है कि यह धार्मिक गतिविदी के हिसाब से कावडियों का जो यह नूसंस फिलान
03:05लोगों का रोजगार उजार दे रहे हैं, किस तरह से यह क्या लगता है आपको कि वाकई में यह शुभक्त हैं या इनके बीच में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनका काम ही है इस तरह की हिंसा करना, तोड़ फोल करना, मौका मिलना और वहाँ पर नूसंस करना और इसके अला
03:35नहां पर छमा की बाद छोड़िये, अगर आप छोड़ा सा भी आप गलती हो जाए या ना भी हो तो इस तरह उपत्रो करते हैं, मानो यह यात्रा नहीं निकाल रहे हैं, यह बहुत बड़ा जूलूस लेके चल रहे हूं, आप देख रहे हैं, बड़े-बड़े टैंकर लेक
04:05अजलरें वहां पर इस स्तरा नहीं आती हैं, आखर क्यों उत्तर प्रदेश और मेरत, उत्तर प्रsmart, मेरत, हरिद्वार यहीं से तस्वीर आती है, क्या तमाम चीजें गलतियां, तमाम खामि� плioncode यहीं होती हैं, जब कि सर्कार सब से जादा अगर देखा जाए
04:24पर यात्रा पर फूल बरसा रही है उनके लिए जगा जगा भंडारे कर रही है रोग लुग रहे हैं और लोग भी कहरें चलिए ठीक है मानते हैं लेकिन आप कैसी यह आस्था है कि आप किसी को ही मार देते हैं आपके थोड़ा सट्च हो जाता है तो आप इसको किस तरह से मार
04:54सिर्फ उपद्रो करना होता है तो उपद्रो करते हैं और हमारे भगवान को इन लोगों ने बता दिया गजड़ी भगड़ी बना दिया कौन से बहुत संकर्ज भगवान मतलब क्या होता है आप यह सब बिल्बल भांतियां है हमारे हिंदू धर्म को बदनाम किया जा रहा है
05:24पास्ता का विशा है ने उनको भंग धातूरा चड़ता है और चड़ता है कि उन्होंने कंठ भे अपने भिस्त धारण किया था धातूरा और भांग इस तक ठंड़ होता है ठीक है ना अभी मतला थोड़ी होता पीते हैं वो आपने लिश्यू लिंग पर आप दही चढ़ाते ह
05:54पुलिस और प्रशासन मुझे नहीं लगता कि खुली छूट उन्होंने दे रखी है अब यहां बात है कि नर्मी बरत नहीं रखी है पूरी तरीके से अब देखिए किस्सा यहां पर यह आता है कि जो लोग इन यात्राओं पे निकलते हैं कावड यात्राओं पे जा रहे है
06:24लोग तो फिर यहां पर सरकार और प्रशासन के भी नहीं दिख रहे हैं होते हुए एक ख़र आई थी कि पैर फिसलने से कावडिया गिर गया और उसे बचाने के लिए वहां पे होम गाड के सेक्योरिटी और फिर पुलिस थी वह गई उन्हें दौड के बचाने के लिए ले
06:54लिए चाहिए तो वो सर पे चड़ जाता है उसके बाद ही ऐसी खबर आती है कहीं न कहीं तो अंदर ये उनके अंदर ये डर खतम हो चुका है न कि शयाद मुझे कुछ नहीं किया जाएगा तो मुझे लगता है कि इस देश का प्रशासन का या फिर कानून का डर क्यूंकि ह
07:24लेकिन अब ही जैसे हम डिसकशन कर रहे थे हैं उसमें प्याजवाली चीज़ अर निकल क्या आ रही है तो मुझे लगता है कि कहीं बार ऐसा भी होता है कि धर्म को पर एक दर्म को परेशान करने लिए उसे धर्म के लोग ही यह नहीं मैं कहनी कि दूशरे धर्म के लोग आके �
07:54कैसे कानून को अपने हाथ में ले ले रहे हैं यह गलत है।
08:24कामवडियों का जो तै रास्ता था जो एक पगडंडी बनाई गए थी उसी में चलने के भी निर्देश दिये गए हैं और इसे लिए अब उत्राखंड की पुलिस सक्त होती हुई नजर आ रही है।
08:54खाल सब्सक्राश कर सकता है और आ रहींज़ कुलिसक्षब तैब ना प्ट लुट्ट पर घ। अछोझारे लेख लेग्ग। यह भेग्षाट में एधोंग्डंड में पुलिए लेग्राट झाली यह अट्टैंज़ चलने अवटी लेग्म। बगलाट यह लेग्य। झाली �

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