00:00ठाकरे बोलतात ना ते कोटात उल्टा उल्टा होता, पानबो है आमसा, तो यह नियम बीयम कायम हैत नहीं है, शाला, शुम्चे प्रश्णु संप्टे, निवर्णु आयगाने, जनुष्य बान हे बेक आजी सिरी चिन्ना दिर असा संजे रावत नमतात, तेकना संजे भी खर
00:30दोक्यार परिनाम धाला है, जे प्रश्णका आशे बोलता हो, आते एक दा कोटा नी निर्ना घेतला है, तो निर्ना चुकी चा कसकाय मनतो, निवर्णु बाईगाने कता है, निवर्णु काय बसो, कोट असो, कसकाय बोलु शक्तो है, शोड़ा हो तेकना प्रश्ण विच्�