00:00तस्वीरों में दिख रहा है यह बम अंधा नहीं है बलकि भगवान भोले नात के परती अपनी सरधार पित करने के लिए वह अपने घर से आँख पर मोटे कपड़े के लाल रंग की पट्टी बांद कर बावा धाम तक पहुचा है
00:14इस नैन बंद बम का नाम है महंदर बम उन्होंने बताया कि वह पिछले कुछ वर्सों में 151 बार डाग बम आ चुके हैं और इसलिए उन्होंने यह निरने लिया कि इस बार वह आँख बंद करके बावा धाम में जलावी से करेंगे ताकि वह अपने भक्ती की सच्या परिचय
00:44का भाव नहीं दिखाएंगे तब तक जीवन में बहतर काम नहीं होंगे और समाज का कल्यान नहीं होगा इसलिए समाज के कल्यान के लिए उन लोगों ने आँख बंद करके बावा धाम आने का निरने लिया
00:57अब उमर रहेगा जाने का की नहीं रहेगा इसी के लिए हम भी अपना निचावर कर दिए बावा पर और आये हैं अभी
01:25तो क्या इसमें दिक्कत भी वाने में कोई दिक्कत नहीं हुआ रास्ते में दिख्तों नहीं रहेगा रास्ते में आनन्द लगता है और हम इतना बताएंगे कि कहां पास कोई
01:48बता देंगे रास्ता में किधर रहें हैं यह दो हजार से चल रहे हैं इस वार इनका एक सो एक आनुवा डाक कामर हुआ इनके कारण
01:58सब्सक्राइब बता देंगे रहे हैं इस वार इनका एक सो एक आनुवा डाक कामर हुआ इनके कारण से अभी हम लोग चार साथी जो हैं नेत्र बंद करके चल रहे हैं
02:20कि अगरन चार साथी और यह मेरे महेंदर षीया जो हैं परते एक पुर्णमासी भी चलते हैं तो यह जो आपके