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  • 5 days ago
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देख वैज्ञानिक भी कांप उठे।
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00:00जाब दुनिया गर्मी से जुलस रही थी धरती के सबसे ठांडे हिस्से
00:29अंटर काटिका में कुछ ऐसा हुआ जिसने बैग्या निकों की रुह तक को खिला दिया
00:39एक दिन अच्चानक नासा के बैग्या निकों की नजर समुदर में जमी गर्फ के बीच एक गहरे रहस्य मयो गढ़े पर पड़ी
00:52इह कोई आन बर्फ की दरार नहीं थी इह था पुलिन्या यानि बर्फ के भितर बना खुला महा सागर
01:04बैग्या निकों का कांक उठा कले जा माना जा रहा है कि ये गढ़्धा हर्याना से भी बड़ा था
01:16और अगर इसकी तुलना की जाए तो यह आधे बीहर जितना बिसल था
01:25इससे पहली बार माउड राइज नाम के पठार के पास देखा गया वह भी एकदम समुत्र के बीचोबीच
01:39नासा ने इससे एक प्राक्रुतिक घटना अर्थत अंतरकाटिका पोलोनया मना लेकिन इसके पीछे की वज्ज है इंसन की बनाई हुई है
01:58समुद्री बार्फ पर अच्चानक बना गढ़ा पोलोनया यानि समुद्री बार्फ में इसक चेतर जहां बार्फ तूट जाती है और निचे से समुद्र की गहराई जहलकने लगती है
02:17इहां गढ़ा कई हप्तों तक खुला रहा और बाइग्या निकों के लिए एक चेतावनी जैसा था
02:28क्या हम धर्ती को धीरे धीरे जला रहे हैं दुनिया भर के बाइग्या निकों का खिंचा ध्यान
02:38सोधो करताओं ने पाया कि इस बिसल गढ़े के बनने के पिछे सिर्फ हवाएं या समुद्री लहरे नहीं हैं
02:52बलकि इसमें बड़ा हाथ है ग्लोबल वार्मिंग और ट्रम्पिकल साइकलोंस का
03:02जी हाँ वो दुफन जो पहले सिर्फ तट्यों इलाकों में तौबा ही लाते थे अब बर्फिले इलाकों में भी अपने पेर पसर रहे हैं
03:17समुद्री बर्फ का खुला इलाका इहा घटना अहली बार नहीं हुई है
03:25उनिस्सों चहतर और उनिस्सों चहतर में भी ऐसा एक गढ़ा बना था लेकिन फिर ये सालों तक सांत रहा
03:38लेकिन 2017 और अब हाल की घटना ने बता दिया की प्रुथिवी कोछ कहना चाहती है
03:51और हम सून नहीं रहे
03:55क्या भविश्यों के लिए है चिंता जनग अगर इसे पोलोनिया बार्बार बनने लगे
04:04तो समुद्री एकोसिस्टम जलबायू और इंसानों के अस्तित्व पर गंभिर असर पढ़ सकता है
04:15इहां घटना एक वेक अप कल हैं हम प्रकृती से नहीं जीत सकते

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