00:00पुड़ा नट्रक चे अधिकरी फोन हेत नहीं इकड़े गेली सुद्धा नहीं तेना विद्ध्यार्ती कालजी नहीं आड़ी जो संस्था चलक है तो यहाँ आदिवासी लेकरांचा तोंड़ा घास इसको तो तो त्याना दूद देत नहीं त्याना आंडी देत नहीं वरन उ
00:30पर अधिवासी आड़ी चाहर निर्मान गषा करता है आधिवासी घाला महुत्या अूवर्ण इकड़े लूद करनी यह ग्रेंट पर विद्ध्यार थे संस्ता चलक हो कर आवी इक उतले लेकरांचे दोंड़ा घास खवा मनन आधना पूलन ड़िए आपन ता वुद्धे न
01:00आकरमप पुवत्र गेतला होता इस तर रहा काज में जलता हापना आकरमप बंडर आता पुना तुम्हादा को स्पाइब काईदा आते गेतला विन फाइटर ना मार लगया जै लोकर जिवार्शी खरता ते ना