00:00पता नहीं हमेशा मेरे साथ उल्टा ही क्यों होता है संडे का दिन था घर में फिरी बैठा था देखा पंखे पे धूल जमी है सोचा साफ कर दू बीवी भी खुश हो जाएगी पंखा साफ करने के लिए स्टूल पर चढ़ा ही था कीचन से उसने देख लिया फिर क्या था चिल
00:30दोनों बच्चों का क्या होगा जी भाई पूरा मुहला इस ता राहे हूं जो देखता कहता है क्या बाई इतने समझ्जदार होकर सूसाइड करने गए थे अब मैं उसको कैसे समझा हूं कि इस सूसाइड ने बेश सफाई करने गया था