प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) 2 जुलाई से 9 जुलाई तक पांच देशों के दौरे पर थे, पांच देशों के दौरे के बाद पीएम मोदी (PM Modi) स्वदेश लौट आए हैं। प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) की 5 देशों की यात्रा (5-nation visit)को बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ( BJP National Spokesperson) डॉ. सुधांशु त्रिवेदी (Dr.Sudhanshu Trivedi) ने बेहद महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि "प्रधानमंत्री (PM Modi)की 5 देशों की सफल यात्रा के बाद, मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूँ कि इन यात्राओं से तीन मुख्य बातें सामने आई हैं । पहला प्रधानमंत्री (PM Modi) ने ब्रिक्स (BRICS) में आतंकवाद (terrorism) के मुद्दे को स्पष्ट और स्पष्ट रूप से स्थापित किया है। प्रधानमंत्री (PM Modi) ने कहा कि आतंक के अपराधियों और आतंक के पीड़ितों की बराबरी नहीं की जा सकती। यह हमारी कूटनीतिक सफलता थी। इसके अलावा, घाना (Ghana)और नामीबिया (Namibia) जैसे देश, जो धातुओं और खनिजों से समृद्ध हैं, वहाँ भारत ने एक समझौता किया है, जो भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है सुधांशु त्रिवेदी (Dr.Sudhanshu Trivedi)ने कहा कि इन देशों में प्रवासी भारतीयों की उपस्थिति और बक्सर (Buxar) से त्रिनिदाद (Trinidad) और टोबैगो (Tobago) के प्रधानमंत्री का होना, भारत के भावनात्मक और सामाजिक जुड़ाव को एक नए आयाम पर ले गया है। इस तरह से रणनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से, प्रधानमंत्री (PM Modi) की ये यात्रा बेहद महत्वपूर्ण रही हैं।पीएम मोदी (PM Modi) का दौरा दो जुलाई को घाना के साथ शुरू हुआ था., घाना के बाद पीएम मोदी त्रिनिदाद एवं टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और फिर नामीबिया गए थे। इस दौरान पांच में से चार देशों ने उन्हें अपने सर्वोच्च सम्माम से नवाजा।
00:00इस लंबी विदेश यात्रा में भारत ने कई महत्वपूर्ण उपलबदियां हासिल की हैं।
00:05प्रधान मंत्री जी ने बहुत इस्पष्ट कहा कि आतंकवाद के पीडित और आतंकवाद के प्रायोजक को एक तराजू पर नहीं तौला जा सकता।
00:16भारत अब विश्व की चोथी वड़ी अर्थवस्था हो गया है और शीगरी तीसरी वड़ी अर्थवस्था बनने जा रहा है।
00:22तो हमारे आर्थिक हित और सामरिक हित बहुत से महत्वपूर्ण मेटीरियल्स के उपर निर्भर हैं।
00:32इस लंबी विदेश यात्रा में भारत ने कई महत्वपूर्ण उपलबदियां हासिल की हैं।
00:42नमबो वन आतंकवाद के विशय पर एक वैश्विक स्विकारिता प्रधान मंत्री जी के द्वारा अंतर राश्ट्री मंच पर इस्थापित हुई
00:54जब ब्रिक्स शिकर सम्मिलन में आतंकवाद वाले विशय के उपर ना सिर्फ सर्व सम्मति के साथ भारत के पक्ष का अनुमोदन हुआ बलकि प्रधान मंत्री जी ने बहुत इस्पष्ट कहा कि आतंकवाद के पीडित और आतंकवाद के प्रायोजक को एक तराजू पर नह
01:24हो गया है और शीगर ही तीसरी वड़ी अर्थ्वस्था बनने जा रहा है तो हमारे आर्थिक हित और सामरिक हित बहुत से बहत्त पूर्ण
01:36मेटीरियल्स के उपर निर्भर हैं जिनमें रेर अर्थ मेटिल्स यूरेनियम लीथियम गोल्ड और डाइमंड जैसे क्रिटिकल मेटीरियल्स हैं घाना और नावीबिया जैसे देश जो इस प्रकार के
01:58तत्वों की प्राकृतिक रूप से बड़ा संग्रह उनके पास है उन देशों के साथ भारत का एग्रिमेंट होना न सिर्फ भारत को आत्म निर्भर बनाता है बलकि क्रिटिकल रेर अर्थ मेटीरियल्स के लिए किसी एक देश पर अत्यधिक निर्भरता से मुक्ति भी दिल
02:28यात्रा रही तीसरा भारत वंशी समुदाय यानि इन्डियन डायस्पोरा आज पूरे विश्व में एक बहुत प्रभावी और स्रजनात्मक भूमिका निवाने वाला समुदाय है
02:45ट्रिडाड टोबैको और घाना जैसे देशों से जो भारतिय मूल के लोगों का संबंद घाना से लगभग शताबदी पूर्ण पूर्व का है और ट्रिडाड और टोबैको से 180 साल पुराना संबंद है
03:02आप सभी ने देखा कि ट्रिडाड की प्रधान मंतरी जो कमला विश्वेशर जी है वो मूलता बिहार के बक्सर की रहने वाली है
03:12यानि एक प्रकार का कैसा सामाजिक और सांस्कृतिक संबंद भारत का इन देशों के साथ है उसको एक नए आयाम तक पहुचाना या तीसरी बड़ी उपलब दी है