00:00नकसलगर्ड दंतेवाडा का भासिक शेत्र जहां कभी बम, बारूद और गोलियों की गुंज होती थी, अब इस जगह पर बच्चे, ABCD, गिंती और ककहरा पड़ रहे हैं
00:25धुर नकसलग शेत्र से ज्ञान का उजियारा निकल रहा है, इस प्रकाश से नकसलवाद पर वैचारिक प्रहार पड़ा है
00:34यहां के लोग बच्चों को पढ़ाने के लिए आगे आ रहे हैं और भासि मासा पारा के बच्चे बे धड़क निडर होकर सिक्षा ग्रहन कर रहे हैं
00:44खास बात यह है कि इस स्कूल की नीव सरेंडर कर चुके नकसलियों ने रखी और यहां आम बच्चों के साथ सरेंडर कर चुके नकसलियों के बच्चे भी पढ़ाई कर रहे हैं
00:56इस स्कूल को नकसलियों द्वारा 2013-14 में तोड़ दिया गया था जिसके कारण इस गाउं के बच्चे सिख्चा से वंचित हो गया थे अपने पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे
01:11उसी नकसलियों ने जिला प्रशाशन की सल्योग से 2021 में फिर से स्कूल को प्रारम किया गया वर्तमान में इस स्कूल में 38 बच्चे अध्यान रत हैं
01:24आज से 10-12 बच्चली ने उन स्कूल भावन को धस्त किया था उसी आत्र समर्पित लच्चली ने उन स्कूल का निर्मान किया और उहीं के बच्चे आज वहाँ पर अध्यादत हैं
01:37और प्रसासन की ओर से एक अत्रिकक्ष उन को और सुख्रित किया गया है अन्य सुधाय भी बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा और हमारी जो मंचा है वहाँ के बच्चे पढ़ें और आगे पढ़ें
01:48भासी मासापारा का यह स्कूल अब ज्यान के इमारत की रूप में बुलंदी हासिल कर रहा है
01:55बच्चों के सपनों को सिक्षा की धार मिल रही है जिससे वह अपने भविश्य को सवारने में जुट गए है
02:02सरेंडर करने वाले नकसलियों को भी एक उम्मीद जगी है जिसमें उनके बच्चों के सपने एक सुरक्षित भविश्य की ओर बढ़ रहे है