00:00हर्याली पहारियों और शान्ती के लिए मशुहूर नाची अब भोलेनात की भक्ती का नया धाम बन जुकी है।
00:07स्वन्रेखा नदी के तटपर बना 108 फीट उचा सिबलिंगम मंदीर सद्धा और स्थापत्य का अदभूत संगम है।
00:16यह मंदीर ना के बल अपनी भैवता के लिए प्रशिद्ध है बलकि दावा है कि यह देश का दूसरा सबसे उचा शिबलिंगम अकृति वाला मंदीर है।
00:46इस मंदीर की खाशियत इसकी आकरिती है यह किसी सामान मंदीर की तरह नहीं बलकि संपूर्न सिवलिंग के आकार में बना है।
01:10This idea of the Vars 2012s, was the 10 years of breath and the practice of this month.
01:19The temple was set of this month, the opening of the temple was set of the 107th and the third day.
01:30This is the
01:43temple of the temple, which is located in the temple.
01:49This temple is built in the temple.
01:52The temple is built in the temple, the temple is built in the temple.
01:56बजरंगबली जी का भी मंदीर है इस परिशर में तो पूजा का काफी अच्छा व्योस्ता है अभी सावन आने वाला है सावन माह में हम लोग प्रवेश करने वाले हैं सावन माह की इस मंदीर में बहुत विशेश त्यारी शुरू हो चुकी है
02:09पूर्वी भारत में अपनी तरह का यह अनुठा मंदीर आज सावन में सद्धालों की आपार भीड को आकरशित करता है जार खड़ ही नहीं बिहार बंगाल उडिसा और नेपाल तक से भक्त यहां जलरपित करने पहुचते हैं
02:23सावन के हर सोंबार को यहां विशेश रुद्राविशेक और भजन कृतन का आयोजन होता है जिससे पुरा परिशर शिवमय होटता है अब भक्त इसे राची का काशि कहने लगा है यह मंदीर ना केवल इश्वर की उपासना का केंद्र है बलकि सामाजिक समर्पन, स्थाप�
02:53यहां का शिवलिंग है जिसे देखने और दसन करने दूर दराज से भी लोग पहुचते हैं अन्य राज्यों से भी अब लोग इस मंदिर प्रांगन में पहुचने लगे हैं चंदन भटाचारिया इटीवी भारत राची