00:00अक्सर लोग सुरंग खोद कर जेल से भागते हैं, लेकिन इन कैदियों ने तो छत में छेद करना शुरू कर दिया, उन्होंने हथोड़े से तोड़ा, आरी से काटा और सबूत न छूटे, इसलिए गिरा हुआ हर तुकड़ा ध्यान से समेट लिया, उन्हें लगा सब कुछ स
00:30पोस्टर भी उतार लिया, चश्मेवाला कैदी अखबार फाड़ कर उसे पानी में भिगो कर गूंथता है, उसमें मलबा मिलाता है, और फिर अंडे भी डाल देता है, फिर उसे अच्छे से मिलाकर चौक और आकार में ढालते हैं, जो छेद को पूरी तरह ढख देता है, उ�
01:00हटाने, तभी वह उस पोस्टर में लगी मॉडल पर फिदा हो जाता है, और हटाने का विचार ही छोड़ देता है, उसे क्या पता था कि उस पोस्टर के पीछे एक इतना बड़ा खाली स्थान है, जिसमें सैकडों टन मिटी आ सकती है, जब खत्रा टल गया, अगले दिन कै�
01:30चाली गई मिट्टी थैलों में भर कर उपरी मंजिल पर छिपाई जाती थी, अब 6 लोग मिलकर दिन रात खुदाई में लग गए, पर काम बहुत धीमा चल रहा था, दिन 77 तक वो सिर्फ 2 मीटर ही खोद पाए थे, 100 मीटर का लक्ष अभी दूर था, अब और लोगों को शा
02:00चेद बनाया गया, हर कोई काम में पूरा समर्पन दिखा रहा था, एक व्यक्ती निगरानी रखता, छोटा सा भी खत्रा हो तो सब को अलर्ट करता, बावजूद इसके सभी को जेल की दिन चर्या का पालन करना होता, ताकि कि किसी को शक न हो, पर एक दिन खुदाई करते सम