बाड़मेर ज़िले की सिणधरी पंचायत समिति के होडू गांव में बुधवार का सूरज एक अपूर्व गाथा लेकर उगा — शौर्य, बलिदान और देशभक्ति की गाथा। जब बीएसएफ के हेड कांस्टेबल शहीद डालूराम की तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह उनके पैतृक गांव पहुंची, तो चारों ओर सन्नाटा, शोक और गर्व का अद्भुत समागम देखने को मिला।
01:00बुद्वार सुभा जैसे ही तरंगी में लिप्टी पार्थिवदी ही गाउ में पहुची, बुजुर्ग मा की डबडवाई आखें, पतनी का विखरता हुआ धैर्य, बेटा बेटी की सिस्कियां और पूरे गाउ की रुलाई, सब दे एक ही सवाल पूछा, क्यों छिन गया ग
01:30बेटी छत्तों से भारत माता के जैके नारे लगाते नजर आये, इसकूल के बच्चे भी नारे लगा रहे थे वीर जवान कैसा हो, डालूराम जैसा हो, उनकी मासूम आवाजे भी माहौल को और भावुक कर रही थी, बियस एफ के अधिकारियों और जवानों ने गार्ड ओ
02:00ना सिर्फ गाउं से, बल्कि आसपास के इलाकों से भी लोग पहुँचे
02:04इस्थानी जनप्रत्नेधी प्रशासनी का धिकारी समाज सेवी सभी ने ना माखों और गर्व से लवरेज मन से शृद्धांच ले दे
02:13तो डालूराम अब इस मिट्टी में सो रहे हैं लेकिन उनकी कहानी हवा में तैरती रहेगी
02:20वो हर उस बच्चे की प्रेणना है जो देश के लिए कुछ करना चाहता है
02:24उनकी शहादत एक आवाज है कि जब देश पुकारे तो जवान सब कुछ पीछे छोड़ कर मूर्चे पर होता है
02:32और यही हमारे जवान है जो की सरहत पर हमारी सुरक्षक ले 24 घंटे तैनाथ रहते हैं
02:41अपने जान की परभा किये बिना और इनके तैनाथ रहने से ही हम लोग खुद को सुरक्षित और महफूज महसूस करते हैं
02:51तो ऐसे ही वीर जवान डालू राम जोनोंने वीर कती प्राग्त की है