00:00टोग्री पे गोली बारी हो रही है, सारे मोबाल उनित कॉरहण रपोर्ट करें
00:19इस उनियों दोग्री पोली पोर्ट पोर्ट करें
00:24इस्पेक्तर चाहन पॉरन रपोर्ट करें
00:26इसके जोपटा चाहँ पर पाझ कम इन अर्जेंकली इसका जोब तो ऐगनेल साब भी दे सकते हैं
00:45सार क्या हो तो एकनल साब को होश आ गया है
00:47सब्सक्राइब कर लिए सारी जिन्दगी सलाकों पे सर पठके रोएगा वह सर बूलिए सर कौन था वो क्या नाम है उसका एकनल विल्सन
01:11मैंने तहकीकात कर ली है इसके पीछे किसी का आतने मतलब मतलब यह किनोंने आत्मत्या करने की कोशिच की ती क्या पक्वास कर रहे हो तुम सब्सक्राइब ना तो गाड़ी में कोई डेंट है ना डेमेज हुए और गाउवालों से पूछे मैंने ना एक्सिदेंट हुआ ना �
01:41खुदकुशी करने की कोशिश क्योंकि तुमने आज जब मुझे तुम्हारी सबसे ज़्यादा ज़रत पड़ी तो तुम कमजोर पड़ गए फर्ज से भाग रहे थे या डर गए
01:52फर्ज से नहीं सर अपने आप से भाग रहा था और मैंने जिस मुश्किल में शेहर को डाला है
02:04मुझे मौत पी असानी से नहीं आएगी जो भी इस शेहर में हो रहा है अगनिल उसकी वज़त तुम नहीं हो तमाकों की आवाज में दफन है बंबई
02:17और इस सब की वज़े मैं हूँ
02:22एक आदमी की बुनियाद ही लाने चला था आज देखिये पूरा शेहर ही लगया है
02:34कौन आदमी किसकी बात कर रहे हो तुम
02:36सुल्तान मिर्जा
02:38सुल्तान मिर्जा
02:41इस कहानी की शुरुआत सुल्तान से ही हुई थी
02:46सुल्तान मिर्जा
02:49आजादी के साल दो साल बाद ही मदरास में एक जबरदस्त बाड़ आई
02:55अपना सब कुछ कवां कर वो दो हाथ का लड़का बंबई आगया
03:00अगर वो बाड़ ना आती
03:07तो शायद बंबई को सुल्तान नहीं मिलता
03:10और सुल्तान को बंबई
03:12समंदर किनारे गोदी में उसे काम मिल गया
03:18सुना है
03:21कि सारा देन कोईले के बीच काला होने के बाद
03:25उसे चाराने मिल जाया करते थे
03:28उस चोटी से उमर में भी सुल्तान को दिल जीतने का हुनर अच्छे से आता थे
03:46तु मेरे को भीग देगा तो खुद क्या खाएगा
03:55दुआ आपकी दुआ खाऊंगा
03:58आप बड़े हैं ना तो आपकी दुआ से मैं एक बड़ा इंसान बन सकता हूँ
04:04जेब खाली है तेरा और बाते सुल्तानों वाली करता है
04:08बस उस तेन उसका नामकरन हो गया सुल्तान
04:14उसकी कम उमर और मासूम जहरे ने उसका बहुत साथ दिया
04:34मस्दूर से मालिक पन्ने का सफर शुरू हो गया था
04:39मचली की टोकरी में छुपके आया हूँ बच्चा एक दिन समुंदर पर राज करेगा खीसे पता था
04:50पर ये मुम्किन हुआ क्योंकि वो सिर्फ एक ही बात पर कायम रहता था
04:59सुल्तान हमें पठान के साथ नहीं देना चाहिए दुश्मन है वह हमारा जब दोस्पना के काम हो सकता बैट्रेक
05:08तो पर दुश्मन के बनाएं ट्रक में छह लाग का सोना है कि कुलीस को मालूम है कि यह सोना शेहर में पहुंचेगा जरूर इसलिए शेहर के हर रास्ते पर कडिना का बंदी है
05:27माल आप तक पहुच जाएगा लेकिन यह सब होगा कैसे जैसे तू हुआ था उपर वाले के दुआ से थोड़ी मेहनद से और बहुत सारी लगन से काम हो जाएगा
05:44हुआ ख्लाय से द्वर्फिको खुठला गिंगा है
05:59झाल झाल
06:29झाल झाल
06:59झाल
07:29तू तो बहुत ही ज्यादा मतलबी निकला सुल्तान कुछ लाग के सोने के लिए हजारों जिंदगी खत्रे में डाल दी
07:43काम अभी पुरा नहीं हुआ है बर्दनौ
07:48को झाल
07:49झाल
07:50कि अचिए
07:52झाल
07:53कि अर्दनौ
07:55झाल
07:56झाल
07:57झाल
07:58झाल
07:59कि नच्झ को आ दो, और बाप ए Alorsबा कि येारट करिक है नच्झ को अ Salone
08:29फगर एकन ओए के भाल, वाल, फजख जर झाल, जरा भी कान्म, फटा टूजरा लुटान!
08:41वाल, यूख लुटान!
08:45क्षाई एंप जड़र लुटान!
08:50यूँ झाल!
08:52कर लो प्रता शेल, जड़रा कान्म!
08:56तू दिलेर भी है
09:26और दरिया दिल भी
09:28तेरा नाम सबसे उपर होगा सुल्तान
09:31सुल्तान को बंबई से प्यार हो गया था
09:49वो नहीं चाहता था कि बंबई की सड़कों पर दहशत पहले
09:54इसलिए उसकी पठान, विश्णू, वर्दन और वर्गिस से मुलाकात सुरूरी थी
10:00लड़के सबके तेज हैं
10:05बाजों में सभी के दम है
10:06अगर हम आपस में लड़ेंगे तो नुकसान हम सब का है
10:11सोच लो
10:15बात खतम करनी है
10:17या कहानी शुरू
10:20तू कहना क्या चाहता है, सुल्तान?
10:27कौन सी चौकी में सबसे जादा सलाम होता है, वर्दन?
10:30दारावी
10:31तो पर ठीक है
10:32दारावी चौकी से लेके परेल चौकी तक
10:35हम मैंसे कोई आपके काम में दखल नहीं देगा
10:39सुल्तान
10:41ये बटवारा हमें मन्जूर ना होतो
10:43मैं चाहता था कि हम सब अपने अपने धंदे में बड़े बने
10:51लो
10:57काट लो एक दूसरे को
10:59हम सब आपस में लड़ेंगे तो उससे पुलिस का काम आसान होगा
11:02हमारा नहीं
11:04जब तो उस बना के काम हो सता है पठाम भाई
11:14तो फिर दुश्मनी क्यों करें
11:17टूंगरी चौकी से लेकर साइन चौकी तक
11:20आपका
11:21वर्गिस भाई
11:24कुलाबा चौकी से लेकर तारदेव चौकी
11:27आपका
11:28सुना है आप बहुत तेज़दार अंग्रेजी बोलते हो वाग काम आएगी
11:33बैंडर चौकी से लेकर वर्से हुआ चौकी विश्नौ आपका
11:37पुलिस चौकी के हिसाब से शेहर बाट रहे हो सुल्तान
11:41चौकी है जाए पुलिस की हो
11:43शेहर के कमिशनर तो हमेल होगे
11:46सुल्तान सारा शेहर तो हम लोग में बाट दिया
11:53खुद के लिए क्या
11:56वैसे तो पूरा बंबाई मेरा है
11:59और दंदे के लिए मुझे जमीन की जरुत नहीं
12:03समुन्दर है न मेरे पास
12:06यह समुन्दर ही है जो हिंदुस्तान को बाकी मुलकों से मिलाता है
12:11इसके लिए रुपे कभजा कर लिया तो हमारा जहाज कभी नहीं डुपेगा
12:18जिन्दा थे वो लोग जिन में हालात पदलने की हिम्मत थी
12:24जिस चीज पर हमने रोक लगाई उसी चीज की उन्होंने समग दिन शुरू कर ली
12:33उन लोगों ने ऊपर चड़ने के लिए कानून को ही अपनी सीडी बनाया
12:38दागा साथ छे मिल के मालिक हैं भाई से जगड़ा हो गया
12:42ये काम तो पुलिस का है पैसे तो बहाँ भी देने है आपको भी
12:46मैं हर काम पैसे के लिए नहीं करता है कि स्ल्थान भाइब मेर्भानी कीजए साम
12:52ओ अ कि अ कि दागा साब के लिए है कि टैक्षि मंगा ओ vos मैं टैक्षि से कियो जाओंगा में तो गाड़ी
13:01मैंने कह नभू कि यह नहीं करता है
13:05कुछ बदद कर दो बेटा
13:18इसका खाना बेन ठीक से करता है और दुआ में जाद रखना
13:26कि इस पर सब्सक्राइब करता है इस पर सब्सक्राइब करते को अपने मुआ की सद्ने करते हैं
13:53मैं उनका पाप बुद कर आता हूँ ना उम याद रखना सुल्तान मेर्जा
13:59सुल्तान हर आदमी के साथ था जहां जहां सरकार करीबों की मदद करने में चूकी
14:14वहां बहां सुल्तान उनके लिए आगे बढ़ कर खड़ा हो गया
14:18बुजर्गों की कहानियों में एक ही राजा होता था
14:24इस कहानी में दो हैं
14:28एक राजा बना अपने जिगर से दूसरा अपनी जिद से बना चाहता था