01:42आशिक को इतना ना तड़ पाओ जानी, आशिक को इतना ना तड़ पाओ जानी
01:48सच कहूं तो बहु का गाना मुझे बहुत पैसंद आया
01:51और तू ना जाने कौन सा गाना बिना राक के गाय जा रही है
01:55अभी तू अपनी भावी से कॉम्पेटिशन करने लाइक नहीं है
01:58सुन लिया ना आगया सौद
02:01बड़ी आई थी जूली कोहर आने वाली
02:04जूली की आवाज मा कही बहुत मधूर है
02:07जब मैं इसे देशने गया था
02:09और इसने गाना गाकर सुनाय था
02:12तभी मैं इसका दिवाना हो गया था
02:14कम से कम अपनी मा के सामने तो ऐसी बाते ना कर मुर्ख
02:18मैं चलती हूँ तुम लोगों को जो बोलना है
02:20जो बातें करनी है कहती रहो
02:22पूनम को अपनी भावी की सुरीली आवाज सुनकर बहुत बुरा लगता है
02:26कि उसकी आवाज इतनी अच्छी और सुरीली क्यों नहीं है
02:28और सच्चाई तो ये थी कि पूनम अपनी भावी के आगे कुछ भी नहीं थी
02:32उस वक्त तो पूनम को बुरा लगता है
02:34लेकिन अगले हिपल
02:35पूनम अपनी भाबी की केर करने लगती है
02:38भाबी ये लेड़ू मैं आपके लिए लेकर आई हूँ
02:40खा कर देखो न कैसा है
02:42कुछ देर पहले तो मुँ बना कर घूम रही थी
02:46अभी तुझे अपनी भाबी पर बहुत प्यार आ रहा है
02:49सब ठीक तो है ना
02:51कहीं आप मेरा गला तो नहीं खराब करना चाहती
02:54अरे नहीं नहीं भाबी
02:56सब की अपनी अपनी आवाज है
02:58और मैं तो मान गई मैं आपके आगे कुछ भी नहीं हूँ भाबी
03:01पूनम अंदर यंदर जल रही थी
03:03लेकिन वो इसका दिखावा कर रही थी
03:05कि वो अपनी भाबी के आगे हार चुकी है
03:07ऐसे ही समय बीटता है
03:09कुछ दिनों बाद अचानक जूली की तबियत खराब होती है
03:11और उसे अस्पताल में भरती करना पड़ता है
03:14जहां डॉक्टर राकेश से कहता है
03:16पिछले कुछ समय से इन्हें
03:19ये कैसी दवा की डोस दी जा रही है
03:21जिससे उनके गले में ट्यूमर हो गया है
03:24और मुझे नहीं पता कि उन्हें
03:27इस दवा की डोस क्यों दी जा रही थी
03:29लेकिन डॉक्टर साहब
03:31जूली की तो कोई दवा ही नहीं चल रही
03:33लेकिन अभी समस्या ये है
03:35कि इसे ठीक कैसे किया जाए
03:37आप आप दवा चलाइए
03:39मैं पैसों का इंतिजाम कर लूँगा
03:41उनके गले में जो ट्यूमर है
03:43उसका ओपरेशन करना होगा
03:46साथ ही दवाईयां भी चलाई जाएंगी
03:49लेकिन हम इसमें रिस्क नहीं ले सकते
03:53कुछ दिनों तक दवाईयां चलने के बाद
03:55जूली के गले का ओपरेशन होता है
03:56लेकिन इस दौरान जूली की तबियत
03:58जादा बिगरने की वज़े से
03:59उसकी मौत हो जाती है
04:01और राकेश पूरी तरह से तूट जाता है
04:03लेकिन पूनम पूनम बहुत खुश थी
04:06जैसे भी रास्ते का काटा तो दूर हुआ
04:08हर वक्त घर में भावी कही गुनगान गाया जाता था
04:12दीरे दीरे समय बीटता है
04:14और करीब 6 महिने बाद
04:15एक रोज गाओं की रामवती काकी
04:17शेहर से लोट रही होती है
04:19रात के करीब 10 बच चुके थे
04:21जंगल के रास्ते रामवती घर जा रही थी
04:23तब ही उसे पीछे से गाने की आवाज आती है
04:26अब रामवती ये तरह तरह के गाने सुनकर हैरान थी
04:36जैसी वो पीछे मुड़कर देखती है उसके हैरानी का ठिकाना नहीं रहता और वो अपने पीछे चुडैल को ये गाना गाते हुए सुन वहीं गिर पड़ती है और गला दबा कर मार डालती है
04:46राकेश बेटा रामवती काकी को जंगल से आने वाले रास्ते में किसी ने मार डाला न जाने किसकी उस पुढ़िया से दुश्मन ही होगी
04:55अब दीर रात गोपाल नशे में जूमता हुआ घर की तरफ बढ़ रहा था तब ही अचानक से उसे गाना सुनाई देता है
05:01ओ मुन्नी रे मैं तुझ में पूरी बोतल का नशा है तुझ में पूरी बोतल का नशा बोतल का नशा ओ मुन्नी रे
05:12जैसे गोपाल पीछे मुड़ कर देखता है उसके पीछे एक चुड़ैल खड़ी नजर आती है जो उसे देखकर गाना गा रही थी
05:19तुझे देख कर तो ऐसा लग रहा है तुझ चुड़ा एल है
05:24मेरी आँख है तो ठीक है न या नशे में मुझे मेरी खुद की गर्फरेंड चुड़ा एल नजर आ रही है
05:33चल छोड तुझ कोई भी है लेकर मेरे साथ अंता च्छरी खेलना चाहती है क्या
05:40तुझे देखा तु ये जाना सनम यार होता है दिवाना सनम अब यहां से कहा जाएं हम तेरी बाहों में मर जाएं हम
05:52मास में मैं निकल अगड़ी लेके रस्ते पर चड़क पर एक मोड आया मैं उच्छे जिल शुड़ाया शुड़ाया
06:12आजा सनम मदुर चांदनी में हम तुम मिले जो विराने में भी आ जाएगी बहार जुमने लगेगा आसमा
06:23मास मास मर ड़ला दया मर ड़ला तु हार गया ऐसा कोई गाना नहीं है लेकिन तेरी इक्छा जरूर पूरी करूंगी अब तेरे मरने का वाक्त आ चुका है
06:40गुपाल इतना कहे कर जाने लगता है तभी चुड़ैर उसका गला पकड़ कर उसे तबोच लेती है और उसे मौत की घाट उतार देती है
06:47अगली सुबह गाउं में एक और मौत की खबर आने से गाउंवाले हैरान रह जाते हैं
06:52गुपाल की मौत से सबसे ज़ादा अगर किसी को दुख हुआ था तो वो थी पूनम
06:56दरसल गुपाल से पूनम प्यार करती थी
06:59पूनम को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर गुपाल के साथ क्या हुआ
07:03गाउंवाले इस मौत के बाद भी चुप रहते हैं
07:06और करीब दो दिन बाद दीर रात जब चमपा हैंड पंपर पानी भरने आती है
07:10तो उसे उसका पसंदीदा गाना सुनाई देता है
07:13मूड़ा शिकाना है घर नहीं जाना है तुने ये कैसा जादू किया
07:18तुखीच मेरी फोटो तुखीच मेरी फोटो पिया
07:22अरे वो मेरा पसंदीदा गाना कौन गा रहा है जरूर पुनम होगी
07:28चमपा जैसे पीछे मुड़ कर देखती है तो ये गाना उसकी सहली पुनम नहीं
07:32बलकि एक चुडैल गा रही थी
07:34और नहीं तो क्या
07:35तुझे मैं माधरी दिक्षित नजरा रही हूं
07:37अरे चुडैल ही हूं
07:39तो चुडैल ही नजराओंगी न
07:40चल बहुत हुआ
07:42अब तेरी बारी
07:43तुझे भी अब मर ना होगा
07:45लेकिन मैंनी क्या किया है
07:47क्या तुम बाकी गाहँधों को
07:49क्या तुम ही मार रही हो
07:51तुझे एक और गाना सुना कर मारती हूँ
07:53चलाओ ना नैनो के बाण रे
07:56जान लेलो ना जान रे
08:01इतना कहकर चुड। चंपा का गला पकड़ती है
08:03और उसे मौत के घाट उतार देती है
08:05और चुड। वहाँ से चली जाती है
08:07लेकिन चमपा की सांसे अब भी चल रही थी
08:09और तब ही वो लकडी के एक टुकडे से
08:12जमीन पर कुछ अक्षर लिखकर अपनी सांस रोख लेती है
08:15चमपा तुझे किसने मारा है
08:16भगवान मेरी प्यारी सेली नहीं रही
08:19क्या पता अगला मैं
08:22तुम, राजेश, पूनम, मनोहर, विमला
08:25और बाकी कोई और भी गाउवाला
08:27उस चुरैल का टार्गेट हो सकता है
08:30हम सभी को मिलकर तांत्रिक बाबा के पास एक बार जाना चाहिए
08:33अगर इस बात में सच्चाई होगी
08:35तो वो खुद बहुद बता देंगे
08:37अब गाउं के कुछ लोग मिलकर तांत्रिक के पास पहुचते हैं
08:40और सारी बातें बताते हैं
08:42तांत्रिक भी कुछ देर मंत्र उच्चारण करने के बात कहता है
08:45वो चाहती तो कुछ भी नहीं है
08:47लेकिन उसके साथ ही गलत हुआ है
08:50वो ये सब जान बूज कर नहीं कर रही है
08:53बेरी योग और साधरा के बलबूते पर उस चुड़ायल को मैं यहां तक ही चिलाऊंगा
08:59लेकिन इसके लिए मुझे एक यग्य करवाना होगा
09:03तो फिर तांत्रिक बाबा इसका पता लगाई है कि वो क्या चाहती है
09:07और क्यों गाउं के बेकसूर लोगों को मार रही है
09:10गाउं के लोग अब उसी अग्य पूजा अनुष्ठान के लिए तयार हो जाते हैं
09:14और अगले ही दिन गाउं में तांत्रिक पूजा अनुष्ठान करता है
09:17तभी वहाँ चुडैल प्रकट होती है
09:19वो काफी गुसे में थी
09:20मैं जूली मेरी ननत पूनम ने मुझे लगभग एक महिने तक दूध में एक ऐसी दवाई डाल कर दी