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  • 6 days ago
Watch Devdas Full Movie in HD | Part 2 | Featuring Shah Rukh Khan, Aishwarya Rai & Madhuri Dixit.

This is the continuation of the tragic love story of Devdas and Paro, as Devdas sinks deeper into pain and self-destruction, while Chandramukhi offers him a ray of hope. A cinematic masterpiece by Sanjay Leela Bhansali.

⭐ Movie: Devdas (2002)
⭐ Starring:
- Shah Rukh Khan as Devdas
- Aishwarya Rai as Paro
- Madhuri Dixit as Chandramukhi

💔 Experience the emotion, drama, and timeless romance that made this film a Bollywood classic.

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Transcript
00:00:00तुम को चाहा और चाहा चाहा चाहा
00:00:30हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा हाचा
00:01:00कि दिवा दर्मादा खुलो दिवा यह क्या हो रहा है क्या हो रहा है क्या हो रहा है क्या समझाना है छोड़ दो से अपने आप याग बुच्छाइगी लेकिन यह तो सब दो
00:01:30कोशल्या वक्त सबको खेल दिखाता है कोशल्या मेरी बेटी तो चांदी के रुपयों पर चल कर गए पर देख देख तेरा बेटा तेरे अहम की चिता जला रहा है हर नौट अंकी के दो अंक होते हैं कोशल्या पहले अंक में मैं और मेरी बेटी नाचे थे और अब दूसरे अ
00:02:00अज़ एक निए उदास हो कियो वेठी हो नहीं बहू वो रात को दुला दुलान अला कमरे में सोय थे ना इसलिए लेकिन अब तो रिवास की वो कालरातरी खत्म हो गई है आज से दुला दुलान एक ही कमरे में सोयंगे
00:02:27क्यों नहीं बहू को परशान कर रहे हो तुम साब बैठो बैठो बैठो परवती जनती हो वैसे तो इस हवेली में सब कुछ था बस एक चांद की कमी थी वो तुमने पूरी कर दी आज से तुम्हें सवेली की छकुरायन भी हो और इन बच्चों की मां भी
00:02:46प्राणाम चोटी मां और इन दोनों से बड़ी है यश्चो मती नचाने क्यों हम से रूट कर बैठी है अब उसे मनाना तुम्हारा काम है और तुम सब मिलकर आज हमारी पारवती को खूब सजाना आज उनकी सुहागरात्री जो है
00:03:12हवेली से पहचान हो गई या कि जी हम इतना वादा करते हैं पारवती कि आपको इस हवेली में किसी चीज की कोई तकलीफ नहीं होगी सिवाए एक यहां वक्त जल्दी नहीं करता वक्त तो बहुत जल्दी करता है यहां हम समझे नहीं देखिए न थोड़ी देर पहले हम इस
00:03:42नहीं बहुत से छोटी मा का सफर हमने चंद घड़ियों में ही बार कर लिया एक बात बता अचाते हैं हमने शादी की क्योंकि मां जाती थी हमारे बच्चों को मां की ज़रूरत थी और इस हवेली को ठोकुराइन की और आपको
00:03:58यह यह सुबद्रा है हमारी पहली पत्मी बेशक आज से आप ठोकुराइन हैं हमारी बच्चों की मां हैं नहीं बहु हैं लेकिन हम सुबद्रा को कभी नहीं बुल सकते हैं रिवार्ज के अनुसार भले ही खत्बा हो गई हो पर यह काल रात्री हमेशा हमारी बीच रहेगी �
00:04:28अहाँ good morning bondu good morning क्या नसीब बॉन्धूआ हमें बेहोश होनी के लिए शराप का सहारा चाहिए और एक आप हैं जो शराप को छूते भी नहीं फिर भी बेहोश आपने हमें बताया नहीं परसर पराया कर दिया
00:04:54अरे बॉन्धू परसे प्यार होता है परसे पारो भी
00:04:58आपकी बेहोशी ने आपके सारे रास खोल दिये
00:05:02सारे
00:05:03मुझे यहां कहून लाया चुनी बाबू
00:05:05बड़ा बेमार
00:05:12बड़े अफसोस की बात है
00:05:13एक तवाइफ मुझे रास्ते से उठा कर यहां पर ले आई
00:05:16बड़ा ऐसान फरामुश है चुनी बाबू हमने इसे प्यार किया और इसने हमी परवार कर दिया
00:05:24कारे वही तो उस बेचारी न इंसानियत के नाते तुम्हारी मदद की बीमार हालक में तुमहें सलक से उठा कर यह ले आ
00:05:30अज दो दिन के बाद तुम्हें होशाया है मngthर वह नहीं सोई तुम्हारी सेवा करती रही है
00:05:36तो मेरे मुझसे पारो पारो सुनती जहां से ऐसान होना चाहिए वहां से अपमान हो रहे है अब जाने भी दीजिए यह तो जमीनदारों के खासियत है इनकी छोटी-छोटी बातों का बुरा नहीं मानते
00:05:48कई तो इस तरह थे जिस तरह फिर कभी न मिलोगे मगर किसमत थी जो मिल ही गए यह आपकी दवाई इससे आपको अभी लेनी है
00:05:59नहीं चाहिए तुम्हारी दवा अच्छा होता मैं वहीं पड़ा रहता तो ठीक है आप फिर से बेहोश हो जाए हम फिर आपको वहीं छोड़ाते हैं जहां से उठा लाए थे क्यों चुनी बाबू ने बताये तुम दो रात यहां पर थी तुम्हारे कोठे पर शमा नहीं च
00:06:29अब समझे हैं कि पारो ने आपको छोड़ा तो क्यों छोड़ा इश्क तो दूर की बात आप तो हमदर्दी के लाइक भी नहीं है
00:06:38सुना चुन्णी बाबू एक तवाइफ इश्क की बात कर रही है अब आपके दोस के पास कुछ भी नहीं है ना आत्मा ना इबादत
00:07:04नमकसद और यह जो बार बार आप हाथों में रुपए पकड़ते हैं न देव बाबू कोठों पर यह तवाइफों के तल्वों में होते हैं अगर इतना ही घमंड अपने आप पर तो हमें वही लोटा दीजे जो हमने आप पर खर्च किये हैं तो राते हमारी दो राते उधार �
00:07:34आई थी दर से दोस्ती करने हैं और आप दर से दुश्मनी कर बैठे अब दर से दो रातों का कर्ज है आप पर बांधू रसियां बड़ा भाई माई
00:07:47साज ने सुर्थ तो छेड़ दिया आपा अब सर से चुनर सरक जाए तो महफिल में जाना आएगी
00:08:00महफिल बेताव हो रही है चंद्रमुखी नहीं आपा जब तक देवबाब नहीं आते यह महफिल नहीं सजेगे
00:08:09असली सोने के हैं खास लखनों से बनवाए हैं साथ में सोने की एक नथ भी है वो घुम्गरू हम आपको पहनाना चाहते हैं चंद्रमुखी नथ आप पहन लेना उतार हम देंगे अपने होसले को इतना बुलंद भी मत कीजिए काली बाबू जो शमा मेहफिल सजाती है करीब
00:08:39जिसे हम नहीं यह महफिल उतारेगी वा यही अदाएं तो खीच लाती है हमें आपकी महफिल में परना इस बाजार में हुसनो जाना और भी है लेकिन जिसका इंतजार आपका दिल कर रहा है उसे न तो आप में दिल्चस्पी है नहीं आपके गाने में वो तो किसी पारो का �
00:09:09और आप देखोगे यह हमारे दिल का दावा है क्यों न दावे को शर्त में बदल दिया जाए अगर इस शमा के बुझने से पहले वो नहीं आया तो यह घुंगरू अपने पैरों में बांद कर आप जब भी नाचोगी वो महफिल हमारी होगी मन्सूर है
00:09:27और अगर वो आ गए तो इस महफिल से जाते वक यह खुंगरू आपके पैरों में होंगे
00:09:37मन्सूर है
00:09:57यह किसकी है आहट यह किसका है साया
00:10:15कुई दिल में दस तक यहां कौन आया
00:10:21हम देगे किसने हरा रंग डाला
00:10:31हम देगे किसने हरा रंग डाला
00:10:37खुशीने हमारे हमें
00:10:40मार डाला
00:10:46हम देगे किसने हरा रंग डाला खुशीने हमारे हमें
00:10:59आगे मारिडाना, आगे मारिडाना, आगे मारिडाना, आगे मारिडाना, आगे मारिडाना, आगे मारिडाना, आगे मारिडाना, आगे मारिडाना, आगे मारिडाना, आल्ला, आगे मारिडाना, आगे मारिडाना, आगे मारिडाना, आगे मारिडाना, आगे मारिडाना, आल्ला
00:11:29ना चान है तेली परे सजाया
00:11:47ना तारों से कोई भी रिष्टा बनाया
00:11:53नगप से भी कोई शिकायत की
00:11:56हर गम को हमने चुपाया
00:12:02हर सितम को हस से उठाया
00:12:07आटों को ही नने से लगाया
00:12:13और फूलों से जब खाया
00:12:18हाँ मगर दुआ में जब यहाद उठाया
00:12:24हाँ मगर दुआ में जब यहाद उठाया
00:12:30खुदा से दुआ में तुम्हें
00:12:36मांग डाला, मांग डाला
00:12:41अल्ला मांग डाला, अल्ला मांग डाला
00:12:47मांग डाला, मांग डाला
00:12:53मांग डाला, मांग डाला
00:12:59मांग डाला, मांग डाला, मांग डाला
00:13:05मांग डाला, मांग डाला, मांग डाला
00:13:12मांग डाला, मांग डाला, मांग डाला
00:13:16मांग डाला, मांग डाला, मांग डाला
00:13:22मार गाला
00:13:24मार गाला
00:13:26मार गाला
00:13:28मार गाला
00:13:30मार गाला
00:13:32मार गाला
00:13:52इंस्टी मेंने के ताओंग से जहां कि अगा
00:13:57वग इंस
00:14:02अर्शी विर टेन्य कि मीनाань
00:14:06विर टो
00:14:09जन्सी हस्टाकषन
00:14:12तो
00:14:15ग्रैंट
00:14:18वार डाला, वार डाला, अभी अभी पीनी शुरुकी है, क्यों पीते हो इतना कि परदाश्टी न कर पाओ?
00:14:35कौन कमबक परदाश्ट करने को पीता है? हम तो पीते हैं कि यहां पर बैठ सके हैं, तुम्हें देख सके हैं, तुम्हें परदाश्ट कर सके हैं,
00:14:48तो कि यह जो सके औरो को भूला सके लेकिन चंदर मोग एक पार की आद है जो हमें होश भी नहीं कुन ही तेदी
00:14:56कि यह इतना पीने के बाद पे उसकी यहाद हमें सटाती दिन और अथ क्यों
00:15:07क्यों क्यों क्यों तना समझ जाता इंसान
00:15:14क्यों कल्टी कर पैट था यह एक चोड़ी सी कल्टी कि इतनी पड़ी सजाम बिलती है
00:15:25क्यों किस दगी के रास्ते अलगो जाए एक चला जाए शादी के रास्ते पर लो
00:15:33है थुड़ी दुड़ी कि अदैजिक इतना इतना है अदिस दुड़ी कि अद्विक इतना अद्रा आ है मूरक अद्रापक कर दोड़ी है
00:16:03कमल को छोड़ कर कागस के फूल पर मन रहा रहा है
00:16:06ती बाबु गिर गए
00:16:12ती बाबु अज़ के बाद मैं इस चोकट पर कभी नहीं आऊंगा
00:16:30जब भी पारो की आद आएगी मैं आऊंगा जब भी खुद को दोशी पाऊंगा
00:16:37मैं आऊंगा और कहां जाऊंगा यहीं सजा मुकरर की हमने अपने आप के लिए
00:16:49क्यों देते हो अपने आपको यह सजा क्योंकि रोस बैटी है इस दिल में चश्बात की गदल मैं
00:16:56मिरारारर
00:17:00मिरारर
00:17:03मिरार
00:17:05मिरार
00:17:07मिरार
00:17:08जोती है समापबत के केस की सुनवाई
00:17:10है
00:17:13है है
00:17:14और जोती है धैसला सुनायजाताए
00:17:17मुकरजी आयायायाय अबज Enough!
00:17:23मुकरजी आयाय अबजे !
00:17:28उम्हिछी हो..
00:17:28याउने और गल Steve
00:17:37is mean
00:17:43no objection
00:17:47अब तो हवेली के सारे काम का आज हमारी पारवती की मर्जी से ही होते हैं
00:18:12नहीं बहु के आने से मेरी तो सारी चिताय दूर हो गए यह सब्दा
00:18:17पारवती के रूप में इस हवेली की खोई गुश्या लोटाई है इन से मिलो यह है यश्वमती की सासुबा और यह पारवती
00:18:26नमस्ते आप भुवन चौदरे की पत्नी कम और बेटी ज्यादा लगती हैं उनकी हम जो भी लगती हो पर आपकी तो संधन लगती है वैसे हमारे रिष्टा गले मिलने का है पर आप उम्र में हमसे इतनी बड़ी है इसलिए भाई एक बात तो देखी हमने आप मानिक्पुर �
00:18:56पर बड़ी माँ ये शुमती बहुत ख्वाइश थी तुमसे मिलने की अपनों से को इस तरह रूटता है भला वैसे उम्र में हम दोनों एक ही होंगे बस रिष्टा तुमें तेह करना है हम क्या है माँ बेटी या साहेली
00:19:11मा ये क्या ये सब तुफा अपनी मा की तरफ से तुम पर बहुत इच्छी लगेंगे पारवती वहां बेटी से ही बातें करते रहोगी यहां हमारे पास नहीं आओगी उस हुक्के की गुड़गुड हमें पसंद नहीं हुक्का जमिनदारों की शान है पारवती हम नहीं मान
00:19:41तुमा वाँ दिल खुश हो गया आपकी बात सुनतर कि अबडी इच्छा थी आपसे मिलने की हमारी शाधी में तो आप थीन नहीं और आपकी शाधी में हम पाय लागो
00:19:52बढ़ा अच्छा लगा पेर चूपकर हमारी �請 मिलादीWith
00:20:00खाश आपकी शादी में हम भी होते जो मैं पापो तो आपके काणखीचने की इच्छा हम भी पूरी कर लेते क्यों
00:20:08बड़ा अच्छा लगा, आपके कानखीच कर
00:20:10आपसे ये पहली मुलाकत जिन्दगी पर याद रहेगे सासुमा
00:20:15और ये रिष्टा भी याद रहे
00:20:38आपसे पारो आगई पारो कैसे है तू कब से तु अब यादेली में इस भीड क्यों है
00:20:52सब ठीक तो है ना नारायन मुकर जी अपनी आखरी सांसे ले रहा है
00:20:56और आप यहां हो हमें तो वहां होना जीए ना मन नहीं माना पारो
00:20:59तू बता तू जाएगी उस इंसान को देखने जिसने तुझे और तेरी मा को कोटे पर बिठाने की बात की थी
00:21:07एहम में आकर इंसान कभी-कभी गल्ती कर बैठता है पर इससे रिष्टे तो नहीं टूचाते ना
00:21:12मैं हवा होकर आती हूँ
00:21:15कि सारा गाउं रिष्टेदार सब आ गए मगर कितने दुख की बात है कि उनके चहीते बेटे देवदास का कहीं आता पता नहीं है न मा लो जिनका कोई रिष्टा नहीं था वो भी आ गए देखिए तो बाबुजी आपसे मिले कौन आया है नहीं मालेक अपनी पारों आई है
00:21:45कि बच्पन में जब देव खो जाता था दब तुम्हीं पूछते ते पारों देव कहा है अज हो अधिकार भी हम खो चुके है एना सुमित रख और पूछते रहें देव कहा है देव कहा है अब कहां से ढूटनो में अस तूपान को
00:22:05हुआ हुआ है अब कर दो कि अब आपको चुब ही निया तकशिए अगर यही बाती तो क्यों आए हमारे जिंदगी में हम भी खुछते अपनी तनाइए में क्यों मसीहा बनकर हमारे दर को और बढ़ा रहे हो क्यों चंदर्मुखे
00:22:29कि अगर द्यान बदल दो तो गहरे से गहरा जखम भर सकता है देव बाबु वही तो कर रहे हैं हम बस भी करो बहुत पी चुके यही कह दिया होता है बहुत चीच चुके
00:22:49कि यह से कह दो तुम्हारे पास तो पारो है बारो की यादे हैं मेरे पास तो सिर्फ तुम हो बारस्मानी जिसे छुके लोहा भी सोना जाता है
00:23:04अपने कीमत बढ़ा रही हो यह मेरी
00:23:08रिश्टों की दुनिया में डवायव की कीमत ही क्या होती है
00:23:11कुछ भी नहीं और वैसे भी आपने तो हमें छुने कादे कारी नी दिया
00:23:16इश्क करती है मैंसे यही पूछ लिया होता सांसे लेते हो चंद्रमुकि
00:23:26सांसे लेते हो चंद्रमुकि
00:23:31क्या पाओगी ना मेरे पास घर है ना दिल
00:23:38सिर्फ पाने का नाम ही तो प्यार नहीं है न देव बाबो प्यार का कारोबार तो बहुत पार किया है
00:23:46मगर प्यार सिर्फ एक बार
00:23:50चंद्रमुकि
00:23:52इस भरे पैमाने में और शराब डालो की तो क्या होगा
00:23:57चलक कर जमीन परा के रहेगी
00:24:01इसी तरह पारो के नाम से भरा पड़ा है ये पैमाना देव दास भी
00:24:08और भरो की तो चलक चाहेगा
00:24:13खुद तो गिरेगा तुम्हें भी किरा देगा
00:24:19पर जमीन पर गिरी शराब को देखकर लोग तो यही कहेंगे ना कि पैमाने को च्छू करने के लिए
00:24:27तुम्हें चलक कातु
00:24:41देवदास कहा है उने बोलाए है हम उनसे मिलना चाहते हैं वो सु रहे है इस वकन नहींन सकते है
00:24:58और कैसे नहीं मिल सकते हम उन्हें लेदने आ आये हैं इस नरख में नहीं रहने देंगे हम उनने बर्मदा
00:25:06छोटे माले डिश में बताया यहां का पता तुम्हें olmas कं tibh
00:25:11बाबुजी तो मेरा चेहरा नहीं देखना चाहते, फिर क्यों भेजा तुम्हें, और वैसे भी मुझे, यो देखेंगे तो बहुत दुख होगा उनको, सर, नरायन मुकर जी का सर, और भी छुक चाह, सर, जाओ, जाओ, दरमदाजा, अरे मेरी बात तो सुनो देवा, तुम्हा
00:25:41झाहते हमे पासे अ?
00:26:11बालकेन? जोडि बालकेन? देप
00:26:36राद बुरा हुआ
00:26:41एक तरह मचाना की नहीं
00:26:43कैसे, कैसे
00:26:47बहले आदमी थे
00:26:50बार बार नहीं आते ऐसे आदमी, नहीं
00:26:53लेकन बाबुजी को एक खताब
00:27:07एक खताब और मिले गया नहीं
00:27:11एक खताब रायन मुकर्श
00:27:15बाहत प्राइब अप्राइब
00:27:19बाहत बुरा हुआ
00:27:21बाहत बुरा हुआ
00:27:23यह बहुत
00:27:27बाहत खताब
00:27:29एक पात बताओ
00:27:31वह बहुत बढ़ हमी एक बात बताओ कि देबदास क्या रोज पीता है यह पूछे कब नहीं पीता सुबह शराब राच शराब शराब खाता है शराब पीता है तो तुम उसे रोकते क्यों नहीं धरमदास घर में रहे तब ना मुश्कीली से हवेली में आता है अरे सारा दिन �
00:28:01इन आखो को बस यही देखना बाकी रहे गया था आपनी देखा है चंज्रमुखी को हाँ देवा को जब लेने गया था तब देखा था उसे
00:28:11कैसी है वो कहते है ना धोका हमेशा सुंदरी होता है वो ठहरी शहर की मशूर तवाय वो अपनी अदाओं से लूटती रहती है और देवा लुटाता रहता है उस नदक से हमारे देवा को में पचाना होगा पारू मैं तो उसे कुछ नी कह सकता लेकि तुम कहोगी ना तुम्हा
00:28:41तुम उसके पास जाओगी ना पारू पारू बदनाम ही फैला दूं क्या उस वक्त बदनाम हो जाते हैं तो शायद हमारा नाम एक हो जाता है
00:28:56और फोर कि में तुम खुश्क तो हूं ना पारो कि तो बदी कुछ और है ऑधा मकान बड़ी झमीदारी बड़े लोग बड़े बड़े..
00:29:09बाते हैं, बहुत बड़ी हो गई हो तुम पारो, हम, पकी था कुराइन दिखती हो, बड़ा बड़ा सिंदूर, बड़ी बड़ी आंखे, उन बड़ी बड़ी आंखों में बड़े बड़े सपने, बड़ा बड़ा मकान, बड़ी समीन्दारी और बड़े बड़े बड़े ब�
00:29:39पर नाखो में पड़े पड़े आसु नहीं देख सकता
00:29:43अच्छा वा तुमा गई
00:29:47मेरे पास तुमारी कुछ चीजें जो मैं लटाना चाहता हूं
00:29:49फेर इस इस अवेली में आउना
00:29:53आउ आउ पारो
00:29:56आउ
00:29:57मेरे साथ आउ
00:29:59इदे इदे
00:30:01यह कड़ी हो यह
00:30:03देखो
00:30:05अपने आप से मिलो
00:30:13याद आया अरे तुम
00:30:17अरे ओ देवा
00:30:18क्या हुआ पारो
00:30:23देवा वो मेरी पाइल गुम गई है तुम्हें मिली क्या
00:30:27ना मुझे तो नहीं मिली
00:30:29मैंने इचुपा दी थी
00:30:33हर और तुम्हें भी मालूम था कि
00:30:35कि मैंने चुपा यह और क्यूं
00:30:37सारा दिन हवेली में चम चम चम देवा यह देवा वो सेवा देवा
00:30:41यह यह वो कल्सी
00:30:43हर यह देखो यह हमारे प्यार और जुदाई कि निशनी
00:30:47तुम तो गाउं छोड़कर, रिष्टेनाते तोड़कर चली गए, पर मैं, मैं अभी भी इनसे बंदा हुआ हूँ, और तुम्हारी यादे मेरे दामच से है, ये क्या है, चंद सिक्के, तीन रूपर, जिससे सिर्फ यादी खरी दी जा सकती है, ये तो मेरे हैं तुम, चोर, �
00:31:17सिल्ग लगा, मैने कारे मृएने का छे, साल का बातर, और तेरा साल, तेरा साल पारू, और रोबेशकति पैस, हिसाब की मणें पक्के हो गे हो तुम, वक्क ने सिका दिया, पारू, छोड़ू कोई और बात करते हैं, ऐसा करते हैं तुम, तुम पारू पंडित बन जाओ, औ
00:31:47लड़कीया ब्हूद अथी है।
00:31:49है है तो !
00:31:51शुचे आ तुम्हे तो शुच।
00:31:52अरे नहीं नहीं सुन्दर नहीं चाहिए।
00:31:54तुम्हारी जैसे चाहिए.
00:31:57और सुशील भी हो।
00:32:00थोड़ी सी होनी चाहिए जो बाद बाद पर मुझ� siihen जख्डा कर सेके।
00:32:03कहाना।
00:32:04तुम्हारी जैसी होनी चाहिए.
00:32:05ऐसी तो हजार मिल सकती है, अरे बाबा, हजार नहीं चाहिए.
00:32:08तुम्हारी जैसी एक ही संभाल लू, काफी है.
00:32:14शराब पीना, छोड़ तो, देव.
00:32:16ना पारो. छोड़ तो, देव.
00:32:17ना. कोशिश तो करो. छोड़ सकते हो.
00:32:21वाधा करो कि आज की हो तुम शराब नहीं पीओ सृष.
00:32:23तुम वाधा कर सकते हो कि तुम मुझे भलात की।
00:32:29बहुत देर हो चुकिए पहल।
00:32:32तेव, जब तक तुम वादा नहीं करते हो, मैं या से नहीं चाहोगी।
00:32:35मैं नहीं कर सकता है।
00:32:36क्या चा già कि它 आ रहत कर सकता है अज रात को मिरे वाग स्क्वाद किmonth लेख सब करंब कर सकता है कि esse फल्सक्राइब
00:32:42अभर लुगा करेंकि रहां इन वर्युक्तार होग को ही फार कोई गारा parsley कि रहाए
00:32:48थाफ इसरे यहां कि यह पर फ्याइब शुंद
00:32:54सब्सक्राइब
00:32:59अगर मेरी सेवा करने से तुम्हारे दिल को खुशी मिलते हैं तुरी
00:33:10मैं वादा करता हूँ मरने से पहले एक पर तुम्हारी चोकर पर जरू रहा हूँ
00:33:17मुझे मुझे चूकर कसम खाओ
00:33:29कि अगर तुम्हारे दोनों हातों से धन लुटा रही है तुम्हारी मां अगर दान पुनिया इसी तर ऐसे चलता रहा ना तो बहुत जल्दी हवेली कि तिजोरी पर तोवे बैठने
00:33:59लगेंगे तुम्हारी बात बिल्कुल सच है कुमोद पर मैं मां को कैसे रोक सकता हूं तुम्हें दोंबो करे बाबा तुम नहीं रोक सकते हैं लेकिन मैं तो रोक सकती हूं तुम रोकोगी पर कैसे
00:34:14चाबियां तुम्हारे पास हैं मा कब से ढूंड रही थी लाओ मैं पर मोद पूंग की चाबियां अगर कुछ
00:34:27अई उसे पुछे तो तुम यह काऊगे की चाबियां खो गई है और तीजोरी में से सारी दॉलत भी गयब हो गई है
00:34:36पूर चाबिया और दोनत
00:34:43हे अरे दिवर जी ओप इत Efendimiz कचेरी में और ये शराब आपको सवेली की इज्बक्रा कोई ख्याल हैं नहीं लोगा कहेंगे मा क्या सोचेंगि
00:34:57कि चाबैयां चुराते वक्त आपने यह नहीं सोचा कि लोग क्या कहेंगे चोटी मा क्या सोचे कि और को की दालत है ये इस तरह
00:35:05कि दॉलत है यह इस तरह शराब में नहीं लुठाते देंगा पुर्खों की चाबियां हैं यह मैं कि इस तरह नहीं चुरदैं एक बात मैं कह सी को है
00:35:15लुए चाबियां तो आप देंगी आज ची करे वह इस ही onder
00:35:25कि इसी कम रहे हुए हम मा के हाथ में इतनी कम्जोर भी मत समझे देवर जी मैं भी ठाकरों के खानदान की हूँ इससे बड़ी-बड़ी ती जोरियां देखिया हमने अपनी हवेली में पारिस हवेली का पागलपन कहां देखा आपने
00:35:42देव यह क्या कर रहे हो देव भाया यह तो आप मानते हैं यह हमारे पुर्खों की दौलत हां मानता हूं और इस दौलत पर जितना हक आपका है उतना ही मेरा भी हां हां लेकिन यह शराब क्यों डाल रहे हो तो
00:36:02मैं अपने हिस्से की दौलत जला रहा हूं तुम चाहों तो अपना हिस्सा बचा लो तेव तुम्हें जो चाहिए मांग लो मैं तुम्हें सब कुछ देने के लिए तयार हूं फिल्हाल जिर्फ चापियां वो तो तुम्हें मिलने से रही
00:36:21करने दो इसे जो करना चाहता है मैं असी जूटी धमक्यों से नहीं डरती
00:36:33करने फिल्हा थीुटी जूटी करने चाहिए जूटी तो चाहिए थिल्णा थिए मुद्डी कर भी आख शर्या
00:37:03मैंने देवर जी के बात देगी, जब मैं मांगने गई तो लगे मुझे तब काने, बोले जापिया तो मैं नहीं दूगा, बढ़ रहा कर दो, परना मैं अवेली को जला के राख कर दूगा, पिर जब मैंने कहा की देवर जी, तुम्हें हिस्सा चाहिए ना, इस हवेली में त�
00:37:33सब तुम्हारी बर्बादी में जिम्हेदार है, इसके पहले कि तुम्हें हम और बर्बाद करें, यह हवेली छोड़ो देव, छोड़ो, पापुजी ने कहा काओ छोड़ो, सब ने कहा पारो कुछ छोड़ो, पारो ने कहा शराब छोड़ो, आज तुमने कह दिया हवेली छ
00:38:03तुम्हारा हिसा हूँ, प्रियहक मुझ से कोई नहीं चिता, तुम भी नहीं हूँ.
00:38:33तुम क्या मांग रही हो, जानती हो महूँ, दुर्गा की महापुजा, आसान बात नहीं है ये, सालों से ये प्रथा चलिया रही है,
00:39:03सोला ने पूजा करनी हो, तो पूजा चाहने वाला खुद तवायफ के आंगन से मिठी लाता है, और उसी मिठी को मिलाकर दुर्गा मा की मूर्ती है, जानती हो, तो क्या तुम वहाँ जाओगी, जहां दिन के उजाले में भी जाने से लोग बद्नाम हो जाते हैं, क्यों बड�
00:39:33और फिर सुबद्रा की भी तो यह इच्छा थी, तो ठीक है, जैसे हमारी पारवती चाहे, पर ख्याल रहे, दुर्गा मा की पूजा है, आप बिल्कुल चिंता न करें, हम मेहंदर से अभी कह देते हैं, वो आपके जाने की सारी तायारी कर देगा, तेप्दास, तवाय की को
00:40:03पारव, तुमने कैसे जाना, कि हम पारवती हैं, तेवबबु हमेशा कहते थे, कि हमें ढूंडते हैं, कोई और तुम्हारे चोखट पर आए, तो बिना पूछे ही मान देना कि वो पारवी है, ये क्या कर रहे हो, जिस औरत की जगा मैं कभे न ले पाऊंगी, उसके चर्णो
00:40:33पर तुम्हारे पास इस खुबसूरती के साथ साथ दिखावा भी है, काश आप समझ सकती, हमारे पास दिल भी है, चंद्रमुखी, चंद्रमुखी नाम है न तुम्हारा, लोग तो देवदासी भी कहते हैं हमें, मशूर हो, थी, अब नहीं, क्यों, मानो किसी फरिष्टे न
00:41:03कितनी अजीब बात है, एक तवाइफ जोगन बन गई, हाँ, अजीब बात तो है, एक ठकुरायन तवाइफ की चोखट पर आ गई, देव कहा है, हम भी बेता भे उनकी आहड सुने को, छे महीने हो गए, इन आखों ने उनने नहीं देखा, जूट बोल रही हो तुम, इत्मि
00:41:33करेंगे, और कितने दिनों तक रखोगी तुम देव को यहाँ, जब तक रूप है, पैसा है, जवानी है, उसके बाद तुम्हारे इस जोगन के खेल का क्या होगा, बहुत कुछ लिया होगा तुमने देव से, हम और भी देंगे, पर इस नर्ग में देव को तडपते हुए,
00:42:03से खरीदने आई है, क्या दे सकती है आप हमें, समाज में इज़त दिला सकती है, तेव बाबु की आँखों में हमारे लिए प्यार जगा सकती है, उन्हें एक बार छुने का अधिकार दिला सकती है, वो सपने, वो इंतजार, वो मीदे, जो तेव बाबु ने हमारे दिल में
00:42:33पर हम उन्हें यहां से लेकर ही जाएंगे आज हमें कोई नहीं रुक सकता ना तुम ना यह समाज ना देव खुद एक बात मत भूलो तवाइफों के तक्दीर में शोहर्ट नहीं होते
00:42:48तवाइफों के तक्दीर ही नहीं होती ठकुरायन
00:43:03अपनी नजर से देखोगी तो कभी न देख वाएगे हमारी नजर से देखोगी तो चार तरफ पाओगी
00:43:17कि उनको देखो उस जलते हुए दिये की रोशनी में है देव बाबु उस बिस्तर की सिल्वटों में भी है उस अधूरे पैमाने से आज भी छलक रहे है देव बाबु की प्यास आज भी महगता है कमरा उनके खुश्पु से अगर ले जा सकती हो तो ले जाओ ये रोशनी ये स
00:43:47सब तुम्हारा है वागे हम नहीं लोटा सकते आपके देवदास को बहुत चाहती हो देव को मैं तो सिर्फ उनकी पूझा करती हूं तसली हुई कि देव अप इस दुन्या में अखेले नहीं रहे है दिखा बात बात में जिस काम के लिए आई थी वो तो भूली गई तुर्
00:44:17यह क्या आई थी देव को लेने पर आज तुम्हें सौंप कर जा रही हूं पूझा में तुम्हारा इंतिसार रहेगा जरूराना
00:44:47बनाज़ाश्य बात प्रेंगें सौन्डाश्य तुम्हें तुम्हें बात खुशिवी की आप यहां है सेच हमें बहुत अच्छा लगा यह से ना दे तुम की जुन्योता दिया था मुझे तो आने ही पड़ा
00:45:16कहो तीर से मुलकात हुई पारवती कौन आया है तुमसे मिलने जी ये ये चंद्रमुखी है हमारी सहेली कलकते से आई है जीती रहो इस अवेली को अपना घर ही समझना मेटी और पारवती इसे जल्दी जाने नहीं देना हा मा अब तो इसे दुर्गा पूजा की बात ही जानी �
00:45:46नहीं सही क्योंना हम भी अपनी दुखों को भुला दे जूम ले साथ नाच ले थोड़ा सा जी ले नहीं शायद हमारी खुशी देव तक पहुंचे लेकिन पारो मेनी बात तो सुन अब अगर ना कहूं तो देव की गजब काली बाबु चलिए शत्रंच की वाजी अधूरी
00:46:16पारो खाने चित एक पारो एक चंद्रमुखे एक भुवन चाओधरी और एक देव दास देवा ए देवा सुबह गई रहे हाँ धरमदा पर इस दिल में हमेशा के लिए राख अब चले यहां से हाँ धरमदा एक एक करके सारे रिष्टे तो खातम हो अब जी हमारे बीच में
00:46:46हम उनके लिए तुफान और वो हमारे लिए अच्छा रोना घुमो लो पाड़ा जुरो लो बुर गिये लो देशे
00:47:00मा की लोरी में भी बड़े भाईया का नाम पहले आता था ठीक आच्छा ठीक बड़े भाईया और हमारी कभी बनी हो बड़े भाईया ठेरे हिसाब आले
00:47:16के साथ मजाग का रिष्टा बनाता है पर उससे पहले हम कुदी मजाग बन गए ठीक आच्छे एक पार होती है उससे हम बहुत प्यार करते हैं वालो इतना
00:47:37इतना ठीक आच्छा पारो
00:47:46पर वो भी परायगाओं की मिठी परायशा एक दरमदा एक चंद्रमुकी है जो हमें बेहत प्यार करती है
00:48:04यो पंड़की वोप्याओं कि अर अब्कर आज़ अब शरात की जानते हैंति शरात कर वाएंगे फ़्वार्गाशा नाम बताएं थे दाम करवाएं
00:48:30देवा प्रदी देवधास ऐसे खुद का शराद करवा होगे शराद करवाई ना पंदी आपकर अपक्र वापस पालेजी ना इन शुष्रस के अधुन प्रेका रोगेच ने कि अधिराट हुआ
00:48:51आप अधिर देवा
00:48:55अविखाल प्रेट रहा है
00:49:04कि प्रलाओटतो अविखा निए रहा है
00:49:12मैं भी आप छोला रहा है
00:49:19भी आप छोला रहा है
00:49:23लाउ्टंस
00:49:53कर दो कर दो कर दो कर दो
00:50:23कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर �
00:50:53पच्चाने दुन चरिया, गिर जाने दुबिजरिया, पाति में खुगरू, पहति में पाया, पाति में खुगरू, पहति में पाया, हो जोग के नाचूंगे, जोग के नाचूंगे, डोलारी, डोलारी, डोलारी, डोलारी, डोलारी, डोलारी, डोलारी, डोलारी, डोलारी, ड
00:51:23बिखो के जिखो देखो कीसी ये छितारे है
00:51:33दिकिया को में दिको पिया जितारे
00:51:36बिकिया वासमी जिसी अने चारे
00:51:39पिया किया दो की जिया बिक्रारे
00:51:43माती की विल्या में वो है
00:51:48तेरे तो कन मन में वो है
00:51:55तेरे भी भर कन में वो है
00:51:58चूडी की छल छल में वो है
00:52:03चन चन की खन मन में वो है
00:52:09चुरी की खनकन में वो है
00:52:20बाद में घुबरू, पहन के मैं पॉए
00:52:23मठोब के नाचूँगी, धोब के नाचूँगी
00:52:39करता फुर्माद के नाचूँपी
00:52:56करता बाद में बाद में एक बाद में पुर्माद
00:53:05तुमने मुझे को दुनिया ने दी
00:53:15मुझे को अपनी हो खुशिया दे दी
00:53:22तुमसे कथी ना हो ना दू
00:53:26हामा में सर लेना सिंगू
00:53:33में सीवा हो का तुम हो
00:53:40मैं हूँ गदमों की बस रहूँ
00:53:47पांक में घुबरू पहंके में पाया
00:53:53पांक में घुबरू पहंके में पाया
00:53:56अजोग के ना दूगी धूग के ना दूगी डोला डोला
00:54:03अजोग के ना दूगी डोला
00:54:10अजोग के ना दूगी डोला
00:54:13अजोग के ना दूगी डोला
00:54:19पिल्च ग्सीवाग
00:54:22जोगी डिटी डोला
00:54:25जोगी डोला
00:54:27जोगी डोला
00:54:29जोगी डोला
00:54:32वाँ बड़ी माँ वाँ ये जेस्टिन भी क्या खूब रंग लाया है
00:55:02एक ठकुरायन और एक तवायफ दोनों को साथ साथ लाया है वह यह आप क्या कह रहे हो जमाई बाबू जो आप देख रहे हो बड़ी माँ और जो सारा गाव देख रहा है यह और जिसे ठकुरायन अपनी सहली कहती है एक बाजार वाउरत है क्यों सासुमा
00:55:19यह हम क्या सुन रहे है परवती जुब क्यों हो तुम जवाब दो शर्मिंदा है इतिहास गवाह है ठाकुरों के संबंध हुआ करते थे तवायफों की गलियों से लेकिन अब तो ठकुरायन भी रखने लगे कोटों की सहलियां ताज्यूब की बात है बिना छुए नतुतार
00:55:49उस बाजार में एक कोठा आपका भी होता यह तो तुम भी जानते हो सारा गाउं भी जानता है कि तवाइफ के कोठे पर रोश्नी होती है तो ठाकुरों की वज़े से उनके घर में आउलादें पैदा होती है तो भी तुम जैसे ठाकुरों की वज़े से आज चाहे तुम उन
00:56:19शर्मिन्दा तो इन्हें होना चाहिए क्योंकि उसी बदनाम महले में ये भी जाते हैं जहां इनके पुर्खों ने अपने आयाशी की निशानिया छोड़ी है कभी सोचा है काली बाबू कि उन्हीं कोठों पर किसी तवाइफ से तुम्हारी बहन पैदा हुई है बहन ही क्यों �
00:56:49आशा अब खत्म हुआ है जलते हैं टुकुराइब वापस उसी दुनिया में शायद शायद उस बदनाम महले की रंगीन रोशनी में देव बबू का चैरा फिर से दिख चाहे जलते हैं
00:57:19कि जाने से पहले आपसे माफी मांगना चाहते हैं चंद्रमुखी की बात हमने सारे गाओं के सामने कह दी गल्ती होगी लेकिन दुबारा हमने यह गल्ती नहीं कि हमने आपकी और देवदास की दोस्ती की बात सिर्फ आपके पती और बड़ी माह से कह दिया है
00:57:44कि आपको कान खिषने के रस्म पसंदी ना कि हमें नाग काटने के चलते हैं
00:57:51कि उंगलियां पार्वती पर नहीं हम पर उठेंगी मैं तो कहते हूं यह बात आज इसी वक्त इस कम्रे में खत्मों जाने जाएए वस आपने हमें बुलाया हाँ पार्वती आज हम यह जानना चाहते हैं कि देवदास कौन है देवदास हमारी बच्पन का साथी है जैसे वो श
00:58:21जानती हैं किया रही हो पार्वती बही जो उस रात आपने हम से कहा था बेशक आप एस हवेल्गी ठकुरायन हो पार्वती हमारे बच्चों की मां पर हमृद्र को अपम शुभध्र को कह भए नहीं बुला सकते हैं पार्वी अमारी पत्नी थी सुभध्र है आपका पहला प्
00:58:51हमें मन्सूर होगी सजा तो तुम्हें जरूर मिलेगी पार्वती कल तक लोग इस हवेली के बंद दर्वाजों के बाहर अदब से सर चुकाते थे प्राज महीं खड़े होकर तमाशा दें आज के बाद तुम्हें इस हवेली के चौखट के बाहर कभी कदम नहीं रखोगी यही
00:59:21उसे बही बजा देना चाहिए
00:59:51तो जाम है बहार आगया है
00:59:53अब क्यों फिक्र करें हम अंजाम की यारो
00:59:58आओ जाम से जाम टकराए यारो
01:00:01के बंदो
01:00:03के बंदो
01:00:33के बंदो
01:01:03जब ये जाम बदे कटेसे
01:01:33जब ये मदिरा तो ले आती है यादों की वरसा
01:01:55जलक जलक के छलती जाए जिल को ये मदिरा
01:02:00जब ये मदिरा होटों से उत्रे तो बोले इनकी बात
01:02:08गर्द गर्द के दिल में गर्दे रुब के ये बद्रा दिल तक जैसे ये पहाँची
01:02:17आए आए आए उसके याद उसकी एक जलक उसकी एक जलक मिल जाए इतनी है फर्याद
01:02:41इतनी है फर्याद
01:02:46इतनी है फर्याद
01:02:51दिल पहँद दिल पहँद दिल पहँद दिल पहँद की आए उसके जैसे पहँद
01:02:56दे ना चे मीना जो गन बनके ओ मेरे खनशाँ
01:03:06गना चेली रा लेला के बलखा के
01:03:11मेरे खनशा
01:03:11चन चन
01:03:14चन करने ड़ा
01:03:16तक न पकत से
01:03:19चनक चन चन चन चन चन
01:03:21लन्पायल पाजी
01:03:23चन कि चन चन
01:03:24जन सेयन ये ये चाहे
01:03:30हो जाए बदना
01:03:31त्रक दिल दिल जाए रे
01:04:01बंद बंद लाजेए
01:04:31पीर लुद
01:04:32कि इस सकतर दोराइो
01:04:38कि आलावाइो
01:04:43अजु獲 आलााऊ
01:04:47Municipalfilled आयो
01:04:51कि इसे अवा्णी मिंगता commut
01:04:55कि इसे अवाईो
01:04:56कि आन सकतर दे लւ
01:04:58कि इसे अवा Maar
01:05:01कि शराब की एक बूंद भी उनके लिए जहर सावित हो सकती है
01:05:08कि वक्त किसी भी घड़ी बेहरेम हो सकता है कि जितना हो सके उन्हें खुश रखने की कोशिश कीजिए
01:05:14आप अगर आप लोग कहेंगे के तवाइफ होकर भी नाटक करना नहीं आता हमें तो आपके तीव बाबू को खुश रखना है ना
01:05:34यह बाजी भी खतम हो गई आपा हम फिर जीद गए दिखा तेरे साथ तो खेलना ही बेकार है इतने दिनों में
01:05:43पूरा कंगाल कर दिया हमें और थोड़े दिन खेलेना तेरे साथ तो यह कोठा बिकुआ कर रहेगा तू क्या कर यह ने गोड़ी चल यहां से तरी दवाई का वक्त हो गया है बिजवाती हूं जरा पैमाने में बिजवाईएगा वरना असर नहीं करेगी शराब के बारे में
01:06:13कहते हैं इंसान को अपनी दो आखों की तुल्ला नहीं करनी चाहिए पर हमसे यह गुस्ताकी होई जाती है एक पारो एक चंदर मुखी वो अभिमानी उदन तुम कितनी निर्माल कितनी सुशी वो चंचल हिरनी सी अलड नदी जैसी कभी जूठी कभी तितली तो कभी चांद
01:06:43कि सब उसी को चाहते हैं और तुमसे कोई प्यार नहीं करता सिवाए मेरे
01:06:57चंदर मुखी
01:07:13यह क्या चंदर मुखी मैं तुम्हें सहन चिल्दा की मूर्थी कह रहा हूँ तुम तुमाम की कुडियान ने के लिए
01:07:28देखो कैसे पिगल रही हो अगर यह श्यमायों ही पिगलती रही तो यहां पर यह अंदेरा चाहेगा
01:07:37तुमने मेरे लिए बहुत कुछ किया चंदर मुखी मुझे यहां से जाने ही किचा से तुम नहीं जानते तुम्हें क्या हुआ है तुम जानते हैं पर मैं भुगत रहा हूँ तो फेल
01:08:03खुद को कहुने से पहले खुद से बला चाता हुआ है अगर साथ एकदासी चले तुम्हें तुम्हारी आको में अपनी जिन्दकी बचते हुए नहीं तेक्सित
01:08:19हुआ हुआ हुआ हुआ है
01:08:40है तोनों जहां पाली है
01:08:45फरक भी मिलना होगा
01:08:49कि अच्छ करने वाले तुम्हारे बारे में क्या फैसला करेंगे ये तो मैं नहीं जानता चंद्रमुकि पर इतना कहता है कि मरने के बाद अगर भेट हुई तो तुमसे अलब नहीं रहा हूंगा
01:09:19कि अच्छ करें अच्छ करेंगे दिवा एदिवा क्या हुआ तुझे गयो तुठीक तो है ना
01:09:38कि तुम्हाइं नहीं धर नहीं तुझे अकिला छोड़कर मैं कहीनी जाने वाला दर रहे हो मैं स्टेशन पर अधर के शड़ा पीलूंगा
01:09:48एक बून शराब की पीना तो मर जाओंगा हाँ अरे तेज भुखा था इसलिए तुझे छोड़ कर कहीं नहीं गया मैं बस यह सफर वफर अब मुझे नहीं करना बहुत कह दिया तुने और बहुत सुन लिया मैंने स्टेशन आई रहा है दूसरी ट्रेन पकड़कर सीधे माँ क
01:10:18गुटनाइट धरम्दा गुटनाइट तुम फेर आगये हैं तुनी भाबु अरे बॉंदू कैमोनाचैन अब मान गई कि जैसे दुनिया होती है दुनिया गोलाई
01:10:48लिए लिए तुम्अ बार बार मिलते हैं बता बंदू काहां थे कैसे चे ऑर कैसे हो यहीं था ठीक हो और भस ये बताये आप
01:11:01कैसे हैं हमारा क्या है बादल के सवारी ले ली है सो उठ रहे हैं मगर आपका चेहरा कुछ उत्तरा हुए
01:11:10किसा लगता है क्या बात है पॉंदू अरे पलबर के लिए तो हम भी दोका खा गए थे क्या यह हमारे वही देवाबु है जो चितपूर में चांद की तरफ चमके थे ऐसी कोई बात नहीं है चुद्नी पाप अरे हो तो भी क्या हम आ गए हैं रंग जमाने के लिए बहुत दिन
01:11:40आप तो रहेंगे पर हमारा पता नहीं है
01:12:10अपने हिस्से की जिन्दगी तो हम चीच चुके चुन्री बाभू अब तो बस धड़कनों का लिहास करते हैं क्या कहें ये दुनिया वालों को जो आखरी सास पर भी आतरास करते हैं
01:12:33हाँ हाँ हाँ वाँ खूब मिश्थी दादा ये तो शुर से शायरी होगे दिल के चालों को कोई शायरी कहें तो परवाले तकलीस तो तब होती है जब कोई
01:12:44कोई? वाँ वाँ करता है जे वाँ चो अगती है उते है वाँ रजाक है ऑपका पर नहीं है
01:13:00बाभू है तो विंहाँ घ्याजशब कर नते हैं जेवाँ है भी ख quieres हैं
01:13:08हम लाए लाज होगा चुनिगा पर तुम ने शेलाम कुपी तुम जानते तर फिर भी दोस्ती की कसम रख ली ना चुनिगा दोस्ती
01:13:19तुम यह में फिर पराया समझा पराया कहा समझा मैं तो आपके सबसे करीब हूँ
01:13:28आपके तरह बोलनहां विसी कहा ह। जिन्दकी की शुरुआत सरुसे की सर सभा सर सफांगा सर सथ संगीत सर स साज सर साथ और अप तुम्हें अपना साथ नहीं जोड़ने देंगे
01:13:57साभ से समार पी तो होता है चुर नी को
01:14:00इनाय
01:14:19और आप दू ज़ने हैं चुर नीपा
01:14:23रूट दस है, दस हमें कितनी दूट
01:14:26चुने का
01:14:30पहुसे प्यास कब बचे
01:14:34यह प्यास कब बचे कि
01:14:41यह ते
01:14:43जुने कब जूचे प्यू़
01:14:47भलका हो
01:14:52यह ढुत
01:15:00प्यास के मत प्यू़
01:15:05जुनिमा! जुनिमा!
01:15:07जुनिमा क्या हुआ!
01:15:08जुनिमा को
01:15:09KaoŁn??
01:15:10सब्सक्राइब थे अचिजिक अचिए इंग तर से साइधि तोर का इन दू पना वाइब थार मेरुदानल सक्राइब करना भारा मानिक पूर बिल्दापूर पिर्गां मेरुदाव के सभी आत्री उदर जाए अगर मेरी सेवा
01:15:40करने से तुम्हारे तिल को खुशी मिलती है, तुटिल, मैं बादा करता हूँ, मरने से, पहले एक बार तुम्हारी चोकर पर जरूरा हूँ, मुझे, मुझे चोकर कजब खाओ
01:16:10मूत जरिए रहां से थिए तुम्हार जरी बचाए यह अचका है, ए बाबो, अभी तो बैठे हो तूम्हारी क्या हो गया है तुम्हारी
01:16:29कीक की बच्शनला पूल ख्लिए अश्याराए मुझे देशनलाए
01:16:34ढें रहा है दिद्म स्पारों के साथ गाउं में आवा रहा हैं अभी कि अदिके लिए भाल के नहीं नहीं रहो के तुम
01:16:49एड़ा देवा देवा मैं तुम्हें नहीं कर सादा प्रूबा दुख्षाओ देवा
01:17:04जोड़ा, जोड़ा तेशन अपने, बख्वाहग कमने, हाँ बाबुजी, बाबुजी ने कहा गाउं छोड़, सब ने कहा पारों को छोड़ तो, पारों ने कहा शराब छोड़ तो,
01:17:31आज तुमने कही दिया खबल छोड़ तो, एक दिलाई का जब वो कही का, दुनिया ही छोड़ तो,
01:17:38लो बाबु, पहुंच गया मानिकपूर, सुरज उंगने से पहले पहुंचा दिया आपको,
01:17:49पाबुजी, ए बाबुजी, बाबुजी, बाबुजी, मानिकपूर में किस से मिलना है?
01:17:56wayoooo
01:18:04बाल
01:18:05बाल
01:18:06मारुब
01:18:07झान
01:18:09ऱग्यान बाल
01:18:11बाल
01:18:15्पुन
01:18:16ब्ख़जीक
01:18:19कि अतर
01:18:21थो
01:18:22बाल
01:18:23बाल
01:18:23कि म Táa
01:18:26किया हुआ पारबती किसी ने हम भी पुकारा है इतनी रात गये तुम्हें कुआन पुकारेगा यह तुम्हारा वहम है जाओ जाकर सोजाओ
01:18:51पाइंडवा स्टेशन से लाया हूँ पता ही नहीं रात में अचाना किसे क्या हो गया था मुझे बदाया भी नहीं मानिपूर में कहा जाना है
01:19:08अरे मंदीरा सुनो तो बाहर इतनी भीट कैसी क्या पता मालकिन रात से कोई परदेशी पड़ा है वहां पर शायद अपनी आखनी सांसे गिन रहा है पिछले जिनम में यहां से कोई मिक्ती ले गया होगा सो लटा ने आया है विचारा
01:19:28भगवान उसकी आत्मा को शांती दे इस आदमी के बचने की कोई उमीद नहीं है महंदर बाबो यह तो अपनी आखनी सांसे ले रहा है
01:19:43कर दो भगवाजा ची है
01:20:13क्या हुआ पार्वती देखे दरोगा जी शाय दिन चिठ्यों से कुछ पता चले
01:20:26तुम्हारा ध्यान कहीं और भटक रहा है पार्वती तो पुझा में खड़े रहने की कोई ज़रूरत थे तुम जा सकती हो
01:20:39करें तुम्हारा अभी भी आधूरी रह गई है तभी तो शरीली नहीं छोड़ता दरोगा जी ने पहचान बताई है कहते हैं कोई तालसोनापूर का रहने वाला है
01:20:51तालसोनापूर क्या नाम है मैं तो नहीं जानती छोड़ी बहू महिंदर बाबू जानते हैं फिर जाओ तो ज़रा महिंदर को बलाओ जी अच्छा
01:21:01मैंने कहा महिंदर को बुलाओ जी छोड़ी बहूं है
01:21:08महिंदर बाबू है
01:21:13महिंदर बाबू आपको छोड़ी बाब बूला रही है उपर अभी क्या भी
01:21:19कि
01:21:22कि
01:21:24कि
01:21:27कि
01:21:30क्या बात है चोटी मा आपने हमें बुलाया हाँ वो बाहर आदमी कौन पड़ा है आपके गाउं का कोई देवदास मुखर जी
01:21:37कौन
01:21:42देवदास मुखर जी
01:21:45क्या जाना तूने जेपस को चित्थिया मेली एक इसी दुजदास की हां के बड़ी भाय का नाम है और एक कोई कौशल यहां कि माँ
01:21:54हाथ पे नाम भी गुदावा था मेले पे गुदवा था बारिश आगे अदूरा होगा
01:21:57पे मार शागितियारा होगा कुड़ा हमोदेंया थार आपते वसे लेगा।
01:22:09महेंद
01:22:15चोडिमा रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रुखिया, रु�
01:22:45वादूफ जदोनु पारो cloudy हुएा leँ, फस्टा रुआखा रुआए
01:23:09जोड़ मादुआ है是啊
01:23:13उझा गरखड़ा, राभूुज निभान शेझाूं जपना पर आमनों सब्से करें।
01:23:25भरक भूद ऑभानूजीयो उपकरदी।
01:23:34जी बचाय, पलाता हम कर दो Canadian games!
01:23:44दिवार!
01:23:46दिवार!
01:24:01दिवार!
01:24:05दिवार!
01:24:13बारो
01:24:14चलो
01:24:24फिर ढून लाया हम
01:24:27उसी मासूम बच्पन को
01:24:29जहां सपना सजाया था
01:24:32जहां बच्पन बिताया था
01:24:35जहां पेडों के साए में
01:24:38घरों दाहिक बनाया था
01:24:43जहां बच्पन के साए में
01:25:13जहां बच्पन के साए में
01:25:43जहां बच्पन के साए में
01:25:53जहां बच्पन के बच्पन के साए में
01:25:57कर दो कर दो ताउन जागाय।
01:26:27विरिया बिया बिरा Zahlen
01:26:37विरिया बिया én
01:26:49है

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