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  • 7/7/2025
11 जुलाई से श्रावण मास की शुरुआत हो रही है. 9 अगस्त को सावन मास खत्म होगा.

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00:00Kisrava하는데स विषैस रूप से भग्साल गया है कि भगवान हालाहाल विष्वान के तैजिस विष्टी को बचाने के लिए संसार को बचाने के लिए इसी समय जो है तायात हम चुलिंख स्टान पान कर एक भगवान
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00:42और कनेर का पुस पुदू दही घी मधू सरकराप आधी चड़ाकर भगवान शीव को विशेश रूप से पूजन की जाती है और स्रावनमास में यह कहा गया है कि जिस कन्याओं का विवाह ना हो रहा हो तो मंगला गौरी ब्रत का प्रारंब इसी समय होता है जिसमें विवाह �
01:12पूजन के पूजन मंगला गौरी और नाग राज का एक सांथ पूजा होता है यह पूजन जो है स्रावनमास में विशेश रूप से मनाई जाती है संपूर्ण स्रावन के महिने में ओम नवश्यवाय के मंत्रों से शिवालय देवालय कुंजाय मान रहते हैं शावन का जो मह
01:42पर जब उनका विवाह के उपरां सबसे पहली बार जब उनका बहुत धूमधाम से भक्तों ने स्वागत किया पृट्वी लोग के वासियों ने स्वागत किया अभिनंदन किया इसकी खुशी में ऐसी मानता है कि हर महिने हर वर्ष सावन के महिने में ही भगवान बोले ना�
02:12सिमित आशिरवाद प्रदान करते हैं इसके साथ ही एक और मानता माने गई है कि देव शेन एकादशी के उपरांत से भगवान विष्णु जो है योग रिदा में चले जाते हैं इस समय पृत्वी का जो संचालन का जो भार होता है देव जागरन एकादशी तक के समय में भ�
02:42भगवान का शुद शिव जी का जला भिषेक, दुगधा भिषेक, गंगा जल से भिषेक, गन्य रस से भिषेक और नाना विवित चीजों से पार्थिव शिव लंग बना करके भगवान शिव का जब हम भिषेक करते हैं तो भक्त वस्सल, भक्त प्रिय भगवान शिव भोल

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