14वें दलाई लामा (Dalai Lama ) अपना 90वां जन्मदिन मना रहे हैं और पूरी दुनिया उन्हें शुभकामनाएं दे रही है। लेकिन इस जश्न के बीच एक सवाल दशकों से पूरी दुनिया में गूंज रहा है - उनके बाद कौन? तिब्बती बौद्ध धर्म (tibetan buddhism) का भविष्य क्या होगा? अब, अपने 90वें जन्मदिन पर, परम पावन दलाई लामा ने खुद इस सवाल का एक बड़ा जवाब दिया है, एक ऐसा जवाब जिसने चीन (China ) की नींद उड़ा दी है..और जिस तरह से दलाई लामा के मुद्दे पर चीन अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है उसे देख कर विशेषज्ञ दो दलाई लामाओं की आशंका जता रहे हैं - एक जिन्हें निर्वासित तिब्बती स्वतंत्र रूप से चुनेंगे, और दूसरा जिसे बीजिंग (Beijing )अपनी कठपुतली के तौर पर पेश करेगा। यह एक ऐसे संकट को जन्म दे सकता है जो तिब्बती बौद्ध धर्म के भविष्य को हमेशा के लिए बदल देगा।.. देखिए हमारी ये खास रिपोर्ट।
'40 साल और जिंदा रह सकता हूं', 90वें जन्मदिन पर बोले दलाईलामा, पीएम मोदी ने कही खास बात :: https://hindi.oneindia.com/news/india/dalai-lama-90th-birthday-i-can-live-for-40-more-years-said-pm-modi-congratulated-news-in-hindi-1332927.html?ref=DMDesc
'जारी रहेगी 600 साल पुरानी परंपरा' दलाई लामा ने किया अहम ऐलान, बौखलाए चीन ने दे दी वार्निंग? :: https://hindi.oneindia.com/news/india/dalai-lama-600-year-tradition-to-continue-after-his-death-says-china-cant-decide-reincarnation-1330005.html?ref=DMDesc
Dalai lama Security: दलाई लामा को मिली जेड श्रेणी की सुरक्षा, जानिए तिब्बती धर्म गुरु को किससे है खतरा? :: https://hindi.oneindia.com/news/india/dalai-lama-security-gets-z-category-cover-know-who-is-the-threat-to-the-tibetan-religious-leader-1224435.html?ref=DMDesc
00:00ये कहानी शुरू होती है तिबबत के एक छोटे से गाउं, तकत सेर से, जहां एक बालक लामो धोंदरब ने जर्म लिया।
00:07महस चार साल की उमर में इस बच्चे की पहचान तेरवे दलाए लामा के पुनर जनम के रूप में हुई।
00:13तिबबती लोग उन्हें करुणा के बोधी सत्व, अवलो की तेश्वर का आवतार मानते हैं, जो दुखियों की पुकार सुनकर उनकी मदद करते हैं।
00:22लेकिन महस 15 साल की उमर में उनकी दुनिया बदल गई जब चीन ने तिबबत पर कबजा कर लिया।
00:271969 में एक बड़े विद्रोह के बाद उन्हें अपनी जान बचाकर अपनी मातरभूमी छोड़कर भारत में शरण लेनी पड़ी।
00:35तब से आज तक धर्मशाला ही उनका घर है।
00:38दलाई लामा हमेशा समय से आगे की सोचते रहे हैं।
00:422011 में उन्होंने एक एक एहतिहासिक फैसला लिया और अपनी सारी राजनितिक शक्तियां लोगतांत्रिक रूप से चुने गए तिबबती निता यानि सिक्योंग को सौप दी।
00:52उसी साल उन्होंने अपने उत्राधिकार को लेकर दो रास्ते भी बताय थे।
00:56दलाई लामा ने बताये दो रास्ते।
00:58पहला पारम पर एक पुनरजनम जिसमें उनके निधन के बाद संकेतों और आध्यात्मिक परिक्षणों के आधार पर एक बच्चे को उनका अगला अवतार खोजा जाएगा।
01:08दूसरा उत्सरजन जिसमें वो खुद अपने जीवन काल में अपनी आध्यात्मिक शक्ति को किसी चुने हुए उत्राधिकार में इस्थानांतरित कर देंगे ताकि नेत्रत्व का कोई खाली पन न रहे।
01:19और अब अपने नबवे जनम दिन पर दलाई लामा ने वो एलान कर दिया है जिसका पूरी दुनिया को इंतजार था।
01:27उन्होंने साफ कर दिया है कि दलाई लामा की संस्था जारी रहेगी और सबसे बड़ी बात उनका पुनरजन्म चीन के बाहर किसी स्वतंतर देश में होगा।
01:57जो धर्म को जहर मानती थी आज एक गहरी आध्यात्मिक प्रक्रिया को नियंत्रित करना कहती है।
02:02वही भारत ने इस पर अपना रुखसाफ कर दिया है किंद्रे मंतरी किरेन रिजुजू ने कहा कि ये फैसला पूरी तरह से तिब्दती धार्मिक परंपरा और परंपावन का है।
02:12प्रधान मंतरी नरेंद्र मोदी ने भी दलाई लामा को जनम दिन की बधाई देकर एक स्पष्ट संदेश दिया है।
02:42और सब की नजरें अब धर्मशाला पर टिकी हैं कि वो उत्राधिकार के प्रक्रिया को लेकर जल्द स्थिती साफ करें लेकिन जिस तरह से चीन इसमें दखल दे रहा है वो आशंका को भी चन देता है।
02:53फिलहाल के लिए बस इतना ही बाकी अपडेट के लिए बने रहिए वन इंडिया हिंदी के साथ।