- 7/6/2025
बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से देश में हाहाकार! हिमाचल-उत्तराखंड में भारी नुकसान, देखें रिपोर्ट
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00:00मौन्सून अगर एक तरफ खुशियों का मौका है तो दुसी तरफ तबाही की भयानक तस्वीरे भी लेकर आता है
00:07बादुलों का फटना, भूसकलन, बार जैसी प्राक्तिक आपदाएं रोस की बात हो जाती है
00:12पूरे-पूरे घर बह जाते हैं, सेख़़ों लोग इन से प्रभावित होते हैं, कईयों की मौत हो जाती है, खेट डूब जाते हैं, जानवर बह जाते है
00:19आज हम आपको भारत के पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी इलाकों में बाड़ बारिश से कितनी तबाही हुई
00:25उसकी सबसे खतरनाक तस्वीरे तो दिखाएंगे ही, साती साथ दुन्या में मौसम ने क्या तबाही मचा रखी है, ये भी आपको दिखाते है
00:55तबाही की ये सिर्फ शुरुवात है
01:04खुद्रत के रॉल्दर रूप की ये सिर्फ झल्की है
01:10चुलाई का महीना मौनसून शुरू हो चुका है, और साथ दुन्या शुरू हो चुकी है तबाही की
01:21आज मौसम की मार की दस सबसे खतरनाक तस्वीरे देए
01:25तस्वीर नंबर एक
01:33मंडी में एक निर्माणा धीन टनल सेकेंडों में जमी दोज होगी
01:40तस्वीर नंबर दो
01:56जमीन खोदने वाली मशीन खुद जमीन में धंस करी
02:02तस्वीर नंबर तीन
02:09उड़ी बारा मूला पर लैंड स्लाइड ने सड़क के दोनों तरफ लोगों को भसा दिया
02:15तस्वीर नंबर चार
02:21दूपते को तिनके का नहीं देखे दूपते को डंडे का सहारा
02:25तस्वीर नंबर पांच
02:38पानी की तेज भाव में चबलपुर में आटो रिक्षा पल्टा
02:48तस्वीर नंबर चे बुल्डोजर से कैसे नदी के आरपार पुल बना दिया गया
02:53तस्वीर नंबर साथ
03:02मुसीबत कितनी भी बड़ी क्यों न हो जिन्दगी चलती रहती है उसकी ये तस्वीरें देखी
03:07तस्वीर नंबर आज
03:15तेज बहाव होने के बावजूद नदी में नहाते इन लोगों को शायद जान की परवाह नहीं
03:22तस्वीर नंबर नौ
03:30तबाही दुनिया भर में जारी है चीन में बार की ये तस्वीरें देखी
03:35तस्वीर नंबर दस दुनिया के कई देशों में बार है तो अधर पेरिस शहर हीट वेव से परिशान की प्रकृति जब अपने रौदर रूप में आती है तो फिर किसी को नहीं छोड़ती है तो सिर्फ तबाही के निशान
03:58भारी बारिश की वज़े से पहाड़ों पर लोगों का जीना दुश्वार हो गया हिमाचर प्रदेश में बादल फटने की घटनाए हो रही है भूसकलन से लोग खौफ में है बार से लोगों को घरों में बंद कर दिया है और राजची सरकार के मताबिक बादल फटने और भ
04:28बारा उज़े इतनी बारिश लगी के इतनी हमने कभी देख देखी ने कुछी तो गरते है अरे स्वाप तो चुके पैसा इस तरो आई तरो जहाओ में कमायता हो भी स्वाप तो चुका है
04:58हिमाचल प्रदेश में शेहर शेहर बारिश और बाह का जोर है
05:27आस्मान से खुदरत प्रहार कर रही है न घर बचे हैं न सलकें न बाजार जिधर देखो पानी ही पानी है तबाही ही तबाही
05:35बादल फट रहे हैं तबाही बरस रही है जिंदगी पानी पानी हो रही है यूँ समझ ले हिमाचल में बादल तोड बारिश हो रही है पिसले नौ दिनों में बादल फटने की बीज खटनाए हुए
05:47इमाचल के अलग अलग शेहरों में छे बार फ्लैश फ्लड ने भारी तबाही मचाई है रेड अलर्ट के बीच इमाचल में तबाही की सिल्सला जारी है ये जल पर रहे हैं इमाचल प्रदेश के मंडी की तस्विरें दरा रही है दो दिन पहले ही बादल फटने से भारी त�
06:17सारे बेगे सारे कुछ ये तो अब भी निकाले मुश्किल पैने के लिए कपड़े ना चपल विया रहा कुछ चुनी है अभी कुई आया है इनिस्टेशन से जैसे किसे ने मदद के लिए से रिलीट कहांता है मदद तो कर रहे है ना प्रशाश में मदद कर रही है ये पूर
06:47पह गया है हम जी सोय थे बारा वज़े के टाइम बहुत जादे बारिश ही उसकी वज़ा से नुक्षान हो गोसाला थी हमारी वो चला गई उसमें बकरा था वो चला गया और क्या बोलते कि हमारे घर के तेरा कंब्रे तो बिल्कुल खतम हो चुके क्योंकि उपर से बहुत ज
07:17तो देखा कि पूरे पानी पानी था ऐसे करके फिर में दूसरी मंजिल पे चड़ा फैमली वो देखा कि सही है कि सलामत है उसके बाद मैंने घर के चार ओन चकर लगा तो देखा कि मैंने अपने घर के चार ओर देखा कि एक लंबी लाइन खीच चुकी थी जो कम से कम को दो �
07:47मंडी में बादल फटने के बाद बर्बादी की वज़े से हालात खराब हो गए हैं
07:53पानी और मलबा लोगों के घरों तक में खुश गया और सडके दलबल में तब्दीर हो गई है
07:57तीन दिन से आपदा यहां पर हुई है और तीन दिन से यहां पर पूरा है
08:07लोग अभी भी इस कारे में जुटे हैं कि उनका सामान जो है वो बच चुके यहां पर देखिए कितने घर थे जो वाश वे हैं
08:17जो यहां से बहे कर तबाव हो चुके हैं और अभी भी हलकी बारिश ने लोगों को चिंता में जुरूर डाला है
08:24कि कैसे यहां से बचा जाए कैसे यहां से कैसे यहां से रिश्क्यू होगा कैसे यहां से फिर वो दिन जो उनके लिए अच्छे दिन थे वो कैसे लोटेंगे
08:35क्योंकि यहाँ पर अच्छे तरीके से रह रहे थे, खा रहे थे, कमा रहे थे
08:39लकिन इस आपना ने उनके लिए एक ये दिक्कत परिशानी पूरी खड़ी कर दिये
08:45कि लोगों के लिए गर नहीं है, रहने के लिए खाना नहीं है
08:48और सराय में या फिर रिलीफ कैम्स में अपने दिम काट रहे हैं
08:539 जुलाई तक हिमाचल के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर औरेंज अलर्ड जारी किया गया है
08:58मनाली और मंडी में फिर से बादल फटने की आशंका जताई गई है
09:02मंडी, कुलू, सिर्मौर, शिमला सहित, भूस, खलन की वज़े से 246 सडकें बंध है
09:08बादल फटने से राज में 18 घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं
09:1270 घरों को लुकसान पहुँचा है
09:13मंडी पे डेफिनेटली बहुत संकट आया है
09:17ये जो इतना बादल फट गए हैं
09:20और कई जगाओं पे पानी भर गया है
09:22पानी भरने के कारण जो है
09:24लोगों में बार टाइप एक स्थिती आई हुई है
09:26कनेक्टिविटी सारी खतम हो गई है
09:29खास कर जिस एरिया में सबसे ज़्यादा तरास्ती हुई है
09:32जो सिराज का थुनाग के तरफ के एरिया है
09:35तो उनमें जो है
09:36कनेक्टिविटी थी नहीं
09:38लेकिन फिर भी हमारा जो परसाशन है
09:40हमारी जो सरकार है
09:41वो पूरी नजर बनाए हुए है
09:43ऐसा नहीं होता कि कनेक्टिविटी नहीं है
09:45तो हमारा काम जो है वो रुख जाता है चाहे वो DC को लेकर हो पाकी चाहे इस्थानी अधिकारी हो उनको लेकर संपर्क बना के रखना और उनको जो चाहे वो राहत को रेकर चाहे रिलीफ को लेकर या किसी तरह की और सुविदा को लेकर जो जो परभावित लोग है उनसे उनक
10:15अपरेशन की ये तस्वीरें हिमाचल प्रदेश के उना की हैं।
10:18पांच लोग उना की स्वान नदी में मचली पकड़ने के लिए उतरे थे।
10:21लेकिन पहाडिक शेत्रों में हुई भारी बारिश के कारण स्वान नदी में जलस्तर बढ़ गया और पांचों लोग नदी की जलधारा में फंस गई।
10:29गरीमत ये रही कि समय रहते इसकी सूचना प्रशासन को पहुँच गई।
10:33खबर मिलते ही उना पुलिस और फायर ब्रिगेड की दो टीमें नदी में फसे लोगों को बचाने में चुट गई।
10:38काफी मशक्कत के बाद सभी पांचों को बचा लिया गया।
10:42कुलू और आसपास के इलाके में बादल फटने के बाद से नदियां कुपांग परें।
11:03जिनकी तबाही हुई है। लोग अभी भी अपने सामान को अपने घर से बचे अफशेशों को निकाल कर साफ करने की कोशिश कर रहे हैं।
11:13आप देखिए किस तरीके से मलवा पूरे घर में घुसा और क्या यहां पर उस समय मन्जिर रहा होगा तबाही का और यह आप साफ कर रहे हैं आपकी दुकान तीजी।
11:38किस तरीके की तबाही यहां पर हुई है क्या मन्जिर रहा होगा और कोई घर ऐसा नहीं है यहां थुनाग में में मार्केट में थुनागी जो इस तरासदी से बचाओ इस आपदा से डिजास्टर से इस से बचाओ
11:58मौनसून के इस मौसम में ब्यास नदी रौद्र रूप धारन कर लेती है और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में इसी वज़े से जल प्रलय देखने को मिलती है
12:08उपर से बादल फटने के बाद अनियंत्रित हुआ पानी अपने साथ मलबे और पत्थरों को भी लेकर तांडव मचा देता है
12:16पान जुलाई से लेकर नौ जुलाई तक पूरे परदेश में ही बारिश का दौट जारी होगा
12:20इसे दोन अगर अलर्ट की बात करें तो दिख पान जुलाई के ते रात और शे जुलाई के अर्ली मॉर्निंग जो परदेश में विटनेस करेंगे
12:28उसके चलते हैं जो हमारे डिस्टिक हैं जिसमें डिस्टिक कांगरा, मंडी और सिर्मोर यहां पर वरी हवी और एक्स्टिमी बारिश होनी की समभावना है
12:36और इसको देखते हो इन तेम डिस्टिक में चो छे जुलाई का रेड अलर्ट जारी किया है
12:40जो बाकि डिस्टिक हैं सिवाई लाहस पिक्ट्र के नौर के वहां पर हेवी तो वरी हेवी रेंफॉर का ओरेंज अलर्ट है छे जुलाई के लिए
12:46इसके उपराद साज जुलाई को पूरे परदेश में देखी जो बारिश करम जाजने का जाई रहेगा और इसी दुरान जो डिस्टिक हैं आपके उना विलास में पर जम्द्देवर डिस्टिक हैं चमबा कामडा कुल दो मन डिशिंग दूर सोलसिलम और यहां पर
12:59साज जुलाई को अवर और और ऑरेंज अलर्ट है उसके बाद आज जुलाई में गजाजा की इंटेंस्टिक में ज़रूर आएगी पर फिर भी आज जुलाई को भी पारिश का करम पदेश में जाई रहेगा और कुछ एक डिस्टिक में हेवी रेंफॉल होने के समबाब में
13:29एक सुरंग का निर्मार कारी चल रहा था यहां बड़ी संख्या में मजदूर मौजूद थी तभी टनल की एंट्री पॉइंट से बिल्कुल सटी जमीन खिसक पड़ी देखते ही देखती वहां अपरा तफरी मच देखती
13:39मजदूर जान बचा कर भागने लगी धूस खलन का मलबा टनल की एंट्री पॉइंट तक पहुँच लिए यह टनल पठानपोर्ट मंडी प्रोजक्त के तहट बनाई जा रही थी
13:49पठानपोर्ट से मंडी तक फोर लेन का निर्मार कारी चल रहा है प्रोजक्त के तहट मंडी शहर को बाइपास करने के लिए साहे तीन किलोमेटर की दो सुरंगों का निर्मार किया जा रहा है
14:01लेकिन हिमाचल में लगाधार हो रही बारिश की वज़े से अब महीनों के लिए काम बंद हो गया है
14:06उत्राखन में आसमान से आफ़र बरस रहे हैं कहीं बादल फट रहे हैं तो कहीं पहार दरख रहे हैं
14:13गंगा अलकनंदा सब खत्रे की निशान से उपर बह रहे हैं हालात इतने गंभीर है कि चारधाम यात्रा रोपनी पड़ी है यात्री फसे हुए है रास्ते बंध है राहत बचाओ में सुरक्षा बल जुटे हैं लेकिन मौसम की मार थमने का नाम नहीं दे रही
14:43मौनसून की शुरुवात के साथ ही उत्तरा खंड में तहर बन कर बरस रही है बारिश
15:00कहीं बादल फट रहे हैं तो कहीं भूस खलन ने पूरी की पूरी सड़के निगल लिए
15:05गंगा खत्रे के निशान से उपर बह रही है अलक नंदा और मंदाकनी जैसे नदियां उपान पर है
15:17नतीज़ा ये है कि गाउं के गाउं टापू बन रहे हैं
15:20चार धाम यात्रा थम गई है भारी बारिश के कारण कई रास्ते बंध है
15:45और जखे जखे भूस खलन की खटनाय सामने आ रही है
15:50केदारनाद धाम जाने वाले और लौटने वाले दोनों यातरी फस गए
16:00SDRF के जवान सुरक्षित रास्ता देकर लगातार उन्हें निकालने की कोशिश कर रहे हैं
16:06केदानाद के यातर हम जा रहे हैं अभी जश्ट आके लेंग स्राज हुई है और काफी यातरी फस चुके हैं
16:16मन में तो डैद है लेकिन बाबा का तो आस्ता है आस्ता का परती तो हम लोग फिर आगे बालेंगे
16:31पिथोरागण, रुद्र प्रयाग, उत्तरकाशी, चमोली और टिहरी जैसे जिलों में हालाद बहुत गंभीर है
16:41गंगा और उसकी सहायक नदियों का जलसतर लगातार पह रहा है, गाउं का संपर कड़ गया है
16:47नदी की जल धारा से परीब 20 मीटर दूर भगवान शिप की विशाल प्रतिमा, जो रुद्र प्रयाग में अलकनंदा की पहचान है, वो इस सैलाद के साए में है
16:57प्रतिमा के सिर्थ का कुछ हिस्सा ही अब नजर आ रहा है, सिर्फ 48 घंटे में 45 तर दो फीट तक पह गया है
17:05इस समय हम रुद्र प्रयाग में मौजूद हैं, आप देख सकते हैं, अलकनंदा नदी बिक्रा ढूप धरन करके बैरी है, अलकनंदा की नहरे यहाँ पर अपने आप सब कुछ बहा ले जाने को आतुर हैं, आप देख सकते हैं कि नदी किनारे जो घाट हैं, पैदा रस्ते ह
17:35हैं, अलगतार हो रही बारिस के कारण बद्दिनात और कैदानाध धाम की यात्रा भी प्रवाइत हो रही है, यह ताज़ा तस्वीरें रुद्र प्रयाग के प्रसिद कोटेश्वर गुफा की हैं, जहां शिव गुफा के अंदर तक अलकनंदा की भारा का आकरम हो चुका है
18:05घर घूबे हुए हैं, बार के अलावा पहाड पर चटाने खिसकने के मुसीबत भी कम नहीं, चमौली में करण प्रयाग के पास पहाडी से मलबा खिसक कर सड़क पर आ गया, पूरी सड़क पहाड के नीचे दब दे
18:21इस से चार धाम की यातरी, रिशिकेश से दिल्ली जाने वाले या फिर रिशिकेश से बदरी नाथ हेमकुन साहिब जाने वाले तीर्फ यातरी फंस गए है
18:37हरिद्वार और रिशिकेश में खत्रे को लेकर अनौंसमेंट हो रहा है
18:51हरिद्वार के स्थिकी ऐसी है, जहां आरती हुआ करती है, वो सीड़ियां भी अब जल बगने
19:04अब सवाल यह है कि हर बरसाद के मौसम में उत्तराखंड, तरासडी की घूमी क्यों बन जाता है
19:16आखर उत्तराखंड में नदियां इतना उफान पर क्यों आ जाती है
19:20इसका जवाब सिर्फ आसमान से बरस्ती बारिश नहीं है, असली वज़े है पहाडों की नाजुक बनावर, बखती मानिये दखल और जल वायू परिवर्तन का मिला जुला असर
19:34हिमालेक शेत्र में बहने वाली नदियां जैसे गंगा, अलकनंदा, मंदाकनी और भागी रथी, ग्लेशरों से निकलती हैं
19:42जैसे ही भारी बारिश होती है, या बर्फ तेजी से पिघलती है, इन नदियों में अचानक जल स्तर बढ़ जाता है, उपर से बादल फटने जैसी घटनाएं और ताबल तोड़ भूस खलन, हालात को और विगार देते हैं
19:54दूसरी बड़ी वज़े हैं पहाडों का बेतरतीब विकास, सडकें चौड़ी करने के लिए पहाडों की कटाई, सुरंगों की खुदाई और अंधा धुंद निर्मान से भूमी की पकड कमजोर हो जाती है, जंगलों की कटाई ने मिट्टी की नमी और पकड दोनों छीन ल
20:24जिसे छोटी नदियां भी समंदर बन जाती है, लेकिन सवाल बरकरार है कब तर, क्या हर साल हम ऐसे ही तबाही का इंतजार करते रहेंगे, जरूरत है साबधान रहने की, वक्त है विकास और पर्यावरान की बीच संतुलन बनाने का, वरना प्रकृती हर साल हमें इसी तरह च
20:54जब भी देखिए बारिश का मौसम आता है, तो प्राक्तिक घटनाएं जो सबसे भीशन तबाही लाती हैं, वो होती हैं लेंड्सलाइट और फ्लाश फ्लोट, इससे जानमाल का भारी नुकसान होता है, यह ऐसी तबाही की तस्फीरे हैं, जिनसे उबरने में कई साल लग ज
21:24भूस खलन, सबसे खतरनाक प्राक्रतिक आपदाओं में से एक
21:54पूरे-पूरे पहाल जब अपनी जमीन छोड़ने पर आमादा हो जाएं, तो उनके सामने पढ़ने वाले इंसानों की हस्ती कितनी छोटी और मजबूर नज़र आती है
22:02भूस खलन, अपने रास्ते में पढ़ने वाली हर चीज को तबाह करने की ताफ़त रखता है
22:08सडकें, घर, बेड, खेट, सब कुछ
22:12भारतिय भू व्यज्यानिक सर्वेक्षन के अनुसार भारत का लगभग 0.42 मिलियन वर्ग किलोमीटर शेत्र
22:22जानी लगभग 12.6 प्रतिशत हिस्सा भूस खलन के प्रती समवेदन शीव
22:282015 से 2022 के बीच 3782 भूस खलन की घटनाएं दर्ज की गई
22:34लेकिन पहाड़ी इलाकों में भूस खलन की आशंकाएं क्यूं होती हैं हम आपको इसके कारण बताते हैं
22:44पहाडों पर तीवर धलान होते हैं जिससे धलानों पर लगने वाला गुरुतवा कर्शन बल अधिक लगता है
22:55इससे आई स्थिर्ता उत्पन होती है और खतरनाग भूस खलन होते हैं
22:59पहाडों की मिट्टी में पानी का बहाव धीरे धीरे धलानों को च्छती गरस्त करता है
23:03जिससे वो भूस खलन के लिए अधिक सम्वेदन शीम हो जाते हैं
23:08पहालिक शेत्रों में मौनसून के दौरान भारी वर्शा होती है
23:11लगतार बारिश मिट्टी को नम कर देती है जिससे उसका भार बह जाता है और उसकी शक्ती घट जाती है
23:17ये अतरिक्त पानी धलानों पर दबाब डालता है उसकी स्थिरता को कम करता है और भूस खलन का कारण बनता है
23:24पहालिक शेत्र अकसर सीस्मिक जोन में आते हैं
23:28भूकम के कारण जमीन में तीव रिकमपन होता है जिससे धलान आ इस्थिर हो जाती है और भूस खलन हो जाता है।
23:34भालिक शेत्रों में बनों की कटाई, सडक या इमारतों का निर्मान और दूसरे मानवी हस्तक्षे प्राकृतिक धलानों के संतुलन को गमधिय रूच से प्रभावित कर सकते हैं।
23:44पेड़ पौधों की कटाई से मिट्टी को बांधने वाली जड़े नश्ट हो जाती हैं जिससे भूस खलन की आशंका बढ़ जाती है।
23:50खुदाई और कमजोर निर्मार तकनीके भी धलानों की स्थिर्टा को खत्रे में डाल सकती हैं।
23:55उत्तर अखंड और हमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी लाकों पर फ्लैश फ्लड भी आजकल मानों आम बात हो गई है।
24:09बादलों के फटने से फ्लैश फ्लड या अचानक बाहर आ जाती है और वो अपने साथ सब कुछ बहा ले जाती है।
24:14हम आपको बताते हैं फ्लैश फ्लड क्या होती है और क्यों आती है।
24:44शहरीक शेत्रों में भी कम समय में बाढ़ आने की आशनकाई होती है।
24:48शहरीक शेत्रों में 25 सतहें पानी को जमीन में घुषने नहीं देती और पानी बहुत तेजी से निचले स्थानों पर चला जाता है।
24:55फ्लैश फ्लड के ताकत कितनी होती है जरा ये भी जानिये।
24:58सिर्फ 6 इंच का तेज बहने वाला पानी एक इनसान को गिरा सकता है।
25:0212 इंच तेज बहने वाला पानी कार को बहा सकता है।
25:06एक सामान ये फ्लैश फ्लड एक दशनलब 3-4 होर्स पावर प्रती वर्ग मीटर ताकत पैदा कर सकता है।
25:12फ्लैश फ्लड में इतनी ताकत होती है कि वो ब्रिज, बिल्डिंगे, पेड सब को तबाह कर सकते है।
25:18राजिस्तान में कुछ सालों पहले तक अमूमन औसत से कम ही बारिश होती थी।
25:27लेकिन वौसम वईज्यानकों के मताबिक क्लाइमेट चेंज की वज़े से आस्मान से आफ़त बरस रही है।
25:32मुसरार बारिश ने जन जीवन को बेहाल कर दिया है।
25:35कहीं सडकें तालाब बन गई हैं तो कहीं नदियों ने रौध रूप धारण कर लिया है।
25:40कई शेरों में बार का भारी असर है।
25:44में डैस डैस में बात कर रहा हूँ को छुड़ी नदों की आलत कर आप गढ़दी तोड़ी थी बारिश में थेखो।
25:59तो यह प्री मांसून कहता है। मॉंचुन की पहली बारीश है। यह टेलर है।
26:03पानी पानी हो गया है
26:33इस बार मौनसून ने कुछ ऐसा मंदर दिखाया है जिससे पूरा प्रदेश बेहाल है
26:40अजमेर की हालत देखिए गाड़ियां सडकों पर पह रही है जिसकी बकड में आ गई वो बच गया जो नहीं समहल पाया उसका भगवान भागा
26:52ऐसी बारिश हुई की घंटे भर में शहर की तस्वीर बदल वे शहर के लोग बारिश के बाद हुए जल जमाब का ऐसा मनजर देख रहे थे पानों सडकों के उपर तैरते हुए बाहन चल रही है
27:11अजमेर में बारिश के बाद जल निकासी की कमदोर विवस्था ने पूरे इलाखे को पानी पानी कर दिया था
27:21करें गुटने से उपट पानी बढ़ा तीन तेन फोट पानी बढ़ावा है अदे प्वान गंटे के बारिश में पूरा लब लब हो चुका है अज मेरे शहर का भवानी माली अभी तीन महीं ने पहले इस नगर निकान में नले साफ कराई थे सारे तो अभी आप आला देख �
27:51से निकल जाता था ये अजमेर में सूचना के अंदर चरह है जो इसकी आप आलत देख रहे हो ये पूरा पूरा नाला और फिलो हो गया सारी गंट की बाहर आ गए ये एक नाला यहां पर तूटा वा है इस पर दो लेडी तो गिर गई ती जिसको हमने पकड़ के बाहर निका
28:21पर चरह आप यह इसकी जांच परताल करके बनाया जो इसकी नहीं हो पाएगा
28:32राजस्थान में कम समय में इतनी तेज बारिश हो रही है कि ड्रेनिज सिस्टम तम तोड़ रही है
28:40खत्र की बात ये है कि मौसम विभाग ने अज मेर और भीलवाड़ा में अभी भारी बारिश का ओरेंज अलर्ट चारी किया हुआ है।
28:48ये राजस्थान के धौलपूर का मंज़र है।
28:52ग्रामीरों को चान खत्रे में डाल कर नदी को ट्यूब घटोले के ज़रिये पार करना पड़ रहा है।
28:58लोगों ने ट्यूबों के उपर पलंगे बांथ रखी हैं। बच्चे पी इसी तरह से नदी पार करके स्कूल आ जा रहे हैं।
29:05क्यों से क्लास में पढ़ती हैं।
29:35ये स्कूल में पढ़ने बाले बच्चे हैं जो अब स्कूल की छुटी होने पर बापस अपने घर आये हैं।
29:43और खटोला इसके नीचे टीव हैं जो हवा से भरा हुआ है। और इस तार को पकड़ करके ये बापस अपने गाउँ आए।
29:51लगतार हो रही बारिश के चलके राजस्थान के धॉल पूर जिले में नदियों से निकल कर मगरमच शहर में आ गई है।
30:01कोटा वालों को भी बारिश से जखतों का सामना करना पड़ रहा है।
30:31जालोर में कहीं तेज तो कहीं हलकी बारिश का दौर जारी है। सडके नदी नालो जैसी नजर आ रही है।
30:40बारा जिले का शहबाद इलाका यहां भैसा सुर नदी उफान पर है।
30:45श्योपुर से गुना को जोड़ने वाला मेगा हाईवे घंटों बंद रहा।
30:49लोग रास्तों में फसे रहे। पुलिया पर पानी का सैलाब ऐसा बहा कि जिन्दगी रुक सी गई।
30:55पानी की तेज बहाब ने पुलिया में बड़ा सुराख कर दिया।
31:00सवाई माधुपुर में आसमान जैसे कहर बन कर तूटा है।
31:07पिछले दो दिनों से मुस्लाधार बारिश का दौर थमा नहीं है।
31:10और नतीज़ ये कि पूरा शहर पानी पानी हो गया है।
31:14रन्थमबौर सरकिल हो ये पुराना शहर, खेरदा हो ये ब्रहमपुरी हर इलाके में जल भराव की समस्या विक्राल हो चुकी है।
31:26सडके नदियों में तबदील हो चुकी हैं, दुकानों के सामने पानी के बहाव है और लोगों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है।
31:34बारिश ने सवाई माधुपुर का जन जीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त कर दिया है।
31:38नगर निगम का ड्रेनिक सिस्टम एक बार फिर सवालों के घेरे में है।
31:42सवहरे से अच्छी वारिश हो रही है।
31:45समयर माधुपुर का लटिया बाहरी वेक से बहरा है।
31:48और पानी सब चुका है।
31:50गंदियान नालिया मगिरा से जाम हो रही है।
31:52नगर परिश्ट का कोई ज्यान नहीं है।
31:54नालिया अमरूत हो रही है।
31:56इसे मकानों में पानी दूफरा है।
31:58काभी परिशाने हो रही है।
32:00उसासन से निवहतन है कि इसकी साफ सपाईज की जाए।
32:02हमको आगे के लिए परिशानी नहीं हो है।
32:04यह तस्वीरे राजस्थान के पाली से आई है।
32:10पाली जिले के सोज़त और राइपूर के गाओं में बारिश के बाद के हालात देखिए।
32:15यह तालाब कभी बस चांद हुआ करता था।
32:17पूरी सड़क पर घुटों से जादा पान उखरा हुआ है।
32:20यहां से घुजरना किसी आफ़त का मुकाबला करने से कम नहीं हो।
32:38पाली में ऐसे बारिश हुई कि जखें जखें सलक पर गाड़ियां बंद पड़ते हैं।
32:57नहीं सरकारी बस को लोग धक्का लगाकर पानी से बाहर निकाल रहे थे तो कहीं ट्रैक्टर से टो करके हसी हुई कार को खींचा जा रहा था।
33:08और जो लोग दोपहिया लेकर निकले थे, उनकी हालत सबसे खराब है।
33:14पुल मिराकर राजस्थान इन दिनों बारिश की भैयानक मार छे बहा है।
33:23लेकिन सवाल यही कि राजस्थान जैसे रेतीवे इलाके में बारिश क्यों सितम भाती है।
33:29दरतल गाजिस्थान में रेगिस्थान जरूर है लेकिन ये कई नदियों के निटवर के बीच भसा हुआ राज है
33:34राजिस्थान में तेरा रेवर बेसिन हैं शेखावती, रूपारेल, बनगंगा, गंभीरी, पारबती, साबी, चंबल, माही, साबर्मती, लूनी, अश्चिमबनास और सुकली
33:50इन तेरा नदियों के कई छोटे छोटे नदित शेत्र भी हैं
33:54लूनी, बनास, चंबल सबसे बड़े रिवर बेसिन हैं
33:58लूनी, अजमेर, बाडमेर, जालोर, जोटपुर से होकर बहती हैं
34:04बनास, उदैपुर, बूंदी से गुजरती हैं
34:06बनास के छोटे नदिक शेत्र, चित्तौडगर, जैपुर को कवर करते हैं
34:11चंबल के नदिक शेत्र में बूंदी, कोटा, जालावार, बरान जिले आते हैं
34:15दरतल राजस्तान में बाढ़ के कई कारण
34:20कैच्मिंट एरिया में बारिश के पानी का जमा होना
34:24बांध से जरूरत से ज़्यादा पानी छोड़ा जाना
34:27बांध में तूट फूट होना, बारिश के पैटन में बदलाव से फ्लैश फ्लड आना
34:32और शेहरों में ड्रेनिट सिस्टम का खराब होना
34:34जरूरत है इन दिकतों पर ध्यान देने की
34:40अगर ऐसा नहीं हुआ तो राजस्तान इसी तरह हमेशा डूपता रहेगा
34:44देश के कई हिस्सों में मौनसून आफ़त बन चुका है
34:56मद्यप्रदेश, गुजरात, उप्तरप्रदेश, तीनों राज्यों में
34:59बार और बारिश ने जन जीवन पूरी तरह से अस्तिविस्त कर दिया है
35:02कहीं सडकों पर नदियों जैसा नजारा है, तो कहीं घरों में पानी घुश चुका है
35:06कई जिलों में हालात बेहत गम भी रोच चुके है
35:09रहा तो अब अचाव कारे जारी है, लेकिन मौसम विभाग ने अभी भी भारी बारिश का एलर्ट चारी किया है
35:32लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजे से नदी नाले उपान पर आदेंगे
36:00रोज मर्रा की जिन्दगी मंचधार में फस गई है
36:02क्या मध्य प्रदेश, क्या गुजरात, क्या उत्तर प्रदेश
36:05हालत यह है कि बार और बारिश की वजे से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है
36:10मौनसून के साथ ही देश भर में सरकारी दावों की पोल खुलने लगी है
36:14हर साल की तरह इस बार भी प्रशासन ने बारिश से पहले दावे की एत्वी जल भराब नहीं होगा
36:26पानी निकासी की मुकमल विवस्था कर ली गई है
36:28लेकिन हकिकत फिर वही निकली
36:30एक तेज बारिश नहीं सारे वादों और दावों की पोल खुल गी
36:34सोनीपत शेहर की सड़कें तलाब बन दी अंडर पास में बारा फीट तक पानी भागया
36:43इस बाइक बंद होगी तो नगर निकम की तरफ से कोई भी काम सोनीपते में
37:04सचारू रूप से नहीं है तो करपे करवगे प्रसास ने काम करना ची ये पानी का निकासी का जो भी है
37:09वो समा धन करना ची जिसे पुब्लीक परेशान ना हो
37:12बारिश से परेशान नहीं होई और आने जाने कोई सुए दा इनी पानी इतना बरे
37:16शहर के दो हिस्सों को जोड़ने वाला रेलवे अंडर पास किसी पोखर की तरह नज़र आने लगा
37:24बारिश के बाद हर गली हर सलक पर तीन से चार फुट पानी जमा हो गया
37:28सोनीपत के शनी मंदर अंडर पास में भी पानी भर गया
37:32जाम नगर में बारिश में जलाशेयों और बांधों को फ़र दिया
37:43रंजीत सागर बांध ओवरफ्लो हो गया
37:46मजबूरन बांध के गेट खुलने पड़े जिसकी वज़ेस से पानी मंदर में खुश्मया
37:58और बहुत पानी भर जाता है यहां पर और वान व्यवस्ता और ट्राफिक का कोई सिस्टम है नहीं और तकलीप आम जंदा को बहुत उठानी पड़ती है यहां पर
38:08सासंग को यही कहना चाहिएंगे कि जल जल पानी का निकाल कि आ जाए और पब्लिक के लिए थोड़ी सानुबुती दर्सा है और पब्लिक को मदद रूप हो यही बस हमारा अपीन है
38:20गुजरात के सुरेंद्र नगर का हाल देखी भारी वारिश के बाद जल जमाप से पूरा इलाफा ढूप गया
38:30मदद प्रदेश के शोपुर में बारिश आफथ बंदी तेज बारिश ने शहर को जल मगन कर दिया
38:42घरों के सामने खड़ी गाडिया पानी में दूप गई शोपुर के मेन बाजार में पानी दुकानों तक खुस गया
38:48कलेक्ट्रेट कार्याले के गेर तक पारिश का पानी पर गया
39:18बाज़ी आदमी को नकलने करने परिशान नहीं आ रही है तोड़ी सी वरसात होती है एक तो फर्टे-चारे के अंटे में फूर लगा लग हो जाता है आदमी के देने कारेगरम पक्याते हैं
39:31इस बीट चंगलों में तेज बारिश से सीप नदी भी उफान बरादे बंजारा डैम पूरी तरह ओवरफ्लोप गया
40:01जड़ा पन्ना की तस्वीरें देखिए मनकी गाउं में तेज बहाव में देखते ही देखते एक आटो रिक्षा बह गया
40:11लगतार बारिश से शिफपुरी में आधी सबके पानी में डूब गई है जान जोखिम में डालकर सैलाग के बीच से गाउं वाले गुजर रहे हैं
40:23बाईक सवारों का तो हाल बेहाल है जान हठेली पर रखकर सैलाग को पार कर रहे हैं
40:28वारणसी में गंगा का जलस्तर लगतार बढ़ता जा रहा है पहाडों पर हो रही मूस्लाधार बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी ने गंगा को रौद्र बना दिया है
40:42पक्के घाटों की ज्यादातर सीड़ियां डूप चुकी है घाट किनारे के छोटे मंदर जलमगन हो गए है चिंता जनक बात यह है कि गंगा का पानी आरती स्थल तक पहुँच गया
40:56वारांसी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता ही चला जा रहा है घाटों की सीड़ियां लगभग दूप चुकी है तो वहीं अब पक्के घाटों का आपसी संपर्ग भी तूटना शुरू हो गया इस समय बनारस के गंगा घाट किनारे मानमंदिर घाट पर हम मौजू�
41:26के पास भी गंगा का पानी पहुच गया है लगातार लोग यूँ ही खत्रे को उठाते हुए जान जोखिम में डाल कर गंगा को पार कर रहे हैं
41:35दुनिया की कई हिससे इस समय मौसम की दो विपरीत मार्च हिल रहे हैं
41:48कहीं बार और मुस्लाधार बारिश है जन जीवन अस्तिवेस्थ है तो कहीं भीशन गर्मी और हीट वेव ने हाल बेहाल कर दिया है
41:55सवाल उठता है कि ऐसा क्यों हो रहा है इसका जवाब छिपा है जिलवाईू परिवर्तन में
42:01अमेरिका के टेक्सिस में प्रकृती ने ऐसा पहर बर पाया जिसे शब्दों में बयान करना मुश्किन है
42:15चार जुलाई दोहजार पच्चिस दिन शुक्रवार
42:26अमेरिकी आजादी की ये सुबह काली सुबह बनकर आई टेक्सस के लोगों के लिए
42:35भारी बारिश के बाद गौडलूप नदी में अचानक आई भीशन पाढ़ने हरोर तबाही मचा दी
42:41बाड की रफ्तार इतनी तेज थी कि महस 45 मिनट में नदी का जलस्तर 26 स्पीट यानी करीब 8 मीटर उपर उठते
43:03सैंट एंटोनियों में 15 इंच तक बारिश हुई और उसी के साथ बहने लगी जिंदगिया
43:07नदी के किनारी ही टेकसस का एक लोगप्री समर कैम्प, कैम्प मिस्टिक है
43:13जहां छुटिया मनाने अलग-अलग स्कूलों से करीब 200 बच्चियां पहुँची थी
43:17लेकिन कुछी पलों में वो समर कैम्प एक डरावनी तरास्दी में तबदील हो गया
43:22अब तक 51 लोगों की मौत की पुष्टी हो चुकी है, जिसमें बच्चे भी शामिल है
43:26कम से कम 27 लड़कियां भी लापता है
43:29कैम्प मिस्टिक की ओर जाने वाला हाईवे बह चुका है
43:31कैम्प का विजली और पानी संपर्ग तूट चुका है
43:34न मोबाइल काम कर रहे हैं ना इंटरनेट
43:36उपर से बाढ का पानी अभी डर दिखा रहा है
43:38रेस्क्यू ऑपरेशन जोरो पर है
43:44एक हजार से ज़्यादे रेस्क्यू वरकर्स, 14 हेलिकॉप्टर, 12 डोन, 9 बचाब दल
43:48सभी एक ही कोशिश कर रहे हैं
43:50जो बचे हैं उन्हें सुरक्षित निकालना है और जो लापता हैं उन्हें खोच कर लाना है
43:54प्रदान मंत्री मोदी ने भी टेकसस की इस बाढ पर दुख जताया है
43:59उन्होंने सोशल मीडिया प्लाटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा
44:02टेकसस में आई भीशन बाढ और बच्चों की मौत की खबर बेहत दुखत है
44:06मेरी समवेदनाएं पीडित पडिवारों के साथ है
44:09फिलहाल हजारों लोग उचे इलाकों पर बनी इमारतों में शरण लिये हुए हैं लेकिन हालात बेहत मुश्किल है
44:16चीन का सिचवान प्रांथ इस वक्त भीशन बाढ और मड़ फ्लो की चपेट में है
44:25भारी बारिश के बाद आई अचानक कीचल भरी बाढ ने कई गावों को तबाह कर दिया है
44:29यायन और मेरिशान जैसे इलाकों में पहालों से बहती मिट्टी तेजी से नीचे आई और बस्तियों में फैलती हुई चली गई
44:46दर्चनों घर जमी दोस हो चुके हैं कई लोग लापता हैं सेकड़ों परिवारों को सुरक्षत स्थानों पर भेजा गया है
44:51हालत यह कि सडकें तूड गई है पुल बह गए है और संचार व्यवस्था ठप हो गई है
45:03राहत दल और खोजी टीमे मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटी है
45:07इतना ही नहीं भारी बारिश की वज़े से मेक्रो स्टेशन, मॉल और शॉपिंग कॉंप्लेक्स तक जल भराब की चपेट में है
45:28बाल और बारिश का पहर तो देख लिया लेकिन धरती का एक हिस्सा ऐसा भी है जहां लोग गर्मी से परिशान है
45:32दरसल योरप जिसे खुबसूरती और ठंडे मौसम के लिए जाना जाता है
45:41उसी योरप में गर्मी का ऐसा कहर टूटा जिसने सौ साल के रिकॉर्ड थो दी
45:45पिछले एक हफते से पोर्टगाल, स्पेन, फ्रांस, इटली और बेल्जियम जैसे देश
46:01धीशन हीट वेव की चपेट में है
46:03तापमान कई जिगे 45 से 47 डिगरी सेलसेस तक पहुँच चुका है
46:06कुछ शहरों में तो ऐसा पहली बार हुआ है
46:09स्पेन के एल ग्रनाडो और हिवेलवा में 46 डिगरी का तापमान दर्ज किया गया
46:16पैरिस जहां जून जुलाई में तापमान 25 डिगरी रहता था
46:19अब 40 डिगरी सेलसेस को चू रहा है
46:21बारसिलोना ने जून में 1914 के बाद सबसे गरम दिन देखा
46:25पुर्दगाल के मोरा में 46 डशनलव 6 डिगरी तापमान दर्ज हुआ
46:29जो अब तक का सबसे ज्यादा है
46:31बेल्जियम में ट्रेनों पर भी असर पड़ा है
46:33ट्रैक और ओवर हेड लाइन गरम होने के वज़े से ट्रेने रद करने पड़ी
46:37इटली में तापमान कई हफतों से 40 डिगरी सेलसेस के ओपर बना हुआ है
46:41गरमी से बेहाल लोगों के लिए सरकारें भी अलर्ट पर है
46:54फ्रांस में 16 विभागों को रेड अलर्ट और 68 को औरेंज अलर्ट पर रखा गया है
46:59स्कूल बंद कर दिया गये है
47:00एफिल टावर जैसे जगों को भी सुरक्षा के चलते बंद कर दिया गया है
47:04पारिस, इटली और स्पेन की कई शहरों में फवारे और फ्री वाटर स्टेशन लगाए गए है
47:08लेकिन सवाल उड़ता है ये सब क्यों हो रहा है
47:10जलवायों विशे शग्यों के मताबिक योरप अप रत्वी का सबसे तेजी से गरम होने वाला महदूई बन चुका है
47:161980 के बाद से यहां का तापमान वैश्विक आउसत से दुगनी रफ़तार से बढ़ा है
47:21इस खास पर इस क्रिश्में फिलहाल इतना ही लेकिन देश दुनिया की बागी खबरों के लिए आप देखते रहे है आज तक