00:08मराटी बद्दल सर्व भाषिकानी सकारात्म का चोहल लागेल, किम्बवना शिकाव लागेल, शिकुन ग्याव लागेल, असा आम चमलता है।
00:20पड़ मनुन अ मराटी मानुस को अ मराटी बढ़ना रहला सोद देन एक गैर कृत्य आयोग यह आणि आशेक कृत्य काईदा स्विवस्थेत मान्य नहीं तैचावर कारवाई करना पेक्षित।
00:34मारा ही गया है ना एक हिंदू को मारा गया है ना एक हिंदू को मारा गया है तो मुझे बोलना है कि इतनी हिम्मत जाके नल बजार और मुहमद अली रोड में दिखावना वो जो दाड़ी वाली और गोल टोपी वाले क्या मराटी में बात करते गया शुद्ध मराटी में बात क
01:04मराठी निकालने की हिम्मत नहीं है यह गरीब हिंदू को क्यों मारने की हिम्मत कर रहे हो यह सरकार हिंदू ने बिठाई है हिंदू तो विचार की सरकार है इसलिए इस तरह की कोई भी अगर कोई हिम्मत करेगा तो आमारी सरकार भी तीसरी आग खोलेगी
01:19महाराष्टर में मराठी भाशा का अभिमान रखना ये कोई गलत बात लई है
01:29लेकिन भाशा के चलते अगर कोई गुंडा गर्दी करेगा तो इसको हम सहन नहीं करने वाले
01:35कोई अगर भाशा के आधार पर मारपिट करेगा तो ये सहन नहीं किया जाएगा
01:43जिस प्रकार की गटना हुई है उसके ऊपर पुलीस ने एफायर भी किया और कारवई भी किया और आगे भी अगर कोई इस प्रकार से भाशा का विवाद करेगा तो उसके ऊपर कानून न कारवई होगी
01:58हमको हमारी मराठी का अभिमान है लेकिन भारत की किसी भी भाषा के साथ इस प्रकार से अन्याय नहीं किया जा सकता ये भी हमको ध्यान में रखना पड़ेगा और मुझे तो कभी-कभी आश्चरे होता है कि ये लोग अंग्रेजी को गले लगाते हैं और हिंदी के उपर विव
02:28कारवाई है इसलिए इस प्रकार से जो लोग ऐसा कानून हाथ में लेंगे इनके साथ कड़ी कारवाई की जाएगी तो हमारी सरकार उनको छोड़ेगे नहीं उनके उपर कारवाई करेगी मैं वापिस कह रहा हूं
02:57स्वभाजा का अभिमान होना चाहिए वहां होना चाहिए मात्रु भाशा का अभिमान होना चैए उसको आगे करके अगर कोई गुंडागर्दी
03:17कि वही मराठी है कि हम भी मराठी है हमको भी जुन कर देते हैं हमको जो इतने वोट मिले
03:2651 प्रतिशत मराठी लोगों ने वोट दिये इसलिए केवल वो मराठी नहीं है उनने मंसर शंशे निकाल देना चाहिए अम राधी हमारे पीचे और हमारे साथ रहेंगे
03:37अब इसको जो विरोध है यह केवल राजनितिक विरोध रहा है क्यूंकि जो चॉइंट सिलेक्ट कमेटी है इसमें क्लाज बाई क्लास इसके उपर चर्चा हुई और कुछ भी अब्जेक्शन एलेबल उसमें किसको ही निकाल नहीं पाया
04:06हाँ कुछ दू-तिन उन्होंने चेंजेस मांगें ते वो कर दिये हमने इसले अब जॉइंट सिलेक्ट कमिटी ने एक मत से दिया है एक भी जॉइंट सिलेक्ट कमिटी में इसका जो रिपोर्ट आया है उसमें एक भी डिसेंट नॉट नहीं है there is no डिसेंट नॉट इसले हम लो