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Big Beautiful Bill passed: क्या आप जानते कि Trump की हर देश को भेजी जाने वाली “Tariff Letter” में क्या रहेगा? India को कितने प्रतिशत टैरिफ देना पड़ेगा – 10%, 26% या उससे भी ज्यादा? Pharma और Textile सेक्टर को चमकने का मौका मिलेगा या नुकसान उठाना पड़ेगा? क्या यह भारत के लिए एक golden opportunity है to enter the Global Supply Chain?

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~PR.384~HT.408~ED.148~GR.124~

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00:00दुनिया की सबसे बड़ी कॉनमी अब ट्रेड टेबल पर नहीं डरेक्ट चिट्थी भेज कर डील करेगी। हाँ आपने सही सुना डोनाल ट्रंप अब टेरिफ लेटर भेजने वाले हैं। जिसमें साफ लिखा होगा कि अगर आप अमेरिका को माल बेचेंगे तो इतने पॉस
00:30अंकारी डिटेल में देते हैं लेकिन उससे पहले अगर आपने हमारे चैनल को सब्स्राइब नहीं किया है तो जल्दी से कर लें। सोची अगर किसी दिन अमेरिका से एक चिट्थी आए जिसमें लिखा हो कि तुम अपने हर प्रोड़क्ट पर 30% टरिफ दो वरन एक्सपोर
01:00अमेरिका को कुछ बेचेंगे तो।
01:30पाचीत नहीं बलकि डिरेक्ट चिट्थी बेच के टरिफ बताया जाएंगे। इन टरिफ लेटर्स में देशों को ये बताया जाएगा कि अगर वो अमेरिका को एक्सपोर्ट करना चाहते हैं तो उन्हें किन किन प्रोड़क्ट पर कितना पॉसंट टरिफ देना होगा।
01:42टरंप के अनुसार ये रेट 10 पॉसंट से शुरू होकर 20 से 30 पॉसंट यहां तक कि 50 पॉसंट तक भी जा सकते हैं। और सबसे दिल्चस बात ये है कि इन लेटर्स को एक एक करके हर देश को अलग अलग भेजा जाएगा।
02:07के लिए जापान को एक लेटर भेजा गया जिसमें 30 पॉसंट टरिफ लिखा गया।
02:11अब इंडिया को भी जल्दी ऐसा लेटर मिलने की संभाब ना है।
02:14और उसमें ये साफ होगा कि अमेरिका को क्या रेट्स पर टैग्स देना है।
02:18ट्रम्प ने ये भी कहा कि ये चिठ्धियां हर दिन 10 देशों को भेजी जाएंगी।
02:22यानि एक स्केडियूल डिस्टिब्यूशन प्लान के तहर्ट है।
02:25अब सवाल है कि भारत पर इसका क्या आसर होगा।
02:28क्या हम अमेरिका को अपने समान बेच पाएंगे या हमें भी भारी टरिफ का सामना करना पड़ेगा।
02:33देखे मूडी इसकी रिपोर्ट कहती है कि भारत को फिलाल अमेरिका से कम टरिफ रेट्स का फायदा मिल सकता है।
02:39खास कर जब वियतनाम, कमबोडिया जैसे एशियाई देशों को भारी टरिफ जहलना पड़े।
02:44इसका मतलब ये है कि भारत को एक नए ग्लोबल मैनुफाक्शरिंग हब के रोप में देखा जा सकता है।
02:49लेकिन ये भी सच है कि अमेरिका का इरादा इंडिया के लिए भी दबाव बढ़ाने का है, खास कर अग्रिकल्चर और डेरी प्रड़क्ट्स में।
02:56अभी तक अमेरिका और भारत के भी जो मिनी ट्रेड डील की बाचीट चल रही है, उसमें अमेरिका चाहता है कि इंडिया अमेरिका अग्रिकल्चर प्रड़क्ट्स पर टेरिफ कम करे।
03:05जबकि भारत चाहता है कि उसके टेक्स्टाइल, फार्म और इंजिनिरिंग गुड्स को अमेरिका में छूट मिले।
03:11ट्रम्प के टेरिफ लेटर्स इस बाचीट को और भी मुश्किल बना सकते हैं क्योंकि अमेरिका अब सीधे चिट्थी भेज़कर टेरिफ बताएगा ना कि बाचीट से रास्ता निकालेगा।
03:20अब बात करते हैं भारत के अलग-अलग सेक्टरों की तो ट्रम्प के इस फैस्टे का सबसे ज्यादा असर होगा स्टील और अलिमूनियम सेक्टर बर जहां पहले से ही अमेरिका 50% तक टेरिफ लगाता है।
03:31अगर ये टेरिफ और बढ़ता है तो भारत से इस सेक्टर का एक्सपोर्ट गिर सकता है।
03:35वही फार्मा सेक्टर को भी दवाब जहलना पड़ेगा। अगर बेसलाइन टेरिफ 10% से उपर गया तो दवाओं की कीमत और कॉम्पेटिशन दोनों अफेक्ट होंगे।
03:43लेकिन कुछ सेक्टर हैं जो टेरिफ स्टॉम में चमक सकते हैं जैसे टेक्स्टाइल और लेदर गामेंट्स जो पहले सही लेबर इंसेंटिव हैं और अगर टेरिफ 10% के आसपास रहता है तो ये अमेरिकी मार्केट में ज्यादा मुकाबला कर सकते हैं।
03:56इसके अलावा एलेक्ट्रोनिक्स और मैनिफ्याक्श्रिंग सेक्टर में भारत को फ्री ट्रेड आग्रिमेंट का भी फायदा मिल सकता हैं जिससे इंवेस्टमेंट बढ़ सकता हैं।
04:26इसका मतलब ये है कि भारत को जल्द से जल्द अमेरिका के साथ समझाता करना पड़ेगा।
04:56तो ट्रम्प के इस वैसले पर इंडिया का क्या स्टैंड होना चाहिए हमें अपनी राय कॉमेंट बॉक्स में बताए और ऐसी अपडेट्स के लिए कीप वाचिंग एंड सब्सक्राइब गुड रिटर्न्स।
05:06झाहिए

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