00:00आदमी ने लंबी रोड पकड़ी फिर बारीकी से सामने देखा और अपना दूसरा पैर स्टील की रसी पर रखा जैसे ही हवा में फैली धुंद छटी आसमान साफ हो गया और वो धीरे धीरे रसी पर चलने लगा हर कदम उसकी जिंदगी का आखिरी भी हो सकता था पर फिलिप
00:30नहीं चल रहा था बलकि एक घुटने के बल बैट गया अपने घाव दिखाता हुआ वो जैसे उन टावर्स और रसी का शुक्रिया कर रहा था कि इस भाग दोड़ भरी दुनिया में किसी ने रुक कर उसका जुनून देखा प्रार्थना पूरी करते ही सामने दो पुलिस व
01:00उसके पैर कांपने लगे लगा कि अब गिर जाएगा लेकिन उसके चेहरे पर मुस्कान थी जैसे कह रहा हो ये तो बस शो था और अब शो खत्म