00:00दिल्ली के सियासी गलियारों में शीश महल की चर्चा यूँ तो खूब होती है। गाहे बगाहे नेता उसको खूब भुनाते भी हैं। उस पर चर्चा भी करते हैं। लेकिन दिल्ली का शीश महल वाकई है कहा।
00:30विधायक हैं दिली की मुख्यमंतरी रेखा गुपता लेकिन इसके साथी साथ इसके पीछे एक पूरी एतिहासिक कहानी है एतिहासिक कहानी मुगल सामराज असे जुड़ी हुई और तब मुगल सामराज जो था वो अपने चरम पर था और औरंग जेब को कुर्सी लेनी थी ल
01:00जो की केंद्र हुआ करता था मुगल सामराज का वहाँ पर वो सत्ता नसी नहीं हो पाया वहाँ पर उसे कुरसी नहीं मिली वहाँ उसका कॉरोनीशन नहीं हुआ उसे लगभग 10 किलो मिटर से अधिक शालीमार बाग में आ करके ये शीश महल बनवाना पड़ा और शीश महल में
01:30जबाया गया था लेकिन उसके बाद जैसे जैसे इतिहास का पन्ना पलटता गया लगातार समय बढ़ता गया ये जो शीश महल है वो खंडहर में तबदील हो गया चीन 우� chicos
01:42तस्वीर है वो खंडहर नुमा हो गई लेकिन उसके बाद इसे फिर से दोबारा रिज्यूमिनेर यानि उसको वापस पुरानी शकल में लाने का फैसरा लिया गया और लगबग एक डेर साल के मेहनत के बाद दिल्ली विकास प्राधिकरन जिसके मुख्या उपराई जपाल वि
02:12है उसको एतिहासिक रूप में उसी तरीके से संजोनी की कोशिश की गई है कैमरा मैन अजय कुमार ठाकुर के साथ कुमार खुडाल दिल्ली आज तक