00:07सुन्दर बन जंगल में एक टुनी नाम की चिरिया अपनी बीमार मा टुन्टुनी के साथ रहती थी
00:12टुनी अपनी मा को बहुत प्यार करती थी और उनकी बहुत सेवा भी करती थी
00:17वो अपनी मा को कोई काम नहीं करने देती एक दिन टूनी रसोई में खाना बना रही थी तभी उसकी मा टून्टूनी उसके पास आती है और उससे कहती है
00:26अरे मेरे बच्ची ला मैं खाना बना देती हो नहीं तो तो स्कूल जाने के लिए लेट हो जाएगी
00:32अरे मा, आपके तो पैरों में बहुत तेज दर्द हो रहा था मा, फिर आप इहा क्यों आ गए? जाए आप थोड़ा आराम कीजिए, मैं काम कर लूँगी
00:42मेरी बच्ची, अभी तू बहुत छोटी है ना, इसलिए मा के दर्द को नहीं समझ पाएगी
00:48पर तू ये सब छोड़, ये सब मैं कर लूँगी, तू जा जाकर स्कूल के लिए तयार हो जा
00:53नहीं मा, मैं आपको इस हालत में छोड़ के नहीं जा सकती
00:57देख बेटा, ऐसा जिद नहीं करते
01:00पर मा, मेरे जाने के बाद आपका ख्यान कौन रखेगा, आपको किसी चीज़ के जरूट हुई तो
01:07अरे मेरे लाडो रानी, तू कब इतनी बड़ी और सियानी हो गई
01:11मैं बिमार जरूर हो, पर इतना भी बिमार नहीं हूँ, कि अपना काम ना कर सको
01:17अब तू ये सब छोर और स्कूल के लिए तयार हो जा
01:21हिए माँ, पर एक सर्थ है, अगर मैं स्कूल जाउंगी तो आपके सहले मुनवन कभो तरी आँटी को आपके पास छोर के जाउंगी
01:29ठीक है ठीक है तुम मुन मुन आंटी को बोल देना
01:32तुन तुनी तुनी को तयार करके स्कूल भेज देती है
01:35पर तुनी का स्कूल में मन नहीं लगता
01:38उसे अपनी मा की फिक्र होती रहती है
01:40उसे डॉक्टर तोते की कही हुई बात याद आती है
01:44जो उसने टूनी से कही थी
01:46बेटा टूनी तुम्हारी मा को एक बार दिल का दोरा पड़ चुका है
01:51अब से तुम्हें उनका बहुत ख्याल रखना पड़ेगा
01:54अगर उन्हें फिर से दिल का दोरा पड़ा तो हम उन्हें को देंगे
01:58ठीक है अंकल मैं उनका पुरा ख्याल रखूंगी और उन्हें हमेसा खुश रखूंगी
02:03हाँ बेटा यही एक तरीका है जिसे तुम अपनी मा की जिन्दगी बचा सकती हो
02:08बाकी ये लो दवाई ये तुम उन्हें समय समय पे खिलाती रहना
02:12बेटा तुनी तुम्हें भी बहुत हिमत रखनी होगी
02:15हाँ अंकल कोशिस करूँगी और मा का ख्याल रखूंगी
02:19बबली तोता तुनी को खिलाती है
02:23क्या हुआ तुनी तुनी क्या हुआ
02:26क्या क्या क्या हुआ बोलो क्या हुआ
02:30तुनी तु क्लास में कहा खो गई थी
02:42तूनी बबली को पूरी कहानी सुनाती है बबली उसे हिमत बांधने को कहती है
02:47तूनी तू हिमत मत हार आंटी ठीक हो जाएगी और तू ही जब ऐसे कमज़र हो जाएगी तो आंटी को कौन समा लेगा
02:56तू सही कह रही है बबली पर डॉक्टर अंगल के लफ्स मेरे दिमाग से जाता ही नहीं मैं बार बार उस बारे में सोच कर सहम जाती हूँ
03:05तू तो जानती है ना मेरी मा के सिवा इस दुनिया में मेरा कोई नहीं है तो फिर मैं कैसे रहूंगी
03:13देख टूनि मेरे मामा हैतंपुर जंगल के बहुत बड़ी काडिलोजिस्ट है दूर दूर के मरीच उनके पास इलाज के लिए आते हैं तो तू क्यों ना इवर आंटी को उनके पास ले जाती पर टूनिया उनकी फिर्स बहुत हाई है
03:27अब चब ये ठाल दिया है कि मां को पहले जैसा करना है तो खर्टे से नहीं जरूंगी मैं अपने मां को अच्छे से अच्छा इजाज करवाँगी और उन्हें बिल्कुल ठीक कर दूंगी तो मुझे अपनी मामा का एड्रिस दे दे
03:42अभी तो मेरे पास नहीं है मैं साम को तेरे घर आउंगी तो मामा जी का एड्रिस ले आऊँ
03:47चुट्टी हो जाती है सभी पक्छी बच्चे अपने अपने घर चली जाती है तुनि भी अपने घर आ जाती है तभी मुन्वन आउंटी उससे कहती है
03:57बेटा टुनि अच्छा हुआ के तू आ गई
04:00क्या हुआ आउंटी आप इतना घबराई हुए क्यों हो मा ठीक तो है ना
04:05नहीं टुनि तेरे मा ठीक नहीं है तेरे जाने का बाद उनको सिर्फ उल्टिया ही उल्टिया हो रही है
04:10मैंने उन्हें डॉक्टर के पास ले जाने के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया अब बेटी तू ही अपने मा को समझा
04:16तू नहीं जल्दी से उड़ते हुए अपने कमडे में जाती है तो वहां देखती है उसकी मा बीमार पड़ी थी