00:00उत्राखंड में विरिक्सों का अवैत पातन वन महकमे के लिए सिर्दर्द रहा है
00:14हालां कि विभाग की अनुमती से भी जंगलों पर खूब आरियां चली हैं
00:19जिस पर अक्सर पर्यावनन प्रेमी सडकों पर दिखाई दिये हैं
00:23इस बार मामला 3,000 से ज़्यादा पेड़ों को काटे जाने से जुड़ा है
00:26जिसका प्रस्ताव मुख्यमंत्री के अध्यक्षता वाले राज्य वन्य जीव बोर्ड में भी लाए जा चुका है
00:33लेकिन एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर यदि भहुष्य में इसे मंजूरी मिली तो प्रदेश में हजारों पेड़ों पर आरियाँ चलना ताई है
00:41बताते चलें कि विधानसभा सीट यमकेश्वर के स्वरगे जगमोहन सिंग नेगी मोटर मार्ग को डबल लेन करने पर वीचार चल रहा है
01:11इसके तहर रिशिकेश बैराज से पीपल कोटी तक करीब 28 किलोमेटर की सड़क को डबल लेन किये जाने की योजना है
01:19इसके अलावा नीलकंठ मोटर मार्ग की 5 किलोमेटर सड़क को भी डबल लेन करने के लिए चोड़ी करण का काम प्रस्तावित है
01:27इस काम के करण करीब 3045 पेड़ पर भावित हो रहे हैं
01:32यानि सड़क चोड़ी करण के लिए इन पेड़ों को काटना होगा
01:36लेकिन इसके लिए एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट बहत एहम होगी
01:40जबकि पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि विकास विरोधी नहीं है
01:45उनका सिर्फ इतना कहना है कि आप जिस भी योजना को तैयार कर रहे हैं
01:50उसमें पर्यावरण के पहलों को नजर अंदाज ना करें
01:53We have heard that the Raja Sargaard has a great place in the Raja Banjee board
02:01which has a good place to cut 3800 bricks.
02:05It's a good place to build new bricks and new bricks,
02:11but it's always a good place to build the bricks.
02:14How much we will build the bricks?
02:16Our temperature is located at 13 degrees.
02:22in the village.
02:24But the way the trees are growing,
02:28they are growing up.
02:32So, the government should be able to create a new structure.
02:36The way the trees are growing up,
02:38the way the trees are growing up,
02:42the way the trees are growing up.
02:44So, the trees are growing up.
02:46So, when the trees are growing up,
02:48।
03:13प्रदेश में पेड कटान के मामले पहले भी विवादों में आ चुके हैं, जिन में पर्यावरनविद और लोगों ने इसका सडकों पर उतर कर विरोध किया है, जिसके बाद वो आश्वासन के बाद माने और सरकार बैकफुट पर आई।
03:27ऐसे में सवाल उठ रहा है कि विकास के नाम पर कितने पेड़ों की बली दी जाएगी जबकि अंधादुन विकास को वेग्यानिक ग्लोबल वर्मिंग का असर मान रहे हैं।
03:37ETV भारत के लिए देहरादून से नवीन उनियाल की रिपोर्ट