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00:00माशालला आपकी बातों का ऐसा असर हुआ इस पर कि मैं नाराज होकर चला गया
00:14सो मैंने सोचा कि ये खुश खबरी खुद आकर आपको बता हुआ उता कि आपके देल को ठंटक पाँचे आपको यही शक्वात है ना कि बड़ी परिनामी हो
00:26है वहली ने घर चोड़ दिया है क्यों खुदा जाने बहुत बिखरा हुआ लग रहा था मैं ज्यादा सवाल जब आप
00:46अच्छाइ बना कि लास नोपने एक सो असी रुपे हाँ
01:05एक सो असी रुपे का कप
01:09तो मेन ट्रेक क्लास कट नहीं है ठीक है बहार जाओ गी ना तो अगर उस्तर काना नेरे बारे में बुचा तो कहते हैं वो आई थी चली गई
01:16अच्छा लेक स्पीत वो दो दो आओ
01:19आख बोड़ते
01:27माया
01:29माया, क्या आओटे माया?
01:31माया, रेक्स माया!
01:32माया, माया, पाणि!
01:36माया, माया, लेक्स माया!
01:39माया!
01:46बन करो, ठंड हो रही है
01:48अचलो, ठीक है चाब, मैं सुवए स्कूल में आना है, सोजा
01:54जब से वली गया, ये घर में नहीं टिकता
01:59और दोस भी अच्छे नहीं बना रहा
02:16अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, बना है
02:46अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो, अचलो
03:16माया, क्लास के लिए लेट उड़े, तुम नहीं आ रही?
03:27तुम जा, मैं आ थी.
03:29ओके.
03:46खुम जा, मैं आ थी.
03:53अल्मचिए लेग शो फिर्व लेटोंג scripture
04:01अंगम डसे हमिभोवाबना, शो किया करका हमाद you,
04:07गोप्रेश लेट लेग्वाबना, मैं मैं तुम नहीं वेखें
04:13कर दो कर दो
04:43माया, क्लास के लिए लेट हो रहे, तुम नहीं आ रही?
04:56तुम जो, मैं आठी
04:57ओके
04:58विवर्जी ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
05:09माहम और आर्मीन दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रकते हैं
05:15लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
05:17माहम एक जपाकश समझदार रहसास ललकी है
05:21जो अपनी मा की साथ लाहोर के कुराने महले में रहती है
05:26वो मुसूरी की शुकीन है और इसके हुआवे के वो एक नमशूर प्रेंटर बने
05:30लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमन कर सके
05:34गर के हालात खराब है और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
05:39दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
05:43जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
05:48वो पाकिस्तान में एक नई आर्ड गेली कौलता है
05:50और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजर आते हैं
05:55जो एक मुकामी नमाईश में बगेर नाम के रखे गए है
05:58वो इन तस्वीरे से इतना मतासर होता है
06:01कि हर जग़ा इसके पनकार की तलाश में लग जाता है
06:04बलागर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
06:07जब आरीन माहम को इसके पन के अजल के मत बताता है
06:11माहम पहले तो हिरान होती है
06:12लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नजर आता है
06:16वो दोने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
06:19वो इसे दोरां खामुची से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
06:24लिए कहानी यहाँ खतम नहीं होती
06:26माहम को पता चलता है
06:28कि आरीन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
06:32जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
06:35अब माहम एक कश्म कश्म में उतला है
06:37क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
06:39या एक ऐसा मुस्तक्बिल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
06:43यह वारीन को सच्चाई का इलम होता है
06:45वो भी तूट जाता है
06:47वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
06:49और माहम से कहता है
06:50मैं तुमसे तुम्हारी माज़ी के केमत पर नहीं
06:52तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
06:55आखरे सीन में माहम के सामने
06:57दो तस्विरी होते है
06:58एक बदले की और एक महबत की
07:00क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
07:02या हमेशे के ले रंग छूल देगी
07:04इस ड्रामसिल के हौले से
07:05अपने राग की सहार लाजमी कमेंट करें
07:08साथ में हमारे येटोड का चेनल इखलास टेवी को
07:10सबस्क्राइब का ना मत भूली है
07:11तेंस पार वाचिंग अल्हाफिस
07:14विवर्जी ड्रामसिल के कहानी में आप देखेंगे
07:17माहम और आर्मीन दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
07:22लेकिन तकदीर उन्हें एक ही परेम में ले आती है
07:25माहम एक जपाकश समझदार वे साथ ललकी है
07:29जो अपनी मा की साथ लाहूर के कुराने महले में रहती है
07:34वो मुसूरी की शुकीन है
07:35और इसके हुआवे के वो एक दिमशूर प्रेंटर बने
07:38लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी ताले मुकमन कर सके
07:42गर के हालात खराब है
07:44और माहम टीवीशन पढ़ा कर घर चलाती है
07:47दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नौजवान है
07:51जो बिरूनी मिल्स से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
07:56वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियल लिक होलता है
07:58और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
08:02जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
08:06वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
08:09कि हर जगह इसके पनकार की तलाश में लग जाता है
08:12बलागर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
08:15जब आरीन माहम को इसके पन के अजल के मत बताता है
08:18माहम पहले तो हिरान होती है
08:20लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नज़राता है
08:24वो दोने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
08:27वो इसे दोरां खामुची से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
08:32लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
08:34माहम को पता चलता है
08:36कि आरीन के वालिद ने कही साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
08:40जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
08:42अब माहम एक कश्म कश्म में तला है
08:45किया वो अपने माज़ी का बदला ले
08:47या एक ऐसा मुस्तक्बिल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
08:51वारीन को सच्चाई का इलम होता है
08:53वो भी तोट जाता है
08:54वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
08:57और माहम से कहता है
08:58मैं तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
09:00तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
09:03आखरे सीन में माहम के सामने
09:05दो तस्विरी होते है
09:06एक बदले की और एक महबत की
09:07क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
09:10या हमेशे गले रंग चुल देगी
09:28इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
09:30लेकिन तकदीर उन्हें एक ही परेम में ले आती है
09:33माहम एक जपाकश समझदार वे सास ललकी है
09:37जो अपनी मा की साथ लाहुर के एक पुराने महले में रहती है
09:41वो मुसूरी की शुकीन है
09:43और इसके हुआवे के वो एक नमशूर प्रेंटर बने
09:46लेकिन हालात ऐसे नहीं के वो अपनी तालिम मुक्मन कर सके
09:50गर के हालात खराब है
09:52और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
09:54दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नوجवान है
09:59जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
10:03वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली कौलता है
10:06और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजराते है
10:10जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नम के रखे गए है
10:14वो इन तस्वीरे से इतना मुतासर होता है
10:16कि हर जगा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
10:20बलाखिर किसमत दोनों को एक दूसे से मिला देती ही
10:23जब आर्डियली माहम को इसकी पन के असल किमत बताता है
10:26माहम पहले तो हिरान होती है
10:28लेकिन जल ही उसे आरेन के नियत में खलोज नजर आता है
10:32वो दूने एक साथ आर्ट पर काम करने लगते है
10:35वो इसे दोरां खामोची से एक खुबसुत महबत जनम लेती है
10:39लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
10:42माहम को पता चलता है
10:43कि आरीन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
10:48जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
10:50अब माहम एक कश्मकश में मतला है
10:52किया वो अपने माजी का बदला ले
10:54या एक ऐसा मुस्तक्बल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
10:59ने वारिन को सचाई का इलम होता है
11:01वो भी तूट जाता है
11:02वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
11:04और माहम से कहता है
11:06मैं तुमसे तुम्हारी माजी के किमत पर नहीं
11:08तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हो
11:10आखरे सीन में माहम के सामने दो तस्वीरी होते है
11:13एक बदले की और एक महबत की
11:15क्या वो अपने दूरी तस्वीर मुकमल करेगी
11:18या हमेशे गले रंग छोल देगी
11:19इस ड्रामसिल के हाले से
11:21अपने राग की साहर लाजमी केमेंट करें
11:23साथ में हमारे येटोब का चैनल इखलास टेवी को
11:26सबस्क्राइब का ना मत भूली है
11:27तेंस पार वाचिंग अल्हाफिस
11:29विवर्जी ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
11:32माहम और अर्मीन
11:34दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रिकते है
11:38लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
11:41माहम एक जबाकश समझदार रहसास ललकी है
11:45जो अपनी मा की साथ लाहुर के कुराने महले में रहती है
11:49वो मुसूरी की शुकीन है
11:51और इसके हुआबे के वो एक नमशूर प्रेंटर बने
11:54लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी ताली मुक्मन कर सके
11:57गर के हालात खराब है
11:59और माहम टीवीशन पढ़ाकर गर चलाती है
12:02दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नوجवान है
12:07जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
12:11वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली को लता है
12:14और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजराते है
12:18जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
12:21वो इन तस्वीरे से इतना मुधासिर होता है
12:24कि हर जगा इसकी पनकाल की तलाश में लग जाता है
12:27बलाखर किसमत दुनों को एक दुस्य से मिला देती है
12:30जब आर्डियली माहम को इसकी पन के असल केमत बताता है
12:34माहम पहले तो हुरान होती है
12:36लेकिन जल ही उसे आरेन के नियत में खलोज नजनाता है
12:39वो दूने एक साथ आर्ट पर काम करने लगते है
12:42वो इसी दोरां खामोच से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
12:47लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
12:49माहम को पता चलता है
12:51कि आरीन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
12:56जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
12:58अब माहम एक कश्मकश में मतला है
13:00किया वो अपने माज़ी का बदला ले
13:02या एक ऐसा मुस्तक्बल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
13:06ने वारीन को सचाई का इलम होता है
13:08वो भी तोट जाता है
13:10वो अपने वाप के के माप भी मांगता है
13:12और माहम से कहता है
13:14मैं तुमसे तुमारी माज़ी के किमत पर नहीं
13:16तुमारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हो
13:18आखरे सीन में माहम के सामने
13:20दो तस्विरी होते है
13:21एक बदले की और एक महबत की
13:23क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
13:26या हमेशे गले रंग चोल देगी
13:27इस ड्रामसिल के हाले से
13:29अपने राए की साहर लाजमी केमेंट करें
13:31साथ में हमारे ये ये टूप का चैनल इखलास टेवी को
13:33सबस्क्राइब करना मत भूली है
13:35तेंस पार वाचिंग लाहाफिस
13:37विवर्जी ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
13:40माहम और आर्मीन
13:42दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
13:46लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
13:49माहम एक जपाकश समझदार रहसास ललकी है
13:52जो अपनी मा की साथ लाहुर के कुराने महले में रहती है
13:57वो मुसूरी की शुकीन है
13:59और इसके हुआबे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
14:02लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुक्मन कर सके
14:05गर के हालात खराब है
14:07और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
14:10दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
14:15जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
14:19वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली को लता है
14:22और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
14:26जो एक मुकामी नमाईश में बगेर नाम के रखे गए है
14:29वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
14:32कि हर जग़ इसके पनकार की तलाश में लग जाता है
14:35बलाखिर किसमत दुनों को एक दूसरे से मिला देती है
14:38जब आरीन माहम को इसके पन के अजल के मत बताता है
14:42माहम पहले तो हिरान होती है
14:44लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नज़राता है
14:47वो दूने एक साथ आर्ट पर काम करने लगते है
14:50वो इसे दोरां खामोच से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
14:55लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
14:57माहम को पता चलता है
14:59कि आरीन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
15:03जिसके बज़े से इनके गर बरबाद हुआ
15:06अब माहम कश्म में मतला है
15:08किया वो अपने माज़ी का बदला ले
15:10या एक ऐसा मस्तक्विल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
15:14नवारीन को सचाई का इलम होता है
15:16वो भी तूट जाता है
15:18वो अपने बाप के के मापी मांगता है
15:20और माहम से कहता है
15:21मैं तुमसे तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
15:24तुम्हारे हाल के बन्याद पर महबत करता हूँ
15:26आखरे सीन में माहम के सामने
15:28दो तस्विरी होते है
15:29एक बदले की और एक महबत की
15:31क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
15:33या हमेशे के ले रंग छोल देगी
15:35इस ड्रामसिल के हौले से
15:37अपने रागे की साहर लाजमी कमेंट करें
15:39साथ में हमारे येटूप का चैनल इखलास टेवी को
15:41सबस्राइब का ना मत भूली है
15:43तेंस बार वाचिंग अल्ला हाफिस
15:45विवर्जिस ड्रामसिल के कहानी में आप देखेंगे
15:48माहम और आर्मीन दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते हैं
15:54लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
15:56माहम एक जपाकश समझधार वे साहस ललकी है
16:00जो अपनी मा की साथ लाहूर के कुराने महले में रहती है
16:05वो मुसूरी की शुकीन है और इसके हुआवे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
16:09लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमन कर सके
16:13गर के हालात खराब है
16:15और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
16:18दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नوجवान है
16:22जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
16:27वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली को लता है
16:29और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजराते है
16:34जो एक मुकमी नमाईश में बगेर नाम के रखे गए है
16:37वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
16:40कि हर जगा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
16:43बलाखिर किस्मत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
16:46जब आर्डियली माहम को इसकी पन के असल किमत बताता है
16:50माहम पहले तो हिरान होती है
16:51लेकिन जलही उसे आर्डियली के नियत में खलोज नजराता है
16:55वो दूने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
16:58वो इसे दोरां खामोची से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
17:03लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
17:05माहम को पता चलता है
17:07कि आर्डियली के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
17:11जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
17:14अब माहम एक कश्मकश में मतला है
17:16क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
17:18या एक ऐसा मुस्तक्विल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
17:22निवारीन को सच्चाई का इलम होता है
17:24वो भी तूट जाता है
17:26वो अपने बाप के के मापी मापी मांगता है
17:28और माहम से कहता है
17:29मैं तुमसे तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
17:31तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
17:34आखरे सीन में माहम के सामने
17:36दो तस्विरी होते हैं
17:37एक बदले की और एक महबत की
17:39क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी या हमेशे के ले रंग छोल देगी
17:43इस ड्रामसिल के हौले से अपने राग की ज़ार लाजमी कमेंट करें
17:47साथ में हमारे एक टूप का चैनल इखलास टेवी को सबस्क्राइब का ना मत भूली है
17:50तेंस पार वाचिंग अल्हाफिस
18:20कर सके गर के हालात खराब है और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
18:26दूसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
18:30जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
18:35वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली कौलता है
18:37और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
18:41जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
18:45वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
18:48कि हर जग़ इसन की पनखार की तलाश में लग जाटा है
18:51बलाखर किस्मत दुनों को एक दूस्य से मिला देते ही
18:54जब आरीन माहम को इसके पन के असल किमत बताता है
18:57माहम पहले तो हेरान होती है
18:59लेकिं जिल्ही उसे आरीन के नियत में खलोश नज़राता है
19:03वो दूने एक साथ आठ पर काम करने लगते हैं
19:07वो इसे दोरां खामुची से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
19:11लिगने कहानी यहाँ खतम नहीं होती
19:13माहम को पता चलता है
19:15कि आरीनिगी के वालिद ने कई साल पेले
19:17इसके पालिद को करूबार में दोका दिया था
19:19जिसके बज़े से इनके गर बरबाद हुआ
19:21अब माहमे कश्मकश में उत्तला है
19:24क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
19:26या एक ऐसा मस्तक्बल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
19:30अबारीन को सच्चाई का इलम होता है
19:32वो भी तूट जाता है
19:33वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
19:36और माहम से कहता है
19:37मैं तुमसे तुमारी माज़ी के किमत पर नहीं
19:39तुमारे हाल गे बन्याद पर महबत करता हूँ
19:42आखरे सीन में माहम के सामने
19:44दो तस्विरी होते है
19:45एक बदले की और एक महबत की
19:46क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
19:49या हमेशे गले रंग छोल देगी
19:51इस ड्रामसिल के हौले से
19:52अपने राग की सहार लाजमी कमेंट करें
19:55साथ में हमारे एक्टू का चैनल इखलास टेवी को
19:57सबस्क्राइब का ना मत भूली है
19:58तेंस पार वाचिंग अल्हाफिस
20:27कि वो अपनी तालिम मुकमल कर सके
20:29गर के हालात खराब है
20:31और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
20:34दूसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
20:38जो बिरूनी मिल्स से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
20:42वो पाकिस्तान में एक नई आर्ट्गेली कौलता है
20:45और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
20:49जो एक मुकमी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
20:53वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
20:55कि हर जगा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
20:59बलाखिर किस्मत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
21:02जब आर्ट्गेली माहम को इसकी पन के असल किमत बताता है
21:05माहम पहले तो हिरान होती है
21:07लेकिन जल ही उसे आरेन के नियत में खलोज नजनाता है
21:11वो दूने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
21:14वो इसे दोरां खामोची से एक खुबसुत महबत जनम लेती है
21:18लेकि कहानी यहाँ खतम नहीं होती
21:21माहम को पता चलता है
21:22कि आरेन के वालिद ने कई साल पेले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
21:27जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
21:29अब माहम एक कश्मकश में मतला है
21:31क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
21:33या एक ऐसा मस्तक्विल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
21:38ने वारीन को सचाई का इलम होता है
21:40वो भी तोट जाता है
21:41वो अपने वाप के के माप भी मांगता है
21:43और माहम से कहता है
21:45मैं तुमसे तुमारी माज़े के किमत पर नहीं
21:47तुमारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हो
21:49आखरे सीन में माहम के सामने
21:51दो तस्विरी होते है
21:52एक बदले की और एक महबत की
21:54क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
21:57या हमेशे गले रंग छोल देगी
21:58इस ड्रामसिल के हौले से
22:00अपने राग की साहर लाजमी कमेंट करें
22:02साथ में हमारे येटोड का चेनल इखलास टेवी को
22:05सबस्क्राइब का ना मत भूली है
22:06तेंस बार वाचिंग अल्हाफिस
22:08वीवर इस ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
22:11माहम और आर्मीन
22:13दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
22:17लेकिन तकदीर उन्हें एक ही परेम में ले आती है
22:20माहम एक जपाकश समझदार रहसास ललकी है
22:24जो अपनी मा की साहतला होर के कुराने महले में रहती है
22:28वो मुसूरी की शुकीन है
22:30और इसके हुआवे के वो एक नमशूर प्रेंटर बने
22:33लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुकमर कर सके
22:37गर के हालात खराब है
22:38और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
22:41दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नوجवान है
22:46जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
22:50वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली को लता है
22:53और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजराते है
22:57जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
23:01वो इन तस्वीरे से इतना मतासर होता है
23:03कि हर जगा इसके पनकार की तलाश में लग जाता है
23:06बलागर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
23:09जब आर्डियली माहम को इसके पन के असल किमत बताता है
23:13माहम पहले तो हिरान होती है
23:15लेकिन जलही उसे आरेन के नियत में खलोज नजनाता है
23:18वो दूने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
23:22वो इसे दोरां खामोची से एक खुबसुत महबत जनम लेती है
23:26लेकि कहानी यहाँ खतम नहीं होती
23:28माहम को पता चलता है
23:30कि आरेन के वालिद के वालिद ने कई साल पहले
23:33इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
23:35जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
23:37अब माहम एक कश्मकश में उत्तला है
23:39क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
23:41या एक ऐसा मुस्तक्बिल चुने
23:44जिसमें सिर्फ महब्बत हो
23:45ने वालिद ने को सचाई का इलम होता है
23:47वो भी तूट जाता है
23:49वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
23:51और माहम से कहता है
23:53मैं तुमसे तुम्हारी माज़े के किमत पर नहीं
23:55तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महब्बत करता हो
23:57आखरे सीन में माहम के सामने
23:59दो तस्विरी होते है
24:00एक बदले की और एक महब्बत की
24:02क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
24:05या हमेशे गले रंग चुल देगी
24:06इस ड्रामसिल के हाले से
24:08अपने राग की साहर लाजमी कमेंट करें
24:10साथ में हमारे येट्व का चैनल इखलास टेवी को
24:12सबस्क्राइब का ना मत भूली है
24:14तेंस पार वाचिंग अल्हाफिस
24:16वीवर्जी ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
24:19माहम और आर्मीन
24:21दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
24:25लेकिन तकदीर उन्हें एक ही परेम में ले आती है
24:28माहम एक जबाकश समझदार रहसास ललकी है
24:31जो अपनी मा की साथ लाहोर के कुराने महले में रहती है
24:36वो मुसूरी की शुकीन है
24:38और इसके हुआवे के वो एक नमशूर प्रेंटर बने
24:41लेकिन हालात ऐसे नहीं के वो अपनी तालिम मुक्मन कर सके
24:44गर के हालात खराब है
24:46और माहम टीवीशन पढ़ाकर गर चलाती है
24:49दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नوجवान है
24:54जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
24:58वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली कौलता है
25:01और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजराते है
25:05जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
25:08वो इंतस्विरू से इतना मतास्व होता है
25:11कि हर जगा इसकी पानकार की तलाश में लग जाता है
25:14बलाखिर किस्पत दोनों को एक दूसरे से मिला देती ही
25:17जब आर्डियली माहम को इसके पन के असल क किमत बताता है
25:21माहम पहले तो हیरान होती है
25:23लेकिन जल ही उसे आरेन के नियत में खलोज नज़नाता है
25:26वो दूने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
25:29वो इसे दोरां खामोची से एक खुबसुत महबत जनम लेती है
25:34लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
25:36माहम को पता चलता है
25:38कि आरेनी के वालिद ने कही साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
25:42जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
25:45अब माहम एक कश्मकश में उत्तला है
25:47क्या वो अपने माज़ी का बदला ले
25:49या एक ऐसा मुस्तक्बिल चुने जिसमें सिर्फ महबबत हो
25:53ने वालिद ने को सचाई का इलम होता है
25:55वो भी तूट जाता है
25:57वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
25:59और माहम से कहता है
26:01मैं तुमसे तुमारी माज़े के किमत पर नहीं
26:03तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हो
26:05आखरे सीन में माहम के सामने दो तस्वीरी होते है
26:08एक बदले की और एक महबत की
26:10क्या वो अपने दूरी तस्वीर मुकमल करेगी
26:12या हमेशे गले रंग छोल देगी
26:14इस ड्रामसिल के हौले से
26:16अपने राग की साहर लाजमी कमेंट करें
26:18साथ में हमारे येटोब का चैनल इखलास टेवी को
26:20सबस्क्राइब का ना मत भूली है
26:22तेंस पार वाचिंग लाहाफिस
26:24वीवर्जी ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
26:27माहम और अर्मीन
26:29दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रिकते है
26:33लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
26:35माहम एक जबाकश समझदार वे साहस ललकी है
26:39जो अपनी मा की साथ लाहुर के कुराने महले में रहती है
26:44वो मुसूरी की शुकीन है
26:46और इसके हुआवे के वो एक नमशूर प्रेंटर बने
26:48लेकिन हालात ऐसे नहीं के वो अपनी तालिम मुकमन कर सके
26:52गर के हालात खराब है
26:54और माहम टीवीशन पढ़ाकर गर चलाती है
26:57दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नوجवान है
27:01जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
27:06वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली को लता है
27:08और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे
27:11खाके नजराते हैं जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नम के रखे गए है
27:16वो इन तस्वीरे से इतना मुतासर होता है
27:19कि हर जगा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
27:22बलाखिर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
27:25जब आर्डियली माहम को इसकी पन के असल किमत बताता है
27:29माहम पहले तो हिरान होती है
27:30लेकिन जल ही उसे आरेन के नियत में खलोज नजनाता है
27:34वो दूने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
27:37वो इसी दोरां खामोच से एक खुबसुत महबत जनम लेती है
27:42लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
27:44माहम को पता चलता है
27:46कि आरेन की के वालिद ने कही साल पहले
27:48इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
27:50जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
27:53अब माहम एक कश्मकश में मतला है
27:55किया वो अपने माजी का बदला ले
27:57या एक ऐसा मस्तक्बल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
28:01ने वारिन को सचाई का इलम होता है
28:03वो भी तूट जाता है
28:05वो अपने बाप के के माप भी मांगता है
28:07और माहम से कहता है
28:08मैं तुमसे तुमारी माजी के किमत पर नहीं
28:11तुमारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हो
28:13आखरे सीन में माहम के सामने दो तस्विरी होते है
28:16एक बदले की और एक महबत की
28:18क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
28:20या हमेशे गले रंग चुल देगी
28:22इस ड्रामसिल के हौले से
28:23अपने राग की साहर लाजमी केमेंट करें
28:26साथ में हमारे येटोब का चैनल इखलास टेवी को
28:28सबस्क्राइब का ना मत भूली है
28:29तेंस पार वाचिंग अल्हाफिस
28:32विवर्जी ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
28:35माहम और आर्मीन
28:37दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रिकते है
28:40लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
28:43माहम एक जपाकश समझदार रहसास लल्की है
28:47जो अपनी मा की साथ लाहुर के कुराने महले में रहती है
28:52वो मुसूरी की शुकीन है
28:54और इसके हुआबे के वो एक नमशूर प्रेंटर बने
28:56लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुक्मन कर सके
29:00गर के हालात खराब है
29:02और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
29:05दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नوجवान है
29:09जो बिरूनी मिल्स से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
29:14वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली को लता है
29:16और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजराते है
29:20जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
29:24वो इन तस्वीरे से इतना मुतासर होता है
29:27कि हर जगा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
29:30बलाखर किसमत दोनों को एक दुसरे से मिला देती है
29:33जब आर्डियली माहम को इसकी पन के अशल केमत बताता है
29:36माहम पहले तो हीरान होती है
29:38लेकिन जल ही उसे आरीन के नियत में खलोज नजनाता है
29:42वो दूने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
29:45वो इसे दोरां खामोची से एक खुबसुत महबत जनम लेती है
29:50लेकि कहानी यहाँ खतम नहीं होती
29:52माहम को पता चलता है
29:54कि आरीन के वालिद ने कही साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
29:58जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
30:00अब माहम एक कश्मकश में मतला है
30:03किया वो अपने माजी का बदला ले
30:05या एक ऐसा मस्तक्बल चुने जिसमें सिरफ महबद हो
30:09नहीं को सचाई का इनम होता है
30:11वो भी ठूट जाता है
30:12वो अपने बाप किये के माप भी मांगता है
30:15और माहम से कहता है
30:16मैं तुमझे तुम्हारी माज़े के केमत पर नहीं
30:18तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबद करता हो
30:20आखरे सीन में माहम के सामने दो तस्वीरी होते है
30:24एक बदले की और एक महबद की
30:25क्या वो अपने दूरी तस्वीर मुकमल करेगी
30:28या हमेशे गले रंग छोल देगी
30:30इस ड्रामसिल के हौले से
30:31अपने राग की साहर लाजमी केमेंट करें
30:34साथ में हमारे एक रिटुक का चैनल इखलास टेवी को
30:36सबस्क्राइब करना मत बूली है
30:37तेंस पार वाचिंग लाहाफिस
30:39विवर्जी ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
30:42माहम और अर्मीन
30:45दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रिकते है
30:48लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
30:51माहम एक जपाकश समझदार रहसास ललकी है
30:55जो अपनी मा की साथ लाहुर के कुराने महले में रहती है
30:59वो मुसूरी की शुकीन है
31:01और इसके हुआबे के वो एक नमशूर प्रेंटर बने
31:04लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुक्मन कर सके
31:08गर के हालात खराब है
31:10और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
31:13दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नوجवान है
31:17जो बिरूनी मिल्स से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
31:21वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली को लता है
31:24और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजराते है
31:28जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
31:32वो इन तस्वीरे से इतना मतासिर होता है
31:34कि हर जग़ा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
31:38बलाखिर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
31:41जब आर्डियली माहम को इसकी पन के असल केमत बताता है
31:44माहम पहले तो हिरान होती है
31:46लेकिन जल ही उसे आर्डियली के नियत में खलोज नज़र आता है
31:50वो दूने एक साथ आर्ड पर काम करने लगते है
31:53वो इसे दोरां खामोच से एक खुबसुत महबत जनम लेती है
31:57लेकि कहानी यहाँ खतम नहीं होती
32:00माहम को पता चलता है
32:01कि आर्डियली के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
32:06जिसके वज़े से इनके गर बरबाद हुआ
32:08अब माहम एक कश्मकश में मतला है
32:10किया वो अपने माज़ी का बदला ले
32:12या एक ऐसा मस्तक्विल चुने जिसमें सिर्फ महबत हो
32:17ने वारीन को सचाई का इलम होता है
32:19वो भी तोट जाता है
32:20वो अपने वाप के के माप भी मांगता है
32:22और माहम से कहता है
32:24मैं तुमसे तुमारी माज़ी के किमत पर नहीं
32:26तुमारे हाल ये बुनियाद पर महबत करता हो
32:28आखरे सिर्फ में माहम के सामने दो तस्विरी होते है
32:31एक बदले की और एक महबत की
32:33क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
32:36या हमेशे गले रंग चोल देगी
32:37इस ड्रामसिल के हाले से
32:39अपने राए की साहर लाजमी केमेंट करें
32:41साथ में हमारे ये टूर का चैनल इखलास टेवी को
32:44सबस्क्राइब करना मत भूली है
32:45तेंस बार वाचिंग अल्हाफिस
32:47विवर्जी ड्रामसिल की कहानी में आप देखेंगे
32:50माहम और आर्मीन
32:52दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रिकते है
32:56लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
32:59माहम एक जपाकश समझदार रहसास लल्की है
33:03जो अपनी मा की साथ लाहुर के कुराने महले में रहती है
33:07वो मुसूरी की शुकीन है
33:09और इसके हुआवे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
33:12लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुक्मन कर सके
33:15गर के हालात खराब है
33:17और माहम टीवीशन पढ़ा कर गर चलाती है
33:20दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
33:25जो बिरूनी मिल्क से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
33:29वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियली को लता है
33:32और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
33:36जो एक मुकामी नमाईश में बगेर नाम के रखे गए है
33:39वो इन तस्वीरों से इतना मतासिर होता है
33:42कि हर जग़ा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
33:45बलाखिर किसमत दुनों को एक दूसरे से मिला देती है
33:48जब आरीन माहम को इसकी पन के असल के मत बताता है
33:52माहम पहले तो हिरान होती है
33:54लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नज़राता है
33:57वो दूने एक साथ आर्ट पर काम करने लगते है
34:00वो इसे दोरां खामोच से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
34:05लिए कहानी यहाँ खतम नहीं होती
34:07माहम को पता चलता है
34:09कि आरीन के वालिद ने कई साल पहले इसके वालिद को करूबार में दोका दिया था
34:14जिसके बज़े से इनके गर बरबाद हुआ
34:16अब माहम एक कश्मकश में मुटला है
34:18किया वो अपने माज़ी का बदला ले
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34:24ने वालिद ने को सचाई का इलम होता है
34:26वो भी तोट जाता है
34:28वो अपने बाप के के माप पी मांगता है
34:30और माहम से कहता है
34:32मैं तुमसे तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
34:34तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
34:36आखरे सीन में माहम के सामने
34:38दो तस्विरी होते है
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34:51सबस्क्राइब का ना मत भूली है
34:53तेंस पार वाचिंग अल्ला हाफिस
34:55विवर्जी ड्रामसिल के कहानी में आप देखेंगे
34:58माहम और आर्मीन दो ऐसे इसे इनसान
35:02जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते हैं
35:04लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
35:07माहम एक जपाकश समझदार रहसास लल्की है
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35:15वो मुसूरी की शुकीन है
35:17और इसके हुआवे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
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35:23गर के हालात खराब है
35:25और माहम टीवीशन पढ़ा कर घर चलाती है
35:28दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
35:33जो बिरूनी मिल्स से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
35:37वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियल रिक वालता है
35:40और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नजर आते हैं
35:44जो एक मुकामी नमाईश में बगेर नाम के रखे गए है
35:47वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
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35:53बलाखिर किस्मत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
35:56जब आरीन माहम को इसके पन के असल केमत बताता है
36:00माहम पहले तो हिरान होती है
36:02लेकिन जलही उसे आरीन के नियत में खलोज नजर आता है
36:05वो दोने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
36:08वो इसे दोराँ खामोची से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
36:13लिए कहानी यहाँ खतम नहीं होती
36:15माहम को पता चलता है
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36:21जिसके बज़े से इनके गर बरबाद हुआ
36:24अब माहम एक कश्मकश में मतला है
36:26किया वो अपने माज़ी का बदला ले
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36:32ने वालिद ने को सचाई का इलम होता है
36:34वो भी तोट जाता है
36:36वो अपने बाप के किमापी मांगता है
36:38और माहम से कहता है
36:39मैं तुमसे तुम्हारी माज़ी के किमत पर नहीं
36:42तुम्हारे हाल ये बन्याद पर महबत करता हूँ
36:44आखरे सीन में माहम के सामने
36:46दो तस्विरी होते है
36:47एक बदले की और एक महबत की
36:49क्या वो अपने दूरी तस्विर मुकमल करेगी
36:51या हमेशे के ले रंग चुल देगी
36:53इस ड्रामस लिक के हाले से
36:55अपने रागे की सहार लाजमी कमेंट करें
36:57साथ में हमारे एक टूप का चैनल इखलास टेवी को
36:59सबस्क्राइब का ना मत भूली है
37:01तेंस पार वाचिंग अल्हाफिस
37:03विवर्जी ड्रामस लिक के कहानी में आप देखेंगे
37:06माहम और आर्मीन दो ऐसी इनसान जो मुक्तलिब दुनिया उसे तालुक रखते है
37:12लेकिन तकदीर उन्हें एक ही प्रेम में ले आती है
37:14माहम एक जपाकश समझदार वे साथ ललकी है
37:18जो अपनी मा की साथ लाहूर के कुराने महले में रहती है
37:23वो मुसूरी की शुकीन है
37:25और इसके हुआवे के वो एक दिम्शूर प्रेंटर बने
37:27लेकिन हालात ऐसे नहीं कि वो अपनी तालिम मुक्मन कर सके
37:31गर के हालात खराब है
37:33और माहम टीवीशन पढ़ा कर घर चलाती है
37:36दुसी तरफ आरीन एक अमीर और जदीद सोच कर रखने वाला नवजवान है
37:40जो बिरूनी मिल्स से पाइन आर्ट्स में डिगरी लेकर वापस आया है
37:45वो पाकिस्तान में एक नई आर्डियल लिक वालता है
37:47और इसी दवरान इसे माहम के बनाए कुछ तस्वीरे खाके नज़राते है
37:52जो एक मुकामी नमाईश में बगएर नाम के रखे गए है
37:55वो इन तस्वीरों से इतना मतासर होता है
37:58कि हर जग़ा इसकी पनकार की तलाश में लग जाता है
38:01बलाखिर किसमत दोनों को एक दूसरे से मिला देती है
38:04जब आरीन माहम को इसकी पन के असल केमत बताता है
38:08माहम पहले तो हिरान होती है
38:09लेकिन जल ही उसे आरीन के नियत में खलोज नज़राता है
38:13वो दोने एक साथ आठ पर काम करने लगते है
38:16वो इसे दोराँ खामोच से एक खुबस्वत महबत जनम लेती है
38:21लेकिन कहानी यहाँ खतम नहीं होती
38:23माहम को पता चलता है

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