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#MannMastMalang #DanishTaimoor #SaharHashmi

Mann Mast Malang Episode 55 - [Eng Sub] - Danish Taimoor - Sahar Hashmi - 28th June 2025 - Har Pal Entertainment


Mann Mast Malang is a love story that traces the journey of two families who, once close and united by their children's engagement, become sworn enemies due to a single incident. As the story unfolds, Kabeer and Riya, former fiancés turned enemies, start to grow closer and eventually fall in love. Their love story faces the challenge of uniting their feuding families, as they strive to make their love successful against all odds.

7th Sky Entertainment Presentation
Producers: Abdullah Kadwani & Asad Qureshi
Director: Ali Faizan
Writer: Nooran Makhdoom

Cast:
Danish Taimoor as Kabir
Sahar Hashmi as Riya
Saba Hamid as Mah Bina
Uzma Hassan as Asma
Adnan Samad as Sikandar
Hiba Ali Khan as Wafa
Nayyer Ejaz as Chacha
Dodi Khan as Wajid
Ramiz Siddiqui as Rameez
Yasir Alam as Yasir
Kamran Jeelani as Mubeen
Sheherzade Noor Peerzada as Kashaf
Maha Hasan as Minha
Faisal Bali as Bhola
Sharif Baloch as Inspector
Harmain Ghalib as Kabir (young)
Aayat Arif as Riya (young)

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Transcript
00:00कर रहे हैं मैं क्या कर रहा हूं और क्या कर रहे हैं
00:13दिया
00:16जी आपा
00:20सिकंदर का कुछ बता है कहां गया कब तक आएगा
00:24नहीं मुझे तो कुछ नहीं बता के गए
00:30मौलवी साब भी आ गये हैं सब महमान पूछने के दुला कहा हैं कहां रह गया वो
00:33तुम क्यों आयों या
00:38मेरे
00:42साले की शादी है और मैं आपका एकी बहनों ही हूँ
00:49मेरा आना तो जरूरी था
00:53नहीं क्या रहा तुम्हारी बहन बार बार भूल जाती है के मैं कौन हूँ
01:00इन्हें बताओ ना
01:02कुछ नहीं भूलती मैं
01:06तुम्हें हम अपना समझते ही नहीं है
01:11आप समझे ना समझे
01:14मैं समझता हूँ
01:24और जब मैं समझ लेता हूँ ना फिर बाकियों लोगों को भी वही समझना पड़ता है
01:28क्या खुशी का मौका एक ऐसी बाते कर रहे हैं अंगों
01:35आपा आप उनको एक दफा कॉल करने
01:37किया है मैंने फोन फोन बन जा रहा है उसका
01:40समझ नहीं आरी किससे का हूँ मैं
01:46तो देखता हूँ
01:51सिकंदर अच्छी तरह जानता है कि हमारे दुश्मन कौन है
01:54किसी भी मौके पर वाल कर सकते है
01:56फिर भी बिना पताय चला कि
01:58आप फिकर नगरें आपका दुश्मन यही है
02:01आपके खुश्यों में शामल है
02:11अरे यार इदर आओ ना हमारी पिक्चर बनो कभी बनाई नहीं है भी इनके साथ
02:17आपके करने करें वाजाए
02:26आपके करने करें वाजाए
02:42झाल झाल
03:12जाल में और लोका था इसको
03:22वे पेर पी चला गया जो जालमे उने शादी की राद मार डाला मेरे दोस्त को
03:27बहुलो गाज बहुलो जालो किसने कीया है
03:32किसने मारे देने माई को
03:36इसने मारा आजि कंदु कुँ?
03:39यह मैं तो कब से यहा हूँ?
03:43अखवास कर रहे हो मैं तो कब से यहा हूँ?
03:45बात सुनो वाजे दिया उल्टी सीदी बाते मत करो
03:47कभीर मेरे साथ खड़ाता यह सब गवा है इस बात के
03:50चूटा इल्जाम मत लगाओ
03:51इसीदी आया यहा है यहाँ भी है
03:53इसके भाइक और किये साथच दिए
03:55सिकंदर को पिछे से काल कर गवाखिए किसी सुचान चोला कर बना जो गोली मार के बाते हो
03:59अखवास कर रहे हो मैं अखवास कर रहे हो मिले शापिए
04:03ते वहीर मजूद थाँ
04:05सिकंदर साथ
04:06सिकंदर साथ
04:07मैं अखवास कर रहे है
04:08मिस्टर मार है
04:09मुष्टर मेरी आंकों के सामने गोली मरी रहे है
04:12किरिमतार से इसको
04:13लाज को पॉस्टमाटपिली लेकर आप
04:15ने ने ने
04:35सिकंदर का कुछ पता है
04:49कहां गया है कब तक आएगा
04:52नहीं मुझे तो कुछ नहीं बता के गए
04:56मौलवी साब भी आगे है
04:58सब महमान पूछने के दुला कहा है
05:00कहां रहे गया वो
05:04तुम क्यों आयों या
05:06मेरे
05:09साले की शादी है और
05:14मैं आपका एकी बहनों ही हूँ
05:16मेरा आना तो जरूरी था
05:20नहीं
05:24क्या रहा तुमारी बहन बार बार भूल जाती है के मैं कौन हूँ
05:26इन्हें बताओ न
05:28कुछ नहीं भूलती मैं
05:32तुम्हें हम अपना समझते ही नहीं है
05:36तुम्हें हम अपना समझते ही नहीं है
05:38आप समझे ना समझे
05:42मैं समझता हूँ
05:46और जब मैं समझता हूँ
05:50और जब मैं समझ लेता हूँ ना फिर बाकियो लोगों को भी वही समझना पड़ता है
05:54क्या खुशी का मौका एक ऐसी बाते कर रहे हैं दो
05:58आपा आप उनको एक दफा कॉल करने
06:04किया है मैंने फोन फोन बन जा रहा है उसका
06:06समझ नहीं आरी किससे कहूं मैं
06:12तो देखता हूँ
06:18सिकंदर अच्छी तरह जानता है कि हमारे दुश्मन कौन है
06:21किसी भी मौके पर वार कर सकते
06:23फिर भी बिना पताय चलाके
06:25आप फिकर नहीं करें आपका दुश्मन यही है
06:28आपके खुश्यों में शामिल है
06:39अर्यार इदर आओ ना हमारी पिक्चर वन्हों कभी बनाई नहीं है भी इनके साथ
06:44आप फिकर नहीं करें वो आजाए
06:52करें वोजरे
06:55लुश्यों करें भी चलाके
06:58लुश्यों करें भी करें थाजाए
07:01लुश्यों करें और फिकर नहीं करें
07:04लुश्यवा झालताई
07:07हम रहने प्रोषका है
07:19लुण
07:23लुण
07:25सवी
07:27हाई
07:32लुण
07:36लुण
07:40लुणन हो इंके लुण
07:42हम funnel
07:44मेद
07:45हम
07:47मेरे दूस्त और पेंगे चलागया।
07:51जालियों ध्राइन चारजि की राद मार डाला मेरे दोस्तों
07:54गाष बालो कर दोना
07:56किसे कि एगे this
07:58किसे मारे पाईको
08:02किसे मारा ए Sah alternating गभरो
08:05गवमम अज़ियाए पमेरे मेरे साथा फौड़ा
08:07मैं तो कभसे यहाँ
08:10कि अखवास कर रहे हो, मैं तो कमसे यहा हूँ?
08:12बास सुनो वाजेदी अल्टी सीदी बाते मत करो,
08:14कपीर मेरे साथ खड़ा था, ये सब गमा है इस बात के,
08:17शूटा इंजाम मत लगाओ!
08:18इसलिए आया था यहाँ पर ये, इसके भाई कर्श की ये स्पाधिश दी,
08:21इस सब्सकार दी, सकंदर को पीछे से कॉल करके,
08:23किसी सुटान सौड़ा कर गोली मार के पाके हो,
08:26इसकेश वाज़ा शुब करना की मेरे के बाते हैं!
08:28मखवास कर रहे हो में साब्ये!
08:30थे भही उत्यूद था!
08:31कि तो आखिए इसकेश पाधिश था!
08:33श्वेक्टर साम भी आपको पुलाए, मैं जश्टूरी रिल को रहा है, विस्ते मारा है, विभी खान भेरी आंकों के सामने गोली मारी है तो, किरिमतार कि रहे हैं इसको
08:40राज को पोस्माटम भी ले लेकर आप
08:42नाए
09:03अश्वेक्टर साम भी लेकर नाए
09:13असलम लेकूम नाव दिन इस एपिसोड के अगास में हमें शेयर का मंदर दिखाया जाता है
09:18जहां पर हम देखते हैं असमा और यह दोनों शेयर आई होती हैं मार्कीट में
09:24वो अपने बाई की शादी के लिए कपरे खरीदने के लिए यहां पर आप पहुंचती हैं और यहां पर मार्कीट में मजूद होती हैं और इसी दुरान हम को दिखायाने को मिलता है
09:35कबीर भी वहां पर आप पहुंचता है
09:37कबीर रिया को आवाज देता है
09:39और अस्मा क्याती है क्या मसला है
09:42अब हमारा पीछा क्यों कर रहे हो
09:44हमारा पीछा करने की क्या वज़ा है
09:46तुम हमेशा हमारा पीछा करते हुए आ रहे हो
09:50तुम्हें एक बार कैर दिया है मेरी बैन रिया ने
09:54वो तुम्हारे साथ नहीं जाना चाहती
09:56तो इसके बाद तुम्हें अब क्यों नहीं समझा रही
09:58तुम क्यों बार बार उसे डिस्टर्ब कर रहे हो
10:01हमेशे उसके पीछे आ रहे हो
10:03उसे डिस्टर्ब करने कि तुम्हारी क्या वज़ा हो सकती है
10:06हमें भी बताओ कि हमें भी मालूम हो
10:08दिया कहती है
10:10मैंने नहीं जाना तुमारे साथ
10:11तुमारा दिल करता है तो जाओ
10:13नहीं तो जहां पर मर्जी तेरा दिल करता है
10:16तुझा मैं तुम्हें पूछो दो भी नहीं
10:18यहां बर हम देखती है
10:19कबीर कहता है
10:21दिया तुम गलत फैमी में मुबतला हो गई हो
10:25दर असल मैं मिना को इस तरह नहीं देखना चाहता
10:29वो एक गर गरीब थी और उसे जबरदस्ती हमने अपने गर में सहारा बनाया
10:36उसका कोई सहारा और ना था और ना ही कोई उसका वारस था
10:40लहाज़ा हमने उसे यतीम समझा और अपने ही गर में रख लिया
10:44और अब आप उस पर इस तरह का बात कर रही हो लेकिन असल में ये बात नहीं है
10:50मैं वाश्रू में था सबी जानते हैं मिना वाँ पर सफाई करने जिस तरह पहले सफाई करने जासी थी
10:57उसी तरह इस दिन में सपाई करने गई
11:00लाखाजा मैं वाज्टूम में था और उसी ने का कि मुझे चक्र आ गए जिसकी वज़े नीद आ गई
11:09और मैं उसी ही बिस्तर पर लेट गई जिसकी वज़ें से मेरी आख लगई
11:15और उपर से रिया तुम आ गई, तुम ने सब कुछ देख लिया, अब तुम ने सबी को यही वशारा दिया, कि यह मिना के साथ इस तरह की बातें करता है, और यह इस तरह मिना के साथ अपना वक्त गजारता है, अगर आपको यकीन नहीं तो बिला शुबा आप खुद ही हमार
11:45है, असमा कहती है, मेरी बेन उस वक्त तक तुम हरे गर नहीं आएगी, जब तक वो लिना, यह नहीं के मिना तुम हरे गर से निकाल नहीं दी जाती, जब तक तुम अपने गर से निकालते नहीं हो मिना को, उस वक्त तक मैं लिया को तुम हरे पास नहीं आने दूँगा, और
12:15आखरी बार कह रही हूं
12:16तो यहां पर कबीर कहता है
12:18मैं उसे रिया के कहने पर ही
12:21मैं उन सब को यही कहूंगा
12:23कि इसे मेरे घर से निकाल दो
12:25रिया को यह ठीक नहीं लगती
12:26मैं कुछ ही दिनों में इस तरह बात करूंगा
12:30और उसे रिया के कहने पर ही
12:32इसका नाम लेकर ही मैं निकालूंगा
12:34आप ये टेंशन ना लें
12:37इंशालला मैं उसे जल्द ही अपने गर से निकाल दूंगा
12:40लेकिन अभी तक मंजबूरी है
12:43मैं इस तरह नहीं कर सकता
12:45क्योंके वो उसका ना कोई वारस है
12:47ना कोई वालदین है
12:48वो अपनी बैन वफा के जगां पर
12:52वो भी हमारे पास है और वफा भी
12:54वो दोनों यहां पर मजूद है
12:56इसी वज़ा से उसकी बैन वफा की शादी
13:00बेरे बैक से हुई है
13:02और मैं यहीं चाहता हूँ
13:04के बेरे बाई के साथ उसकी शादी हुई है
13:07तो उसकी बेन को भी यहां पर हमारा रखना फर्ज बनता था
13:11खाजा हमने उसे यहां पर रख लिया
13:14लेकिन मेरी वालदा ने मिना को शादी के भी बात की थी
13:19लेकिन वो उस वक्त की थी जब मैं आप से शादी नहीं करने वाला था
13:24अखाजा अब उसे मैं जल्द ही वहां से निकाल दूँगा
13:29तो इसके बाद वो कहती है नहीं अब आप यहां से चले जाओ
13:32इसके बाद कबीर भी चला जाता है और इदर हम देखती है
13:36रिया और असमा दोनों वो भी आगे की जाना बढ़ती चली जाती है
13:41तो यहां पर यह दोस्तों इसके बाद हमें दूसरी बंद दिखाया जाता है
13:46जहां पर हम देखती हैं सकंदर और जुने दोनों होती है
13:51वो दोनों सलसल आगे की जाना बढ़ते हुए जा रहे होती है
13:55सकंदर कहता है मेरा सबसे कहριबी और वफदार दौस्ट सिर्फ तुम ही हो
14:01तूमारे लावा मेरा कोई दोस्त नहीं है सभी दोखेबाज है
14:05मैं अपना हर राज आपको बता रहा ह bougу
14:08तू भी अपना हर बात मुझे बता रहा है
14:12लेकिन याद रहे कि हमारी दोस्ती कभी भी तूटेगी नहीं
14:16तो इसके बाद हम देखते हैं वो दोनों नीजे बैठ जाते हैं
14:20और यहां पर सकंदर कहता है जरा आज कड़कसी और वी आई पी चाय बनवाओ
14:27हम दोनों मिलकर चाय पिएंगे
14:29तो इसके बाद वो चाय वाले को कहते हैं जल्दी कीजिए दो वी आई पी और अच्छे खासे दूद के साथ मला कर चाय बना कर दीजिए
14:39जब यह दोनों सलसल इदर बातों में मिश्गूल हो जाते हैं
14:44और सकंदर कहता है इन्शालला मैं अपनी बेहन का बदला जरूर लूँगा
14:48मेरी बेहन के साथ जो कुछ भी हुआ
14:50मैं उसको अपनी बेहन के बदले में पूरा करूँगा
14:56जो कुछ भी उन्होंने किया
14:57मैं अपनी बेन के बदले में
14:59वो सब कुछ उनके साथ करूंगा
15:01आप भी मेरे साथ हैं
15:03हम दोनों एक दूसरे का साथ देते हुए
15:05आगा की जानब बढ़ेंगे
15:06और सबी बदले लेंगे
15:09इदर हम देखते हैं
15:10वफा एक जगह पर बैठी होती है
15:12और यहां पर मुबीन भी होता है
15:14जो काल पर सलसल मसरूफ होता है
15:17और वो काल पर कहरा होता है
15:19इन्शाला अब हम जल्द ही सारे काम नपटा लेंगे
15:23लहाँजा अब परशान ना हो
15:26वो इसी तरह काल में मसरूफ होता है
15:28और वफा खाना खारी होती है
15:31इसी दुरान हम यहां पर देखती है
15:33मुबीना यानि के कबीर की वालदा भी वहां पर आप पहुंचती है
15:37और वो वफा से कहती है
15:39आपका टाइम हो गया है
15:41मंथली चेक अप भी आपने करवाना है
15:44और जाएं मंतली चैक अप करवा कर आएं बेबी की क्या सुर्टे हाल है
15:49तो वो दोनों इसी तरह सलसल बातों में लगी होती है
15:52और मुबीना मुबीन से कहती है बेटा तुम्हारा भी बेबी है तुम भी जाओगे इसके साथ
15:58तो ये बात सुनकर एकड़म वफा परिशान हो जाती है और कहती है ने ने मुबीना बेगम मैं खुद ही सब कुछ हैंडल कर लूँगी इसकी कोई जरूरत नहीं है
16:09तो मोबिना क्याती है उसका भी बेटे पर तुम्हारे जितना हग है, जितना बेटा तुम्हारा है, उतना ही उसका है
16:16ठाहजा तुम दोनों जाओगे, तो वह क्याती है, उनको जरा काम है
16:21ये अपना काम खत्म कर लेंगे तो मैं अपने काम से वाँ पर हॉस्पिटल में जाऊंगी और डाक्टर से बात कर लूँगी इसमें कोई परिशानी वाली बात नहीं और नहीं कोई इतना बड़ा काम है जो मेरे अकेले से नहीं होना मैं अब आफाज़त खुद चली जाऊंग
16:51परिशानी नहीं की फाज़त और उसको दिल जारी नहीं हो इस वजह से वह इस तरह बात का सुन लेता है तो दोस्तों यहां पर ही इस एपिसोड का किस्ताम हो जाता है मिलते हैं अगली वीडियो में
17:02असलाम लेकम नाज़ दीन इस एपिसोड के अगास में हमें शेयर का मंदर दिखाया जाता है जहां पर हम देखते हैं असमा और रिया दोनों शेयर आई होती हैं मार्कीट में
17:18वो अपने बाई की शादी के लिए कपरे खरीदने के लिए यहां पर आप पहुंचती हैं और यहां पर मार्कीट में मजूद होती हैं और इसी दुरान हम को दिखायाने को मिलता है कबीर भी वहां पर आप पहुंचता है
17:31कबीर रिया को आवाज देता है और असमा कहती है क्या मसला है अब हमारा पीचा क्यों कर रहे हो हमारा पीचा करने की क्या वज़ा है तुम हमेशा हमारा पीचा करते हुए आ रहे हो तुमें एक बार कैर दिया है मेरी बेन रिया ने वो तुमारे साथ नहीं जाना चाती तो �
18:01कि हमें भी मालूम हो
18:02दिया कहती है
18:04मैंने नहीं जाना तुमारे साथ
18:05तुमारा दिल करता है तो जाओ
18:07नहीं तो जहां पर मर्जी तेरा दिल करता है
18:10तुझा मैं तुम्हें पूछो दो भी नहीं
18:12यहां बर हम देखती है
18:13कबीर कहता है
18:15दिया तुम गलत फैमी में मुबतला हो गई हो
18:19दर असल मैं मिना को इस तरह नहीं देखना चाहता
18:23वो एक गर गरीब थी और उसे जबरदस्ती हमने अपने गर में सहारा बनाया
18:31उसका कोई सहारा और ना था और ना ही कोई उसका वारस था
18:35लहाँजा हमने उसे यतीम समझा और अपने ही गर में रख लिया
18:39और अब आप उस पर इस तरह का बात कर रही हो लेकिन असल में ये बात नहीं है
18:45मैं वाश रू में था सबी जानते हैं मिना वाँ पर सफाई करने जासी ती
18:51उसी तरह इस दिन मी सफाई करने गई
18:55लगाजा मैं वाश्टूम में था और उसी ने का कि मुझे चक्रा गए मेरे सार चक्रा गया जिसकी वजह से मुझे नीद आ गई
19:04और मैं उसी ही बिस्तर पर लेट गई जिसकी वजह से मेरी आंक लग गई और उपर से रिया तुम ने सब कुछ देख लिया
19:13अब तुमने सबी को यही वशारा दिया
19:16कि यह मिना के साथ इस तरह की बातें करता है
19:20और यह इस तरह मिना के साथ अपना वक्त गुजारता है
19:25अगर आपको यकीन नहीं तो बिला शुबा आप खुद ही हमारे गर आएं
19:33और मिना से खुद ही द्रियापत कर लें
19:38यहां बर हम देखते हैं असमा कहती है
19:40मेरी बेन उस वक्त तक तुम्हारे गर नहीं आएगी
19:44जब तक वो लिना यह नहीं के मिना तुम्हारे गर से निकाल नहीं दी जाती
19:50जब तक तुम अपने गर से निकालते नहीं हो मिना को
19:54उस वक्त तक मैं रिया को तुम्हारे पास नहीं आने दूँगा
19:59और नहीं मेरी बेन तुम्हारे पास आएगी
20:02लहाजा अब अपना वक्त बरबाद ना करो
20:05लहाजा यहां से चले जाओ
20:07मैं आपको पहली और आखरी बार कह रही हूँ
20:10तो यहां पर कबीर कहता है
20:12मैं उसे रिया के कहने पर ही
20:15मैं उन सब को यही कहूँगा
20:17कि इसे मेरे घर से निकाल दो
20:19रिया को यह ठीक नहीं लगती
20:21मैं कुछ ही दिनों में इस तरह बात करूँगा
20:24और उसे रिया के कहने पर ही इसका नाम लेकर ही मैं निकालूंगा
20:28आप ये टेंशन ना लें इन्शालला मैं उसे जल्द ही अपने घर से निकाल दूंगा
20:34लेकिन अभी तक मंजबूरी है मैं इस तरह नहीं कर सकता
20:39क्योंके वो उसका ना कोई वारस है ना कोई वालदین है
20:43वो अपनी बैन वफा के जगां पर वो भी हमारे पास है और वफा भी वो दोनों यहां पर मजूद है
20:51इसी वज़ा से उसकी बैन वफा की शादी बेरे बाई के साथ उसकी शादी हुई है
21:01तो उसकी बैन को भी
21:03यहां पर हमारा रखना फ़र्ज बनता था
21:05खाजा हमने उसे यहां पर रख लिया
21:08लेकिन
21:09मेरी वालदा ने मिना को
21:11शादी के भी बात की थी
21:13लेकिन वो उस वकट की थी
21:15जब में आप से शादी
21:17नहीं करने वाला था
21:18अखाजा अब उसे मैं जल्द ही वहां से निकाल दूँगा
21:23तो इसके बाद वो कहती है नहीं अब आप यहां से चले जाओ
21:26इसके बाद कबीर भी चला जाता है और इदर हम देखती है
21:30रिया और असमा दोनों वो भी आगे की जाना बढ़ती चली जाती है
21:35तो यहां पर यह दोस्तों इसके बाद हमें दूसरी बंज़ दिखाया जाता है
21:40जहां पर हम देखती हैं सकंदर और जुने दोनों होती है
21:45वो दोनों सलसल आगे की जाना बढ़ते हुए जा रहे होती है
21:49सकंदर कहता है मेरा सबसे कहरीबी और वफादार दोस्त सिर्फ तुम ही हो
21:55तुमारे लावा मेरा कोई दोस्त नहीं है सबी दोखे बाद है
21:59मैं अपना हर राज आपको बता रहा हूँ
22:03और तू भी अपना हर बात मुझे बता रहा है
22:06लेकिन याद रहे कि हमारी दोस्ती कभी भी तूटेगी नहीं
22:10तो इसके बाद हम देखते हैं वो दोनों नीजे बैठ जाते हैं
22:14और यहां पर कंदर कहता है जरा आज कड़क सी और वी आई पी चाय बनवाओ
22:21हम दोनों मिलकर चाय पिएंगे
22:23तो इसके बाद वो चाय वाले को कहते हैं जल्दी कीजिए दो वी आई पी और अच्छे खासे दूद के साथ मलाकर चाय बना कर दीजिए
22:33जब यह दोनों सलसल इदर बातों में मिश्गूल हो जाते हैं
22:38और सकंदर कहता है इन्शालला मैं अपनी बेहन का बदला जरूर लूँगा
22:42मेरी बेहन के साथ जो कुछ भी हुआ
22:44मैं उसको अपनी बेहन के बदले में पूरा करूँगा
22:50जो कुछ भी उन्होंने किया
22:52मैं अपनी बेन के बदले में
22:53वो सब कुछ उनके साथ करूंगा
22:55आप भी मेरे साथ हैं
22:57हम दोनों एक दूसरे का साथ देते हुए
22:59आगा की जानब बढ़ेंगे
23:01और सबी बदले लेंगे
23:03इदर हम देखते हैं
23:04वफा एक जगाँ पर बैठी होती है
23:06और यहां पर मुबीन भी होता है
23:08जो काल पर सलसल मसरूफ होता है
23:11और वो काल पर कहरा होता है
23:13इन्शाला अब हम जल्द ही सारे काम नप्टा लेंगे
23:17लहादा अब परशान ना हो
23:20वो इसी तरह काल में मसरूफ होता है
23:22और वफा खाना खारी होती है
23:25इसी दुरान हम यहां पर देखती है
23:27मुबीना यानि के कबीर की वालदा भी वहां पर आप पहुंचती है
23:31और वो वफा से कहती है
23:33आपका टाइम हो गया है
23:36मंथली चेक अप भी आपने करवाना है
23:38और जाएं मंतली चैक अप करवा कर आएं बेबी की क्या सुर्टे हाल है
23:43तो वो दोनों इसी तरह सलसल बातों में लगी होती है
23:47और मुबीना मुबीन से कहती है बेटा तुम्हारा भी बेबी है तुम भी जाओगे इसके साथ
23:52तो ये बात सुनकर एक दम वफा परिशान हो जाती है और कहती है
23:57नई नई मुबीना बेगम मैं खुद ही सब कुछ हैंडल कर लूँगी इसकी कोई जरूरत नहीं है
24:03तो मुबीना क्याती है उसका भी बेटे पर तुम्हारे जितना हक है जितना बेटा तुम्हारा है उतना ही उसका है
24:11हाजा तुम दोनों जाओगे
24:13तो वो क्याती है इनको जरा काम है
24:15ये अपना काम खतम कर लेंगे
24:17तो मैं अपने काम से वहाँ पर
24:19हॉस्पिटल में जाओंगी
24:21और डाक्टर से बात कर लूँगी
24:22इसमें कोई परिशानी वाली बात नहीं
24:24और नहीं कोई इतना बड़ा काम है
24:26जो मेरे केले से नहीं होना
24:28मैं अब आफाज़त खुद चली जाओंगी
24:30तो यहाँ बर हम देखते हैं
24:32वो इसी तरह हम सलसल बातों में लगे होते हैं
24:34और मुबीन भी
24:36ये कर सब कुछ सुन रहा होता है
24:38वो भी जानता है
24:40कि ये सब एक तरह का
24:42बहुत अच्छी बात नहीं है
24:44लेकिन मुबीन ना की
24:46फाज़त और उसको दिलाजारी ना हो
24:49इस वज़ां से
24:50वो इस तरह बात का सुन लेता है
24:52तो दोस्तों यहाँ पर ही इस एपिसोड का अक्स्ताम हो जाता है
24:55मिलते हैं अगली वीडियो में
24:56असलम लेकूम नाज़तीन इस एपिसोड के गास में
25:00हमें शेयर का मंदर दिखाया जाता है
25:01जहां पर हम देखते हैं
25:03असमा और रिया दोनों शेयर आई होती हैं
25:06मार्कीट में
25:08वो अपने बाई की शादी के लिए
25:10कपरे खरीदने के लिए
25:11यहां पर आप होंचती हैं
25:13और यहां पर वो मार्कीट में मजूद होती हैं
25:16और इसी दुरान हम को दिखायाने को मिलता है
25:19कबीर भी वहां पर आप होंचता है
25:21कबीर रिया को आवाज देता है
25:23और असमा क्याती है क्या मसला है
25:26अब हमारा पीचा क्यों कर रहे हो हमारा पीचा करने की क्या वज़ा है
25:30तुम हमेशा हमारा पीचा करते हुए आ रहे हो
25:34तुम्हें एक बार कैर दिया है मेरी बेन रिया ने
25:37वो तुम्हेरे साथ नहीं जाना चाहती
25:39तो इसके बाद तुम्हें अब क्यों नी समझा रही तुम क्यों बार बार उसे डिस्टर्ब कर रहे हो
25:45हमेशे उसके पीछे आ रहे हो उसे डिस्टर्ब करने कि तुम्हारी क्या वज़ा हो सकती है
25:50हमें भी बताओ कि हमें भी मालूम हो
25:52डिया कहती है मैंने नहीं जाना तुमारे साथ तुमारा दिल करता है तो जाओ नहीं तो यहां पर मर्जी तेरा दिल करता है तो जाओ
26:00मैं तुम्हें पूछोगी भी नहीं यहां बर हम देखती है कबीर कहता है डिया तुम गलत फैमी में मुटला हो गई हो
26:09दर असल मैं मिना को इस तरह नहीं देखना चाहता
26:13वो एक गर गरीब थी और उसे जबरदस्ती हमने अपने गर में सहारा बनाया
26:20उसका कोई सहारा और ना था और ना ही कोई उसका वारस था
26:24नहादा हमने उसे यतीम समझा और अपने ही गर में रख लिया
26:28और अब आप उस पर इस तरह का बात कर रही हो लेकिन असल में ये बात नहीं है
26:34मैं वाश रूम में था सबी जानते हैं मिना वाँ पर सफाई करने जाती थी
26:41उसी तरह इस दिन में सफाई करने गई
26:44लगाजा मैं वाश्टूम में था और उसी ने का कि मुझे चक्रा गए मेरे सर चक्रा गया जिसकी वजह से मुझे नीद आ गई
26:53और मैं उसी ही बिस्तर पर लेट गई जिसकी वजह से मेरी आंक लग गई और उपर से रिया तुम ने सब कुछ देख लिया
27:03अब तुम ने सबी को यही वशारा दिया कि यह मीना के साथ इस तरह की बातें करता है और यह इस तरह मीना के साथ अपना वक्त गजारता है
27:14अखाजा यह आपको गलत फैमी है अगर आपको यकीन नहीं तो बिला शुबा आप खुद ही हमारे गर आएं और मीना से बेखाज़त खुद ही द्रियाप्त कर लें
27:27यहां बर हम देखते हैं असमा कहती है मेरी बेन उस वक्त तक तुम्हारे गर नहीं आएगी जब तक वो जिना यह नहीं के मीना तुम्हारे गर से निकाल नहीं दी जाती जब तक तुम अपने गर से निकालते नहीं हो मीना को उस वक्त तक मैं जिया को तुम्हारे पास नही
27:57आपको पहली और आखरी बार कह रही हों,
28:00तो यहां पर कबीर कहता है,
28:02मैं उसे डिया के कहने पर ही,
28:05मैं उसे को यही कह Stra象 कराएं का,
28:07कि इसे मेरे घर से निकाल दो,
28:09तो रिया को यह ठीक नहीं लगती,
28:11मैं कुछ ही दिनों में इस तरह बात करूं गा,
28:13और उसे रिया के कहने पर ही इसका नाम लेकर ही मैं निकालूंगा
28:18आप ये टेंशन ना लें इन्शालला मैं उसे जल्द ही अपने घर से निकाल दूंगा
28:24लेकिन अभी तक मंजबूरी है मैं इस तरह नहीं कर सकता
28:28क्योंके वो उसका ना कोई वारस है ना कोई वालदैन है
28:32वो अपनी बैन वफा के जगां पर वो भी हमारे पास है और वफा भी वो दोनों यहां पर मजूद है
28:40इसी वज़ा से उसकी बैन वफा की शादी बेरे बाइक से हुई है
28:46मैं यही चाहता हूँ कि
28:48मेरे बाई के साथ उसकी शादी होई है
28:51तो उसकी बैन को भी
28:52यह जो पर हमारा रखना फर्ज बनता था
28:55खाजा हमने उसे यहां पर रख लिया
28:58लेकिन मेरी वालदा ने
29:00मिना को शादी के भी बात की थी
29:03लेकिन वो उस वकत की थी
29:05जब मैं आप से शादी नहीं करने वाला था
29:08अखाजा अब उसे मैं जल्द ही वहां से निकाल दूँगा
29:13तो इसके बाद वो कहती है नहीं अब आप यहां से चले जाओ
29:16इसके बाद कबीर भी चला जाता है और इदर हम देखती है
29:20रिया और असमा दोनों वो भी आगे की जाना बढ़ती चली जाती है
29:25तो यहां पर इस दोस्तों इसके बाद हमें दूसरी बंद दिखाया जाता है
29:30जहां पर हम देखती हैं सकंदर और जुने दोनों होती है
29:35वो दोनों सलसल आगे की जानम बढ़ते हुए जा रहे होती है
29:39सकंदर कहता है मेरा सबसे कहरीबी और वफादार दोस्त सिर्फ तुम ही हो
29:45तुमारे इलावा मेरा कोई दोस्त नहीं है सबी दोखे बाज है
29:49मैं अपना हर राज आपको बता रहा हूँ
29:52और तु भी अपना हर बात मुझे बता रहा है
29:56लेकिन याद रहे कि हमारी दोस्ती कभी भी तूटेगी नहीं
30:00तो इसके बाद हम देखते हैं वो दोनों नीजे बैठ जाते हैं
30:04और यहां पर सकंदर कहता है जरा आज कड़क सी और वी आई पी चाय बनवाओ
30:11हम दोनों मिलकर चाय पिएंगे
30:13तो इसके बाद वो चाय वाले को कहते हैं
30:16जल्दी कीजिए दो वी आई पी और अच्छे खासे दूद के साथ मला कर चाय बना कर दीजिए
30:23जब यह यह दोनों सलसल इदर बातों में मश्गूल हो जाते हैं
30:28और सकंदर कहता है इन्शालला मैं अपनी बेहन का बदला जरूर लूँगा
30:32मेरी बेहन के साथ जो कुछ भी हुआ
30:34मैं उसको अपनी बेहन के बदले में पूरा करूँगा
30:40जो कुछ भी उन्होंने किया
30:41मैं अपनी बेन के बदले में
30:43वो सब कुछ उनके साथ करूंगा
30:45आप भी मेरे साथ हैं
30:47हम दोनों एक दूसरे का साथ देते हुए
30:49आगा की जानब बढ़ेंगे
30:50और सबी बदले लेंगे
30:53इदर हम देखते हैं
30:54वफा एक जेगा पर बैठी होती है
30:56और यहां पर मुभीन भी होता है
30:58जो काल पर सलसल मसरूफ होता है
31:01और वो काल पर कहरा होता है
31:03इन्शाला अब हम जल्द ही सारे काम नप्टा लेंगे
31:07लहादा अप परशान ना हो
31:10वो इसी तरह काल में मसरूफ होता है
31:12और वफा खाना खारी होती है
31:15इसी दुरान हम यहां पर देखती है
31:17मुबीना यानि के कबीर की वालदा भी वहां पर आप पहुंचती है
31:21और वो वफा से कहती है
31:23आपका टाइम हो गया है
31:25मंथली चेक अप भी आपने करवाना है
31:28और जाएं मंतली चैक अप करवा कर आएं बेबी की क्या सुर्टेहाल है
31:33तो वो दोनों इसी तरह सलसल बातों में लगी होती है
31:36और मुबीना मुबीन से कहती है बेटा तुम्हारा भी बेबी है तुम भी जाओगे इसके साथ
31:42तो ये बात सुनकर एक दम वफा परिशान हो जाती है और कहती है नई नई मुबीना बेगम मैं खुद ही सब कुछ हैंडल कर लूँगी इसकी कोई जरूरत नहीं है
31:53तुम भीना कहती है उसका भी बेटे पर तुम्हारे जितना हक है जितना बेटा तुम्हारा है उतना ही उसका है
32:00हाजा तुम दोनों जाओगे
32:02तो वो क्याती है इनको जड़ा काम है
32:05ये अपना काम खतम कर लेंगे
32:07तो मैं अपने काम से वहाँ पर
32:09हॉस्पिटल में जाओंगी
32:10और डाक्टर से बात कर लूँगी
32:12इसमें कोई परिशानी वाली बात नहीं
32:14और नहीं कोई इतना बड़ा काम है
32:16जो मेरे केले से नहीं होना
32:18मैं अब आफाज़त खुद चली जाओंगी
32:20तो यहाँ बर हम देखते हैं
32:22वो इसी तरह हम सलसल बातों में लगे होते हैं
32:24और मुबीन भी
32:25ये को सब कुछ सुन रहा होता है
32:28वो भी जानता है
32:29कि ये सब एक तरह का
32:32बहुत अच्छी बात नहीं है
32:33लेकिन मुबीन ना की
32:36फाज़त और उसको दिलाजारी ना हो
32:39इस वज़ां से
32:39वो इस तरह बात का सुन लेता है
32:42तो दोस्तों यहाँ पर ही इस एपिसोड का इस्ताम हो जाता है
32:44मिलते हैं अगली वीडियो में
32:46असलाम लेकम नाज़तीन इस एपिसोड के गास में
32:49हमें शेयर का मंदर दिखाया जाता है
32:51जहां पर हम देखते हैं
32:53असमा और रिया दोनों शेयर आई होती हैं
32:56मार्कीट में
32:57वो अपने बाई की शादी के लिए
32:59कपरे खरीदने के लिए यहां पर आप होंचती हैं
33:03और यहां पर वो मार्कीट में मजूद होती हैं
33:06और इसी दुरान हम को दिखायाने को मिलता है
33:08कभीर भी वहां पर आप होंचता है
33:10कभीर रिया को आवाज देता है
33:13और असमा कहती है क्या मसला है
33:15अब हमारा पीचा क्यों कर रहे हो हमारा पीचा करने की क्या वज़ा है
33:20तुम हमेशा हमारा पीचा करते हुए आ रहे हो
33:24तुम्हें एक बार कैर दिया है मेरी बैन रिया ने
33:27वो तुम्हारे साथ नहीं जाना चाहती
33:29तो इसके बाद तुम्हें अब क्यों नहीं समझा रही तुम क्यों बार बार उसे डिस्टर्ब कर रहे हो
33:34हमेशे उसके पीछे आ रहे हो उसे डिस्टर्ब करने कि तुम्हारी क्या वज़ा हो सकती है
33:40हमें भी बताओ कि हमें भी मालूम हो
33:42दिया कहती है मैंने नहीं जाना तुमारे साथ तुमारा दिल करता है तो जाओ नहीं तो यहां पर मर्जी तेरा दिल करता है तुझा मैं तुम्हें पूछोगी भी नहीं
33:51यहांबर हम देखते हैं कबीर कहता है दिया तुम गलत फैमी में मुद्टला हो गई हो दर असल मैं मिना को इस तरह नहीं देखना चाथा वो एक घर घरीब थी और उसे जबरदस्ती हमने अपने गर में सहारा बनाए उसका कोई सहारा और नहीं कोई उसका वारस था तहाज़ा
34:21कर रही हो लेकिन असल में ये बात नहीं है मैं वाश्रूम में था सब
34:26इस जानती हैं मैंना वाँ पर सफाई करने जिस तरहा पहले शफाई facts परें जासी ती
34:31तरह इस दिन भी सफाई करने गई लिए लगाजा मैं वाश्रूम में था और उसी
34:38उसी ने का कि मुझे चक्रा गए मेरे सार चक्रा गया जिसकी वजह से मुझे नीद आ गई और मैं उसी ही बिस्तर पर लेट गई जिसकी वजह से मेरी आंक लग गई और उपर से रिया तुम ने सब कुछ देख लिया अब तुमने सबी को यही वशारा दिया कि यह मिना के साथ
35:08आपको यकीन नहीं तो बिला शुबा आप खुद ही हमारे गर आएं और मिना से बखाज़त खुद ही द्रियापत कर लें
35:17यहां बर हम देखते हैं असमा कहती है मेरी बेन उस वकत तक तक तुम हरे गर नहीं आएगी जब तक वो दिना
35:26यहीं के मिना तुम हरे गर से निकाल नहीं दी जाती जब तक तुम अपने गर से निकालते नहीं हो मिना को
35:34उस वकत तक मैं दिया को तुम हरे पास नहीं आने दूँगा और नहीं मेरी बेन तुम हरे पास आएगी
35:42लहाजा अब अपना वक्त बर्बाद ना करो लहाजा यहां से चले जाओ
35:46मैं आपको पहली और आखरी बार कह रही हूँ
35:50तो यहां पर कबीर कहता है
35:52मैं उसे रिया के कहने पर ही
35:55मैं उन सब को यही कहूंगा
35:57कि इसे मेरे घर से निकाल दो
35:58रिया को यह ठीक नहीं लगती
36:00मैं कुछ ही दिनों में इस तरह बात करूंगा
36:03और उसे रिया के कहने पर ही
36:06इसका नाम लेकर ही मैं निकालूंगा
36:08आप यह टेंशन ना लें
36:10इन्शालला मैं उसे जल्द ही
36:12अपने गर से निकाल दोंगा
36:14लेकिन अभी तक मंजबूरी है
36:16मैं इस तरह नहीं कर सकता
36:18क्यूंके वो उसका ना कोई वारस है
36:21ना कोई वालदین है
36:22वो अपनी बैन वफा के जगां पर
36:25वो भी हमारे पास है
36:27और वफा भी वो दोनों यहां पर मजूद है
36:30इसी वज़ा से
36:31उसकी बैन वफा के शादी
36:33पेरे भाइक से वई है
36:36मैं यही चाहता हूँ
36:38के वेरे भाई के साथ
36:39उसकी शादी हुई है
36:41तो उसकी बैन को भी
36:42यह पर हमारा रखना अफर्द बनता था
36:45खाज़ा हमने तूसे यह पर रख लिया
36:48लेकिन
36:48मेरी वालदा ने
36:50मिना को शादी के भी बात की थी लेकिन वो उस वक्त की थी जब मैं आप से शादी नहीं करने वाला था
36:58अखाजा, अब उसे मैं जल्द ही वहांसे निकाल दूंगा
37:02तो इसके बाद वो कहती है नहीं अब आप यहांसे चले जाओ
37:06इसके बाद कबीर भी चला जाता है
37:08और इधर हम देखती है
37:10रिर्या और असमा
37:24वो दुनों सलसल आगे की जानम बढ़ते हुए जा रहती है
37:29सिकंदर कहता है
37:30मेरा सबसे कहरीबी और वफादार दोस्त सिर्फ तुम ही हो
37:34तुम्हारे इलावा मेरा कोई दोस्त नहीं है
37:37ऐसा भी तुम्हारे इलावा मेरा कोई दोस्त नहीं है

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