00:00देवगर के बाबा मंदिर में साबन का मोसम आते ही, प्रति दिन हजारों की संख्या में सर्ढालू की भीड़ देखने को मिलती है।
00:06यदि सोमबार के विशेश दिन की बात करें, तो इस दिन लाखों की संख्या में मंदिर में सर्ढालू पोहुचते हैं।
00:11और भगवान भोरेनात की जोती लिंक पर जलावी से कर अपने और पुड़े परिवार के बहतर भविस की कामना करते हैं।
00:41प्लांट अधर में ही लटक कर रहा गया और इसका लाव लोगों को अब तक नहीं मिल पा रहा है।
01:11बेल पत्र को जमा किया जाता है।
01:13मान सरोवर के पुर्वी भाग में लगबग आज से आठ वरस या दस वरस पुर्वर बेल पत्र फूल डंपिंग का पावर ग्रीट के साथ सम्झाता हुआ था।
01:29बिल पत्र फूल जमा किया जाता था।
01:31पावर ग्रीट का है बिल पत्र फूल और बिल पत्र फूल अभी जो है अच्छे ढंग से उठाव नहीं होता है।
01:39चलते मांसरवर के पुर्वी भाग में रहने वाले सरधालू के साथ साथ यहां के तिर्थ पुरोईतों को जंद का सामना करना पड़ता है।
01:49मैं बता देना चाहता हूँ कि पच्पन लाकी लागत से दो वर्ष पुर्व दिवघर के पुर्व उपायुत मंचुनात भजंत्री के द्वारा पिसेश एक बाबा मंदिर का नीर का टैंक बनाया गया था।
02:04उनके कारीकाल में सेलेंद्र लाव यहां के नगर परसासक हुआ करते थे। उन्हीं की देखरेख में यहां कारी हुआ था।
02:14अभी बाबा मंदिर का नीर जाना बंद हो गया है क्योंकि पाइट जाम हो गया है और वहां दुर्गंद बहुत अधिक मात्रा में दुर्गंद मारता है।
02:26जिसके चलते हम लोगों के लिए सिर्फ वहां रहने के लिए दुख का सामना करना पड़ता है।
02:34गंद का सामना करना पड़ता है।
03:04ने बताया कि जल्द ही इसको लेकर काम तुरूप किया जाएगा।
03:08मंदी के प्रवंधन से इसको लेकर इस्टिमेट मांगा गया है।
03:11उमीद है कि सावन से पहले ही नीड ट्रीट्मेंट प्लांट की वेवस्था फिर से शुरू कर दी जाएगी।
03:16जो सर नीड ट्रीट्मेंट प्लांट को लेकर सर प्लांट लगाए गये थे।
03:20वो सर कहीं न कहीं से निस्करिया हो गई है।
03:22निस्करिया हो गया है।
03:24उसको उसको भी फंक्शलल हम लोग काम कर रहे हैं।
03:26अब यह मंदी प्रसासन से इस्क्रिट बनाकर दिये हैं।
03:42अब देखने वाली बात होगी कि वर्ष 25 के स्रावनी मेले में निकलने वाले
03:49नीड और चर्णा अमरित के निस्पाधन को लेकर जिला प्रसासन के द्वारा क्या कुछ इंतिजाम किया जाता है।
03:54और इससे लोगों को कितनी रहात मिल पाती है।
03:57देवघर से इटीवी भारत के लिए हितिस कुमार चौधरी।