00:00नासिकरो रेल्वे स्तानक प्लैटफ़ाम क्रवंक एक पहाटेचे अडिच वाजले होते एक प्रवासी ट्रेन मधुन उतर तो तिकीट तपासनी साथी टीसी पुढे हेतो आणी अच्छानक बलेडचा एक धारदारवार तिकीट विचारलाचा रागातुन टीसी वर थे प्र
00:30प्लैटफ़ाम क्रमांक एक वर उतरला याज वेई ड्यूटी वर असलेल्या तिकीट तपासनी साथी टीकीट विचारलाचा पनिया साध्या प्रवाशाना संतव्त होन बलेड न थे टीसी वर हंलागेला या हल्ल्यामधे टीसी नंदकिश्वर शिंदे गंधुर जक्मी जल
01:30जाना अंतर मुट फासनी साध्या होन है साध्याना तो अंधयिवाशी प्रवनार्व ठावकना घटनास काया Di साम थम शायों भावखना काया साध्या साध्या सभ्याव को भीन तो पहम अंकिश्क आखलए थे टोड़ो तोलो कई जो कुटे रुच भमों बल्ल्टेस साध्�
02:22तेनी बैक खाली तूली है, अनमाई योगे हाटा पगली है, बैटा कगरूं जेली कि माला काइच करता आलो ही, तो मैंको भुज़त कागा हाटा है, मेतु ला तेमा बोटी वी चाथती है, तो प्रेमो पुट हमाय बात है, कानी तजगाई ने क्या दिए बात है। अर्ट्रा�
02:52अप्टागा आटाग ला, तो त्यूला, मनिसाइबी पढ़ात्मी वांफ, योड़ बुला, आणी इंटोसर तेनी आट पाट पेरली, वी किशको वर्चय किशक तेनी हाट आकाला, तो दूसरें ता तेनी हाथ अधा मारू, अला, यहाथ आता आता मारू, इंटोसरें हाथ ज�