00:09Dharmtariz Zilay Ke Sihawa Me Ma Abhiyahan Ke TAHT
00:1336 GČKI ZIWANDAIENI MahANADI KO ZILA PRSHASAN SVAAR RAHHA consultation
00:17Jis Ke TAHT Sihawa Me Mahanadiy Ke Udgham Sthlo Per
00:21ZILA PRSHASAN KAHIT TARAH Ke Sondari Karan Ke Kaam Karva Raha
00:2536 ghaad ki jiwaan rekhah kahi jane wali mahana di abe ek nai rup me savar rahi hai
00:42Ganesh ghaad istit mandiru ke paas pahariyuk ki chattanon par manohar chitrkari ki gai hai
00:55इन पत्थरों पर श्रिंगी रिशी और सब्त रिशियों की छव्याओ केरी गई है
01:02साथ ही साथ वन्यजीव जैसे भालू, बाग, तेंदुआ हाथी, नीलगय, बंदर और वन भैसा लोगों को यहाँ खुद के होने का एहसास दिला रहे हैं
01:12अभी हम लगभग 2 महीने से महानथी के ओपर काम कर रहे हैं, महानथी के जो ओरिजिन है, सियावा नगरी उसके बाद पूरा लगभग 30 km एरिया में हम लोग अभी काम करा रहे हैं
01:22बहां पर एक ब्रीहत पैमाने पर हम लोग इस बार रिवर वाटर कंजरविशन करा रहे हैं
01:27और यह पेंटिंग है उसी का पार्ट है जिसमें हम लोग पार्ट है ताकि बहां पर थोड़ा टूरिस्ट भी बढ़ें
01:34और करनेश्वर धाम हजारो साल पुराना मंदिर है बहां पर गणेश घार महानदी का जो उद्गम है उसका अलग ही मानने आता है
01:41तो हम लोग उसको डेफलफ करने जा रहे हैं कि जैसे नर्मदा के तरश पर उस तरकी इनका हमारा प्रयास है
01:47महानदी के उद्गम सल पर कलाकारों की टीम कड़ी महनत कर रही है
02:07पथरों में चितरकारी करने वाले पेंटर लक्षमन यादब का कहना है कि वो सावस्थल को लोगों के बीच अलग रूप में दिखाना चाहते है
02:15This is for 20,000 square feet in the area of painting.
02:45This is for 20,000 square feet.
02:50What is this?
02:52This is for people who are growing up.
02:57They are growing up.
02:59They are growing up.
03:04They are growing up.
03:08They are growing up.
03:18Do you think this is for people who are growing up?