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दिल्ली: आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर कांग्रेस नेता और पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के बेटे अनिल कुमार शास्त्री ने IANS से बात करते हुए कहा, मुझे याद है कि 25 जून 1975 को विरोध के तौर पर इंडियन एक्सप्रेस का संपादकीय कॉलम खाली था। यहां तक कि राहुल गांधी ने भी हाल ही में इस बात को माना कि आपातकाल गलत था। लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कोई भी प्रतिबंध अस्वीकार्य है।

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00:00देखिए मुझे भी याद है नौजबान था उस समय और वोल्टास कमप्टी में में कारेज़त था और मुझे याद है 25 जून 1975 उस समय मुंबई में था और उसमय पता चला तो अगले जिमें देखा था
00:19कि इंडिन एक्स्प्रेस का जो एडिटोरेल कॉलम था वो बिल्कुल ब्लैंक था खाली था तो अगबारों ने इसका विरोत किया उस समय और बात तो मुझे भी बुरी लगी ठीक नहीं लगा और उसके बाद अभी कुछ दिन पहले कुछ महिनों पहले राहुल जी से पूछा
00:49के बारे में तो उनका वो गलत था उन्होंने इस बात को भी स्विकारा किसी भी लोकतंत्र में एक फ्रीडम और स्पीच पर किसी प्रकार का अगहात महुंसता है तो वो गलत है और मेरा जासा मानना है कि आपात काल से ज़्यादा प्रतिबंद आज हमको देखने को मिल रहा ह
01:19लेकिन एक बात हमें याद करने होगी
01:49कि जब 1975 में आप आज काल की घुशना की गई, जन्मानस को भारत की जनता को साय ठीक नहीं लगा, इसी वज़े से 1977 के चुनाओं में उन्हों ने कॉंग्रेस पार्टी को हराया, मद्दाताओं ने, यहां तक कि प्रशान मंत्री इंदा गांधी भी अपनी सीट राइवरी वो �
02:19लेकिन जनता पार्टी जो सत्ता माय उसके कुशाशन के वज़े से साय भारत के माय देश की जनता हुए असास हुआ, कि अगर कोई सरकार ठीक से चला सकता है, तो वो कॉंग्रेस की सरकार है, और कोई अगर प्रधान मंत्री बनने लाइक है, तो वो इंदरा गांधी है, और
02:49असी में भी प्रचनल बहुमत मिला, 2004 से लेकर, 2014 भी हमारी सरकार ठीक, तो जनता उस बात को भूल गई है, लोकतंत्रिक व्यवस्था में एक वजी खास बात है, कि जनता को गुस्था होता है, वो ठणिक होता है, और एक बार वो अपना गुस्था दिखाता है,
03:18लेकिन बात में सोच बिचार करके, उसे जो ठीक लगता है, वो करता है, जनता करती है, तो मैं तो यही कहूंगा, कि भाजपा द्वारा जिस तरह से आज उसकी अपाज काल की एनिवर्स्री मनाई जा रही है, यह सब जो उनके करनामे हैं, जो उनका कुशासन है,
03:46उसे जनता का ध्यान हटाने के लिए, वो यह काम कर रहे हैं, और कैपनल मीटिंग भी हुई, उसमें भी अपाज काल के जिकर हुआ, तो अपाज काल तो पुरानी बात होगा, उसके बाद तो जनता ने इंदला गांजी को जिता दिया, उसको कॉंग्रिस को जिता दिया, और
04:16अच्छे बहुमत से आई, तो लोगों का ध्यान अपने गलत शासन के वज़े से, और कुछ शासन के वज़े से, चाहिए वो फॉर्म पॉलिसी हो, चाहिए वो डुमेस्टिक पॉलिसी हो, मैनिफेक्ट्रिंग को भी हम ले लें, तो मैनिफेक्ट्रिंग भी गिर के 14 परसं�
04:46सफल नहीं हुआ, नोट बंदी सफल नहीं हुआ, तो इस तरह के बहुत ऐसे गलत काम हुए हैं, जिससे जनता का ध्यान बाती जनता पार्टी हटाना चाहती है, इस तरह की छोटी-छोटी बाती हो सामने लिखे आती है, देगी, वानान रखना तो इस सब नातक बाजी है, �
05:16लेकि क्या कारवाई होनी चाहिए तो मैं तो ये कहूँगा कि हाई कमान इसको तेह करेगा और करनी चाहिए के नहीं करनी चाहिए ये भी हाई कमान तेह करेगा मुझे कोई अजिकार नहीं है किछी परकार का कोई इस पर निने लेने का या इस पर बात करने का लेकिन मैं ये ज
05:46और उनको लगता है कि मुझी सरकार ने अच्छे काम किया है फॉर्ण पॉलिसी को लेकर उनकी जो पॉलिसी है उसकी उन्होंने गटारीफ की है तो यह उनका अपना कुद का एक उनकी सोच हो सकती है जैसे मैंने कहा चाहे नोट बंदी का काम रहा हो चाहे जीस्टी का रहा हो �
06:16कि ऐसे नेताओं को बोलना चाहिए कांग्रेस पार्टी की नेताओंka उसमा सशीतरू को बोलना चाहीए सिर्फ तारीफ कर देने से मैं समाताओं कि यह बात ठीक नहीं है और लेकिन साथ मैं वीवी कहूँगा कि उनकी वेक्तिकत अक exclus नेताओं खही लेकिन वेक्तिकत अगर

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