छतरपुर: हिंदू धर्म में अमावस्या का बड़ा महत्व है. खासकर आषाढ़ अमावस्या का, जो आज यानी बुधवार को पूरे देश में मनाई जा रही है. इसे हलहारिणी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन लोग अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध आदि अनुष्ठान करते हैं. 25 जून बुधवार को आषाढ़ अमावस्या के मौके पर भक्तों ने खजुराहो के शिव सागर तालाब में आस्था की डुबकी लगाकर मतंगेश्वर महादेव के दर्शन किए. साथ ही भोलेनाथ को जल चढ़ाकर आशीर्वाद लिया. मंदिर में सुबह से भक्तों की भीड़ लगी रही, यह सिलसिला पूरे दिन चलता रहा है. दूर दराज इलाकों से आए भक्तों में महिला-पुरुष और बच्चे बुजुर्ग आदि शामिल थे. टीआई सुरभि शर्मा ने बताया, "मंदिर में सुबह 4 बजे से भक्तों का तांता लगा रहा. भक्तों की सुरक्षा के लिए घाट एवं मंदिर के पास भारी पुलिस बल तैनात किए गए हैं."