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  • 2 days ago
वोटर लिस्ट पर संग्राम: चुनाव आयोग पर उठे सवाल, नियमों में बदलाव क्यों?

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00:00नमस्कार, मैं हूँ साहिल जोशी, दंगल में आपका स्वागत है
00:07आज 25 जून है
00:10भारत की राजनीती में इस तारीक की अपनी ही एक तारीक है
00:14जिसमें लोक तंत्र के लिए एक संदेश है, देशवासियों के लिए एक सबक है
00:18और नेताओ के लिए सियासत है
00:20यही वज़े है कि आज जब बीजेपी देश में लगे आपातकाल के 50 साल को संविधान हत्याद दिवस के रूप में मना रही है
00:28तो कॉंग्रेस पार्टी संविधान की हिफाज़त के नाम पर ऐसे संगीन सवाल उठा रही है
00:33जो भारतिय लोक तंत्र में आस्था के स्थम्बो पर प्रहार करती है
00:37कॉंग्रेस पार्टी ने भारत की चुनाव प्रक्रिया को लेकर गंभीर सवाल खड़े किये
00:42वैसे तो सवाल पुरा नहीं है
00:44क्योंकि महाराश्टा विधान सवा चुनाव के दौरान के
00:46लेकिन 25 जून के नजरिये से उसे फिर सुलगाए गया
00:51राहूल गांदी का कहना है कि महाराश्ट चुनाव में धानली हुई है
00:55और उसमें आयोग भी शामिल है
00:56आयोग कह रहा है कि चुनाव प्रक्रिया कोई सेंट्रलाइज प्रोसेस याने केंद्रिये प्रोसेस नहीं है
01:01पूरी प्रक्रिया में दो लाग से जादा अधिकारी, कर्बचारी, शामिल होते हैं
01:07कॉंग्रेस के 28,000 से अधिक बूत एजेंट होते हैं
01:10इतनी व्यापक प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाना अन्याई से कम नहीं है
01:14लेकिन उधर राहुल कहते हैं कि जब सब ठीक है
01:17तो आयोग उन्हें वोटर रोल डेटा, वीडियो रेकॉर्डिंग, एपिक कार्ड के ब्योरे क्यों नहीं देनी
01:23आयोग का कहना है कि ऐसे चुनावी दस्तावेज और ब्योरा देना कानूनन संभव नहीं है
01:28और बिना अदालत के आदेश के उसे सारवजनिक नहीं किया जा सकता
01:32और उसके लिए भी 45 दिन की मियाद ही होती है
01:36दरसल बिहार चुनाव से ठीक पहले
01:38राहूल कांधी ने जो चुनावी प्रक्रिया में गडबडी के आरोप दोराए है
01:42उसके पीछे एक वज़े ये हो सकती है
01:44कि बिहार में चुनाव आयोग ने दो दश्कों में पहली बार
01:48वोटर वेरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू की है
01:50वोटर लिस्स सुधारे जा रहे है
01:52नए नामों की पुष्टी की जा रही है
01:54और ऐसे में राहूल के रुख से विपक्षी दलोबे वोटर लिस्स को लेकर
01:59जागरुपता और आशंका दोनों पैदा हो सकती है
02:02तो इन ही सारे मसलोफ पर आज के दंगल में हम चर्चा करेंगे
02:05लेकिन पहले यह रिपोर्ट देखते हैं
02:07जब बीजेपी पुरिदेश में कॉंगरस पर समय थाज कर लेकिन काली तारिक में पन्ने पलक रही
02:35तो कौमरे साज के दौर में समभाइधानी के दिल्यों के साथ हो रही
02:39शुर्ठानी का मुद्धा दिका खड़ी
02:41मसले की जड़ में तब कुछनाव थाज अब कुछनाव है
02:4450 साल पहले 12 जून को चुनाव धान्दली के दोश में अयोग्य करार दी जा चुकी इंद्रा गांधी से जुड़े
03:00इसी अदालती फैसले ने पूरे देश में ऐसी आग लगाई की 13 दिन के अंदर मुल्क आपातकाल की अंधेरगर्दी जहिल रहा था
03:07इस बार फिर जब आपातकाल की 50 साल पूरे हुए तो कॉंग्रेस सम्विधान के उपर हो रहे हमले का मुद्दा लेकर सियासी पिच सजा रही है
03:22क्योंकि देश की सियासत में सम्विधान वाली लाल केताब के सांकेतिक सम्मान की वापसी हुई
03:27तो उसके पीछे भी वही चुनावी सवाल है जो 50 साल पहले उठाये गए
03:3150 साल पहले चुनावी धांदली के जुर्म को ढखने के लिए आपातकाल की आग लगा दी गई
03:36और 50 साल बाद सियासी हांडी चढ़ाने के लिए सम्विधान का सवाल उठाया गया
03:41यह एलेक्षन मैं जीत रहा हूं जीत रहा हूं बोड़े वह एलेक्षन कमिशन एक कटकुतली होगी
03:52उस कटकुतली को तुमने पकड़ लिया और मैं एलेक्षन जीत रहा हूं ठीक है भी तुम एलेक्षन तुम नहीं जीत रहा हूं तुमारा मशीन जीत रहा है
04:06तुम्हारा चाह चोड़ना तुमको मालूम है वह चोड़ देती हो जहां पकड़ना वह पकड़ लेती हो
04:16यूं तो मोधी सरकार पर कॉंग्रेस सम्विधान पर हमले की तमाम मिसाले गिनाती है
04:20लेकिन फिलहाल सबसे बड़ा सवाल उस लोकतंत्रिक प्रक्रिया पर उठाया जा रहा है जिससे देश के लोकतंत्र में जनता की आस्था हिल जाए क्योंकि राहुल गांधी आरोप लगाते हैं कि देश में चुनाव नहीं हो रहा, मैच फिक्सिंग हो रही है, इसके लिए रा
04:50क्योंकि माई दोहजार चुबीस लोक सभाचुनाव में महाराष्ट्र में 9.29 करोण वोटर थे, जो नवंबर में 9.70 करोण हो गए
04:59पांच साल में जब ओटर लिष्ट बढ़ती है, तो दो परसेंट, थीन परसेंट बढ़ते हैं, ओट्स, not more than that, यह पांच मेहने में
05:168 परसेंट, 9 परसेंट, 8 परसेंट, कैसा पढ़ते हैं, मैं तो नहीं देखा, मैं तो तेरा एलेक्शन लड़ा हूँ
05:26राहुल गांधी का आरोप है कि चुनाओ से पहले ही नहीं, चुनाओ के दोरान और चुनाओ के बाद भी धानली की गई
05:34क्योंकि मतदान के दिन शाम पांच बजे तक जहां 58.22 प्रतिशत मतदान दिखा, वो सुबह होते होते 66.05 पीस दी हो गया, राहुल का आरोप है
05:44कि महराश्ट्रों में 85 विधान सभाओं में 12,000 बूतों पर 41 लाख नए वोटर जोड़े गए, महां लोग सभा में बीजे पीहारी थी, लेकिन विधान सभा में जीत गई
05:54और जब कॉंग्रेस ने वोटर रोल डेटा, सीसी टीवी रिकॉर्डिंग, एपिक डिटेल्स मांगे, सो चुपके से 1961 का कंडेक्ट आफ इलेक्शन रूस में बदलाव करके उसे भी छिपा दिया गया
06:05युतो हर बार चुनावी आरोपो का जवाब चुनाव आयोग ने चुनाव से पहले चुनाव के दवरान और चुनाव के बाद दिया है
06:14लेकिन इस बार जब राहुल गांधी ने बिहार चुनाव से पहले महराश्ट्रो मेथट पर गरबड़ी के सवाल उठाए तो आयोग ने लिखा यू तो राहुल गांधी ने नवंबर 2024 के महराश्ट्रो विधान सवा चुनाव नतीजों के बाद भी सवाल उठाए थे और उस
06:44परिवेक्षक, 41 पुलिस परिवेक्षक, 71 खर्च परिवेक्षक, 288 रेटर्निंग ओफिसर, 1,08,026 बूट लेवल एजेंट थे जिसमें 28,421 कॉंग्रेस के एजेंट भी थे
06:56चुनाव प्रक्रिया में विबिन चरणों पर ये सभी शामिल रहें और इन सब पर धांदली के आरोप लगाना अन्या ऐसे कम नहीं
07:03लेकिन रहुल गांदी सबूत मांगते हैं, रहुल कहते हैं कि उन्हें वोटर रोल का डेटा चाहिए, वोटिंग प्रक्रिया की पूरी सीसी टीवी रिकॉर्डिंग चाहिए, वोटर्स का फोटो वाले पहचान पत्र का ब्योरा चाहिए
07:13कॉंग्रेस पार्टी एक दो बार जा चुकी है, इलेक्शन कमिशन उन्हें ने मांग भी की थी, जो डॉक्यमेंट्स मांगे थे वो मिले नहीं थे
07:20महराश्ट्र चुनाव में करारी शिकस्त से परिशान राहुल गांधी के सवालों का जवाब देने के लिए आयोग ने उन्हें
07:29वेक्तिकत रूप से आयोग आने का निमंत्रा दिया और बाकी ब्योरे सारवजिनी करने की मांग पर आयोग का कहना है
07:34और अब तो चुनाव आयोग ये भी कह रहा है कि चुनाव निमों के तहत सबूत 45 दिन तक ही सहेज कर रखे जाते हैं
08:02लिहाज आप नहीं मिल रहे हाला कि इस मामले पर बॉंबे हाई कोट का दरवाजा खट खटा चुके फ्रकाश आमबेटकरने मांग की है
08:08कि चुनाव निमों के तहत 45 दिनों के अंदर की चुनावती और सबूत सुरक्षित रखने का प्रावधान है
08:13लेकिन जब कोई याचिका करता अनुच्छेद 226 के तहट उच्च नियायाले में और अनुच्छेद 32 के तहट सर्वोच नियायाले में
08:21डेल साल के अंदर रिट याचिका दाखिल कर सकता है तो चुनाव के सबूत भी डेल साल तक सुरक्षित रहने चाहिए
08:27हाला कि इस मामले पर हाई कोट में सुनाई के दोराद सरकार ने कहा ता कि चुनाव से जोड़े मसले सिर्फ चुनाव याचिकाओं के जरिया हाई कोट में ही उठाय जा सकते हैं
08:35और समविधान के अनुचे 339 के तहट अदालत चुनाव प्रक्रिया में दखल नहीं दे सकती सिवाए किसी चुनाव याचिका के और जन प्रतिनिदी कानून की धारासी के तहट प्रावधान है कि मतदान से जुड़ी सिर्फ चुनाव याचिका ही हाई कोट में दी जा सकती
09:05तो जब ये दिवस मनाय जा रहा है एमर्जनसी लगाने को लेकर इस देश में उसी वक्त एक बड़ी खबर इस बारे में भी आरही है कि सवाल उठाय जा रहा है साथ-साथ चुनाव आयोक को लेकर भी सवाल उठाय जा रए लेकिन चर्चा शुरू करने के पढले इस वकि �
09:35आइकोट ने रिट याचिका को सुलवाई लायक नहीं माना है।
10:05प्रकाश अमबिट कर खुद एक वकील के तौर पर इस याचिका के समय दलील दे रहे थे अदालत पे हलाकि उनकी दलील अदालत नहीं मानी है।
10:35प्रकाश अमबिट करके इस पास इसका जवाब नहीं था कि आखिर आखिर आखिर आगा दिया है।
10:37प्रकाश अमबिट करके इस पास इसका जवाब नहीं था कि आखिर ऐसा क्यों है।
11:05कि जब ये प्रक्रिया हर election में follow होती है कि 6 बजे के बाद जितने लोग voting center के अंदर हैं वो voting दे पाते हैं और उनके votes की counting होती है।
11:15तो ऐसा क्यों है कि वो सिर्फ इसी election की बात कर रहे हैं इसे पहले लोग सभा के लिए election हुआ था या फिर उससे पहले assembly के election हुए थे तो उस समय ये मुद्ध क्यों नहीं उठाए गए इन बातों का जिक्र अपने petition में क्यों नहीं किया गया।
11:28और प्रकाश्च रमिड करने माना कि इस बात का जिक्र उनके petition में नहीं था। यहीं सब तमाम बाते हैं जो अदालत में कल परसों जिरा के समय हमने देखी थी और अब डीटेल और क्या लिखा है ये देखना पड़ाए थे क्योंकि ये सवाल कॉंग्रेस पार्टी ने भी उ
11:58माना जाना चाहिए और ये वोटर आए कहां से तो चुनावी धानली का आरोब दरसल यहाँ पर लगा जा रहा था बहुत बहुत बहुत चुक्रिया विद्या एक बहुत बड़ी ख़मर इसमक की है क्योंकि इसको लेकर बार बार विपक्षी पार्टिया सवाल उठा रही थ
12:28चुनाव रत कर दिया था कि उनके चुनाव प्रक्रिया में 1971 में धानली हुई और उसके बाद दरसल इमरजनसी की प्रक्रिया शुरू होई ये कहा जाता है तो इस सारे मामलों को लेकर चुनाव आयोक के लेकर भी हमारी चर्चा बहुत ज़रूर है आज की स्थिति में हमार
12:58इस चर्चा में शामिल होंगे तीन सवालों के साथ इस चर्चा को मैं शुरू करना चाहता हूँ
13:02पहला सवाल क्या चुनावी प्रक्रिया में गड़बडी के आरोप महज सियासी है
13:07यह पहला सवाल हम यहाँ पर उठा रहे हैं प्रकाश अमेटकर की जो याची का थी उसको लेकर भी अदालत ने कहा कि लोग सभा के वक्त आपने ये सवाल क्यों नहीं पूछें विदान सभा के वक्त आपसे ये सवाल क्यों पूछ रहे हैं
13:18दूसरा सवाल क्या पूरे देश में वोटर लिस्ट में व्यापक समिक्षा सुधार की दरकार है क्योंकि इस बार बार ये सवाल उठाय जा रहा है कि जब वोटर लिस्ट तयार की गई तब उसमें कई सारे फेक वोटर्स भी जोड़े गए थे जिसके आदार पर चुनाव जी
13:48जा जैसे मैंने शुरुआत में कहा कि 12 जून 1975 को जिस तरीके से फैसला आया उसके बाद दरसल इमर्जनसी की प्रक्रिया शुरू गे थी हमारे साथ में चर्चा शुरू करने के पहले स्वाई कुरेशी भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त इस वक्त हमारे साथ ज
14:18और सबसे बड़ी बात जिसको लेकर अभी अभी बॉंबेया हाई कोट का फैसला भी आया हुआ है कि एक घंटे के बीतर इतनी बड़ी वोटिंग कैसे हो सकती है उसको लेकर बार-बार सवाल उठाय जा रहा है उसके बाद ये पूछा जा रहा है कि हमें आप CCTV फुटेज द
14:48हिंता का और हर एक हिंदुतानिता हर एक बारतिये का हख है तो वो मांग करते हैं उससे ही एक जिए रेपूटेशन इलेक्शन कमिशन की ये प्रोसेस की खतर में पढ़ जाएगे ये समदना नहीं चाहिए लेकिन इलेक्शन कमिशन का फर्द बनता है कि हर सवाल का जवाब �
15:18है या कानून पर आधारित है इनको बड़े लेक्शन कमिशन के पास होता है जो उनको बड़े रेडिली देनाFlow दने네 चाहिए कि लोगों को किस हिरुम का क्जावट ना रह जाए
15:41और च्छे बजे के बाद वाला जो इशू है यह काफी इस पर चट्टा होती रहती है पाथ बज़े पूर बंद होता था एक दमाने में अब च्छे बज़े इस बार हुआ रूल यह है कि उस पाद जितने लोग उस बज़ च्छे बज़े लाइन में कड़े हैं उनको वोटिं
16:11कि नश्राइज है कि हम जो परच्यां बाढ़ते हैं हैं 2234 ओप पीछे से बाढ़ते हैं क्योंकि उंख माइनस फिप्टी तो हो नहीं सकता तो फिप्टी से लेकर � θα नंबब
16:21और सबसे पीछे जो है वो नंबर वन है और सबसे आगे जो है वो नंबर पचास है तो कि माइनस बन नहीं हो सकता तो यह सेफ्टी के लिए क्या गाए जादा लोग आ गए कमा गए दोनों रियालिटी हैं कि एंथुजियाद मुआ गा पुलिटिकल पार्टी ने जोर लगाया
16:51हमारे वाद में कि टाइम स्टैंपिंग इंट्रिजूस की गए थी कि कितने बजे वोट पड़ा था क्योंकि होता है यह से शिकायत आती थी कि पांच बजे के बाद बहुत वोट पड़ जाते हैं तो कितने बजे कौन से वोट पड़ा वो सारा मशीन के अंदर मौजूद है
17:21कि पांच बजे के बाद किसे वोट पड़े थे यानि यानि कुरेशी जी कुरेशी जी जो चीज राहुल गांधी चुनाव आयोक से मांग रहे हैं वो दरसल उन्हें अदालत में जाकर मांगना चाहिए तभी इलेक्शन कमिशन उन्हें मौहया करा सकती है यह बात सही है ना
17:51क्योंकि अधवाई कमिशन मेशीन निकाल लेगी खुल लेगी इसमें कुछ-कुछ गदर है मशीन को 45 दिन तक बनकि इलेक्शन के रिजर्ट के पास भी 45 दिन तक इलेक्शन कमिशन उन मशीन को छेड़ दी सकती चू नहीं सकती बगार अधालत की कुरमेशन के
18:07CCTV फुटेज को लेकर भी यही सवाल पूछा जा रहा है कि क्यों नहीं 45 देज के बाद में CCTV फुटेज मोहया किया जाएगा क्यों डेडलाइन सेट की गई है 45 देज की 45 दिनों की यह भी एक सवाल बार बार बार नहापर उठा जा रहा है तो क्या यह सही लगता है आपको
18:21जी देखें जो जब कानून मना था उस पास तो CCTV था नहीं न तो CCTV फुटेज कानून में मिंशिट नहीं था तो यह कानून के बाई यह सबसी कोई डिवेलोपन्स है कि अब CCTV फुटेज है इसको भी मांगो हम मशीन और मशीन का डेटा और एलेक्टरल रोल और फॉर्म 17 थी �
18:51कि बहुत परत्ति क्यान हो जाए कि पूरे निशुरे का इसको चुट नहीं सकती 45 दिन तक के ताके लेक्षिण पैटालेटी का टाइम गुजर जाए जिस दिन वो 45 दिन गुजर जाते 46 दिन वो मशीने लेकर किसी एक जगह से दूसरे इस्टेट में बहजनी है कहीं से कहीं
19:21specifically बोला गया है कि किसी भी electoral role में किसी भी
19:26assembly segment में या किसी भी चुनाफ चेतर में 2% से ज़ादा
19:29deletion होते हैं या 8% से ज़ादा additions होते हैं तो उसका
19:34due diligence करना चाहिए ये भी एक सवाल यहां पर उठाए जा रहा है
19:37जिसके चलते हैं बिहार को लेकर नए सेरे से ये registration होगा
19:41घरगर जाकर एक campaign election commission करने वाला है उसको लेकर
19:45आपको क्या लगता है ये voter role को लेकर जो बार बार सवाल उठाए जा रहा है
19:48कि उसमें क्या आपको लगता है कि धानली हो सकती है और जो due diligence कहा गया
19:52वो होना चाहिए देखिए voter role तो बहुत ही critical and crucial चीज़ है
19:57उसके जरिये तो election से पहले election की हारजी का फस्रा हो सकता है
20:01उसकी manipulation election commission इस बात को पैचानती है कि manipulation की
20:06गुझाईश है election commission की कोशिश जी होती है कि को उसको
20:09manipulate नहीं कर सके इसलिए बार बार election commission या
20:13advertise करती है खर्चा करती है चार चार लेंग्विजिज में मराठी हिंदी उद्व अंग्रेजी में
20:21चापाच शामें पहले से बहुत आपना इलेक्टर रोल चेक कर लो चेक कर लो कोई नहीं चेक करता
20:28और इलेक्शन दे दो दिन पहले हो चाहता है तो पतल लगा नाम कटावा है फिर रोते हैं देखो जब
20:34election commission इतने दिन से आपसे कह रहे हैं कि चेक करो क्यों नहीं करते और यह
20:39पॉलिटिकल पाटी की भी कोता ही है कि वह इस पर ध्यान ही नहीं देते अरे इस पर ध्यान दो को कि अगर किसी आप बहुत इंप
20:46पॉइंट आप कह रहे हैं अगर आखिर में मुझे संख्शिप में आपसे प्रतिक्रिया चाहिए कि election
20:55कमिशन बार बार ये कह रहा है कि भारत के इलेक्टरल कानून के तहट सेंट्रलाइजड ये प्रक्रिया नहीं होती है एलेक्टरल रोल तैयार करने की तो बार बार
21:03election कमिशन पर उंगली उठाना ठीक नहीं है तो आपको लगता है कि ये थोड़ा ची जात्ती हो रही है
21:07election कमिशन पर जिस तरीके से बार बार अंगली उठाई जा रही है तो उसको यह घान आहिए है लेक्शन कमिशन से
21:16सवाल जैसे मैंने कहा वह सब कर जारा इंच बूरें न्दो जबी ते उस का जवाब देना election कमिशन
21:23का फर्ज है पिछले दिन
21:46तो यह बहुत अची तक अच्छी स्थरा करने के लिए
21:49कईी न कईी
21:50ड़क्षेब � bendकी
21:51बहुत बहुत शुक्रिया सर आपने अपनी भूमिका इस पर रखी और कई सवालों के जवाब भी आपने दिये
21:58गुर्दीप सिंग सपल आपने सुना कि स्वाई कुरेशी इसको लेकर क्या कह रहे ते और वो ये कह रहे दे कि
22:04इलेक्टरल रोल्स को लेकर जो पॉलिटिकल पार्टी की एजेंट से उनकी भी जिमादारी होती है आप भी उस पर ध्यान रख सकते हैं लेकिन उसके बावजूद बार बार चुनाओ आयोग पर सवाल उठाय जा रहा है समिधान से उसको जोड़ा जा रहा है और खास करके उस
22:34बार जितिन करता है चुनाओ अदि काष्टि कर सकता है हमारी अपति नट शेंग ऑता सकता है
22:48फॉर्म साथ भरके किसी भी डियुसरी व्यक्ति का बूट शिफ्ट कर सकता है फॉर्म आठ भरके हमारी आपती छे साथ आठ फॉर्म भरके जो हो रहा था उस पे है और हम क्या कह रहें चुनाव आयोग से हमने आरोप नहीं लगाया हमने एक सिंपल सी बात की है कि महाराश्ट
23:18प्रूफ कहां है उसने किस व्यक्ति ने फॉर्म भरा है वो सवाल हम तब पूछेंगे चुनाव आयोग वो लिस्ट देने से मना कर रहा है आपने अभी सवाल पुछा कुरेशी जी से कि कोड में जाना चाहिए हम कोड में भी गए कोड के अंदर 25 फरवरी को चुनाव आयो�
23:48पूरी एलेक्ट्रानिक फॉर्म में वो देते नहीं है आप लिस्ट देंगे नहीं अनलिसिस करने नहीं देंगे अच्छा आपने एक और बात हो ली कि पहले क्यों नहीं करते दो अजार अठारा में मत्यव बदेश के चुनाव में हमने पहले अनलिसिस किया साथ लाग फर�
24:18जो पीडिएफ फाइल मिलती थी ना उसको पैक्सिलेट करना शुरू कर दिया जिसकों की आप डेटाबेस में करवाट नहीं कर सकते तो जो पहले वाला सिस्टम ता जिसके तहस हमने एक बार पकड़ी कर बढ़ी उस सिस्टम कोई आपने बदाल दिया नया सिस्टम आप ला
24:48जैसे अब वो ढूर नहीं पार है एक बात और बोल दो साहिल जी एक बात और बोलने दीजिए इसी तरह से जब कोट में गए लोग और हम भी कोट में गए हैं सुप्रीम कोट में हमारी पेटिशन पेंडिंग है हमने कहा और एक और वकील है प्राचा साहब उन्होंने कहा कि
25:18प्रदीदी पेश नहीं हुए और यह इनको लग रहा है कि सुप्रीम कोट करेंगी दीजिए जो वीडियो रिकॉर्डिंग तो आप नियम चेंज करें कि वीडियो रिकॉर्डिंग कर देंगे 45 दिन में अब इस देश में छोटे मोटे कोंट्रेक्टर का बिल भी देट साल �
25:48है कि बार-बार जो यह नियम बढ़ ले जाते हैं उसके वज़े सी आशंका है बढ़ना शुरू हो जाता है प्रदीपंड़ा जी आज एमर्जेंसी जो कॉंग्रेस पार्टी ने समविदान की हत्या करते वे धाईसों से ज्यादा पत्रकार को अरेस्ट करते वे चुनाव आ
26:18किया था उसके पॉइंट तू पे जज्जमें जज्जमें जज्ज कहते हैं जज्जमेंट में क्यूंके एलेक्शन एजेंट यश्पाल कपूर ने क्लोट्स और लिकर को बाटी थी और वोटर्स को इंफ्लूएंस करने का प्रयास किया था तो कॉंग्रेस पार्टी की प्र�
26:48अलग अलग आरोप इसी लिए लगाती है कि राहुल गांधी के लेक्टोरल फेलियर से लोग सवाल न पूछे और डेमोक्रेसी के उपर लोग जो है उनका विश्वास कम हो जाया उड़ जाया क्योंकि इनको तो एमर्जेंसी लागू करके तानशाही लानी थी अब अगर व
27:18संबूर के अंदर कोंगरेस पार्टी जीती गई उसकी लिस्ट क्यों यह वायनाट के अंदर जहां वोटिंग परसंटेज 5 बजे के बार धाई परसंटेज बढ़ गया
27:26उसकी वोटर लिस्ट क्यों नहीं मानी गई ये सब इलेक्शन में अपने पहले चुना अपने चीफ मिनिस्टर को कहना चाहिए ना रिजाइन करे क्योंकि हर तरफ वोट ऐसा तो नहीं हो सकता कि इलेक्शन कमिशन पिक और चूस करे एक तरफ सही हो जाए दूसरी तरफ गलत ह
27:56को अविलिबल है किसी कैनिडेट को कोई दिक्कत है ओ पैतालिस दिन तक इंतजार नहीं करेगा तुरंत जो है वो जाके कारवाई कर सकता है यह गयते चुनावाए हो मैं पहले यह इवियम कर रहे थे आपको याद होगा आपने हजारों डिबेट इवियम पे करी है जब गय
28:26हार चुके हैं उनसे उनके कारे करता सवाल ना पूछे इसलिए जाकर यह या तो सुप्रीम कोर्ट हाई कोर्ट या चुनावायोग एक के बाद एक के बाद यह लोकतांतरिक विवस्ताओं पर सवाल उठा लिए लेकिन उसके साथ-साथ उन्होंने बाकी भी एक्जम्पल द
28:56बढ़ गए थे वहाँ पर आप जीद गए वडगाव शेरी में 10% से वोटर बढ़ गए थे शरतपवार की पार्टी जीद गए काउग्रिस पार्टी के असलम शेक भी इसी तरीके से मलाड में 11% वोटर बढ़ गए थे वहाँ पर भी आप जीद गए तो जहां आप जीदते
29:26तो आपके बढ़ाने के बावजूद हमारा कंडरेट जीता अगर हमारा हमारा दिन 50 का था आपने 100 फर्जी वोटर बढ़ा दिये तो हम हार गए इस पे इतनी मैजिक बात है दूसरी बात प्रदीब बंदारी जी मैं नहीं बोला प्रदीब जी मैं बीच में नहीं बोला था प
29:56इसक्तर्स सुप्रीम कोड़ में होFr기에 आप 371 और आप 20 की वरोल करते हैं इतना क्या ड़ार है कि जो आधेश को
30:09मानना क्या दर हो रही है रहरत यह बात 58 000 आपके बीट सेंद करें और हम ने सब्सक्राइब वोटर पर है जिर वोटर के नाम ब�ने
30:25परे बढ़ाए गए हैं हमारा यही तो आरोब है कि फॉर्म भरे ही नहीं गए सीधे सीधे सर्वर पर नाम जोड़े गए इसलिए हम बार पर लेकिन सपल जी आपको याद होगा आमाद्वी पार्टी ने इसी को लेकर सवाल उठाए थे दिल्ली के चुनाव में आमाद्वी प
30:55मैं यह नहीं कह रहा हूँ कि वहाँ पर गलत तरीके से रिस्टेशन नहीं होता होगा और बिहार में भी यहाँ पर वही चल रहा है हम देख रहे हैं
31:02जब माराष्ट्रा में गरबड़ी पकड़ी तो हम आमाद्वी पार्टी के खिलाफ चुनाव रहे थे लेकिन खुद मैं उस मीटिंग में था चालिए प्रदी बंड़ी जल्दी से दस सेकन में आपका जवाब उसके बाद बाकी लोगों के पास भी जाएंगा प्रदी बं�
31:32और ऐसा कैसे हो सकता है मुझे वो मैजिक फॉर्मूला चाहिए साहिल जी कि तिलंगाना के अंदर वो नहीं हो पाता करनाटक के अंदर नहीं हो पाता महराष्ट में लोगसमा में वो नहीं हो पाता बाइपोल में नहीं हो पाता पर जस कॉंग्रेस पार्टी जहां रही हो प
32:02जो महाविकास अगाडी था उसके तीनों ने ताउने बोलिंग के वीज दिल पहले चिठी लिखी थी चुनावायों को यह गरबड़ी होने जा रही है
32:14सर अदालत में जाने की बात है आनंदुबे जल्दी से
32:16साहिल भाई साहिल भाई
32:22साहिल भाई नमस्ते साहिल भाई लोग तांत्रिक जीवन में सवाल और जवाब करना
32:48यह हमारी जैसी जन्ता का अधिकार है अगर हमें कुछ अन्यमित्ता महसूस होती है
32:58सवाल पूचते हैं तो BJP को ऐसा क्यों लगता है कि हम BJP से सवाल पूचते हैं
33:03हमने तो BJP से सवाल नहीं पूचा आदर्णी राहूल गांदी जी ने कुछ सवाल उठा ba
33:08पायोग को लेकर उस पर आधरनी देवेंद्र फडवणी जी जूट बोले कववा काटे अरे क्या क्या करने लगे तो हम भी कैद रखते हैं कि हमने जिनको हंस समझा था ओभी हंस नहीं ओभी कव्वे जैसे ही हो गए देखिए आज आप लोग बात कर रहे हैं बड़ी अमर्ज
33:38लिए गए और कुछ कुछ कुछ कह रहा हूं कुछ पत्रकार उनके दास बन गए वो छोटी अमर्जंसी है उस पर भी एक दिन पचास सौ साल बाद चर्चा होगी की दोजार 14 से के मर्जंसी लगी ती देखिए दोजार पांच में आडवानी जी जिनना के मजार पर गए थे
34:08तो ज़रा उस पर रहते हैं और बड़ी इंट्रेस्टिंग बात मुझे शाहिना इंसी किसे ये बात पूछनी है क्योंकि बाला साहब खाकरे ने इमर्जंसी को सपोर्ट किया था चलिए पाँ सेकंड में खतम करिए फिर शाहिना इंसी के पाथ चलेंगे चलिए पाँ सेकं�
34:38नहीं करती जिसको इतने ओट मिले उस पर भी अगर आपको कुछ लगता है कि हम सब विपक्ष्टे लोग गलत बात करते जूट बोलते हम लोग का हुआ है तो आज की स्थिती में इमर्जंसी को काला दिन मनाने की जो चीज़े चल रही है उसको लेकर आपके एक तो क्या भ�
35:08बड़ी इंटरस्टिंग सी बात है कि शिवसेना के दो धड़े बेटे हुए बाला साब के विचार पर चलने वाले तो आज की स्थिती में इमर्जंसी का सपोर्ट रहेगा या विरोध रहेगा और चुनावी प्रक्रिया को लेकर भी शाहिना जी
35:19पहले तो मैं ये सवाल का जवाब दूँ कि राहूल गांधी is lost in translation उनको जो confusion है वो शायद खुझ न समझ पा रहे हैं क्यूंकि जब उन्होंने पहली बार एक लेक लिखी थी वहाँ उन्होंने आपत्ती जताई election commission को लेके
35:40election commission का क्याम क्या है साहिल जी? वोटर्स को बढ़ाना, ज्यादा registrations ले और ज्यादा वोटर्स को भाल लाना ताकि वो वोट करके अपना जनादेश दे
35:52जब आपकी जीत तो सब कुछ ठीक, जब आपकी हार तो EVM tampering, election commission को लेके सवाल
36:00और ये वोई Congress Party है जो सम्विधान, सम्विधान, सम्विधान को कहके आज जब 25 जून पे 50 साल बाद हम
36:09विशलेशन कर रहे हैं emergency को लेके और आपका सवाल का जवाब मैं जरूर दूँगी
36:14क्योंकि हिंदू रिदाय समराट आदर्निया बाला साहिब ठाकरे ने कभी नहीं कहा
36:19कि emergency का मतलब कि आप 200 पत्रकार को जेल में रखे, emergency का मतलब कि आप सब की बोलती बंद करे
36:27और जहां तक election commission का सवाल है, ये दोनों issues को correlate न करते हुए
36:34मैं जरूर कहूंगी कि प्रशंशा जनक है कि जब voting percentage बढ़ता है, प्रशंशा जनक है जब ज्यादा लोगs enroll होते हैं
36:43और जब लोगसभा से विधान सभा के election तक जो 30 लाख ज्यादा voters आएं electoral list में
36:50जो first time voters हैं, हमें स्वागत करना चाहिए
36:53और ये आकड़ा मुझे लोगों के लिए बताना है, 2004 से लेकर 2024 तक हर बाइ लोगसभा और विधान सभा चनाओं के बीच में
37:06महराश्ट में voters की संख्या इसी तरीके से बढ़ी है, आप देख सकते हैं, ग्राफिक्स में हम चला रहे हैं, 2004 में 30 लाख voter बढ़े थे
37:142009 में इसी तरीके से हम देख सकते हैं कि 32 लाख के करीब voter बढ़े थे, 2019 में 12 लाख voter बढ़े थे, 2014 में 23 लाख voter यहां पर बढ़े थे
37:24तो हर बार इस तरीकी की चीज़ दिखाई देती है, लेकिन संगीत रागी, जिस बात को लेकर हम चर्चा कर रहे हैं, खास करके, अब देखे बिहार में, चुनाव आयोग 2003 के बाद पहली बार सारा voter रोल जो है, इलेक्टर रोल जो है, उसको दोबारा से उसकी समीक्षा कर �
37:54बाद ये प्रक्रिया शुरू हुई है, और मैं आपको और एक चीज़ बताना चाहता हूं कि तेलंगाना का जिक्र किया गया, तेलंगाना में वोटर लिस्ट पर बीजेपी ने सवाल उठाए हुए थे, ये भी बात हमको ध्यान रखनी चाहिए, तो कुल मिलाकर राजनेति
38:24नहीं होता, तो चुनाव आयोग जो है, बिहार के अंदर वोटर लिस्टों के इतनी बड़ी जोरदार तरीके से समिक्षा नहीं करनी है, और ऐसी करनी भी चाहिए, आपको ध्यान में होगा दोजार तीन नहीं, दोजार पांच में भी किया था, जब मिस्टर रॉ जो थे व
38:54दिल्ली की भी बदल दी है, पूरे देश में पांच क्रोर बंगलादेशी आकर के घुजग है है, मेरे तो ऐसे भी मांग है कि भाई वो चाहिए, वो पचास साल से रह रह रहा है, जाहिए, तीन पर दिल्ली में बदल दी है, ऐसा आरोप लगता है, जो वोटिंग राइट स
39:24है, अब आदी आप मुर्खता करते हैं, यह आप मुर्कता करने लगें तो हम क्या करें, पूरी अंतरा मुंबई में आपके जाकर बन गये है, आनन जी को रोके हैं, बेहुदी बात मत की जिए, आनन जी रुकिये जरा, संगीत रागी खतम करिए मेरे पास समय खतम हो रहा है
39:54मैं इसलिए कर रहा हूं कि बिहार के अंदर जो है, वो ऐसा जो कर किया जा रहा है, बहुत अच्छा किया जा रहा है, बस एक लाइन जिक्र करना चाहा है, राहुल गांदी मानते हैं कि यह देश उनके पुर्फों की वपौती और जायदाद है, वो हर चीद के लिए एंटा
40:24कुल मिला करिये है कि चुनावी प्रक्रिया जो देश में, प्रदेशों में और अगर लोकल बॉडिस में सरकार, लोगों ने चुना हुआ सरकार वहाँ पर न्यूक्त करती है, तो उस प्रक्रिया को लेकर कई बार सवाल उठते हैं, और जब जब सवाल उठते हैं, इस वा�
40:54और ये प्रक्रिया उसी तरीके से ट्रांसपरेंट होगी।

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