00:0025 June की तारीक इस बात को तश्दीक करती है कि इंद्रा गांधी की सरकार ने इसे दिन देश पर अपात काल थोपा था और तमाम नागरिक अधिकार लोगों के सीज कर लिये गये थे.
00:16नेताओं को रातो रात गिरफतार कर लिया गया था.
00:21जेपी की कर्म भूमी राजधानी पटना में भी अपात काल के दारान व्यापक असर देखा गया था.
00:29अपात काल जिस दिन लगे उस दिन हम लोग पटना में हम थे.
00:38और पटना के इस दिन देख करके हम लोग सब लोग अवाक हो गये थे.
00:47तो हम उसका भिरोज किये, काफी भिरोज किये और उसी कर्म में हम बंबे गये.
00:55बंबे में हमको लोग लिए लोग और हमने कहा कि देखिया है आरेसेस का जो कार्ज है वो कार्ज समाज के बुल्टा नहीं है, समाज के साथ है.
01:16तो हम वहां पर जा करके है, वहां हम तुझते अरेस्ट हो गए बंबे में। अरेस्ट हो गए है। जेल चले गए।
01:29जेल का मतलब था जेल नहीं एक रूम में चले गए, मिटिंग हुई हमारी रेसेस की मिटिंग थी। उसमें हम बिहार के तरफ से गए थे।
01:44We were very happy to be here in Bihar, and we were very happy to be here in Bihar.
01:59We were very happy to be here in JP.
02:05J.P. was the first part of us, so J.P. gave us a duty with J.P. and J.P. was very happy and there was an RSS meeting.
02:25J.P. came there and after that meeting, they were in the RSS meeting.
02:40It was not the first meeting.
02:43And after that, J.P. and J.P. were with us, it was good to meet and meet and meet.
02:51He explained him, that how can we do this?
03:00But where do you mind power have?
03:03The mind power, it's not a good person, but it's not a place, that's why we were in it.
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04:35in 1975.
05:05इतने लोग निता थे सब एक एक करके सब और यहां जब अब बात करें तो विहार में लालो परसाद जी अल्रडी वो जेल में थे तो वो बहुत अच्छी तरह से याद करते हैं कि जब जेल में गए तो कैसे समय गुजा रहे हैं और भी लोग जूट गए
05:35तो खराब समय चल रहा था था अपात काल में बोलता तक मैं लोहा सिंग जो रामिस्वर कस्यब दौरा नाटक होता था रीडियो पर आता था तो उसके डायलोग बोला करते थे एक खदेरन की मदद में जब काबूल के मुर्चे पर था तो काठ के मनूग से लोहे का सनूग तो
06:05पूर्णिया में रहे पूर्णिया से पिर नेपाल जाते हैं तो एक नेता जिन्होंने की बिहार से बाहर रहकर के पूरे देश में और देश के बाहर नेपाल में वो पूरा उतर पर देश जाते हैं साओध जाते हैं महरास्टा जाते हैं डेली जाते हैं और वेस वदल के त
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07:03इसका इमर्जनसी का पुरा उसका परचार करना, उसके पेंपलेट बांटना एक जगा कहीं चले गए थे रहने के लिए, तो एक जगा बोले कि तीन जगा तीन दिन जादा नहीं रखते थे, उनको लगता था कि पहला दिन गए तो सक नहीं करेगा, दूसरे दिन इंटेलिजन
07:33नेपाल में रहकर, करपूरी ठाकुर, अपात काल के दारान, लगातार, किंद्रा और इंद्रा गानी सरकार के खिलाफ आंदोलन चलाते रहे, रंजीत, इटीवी भरत