वेल्लोर, तमिलनाडु, 23 जून, 2025, एएनआई: 26 जुलाई 1999, उस दिन जब भारतीय जवानों ने दुश्मनों को करगिल की ऊंचाइयों से खदेड़ कर इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से अपना नाम लिख दिया. हमारे जवानों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया था. शहीद नायक आर. सुब्रमणि, जिन्होंने अपने प्राण न्यौछावर कर करगिल की चोटियों पर तिरंगा लहराया. यह वह वीर थे जिनका समर्पण तमिलनाडु और पूरे देश के लिए प्रेरणा स्रोत है. करगिल विजय दिवस की महानता को याद करते हुए आज शहीद नायक आर. सुब्रमणि को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिनका बलिदान तमिलनाडु के वेल्लोर में फौजी साथियों द्वारा सम्मानित किया गया
01:22दिर्ड संगल्प, युद्ध कोशल और विरता का फरिशे देते हुए दुस्मनों को कारगिल, बटालिक और द्रास सेक्टर से बागने में मजबूर किया
01:36हमारा विर जवान नायकार सुप्रमनी सेना मडल, इन्होंने कारगिल युद्ध में बहुत बड़ा योगदान दिया और दुस्मन का सेलिंग से गायल होके अपना जान देश के लिए बलिदान किया
01:54आज हम उनका फैमली, उनका पत्नी स्रीमती सेल्वी उनको हमने मुमंटव प्रसंट करने के लिए आज आये हैं
02:08और उनसे मिले हैं हमें ये बहुत कुशी की बात है और उनका जो भी दिकते हैं उसे हम यहां से फारवेड करेंगे और उनके लिए बहुत बहुत धन्यवाद