07:57खाव सो, तबे, एक टिक बुजे शोने खेओ, मादे एक तो दूर्थे गेशे छो, शोरी राखालो ठीक मत बिश्ट्राम पाया नि, एई समय ओतिरिक तो खाबार खेले, और एक समय शोरी मानी निते पारेन, शाब्दा, आहाले तोमादेर ब्यारान और आनुन्दो नस्थ
08:27आमा नजोरे पुरेश, एक टू मोटा लाख्छे, एई तो, हाँ, ठेक ताई, की कुरे मोटा होच्छे माला तो, को तो बेश रोगा छीलो, की खाच्छे माला तो, आमार एक टाया क्यामन संद होच्छे, की संद हो, लुकी लुकी माच, दूद, ए सब खाच्छो ना तो, �
08:57जोए रादे, विशेश प्रोजोने जाते काजे लागान हो जाए, तुमी आमा के, अभिश्यास करो, आहा, कालनार की लो, कालनार की लो, आमा गी सोत्ती कथार बोली दिली तो, ओ, तो आज कल खब इन दूर मार्ची, आव, आव, आव, होब भालो, ठीक आशे, तेनी, ने �
09:27ठीकाचे, आमरा मुगदुये घरे चोले जाच्छी, तेनीदा, एखान तेके बिश्नुपुर खुब काचे, चलो, एक दिन घुरे आशे, अने एक कीचु द्याखार आशे, हो, एए इखाने आशोने रागे बाबावो कोया दिस्से, अबोश्य जान बिश्नुपुर घु