Ahmedabad में प्लेन गिरने के बाद कैसा था मंजर, चश्मदीदों की बातें सुनकर हो जाएंगे हैरान
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00:00वो टेबल भी ऐसे ऐसे ऐसे वाइबरेंड हो रहा था और उसी के साथ बॉम ब्लास्ट जैसे होता है ना वैसे बहुत जोरो की आवाज आए
00:07सब लोग असे भागने लगे उस साइट और कुछ-कुछ ऐसे रोने लगे थे प्लेन करेसो ऐसे बोलने लगे फिर रेस ही गया ना उदर पूरा भ्लास्ट हो रहा था आग फेल डाय दूसरी बिल्दिंग तक तिसरी बिल्दिंग तो इसली बिल्दिंग फेलते चाहरा है एक �
00:37हमने पांच बच्छों को लिकाला जिन्दा पर उनकी आहलत बहुत गंबेर थी।
01:07प्र्शम कीरेशन पर उस समय ऐसा था ना कि मानों की बस कांगे पर्दे पड़ए ऐसे उस दे उस तरह कि आवाज आ रही थी और घर भी एसे मानों की भूकम क्यां वैसे घर पूरा हिल रहे खिड़की अांगे दर्वाजी हिल रहे
01:21टेबल, हम खाने बेठे थे, वो खाना, वो टेबल भी ऐसे ऐसे ऐसे वाइबरेंट हो रहा था, और उसी के साथ बोम बलाश जैसे होता है न, वैसे बहुत जोरो के आवाज आए, मानों के कान के परदे फट जाए, इतना तीखा तेज आवाज आए, फिर हम लोग बाहर चले �
01:51बाहरत पाक का, तो फिर हम ले तो समझ में ने आए, फिर आजू बाजू के जो जितने भी जैन से सब लोग आगे जाके देखा, फिर पता चला कि अच्छा ये पैसेंजर प्लेन है, फिर चार ओर देखा, कि आदा हिस्सा यहाँ पर अड़ी-बड़ी बिल्डिंगे जल रह
02:21तो इस तरीके के आवाज पहले भी आती थी ऐसे, सुबा सुबा मॉर्निंग में तेज आवाज आती है, दिन बर इतना पता नहीं चलता क्योंकि शोर शड़ाबा रहता है, लेकिन मॉर्निंग में काफी डर रहता है, मॉर्निंग में एसा लगता है, जैसे कि हमारी उपर ही �
02:51फ्लाइट उड़ती है, ऐसा, मावल तो बहुत खतनाग हो गया था, क्योंकि धुवा धुवा हो गया था, डारेक्ट प्लेन के, प्लेन जैसे क्रेस हो, वैसी है न, ऐसे पूरे है न, ब्लॉग ऐसे हिलने लगे था, आप क्या करते हैं तो इस तन जब रहता है, अब क्या कर
03:21पूरा ब्लास्टी हो रहता है, आग ही फैलती है विल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग तक तिसरी बिल्डिंग जोसी बिल्डिंग आप क्या बढ़ा है?
03:51मेरा घर 500-m. तो मैं खाना कहा रहा था हो टायम पे, चयनक में एक निवाला खाया होगा, मैं रहा मेरा दरवाया तकर आया। दिवाल से,
04:03तो मुझे के लगा कि हवाज चल रही है, भुकामाया यह तो देखा जैसे बाहर आया तो देखा तो पबलिक चिला रही थे, बोले प्लेन गिरा प्लेन गिरा तो मैं फिर दोड़के गया, जाकर मैं देखा, कहां गिरा मैं देखा तो ओँ दोँ दोँआ था, चाहर तर तो आ�
04:33वह लिक उन्वे पॉछे निखला खुट पॉट वाट जिंदा पर उन्व कही आप ए के जिजए और तो पहुत बॉड़ा ता जिस को पाउ में लगा किसके आख में लगा किसके हाथ में लगा इसके मुण में लगा आइसा मतल्ब बहुत बुराल था बात पिर में निचे कया �
05:03उसमें काया है, वो दिन तो सब पुरा साफ कर दिया था, अभी मुझे कली समाजर मिले, कि कल भी तिन बोड़ी लख लिख लिए है, यह जो इस्ता है वहाँ पर इन्मुईत है, अंदर मल्वे में, मैं मल्वे में तो मुपुरा सब साफ कर दिया, कुछ नहीं है भी, खाले जो
05:33झाले ऑा कर दो दो स