Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसा (Ahmedabad Plane Crash) में उत्तर प्रदेश के आगरा के दंपत्ती (Neeraj Lavania) की जान चली गई है. नीरज लवानियां और उनकी पत्नी लंदन जा रहे थे, इसी दौरान यह भयानक हादसा हुआ. यह खबर सुनकर उनके परिवार और गांव में गहरा मातम छा गया है.
00:00एहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट 171 क्या क्रैस होना न सर्फ देश के लिए एक बड़ी च्छती थी बलकि तमाम विदेशी भिमारे के इसके अलावा तमाम ऐसे परिवार हैं जो उजड़ गए हैं और ऐसा ही एक परिवार आगरा का था दरसल आगरा का एक तम पत
00:30उनकी तरक्ति पर अपना सिर उचा समस्ता था वहां मातम चा गया है नीरज बड़ोधरा में रहते थे एक कंपनी में वेनेजर थी बड़े पदपर थे और उन्होंने अपनी पत्मी से वादा किया था वो वादा था पचासुआ जन दिन लंदन में मनाने का गुरुवार की
01:00साथ निकले थे पत्नी का नाम अपढ़ना लवानिया है टैक्सी से एरपोर्ट पहुचे और वहां से इसी ड्रीम लाइनर पर पैठे थी भाई नीरज ने अपने भाई को कॉल करके एरपोर्ट पहुचने की जानकारी दी इसके बाद भाई नीरज और उसकी पत्नी अपढ�
01:30सामने नहीं आई आगरा के रहने वाले 36 लवानिया ने ये बताया है कि हमदाबाद में जोएर इंडिया का प्लीन क्रेश हुआ उसके यातिर्यों की सूची में भाई और भावी का नाम अरतिस और उन्तालिस नंबर किसी बुक्ती हाथ से की सूचना पर रिष्टेदारों के
02:00पर टेस्टी से जाला था उत्रा से जम्दावाद के गी तो गलता है मैं एक साड़े गारे वजब वासाद डियर्ड वजी दिलैट है और इमारे गंड़े में लंडन को असके बाद मुत्तर से बात कर दो दो आए जैसी जैसे ब्रेकिंग नूल याया मैं लोगा जैसे ब्रे
02:30इसको चुछी ने बोलाता कि वह एक्षर होती है कि वह आपे यूरूप में जाता रहता था तो बूलता है कि अब याल मैं कितने समय पहले आई हुए थे कब आई हुए थे लाच्टाइम यहां पिताजी नॉमबर में पिताजी एक्सवार कुए थे इस ताम यहां पर रोका
03:00हाथसी की खबर मिलते हैं पूरा परिवार सदमे में लगातार वो हेल्प लाइन में उमबर पर फोन करके जानकारी मांग रहे हैं लेकिन अभी तक कोई ठूस जानकारी नहीं मिल पाई है
03:23एरपोर्ट पर अपने परिजनों को खोजने के लिए तमाम परिवार रो रो कर हाल जानना चाहते हैं वहाँ चारो तरफ अफरा तफरी का महाल है
03:33जानकारी के मताबिक कपल लंदन घूमने जा रहा थ भयानक आथसे का वीडियो और तस्वीरें देख करके शोशल मिलिया पर पूरा परिवार और गाहों तंग है
03:44रहमदाबाद में एर प्लेन क्रेश होने और उसमें अकोला के नीरज लवानिया और उनकी पतनी अपड़ना लवानिया जो की अपड़ना से किया गया वादा लंदन में बर्तडे मनाने का जो प्लान था वो अधूरा रहे गया
04:00लवानिया के पैतरक गाहों में परिजन, पड़ोस और रिष्टेदार पहुँचे हैं आसपास के गाहों के लोग नीरज लवानिया के घर पहुँच रहे हैं
04:07भाई सतीश कहते हैं कि उनकी भावी अपड़ना का पचासव जन्मदीन था और वही सेलिबरेट करने लंदन जा रहे थी
04:14उन्होंने बहुत पहले प्लान कर लिया था नमबर दोहजार चौबिस में पिता महावील लवानिया के मौत हो गई थी तब भाई नीरज गहां आये थी
04:21तब ही उनसे आखरी बात चीत हुई थी लेकिन फिर लगातार फोन पर संपर्क बना हुआ था
04:26उन्होंने बताए कि भाई ने 1995 में अकोला छोड़ दिया था उन्होंने अकोला के सरस्वति विद्यमंदर में पाज तक की पढ़ाई की थी
04:33बहीं चाहर वटी इंटर कॉलेज में इंटरमीडियेट किया आगरा कॉलेज से बीसी करनी और बीसी करने के बाद 1995 में नीरज ने कस्बा छोड़ दिया और उसके बाद MBA करने के लिए चैपुर उसके बाद नई दिल्ली हैदरबाद पूने में तवाम कंपणियों में काम कर
05:03जान भरने के चंद मिनट के अंदर क्रेश हो गया था और इस मयानक हादसे में
05:07265 लोगों की मौत की पुष्टी हो चुकी है और इस फ्लाइट में 230 याद्री सवार थे
05:13इसका लावा बाराय क्रू मेंबर भी थे इन में से सिर्फ एक शक्स जो प्लेन में सवार था
05:19वो बच पाया है फिलाल इस कबर में इतना ही अप्डेट्स की लिए बने रही